लखनऊ में चोरी का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। चोरी करने पहुंचे चोर ने पूरे घर को खंगाल डाला और टुल्लू पंप तक खोल दिए लेकिन जब वह बैटरी निकालने लगा, तभी ज्यादा नशे की वजह से वहीं सो गया। सुबह जब उसकी आंख खुली तो पुलिस सामने थी। मामला गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर सेक्टर-20 का है। लखनऊ के इंदिरा नगर सेक्टर-20 में डॉ. सुनील पांडे का आवास है। वे बलरामपुर अस्पताल में काम कर चुके हैं। मौजूदा समय में वे वाराणसी में तैनात है। पड़ोसियों ने बताया कि सुबह जब उनकी नींद खुली तो पड़ोसी डॉ. सुनील पांडेय के घर का दरवाजा खुला दिखाई दिया। पड़ोसियों को शक हो गया तो उन्होंने RWA पदाधिकारियों को बुलाया। इसके बाद कुछ लोग जब अंदर पहुंचे, तो देखा कि घर का सारा सामान अस्त-व्यस्त है। आलमारियां टूटी हुई हैं। नगदी-कैश सब कुछ निकाल लिया गया है। चोर ने वॉश बेसिन, गैस सिलेंडर और टुल्लू पंप तक निकाल लिया था। लोग कुछ और आगे बढ़े तो देखा कि एक व्यक्ति नशे में धुत वहीं सो रहा है। उसे देखकर लगा, मानों वह बैटरी निकालते समय ज्यादा नशे की वजह से वहीं लेट गया और सो गया। पड़ोसियों को यह समझते देर नहीं लगी कि यही चोर है, जो चोरी करने के बाद भाग नहीं पाया और सो गया क्योंकि सारा सामान भी वहीं ड्राइंग रूम में पड़ा मिला। तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और मौके पर पहुंची गाजीपुर पुलिस ने आरोपी चोर को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान कपिल के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया, आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह खबर भी पढ़े… लखनऊ में फर्जी कंपनी बनाकर ठगी करने वाला गिरफ्तार: इन्वेस्टमेंट के नाम पर ऐंठे 47 लाख, पुलिस को देख बैरिकेडिंग तोड़कर भाग रहा था जालसाज लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने इन्वेस्टमेंट के नाम ज्यादा मुनाफे का लालच देकर ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी करीब 47 लाख की ठगी कर चुका है। फर्जी कंपनी बनाकर उसमें इन्वेस्टमेंट कराकर ज्यादा मुनाफे का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। पढ़े पूरी खबर… लखनऊ में चोरी का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। चोरी करने पहुंचे चोर ने पूरे घर को खंगाल डाला और टुल्लू पंप तक खोल दिए लेकिन जब वह बैटरी निकालने लगा, तभी ज्यादा नशे की वजह से वहीं सो गया। सुबह जब उसकी आंख खुली तो पुलिस सामने थी। मामला गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर सेक्टर-20 का है। लखनऊ के इंदिरा नगर सेक्टर-20 में डॉ. सुनील पांडे का आवास है। वे बलरामपुर अस्पताल में काम कर चुके हैं। मौजूदा समय में वे वाराणसी में तैनात है। पड़ोसियों ने बताया कि सुबह जब उनकी नींद खुली तो पड़ोसी डॉ. सुनील पांडेय के घर का दरवाजा खुला दिखाई दिया। पड़ोसियों को शक हो गया तो उन्होंने RWA पदाधिकारियों को बुलाया। इसके बाद कुछ लोग जब अंदर पहुंचे, तो देखा कि घर का सारा सामान अस्त-व्यस्त है। आलमारियां टूटी हुई हैं। नगदी-कैश सब कुछ निकाल लिया गया है। चोर ने वॉश बेसिन, गैस सिलेंडर और टुल्लू पंप तक निकाल लिया था। लोग कुछ और आगे बढ़े तो देखा कि एक व्यक्ति नशे में धुत वहीं सो रहा है। उसे देखकर लगा, मानों वह बैटरी निकालते समय ज्यादा नशे की वजह से वहीं लेट गया और सो गया। पड़ोसियों को यह समझते देर नहीं लगी कि यही चोर है, जो चोरी करने के बाद भाग नहीं पाया और सो गया क्योंकि सारा सामान भी वहीं ड्राइंग रूम में पड़ा मिला। तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और मौके पर पहुंची गाजीपुर पुलिस ने आरोपी चोर को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान कपिल के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया, आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह खबर भी पढ़े… लखनऊ में फर्जी कंपनी बनाकर ठगी करने वाला गिरफ्तार: इन्वेस्टमेंट के नाम पर ऐंठे 47 लाख, पुलिस को देख बैरिकेडिंग तोड़कर भाग रहा था जालसाज लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने इन्वेस्टमेंट के नाम ज्यादा मुनाफे का लालच देकर ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी करीब 47 लाख की ठगी कर चुका है। फर्जी कंपनी बनाकर उसमें इन्वेस्टमेंट कराकर ज्यादा मुनाफे का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। पढ़े पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लखनऊ के प्रियंका की श्रीदेवी की तरह थाईलैंड में मौत:शव घर पहुंचा; पिता बोले- वो पानी से डरती थी; पति ने कहा- नदी-समुद्र नहीं होटल में थी
लखनऊ के प्रियंका की श्रीदेवी की तरह थाईलैंड में मौत:शव घर पहुंचा; पिता बोले- वो पानी से डरती थी; पति ने कहा- नदी-समुद्र नहीं होटल में थी लखनऊ के प्रियंका की थाइलैंड में मौत हो गई। श्रीदेवी की तरह होटल के बाथटब में शव मिला। प्रियंका अपने डॉक्टर पति आशीष और बच्चों के साथ घूमने गई थीं। प्रियंका का शव देर रात थाईलैंड से लखनऊ पहुंचा। प्रियंका के पिता ने फिर से पोस्टमॉर्टम कराने की तहरीर दी है। सोमवार को प्रियंका के पिता ने पीजीआई थाने में दामाद पर बेटी की हत्या का करने की शिकायत दर्ज कराई थी। पिता का आरोप है कि दामाद बेटी को थाईलैंड घुमाने के बहाने अपने साथ ले गया। जहां उसकी हत्या करके खुद लखनऊ आ गया। पूरे में मामले प्रियंका के डॉक्टर पति का कहना है कि आरोप बेबुनियाद हैं। पूरा परिवार सिर्फ बदनाम कर रहा है। हमारे पास सभी एवीडेंस हैं, जो पुलिस की जांच में दिए जाएंगे। पूरे मामले को समझने के लिए दैनिक भास्कर दोनों पक्षों से मिला। बातचीत की…अब सब कुछ सिलसिलेवार समझिए…। नाती के जन्म के बाद से बदला रवैया, मारपीट करने लगा
प्रियंका के पिता सत्यनारायण ने कहा- हमारे तीन बेटी पुष्पा, प्रियंका, संध्या और एक बेटा विकास शर्मा है। प्रियंका ने फाइनेंस से एमबीए की थी। उसकी जॉब एम्स पटना में अकाउंट डिपार्टमेंट में लग गई। वहीं पर सीनियर रेजिडेंट के पद पर डॉक्टर आशीष मिश्रा तैनात थे। लखनऊ के होने के कारण डॉक्टर से प्रियंका की दोस्ती हो गई। 3 दिसंबर, 2017 में परिवार की रजामंदी से दोनों की शादी हुई। नाती के जन्म के बाद से आशीष का रवैया बदल गया। वह मारपीट करने लगा। शराब के नशे में चाकू से किया था हमला
वह प्रियंका के साथ हमेशा मारपीट करता, लेकिन प्रियंका ने कभी कुछ नहीं बताया। सितंबर 2023 को उसके साथ हाथापाई की गई थी। इस पर आशीष को समझाने के लिए घर गए। वह काफी नशे में था। बेटे विकास को थप्पड़ जड़ दिया। इस पर आशीष के पिता ने उसे मारा तो वह घर के अंदर गया और चाकू लेकर आ गया। बीच बचाव करने पर छोटी बेटी संध्या के सीने में मार दिया। पुलिस के पास शिकायत की तो उसने भी क्रॉस केस दर्ज करवा दिया। कुछ दिन बाद आशीष के पिता के कहने पर समझौता हो गया। प्रियंका वापस ससुराल चली गई। कार्डियो पलमोनरी फेल होने से हुई मौत
थाईलैंड में हुए प्रियंका के पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत कार्डियो पलमोनरी फेल होने से हुई है। कुछ इसी तरह अभिनेत्री श्रीदेवी की भी मौत हुई थी। उनका भी शव दुबई की एक होटल में बाथटब में मिला था। हालांकि प्रियंका के परिजनों का कहना है कि वह दोबारा पोस्टमॉर्टम कराना चाहते हैं। इस पर पुलिस ने कहा कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पिता बोले- प्रियंका को पानी से डर लगता था
प्रियंका के पिता सत्यनारायण ने कहा- दामाद ने बताया कि मसाज कराकर आया। इसके बाद बेटे को जूस दिलाने चला गया। तभी प्रियंका बॉथ टब में नहाने गई और हादसा हो गया। पहली बात तो ये कि वो बेवक्त नहाने क्यों जाएगी। दूसरी उसे पानी से डर लगता था। वह पानी से दूर ही रहती थी। दामाद ने बताया कि प्रियंका ने पार्टी के दौरान ड्रिंक की थी। आज तक प्रियंका शराब नहीं पी। हां…अगर वहां पी होगी तो एक से दो पैग। इससे ज्यादा वो नहीं पी सकती। अब जानिए मामले का दूसरा पक्ष
डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद है। वहां पर जो भी कार्रवाई हो रही है, उसका एक कॉमन ग्रुप बना है। जिसमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से लेकर शव को लखनऊ भेजे जाने तक की डिटेल शेयर हो रही है। हम क्यों कुछ छिपाएंगे। अगर हत्या की बात है तो पत्नी के साथ हैदराबाद, मनाली, थाईलैंड सहित 7 जगह ट्रिप किया है। इसके पहले क्यों नहीं मारा? परिवार के साथ भी पार्टी करती थी
डॉक्टर आशीष का कहना है कि प्रियंका को पार्टी के दौरान ड्रिंक का शौक था। अपने जीजा मयंक और बहन संध्या के साथ कई बार शराब पार्टी कर चुकी है। 24 अक्टूबर को सासू मां के निधन के बाद से थाईलैंड जाने के पहले करीब 5 से 6 बार इन लोगों ने पार्टी की है। उस दिन भी पार्टी में उसने ज्यादा ड्रिंक की थी। प्रियंका को बॉथ टब में नहाने का शौक था 5 जनवरी को पटाया पहुंचने के बाद पार्टी हुई थी
थाईलैंड पहुंचने के बाद पहले ही दिन ज्यादा ड्रिंक कर ली थी। होटल तक उठाकर लाना पड़ा था। इसके अगले दिन 6 जनवरी को बस हल्की ड्रिंक की। बच्चा छोटा है। रोज रात को भूख लगने की बात कहता था। क्योंकि जहां पार्टी होती थी वहां बच्चे के लिए कुछ नहीं रहता था। 7 फरवरी को पार्टी में गए। वहां पर प्रियंका ने फिर से ज्यादा ड्रिंक कर ली। उसको लाकर होटल के कमरे में छोड़ा फिर बेटे को जूस पिलाने के लिए लेकर चला गया। वहां से लौटा तो अपनी चाबी से लॉक खोलकर रूम में चला गया। काफी देर वॉशरूम से बाहर नहीं आई तो आवाज दी। जवाब न मिलने पर दरवाजा तोड़ा। अंदर बॉथ टब में डूबी थी। अकेले निकालने में दिक्कत हुई तो होटल स्टाफ से मदद मांगी। एबुलेंस को कॉल की गई लेकिन देर हो रही थी। इस पर होटल स्टाफ ने अपनी गाड़ी से पटाया इंटरनेशनल हॉस्पिटल पहुंचाया। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। दो दिन तक पुलिस ने पासपोर्ट जब्त रखा
इसके अलावा घटना के बाद दो दिन तक पासपोर्ट जब्त कर कमरे को सील कर दिया गया। मुझे बेटे के साथ दूसरे कमरे मे शिफ्ट कर दिया। 9 जनवरी को पिता लखनऊ से वहां पहुंचे। जांच के बाद पुलिस ने पासपोर्ट वापस दिया और लखनऊ जाने के इजाजत दी। तब पिता के साथ 11 जनवरी वापस आए। प्रूफ के तौर पर होटल के सीसीटीवी और होटल कर्मी हैं। पिता जी ने ससुर से चलने के लिए कहा था लेकिन वो नहीं गए। इसके बाद आरोप लगाने लगे।
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लखनऊ में रंग और केमिकल से बनाते रहे थे चायपत्ती:नेपाल से सस्ते दाम पर मंगाते थे; 40 जिलों में फैला था कारोबार लखनऊ के फैजुल्लागंज में नकली चायपत्ती बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली चायपत्ती और उसे बनाने का सामान बरामद हुआ है। कई ब्रांडेड चायपत्ती कंपनियों के रैपर भी बरामद हुए हैं। रैपर लगाकर नकली चायपत्ती को ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर मार्केट में सप्लाई की जा रही थी। इस गिरोह की जड़ें न केवल भारत बल्कि पड़ोसी देश नेपाल तक फैली हुई हैं। छापेमारी के दौरान लगभग 11,209 किलोग्राम नकली चायपत्ती, रंग, केमिकल और पैकिंग सामग्री जब्त की गई है।गिरोह नेपाल से सस्ती और घटिया चायपत्ती मंगाकर उसमें खतरनाक केमिकल और रंग मिलाकर ब्रांडेड कंपनी के रैपर में पैक कर बाजार में बेचता था। सीतापुर के रहने वाले आरिफ को STF और FSDA की टीम ने मिलकर गिरफ्तार किया है।अब जानिए कैसे चल रहा था यह कारोबार ?
भारतीय सेना में भर्ती सिरसा का जीवन सिंह शहीद:जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़, राजपूताना राइफल में था भर्ती
भारतीय सेना में भर्ती सिरसा का जीवन सिंह शहीद:जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़, राजपूताना राइफल में था भर्ती जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में वीरवार रात आतंकियों से हुई भीषण मुठभेड़ में भारतीय सेना में भर्ती सिरसा का जीवन सिंह शहीद हो गया। शहीद 28 वर्षीय जीवन सिंह सिरसा जिला के गांव रोहण का रहने वाला है। भारतीय सेना की ओर से जीवन सिंह के शहीद होने की सूचना शुक्रवार सुबह परिजनों को दी गई। गांव रोहण में लाया जाएगा पार्थिव शरीर शहीद जीवन सिंह का पार्थिव शरीर शाम को गांव रोहण लाया जाएगा। घरवालों को सुबह जैसे ही जीवन सिंह शहीद होने की सूचना मिली तो पत्नी कोमल व मां गोलो कौर का रो रोकर बुरा हाल हो गया। पिता सुखदेव सिंह का कहना है कि मुझे गर्व है कि मेरा जीवन सिंह भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। चार पहले हुई थी शादी जानकारी अनुसार गांव रोहण निवासी जीवन सिंह वर्ष 2016 में राजपूताना राइफल में भर्ती हुआ था। जीवन सिंह का परिवार बहुत गरीब है। जीवन सिंह की शादी चार साल पहले कोमल से हुई थी। उसकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी चार साल व छोटी दो साल की है। इस समय जीवन की तैनाती जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में थी। सेना की ओर से बताया गया है कि वीरवार रात को इलाके में आतंकवादी होने की सूचना मिली थी। आतंकियों से डटकर किया मुकाबला जवान जीवन सिंह ने आतंकियों से डटकर मुकाबला किया। इसी दौरान जीवन सिंह को कई गोलियां लगी, लेकिन जीवन सिंह आखिरी तक लड़ता रहा। इस मुकाबले में जीवन सिंह आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। घायल जीवन सिंह को सेना के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी रात को मौत हो गई। शुक्रवार सुबह पांच बजे सेना के अधिकारी ने जीवन सिंह के घरवालों को उसके शहीद होने की सूचना दी। शहीद जीवन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ गांव रोहण में शाम को किया जाएगा।
गोपालगंज में हेडमास्टर का कारनामा, ऐसा तमतमाया माथा कि शिक्षकों को कर दिया ‘लॉक’, जानें मामला
गोपालगंज में हेडमास्टर का कारनामा, ऐसा तमतमाया माथा कि शिक्षकों को कर दिया ‘लॉक’, जानें मामला <p style=”text-align: justify;”><strong>Gopalganj News: </strong><span style=”font-weight: 400;”>बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ भले सख्ती बरत रहे लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें फर्क नहीं पड़ता है. बच्चों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले हेडमास्टर साहब सरेआम रिश्वत मांग रहे हैं. मामला गोपालगंज के थावे प्रखंड के रामचंद्रपुर मिडिल स्कूल का है. शिक्षकों का आरोप है कि संपत्ति का ब्योरा विभाग को भेजने के नाम पर हेडमास्टर ने पांच-पांच सौ रुपये घूस में मांगे थे. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>शिक्षकों ने कहा कि उन्होंने जब रिश्वत देने से इनकार कर दिया तो प्रधानाध्यापक से बहस होने लगी. इसके बाद अपनी कुर्सी से उठकर हेडमास्टर ने विरोध कर रहे सभी शिक्षकों को अपने कार्यालय में बंद कर दिया. बाहर से ताला लगा कर चले गए. कमरे में बंद शिक्षक शोर मचाने लगे. शोर सुनकर ग्रामीण पहुंचे. लगभग आधे घंटे तक यह सब चलता रहा. बाद से कमरा खुला और सभी शिक्षक बाहर आए. मामले की जानाकरी मिलने के बाद से शिक्षा विभाग एक्शन में आ गया. दोषी हेडमास्टर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सामने आया हेडमास्टर और शिक्षकों के बहस का वीडियो</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बताया जाता है कि मिडिल स्कूल रामचंद्रपुर में कार्यरत कुछ नियमित शिक्षकों की संपत्ति का ब्योरा शिक्षा विभाग को भेजना था. इसके लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक संजीव शंकर प्रसाद ने सभी शिक्षकों से कहा था कि पांच-पांच सौ देने होंगे. शिक्षकों ने इनकार कर दिया. इस बात को लेकर प्रधानाध्यापक और शिक्षकों में काफी बहस हुई. इसका वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में दिख रहा है कि कैसे बहस होने के बाद कुर्सी से उठकर प्रधानाध्यापक संजीव शंकर चले जाते हैं और कार्यालय का दरवाजा बंद कर देते हैं. कमरे में बंद शिक्षकों ने घटना का विडियो बनाया और डीपीओ को भेज दिया.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग के स्थापना के डीपीओ मो. जमालुद्दीन ने बताया कि हेडमास्टर संजीव कुमार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं. इस मामले में थावे के बीईओ को जांच का आदेश दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/ban-on-entry-of-common-people-in-patna-gandhi-maidan-from-10-to-25-january-2025-republic-day-ann-2859162″>Patna News: 10 से 25 जनवरी तक पटना के गांधी मैदान में आम लोगों की एंट्री पर बैन, जानिए क्या है कारण</a></strong></p>