लखनऊ में दबंगों ने जमकर उत्पात मचाया। सरेराह महिला और उसके बेटे को लाठी-डंडों से पीटा। मन नहीं भरा तो दोनों को कार से कुचलने की कोशिश की। लोगों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना PGI इलाके में शनिवार देर रात हुई। लखनऊ के PGI थाना क्षेत्र में दबंगों ने फिल्मी स्टाइल में एक मां-बेटे से मारपीट की। उनके फास्ट फूड के ठेले में कार से टक्कर मार दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से भाग निकले। पुलिस ने देर रात मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं घायल मां-बेटे को पास के अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के मुताबिक, घायल महिला का नाम सविता और उसके बेटे का नाम सत्येंद्र रावत है। दोनों को पीजीआई के एपेक्स ट्रामा सेंटर- 2 में भर्ती कराया गया है। जहां पर बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही है। फास्ट फूड का ठेला लगाती है महिला, रुपयों को लेकर हुआ विवाद पुलिस ने बताया कि सविता अपने बेटे के साथ वृंदावन रोड पर एपेक्स ट्रॉमा सेंटर चौराहे के पास फास्ट फूड का ठेला लगाती है। शनिवार रात करीब 11 बजे कार सवार चार युवक उसके ठेले पर आए थे। नाश्ता करने के बाद क्यूआर कोड से पेमेंट की, लेकिन पेमेंट नहीं हुई। इसको लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद युवकों ने महिला और उसके बेटे की पिटाई शुरू कर दी। महिला मदद के लिए चिल्लाती रही, लोग वीडियो बनाते रहे दबंग युवकों ने करीब आधे घंटे तक व्यस्त चौराहे पर हंगामा किया। महिला और उसके बेटे को पीटा। महिला मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई भी उनको बचाने नहीं आया। लोग वीडियो बनाते रहे। पुलिस को भी आधे घंटे तक मामले की भनक नहीं लगी, जबकि पीजीआई थाना घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है। आधे घंटे बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तब तक आरोपी फरार हो गए। कानून व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल पीड़िता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इधर, सरेआम हुई घटना ने इलाके में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इंस्पेक्टर PGI रवि शंकर त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लखनऊ में दबंगों ने जमकर उत्पात मचाया। सरेराह महिला और उसके बेटे को लाठी-डंडों से पीटा। मन नहीं भरा तो दोनों को कार से कुचलने की कोशिश की। लोगों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना PGI इलाके में शनिवार देर रात हुई। लखनऊ के PGI थाना क्षेत्र में दबंगों ने फिल्मी स्टाइल में एक मां-बेटे से मारपीट की। उनके फास्ट फूड के ठेले में कार से टक्कर मार दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से भाग निकले। पुलिस ने देर रात मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं घायल मां-बेटे को पास के अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के मुताबिक, घायल महिला का नाम सविता और उसके बेटे का नाम सत्येंद्र रावत है। दोनों को पीजीआई के एपेक्स ट्रामा सेंटर- 2 में भर्ती कराया गया है। जहां पर बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही है। फास्ट फूड का ठेला लगाती है महिला, रुपयों को लेकर हुआ विवाद पुलिस ने बताया कि सविता अपने बेटे के साथ वृंदावन रोड पर एपेक्स ट्रॉमा सेंटर चौराहे के पास फास्ट फूड का ठेला लगाती है। शनिवार रात करीब 11 बजे कार सवार चार युवक उसके ठेले पर आए थे। नाश्ता करने के बाद क्यूआर कोड से पेमेंट की, लेकिन पेमेंट नहीं हुई। इसको लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद युवकों ने महिला और उसके बेटे की पिटाई शुरू कर दी। महिला मदद के लिए चिल्लाती रही, लोग वीडियो बनाते रहे दबंग युवकों ने करीब आधे घंटे तक व्यस्त चौराहे पर हंगामा किया। महिला और उसके बेटे को पीटा। महिला मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई भी उनको बचाने नहीं आया। लोग वीडियो बनाते रहे। पुलिस को भी आधे घंटे तक मामले की भनक नहीं लगी, जबकि पीजीआई थाना घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है। आधे घंटे बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तब तक आरोपी फरार हो गए। कानून व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल पीड़िता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इधर, सरेआम हुई घटना ने इलाके में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इंस्पेक्टर PGI रवि शंकर त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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काशी विश्वनाथ मंदिर में कांवड़ियों के लिए तैयारियां हुईं दुरुस्त, किए गए ये इंतजाम
काशी विश्वनाथ मंदिर में कांवड़ियों के लिए तैयारियां हुईं दुरुस्त, किए गए ये इंतजाम <p style=”text-align: justify;”><strong>Kashi Vishwanath Dham News: </strong>सावन के महीने में भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ-साथ जनपद के अलग-अलग शिव मंदिरों पर बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री पहुंचते हैं. इसको ध्यान में रखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से कांवरियों के लिए सभी तैयारियों को दुरुस्त किया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य कार्यपालक अधिकारी की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार इस बार मंदिर परिसर में कांवरियों के सुगम दर्शन के लिए जिग जैग लाइन लगवाई जाएगी, जिसकी मदद से उन्हें मंदिर परिसर के बाहर खड़ा न होना पड़े.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पुरानी व्यवस्था के साथ जिग जैग लाइन से प्रवेश करेंगे श्रद्धालु'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सावन माह के दौरान बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर जल चढ़ाने के लिए आते हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विष्णु भूषण मिश्रा की तरफ से एबीपी लाइव को मिली जानकारी के अनुसार पुरानी व्यवस्था के ही तहत इस बार भी कांवड़ यात्रियों का प्रवेश काशी विश्वनाथ मंदिर में होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कांवड़ियों के लिए व्यवस्था मंदिर प्रशासन करेगी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बार कांवरियों को बाहर लाइन में ज्यादा इंतजार न करना पड़े इसलिए मंदिर परिसर में ही जिग जैग लाइन व्यवस्था के तहत कतार में लगवाया जाएगा. मंदिर प्रशासन के नियम के मुताबिक पहले भी कावड़ अंदर नहीं जाता था, इसलिए इस बार भी ये ही व्यवस्था लागू रहेगी. इसके अलावा कांवड़ यात्रियों के पानी पीने की और ठहराव की व्यवस्था मंदिर प्रशासन की तरफ से की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’भारी संख्या में काशी पहुंचते हैं कावड़ यात्री'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वाराणसी नगर निगम की तरफ से काशी में कांवड़ यात्रा वाले मार्ग की विशेष निगरानी रखी जा रही है. मार्ग के सभी जर्जर सड़कों को दुरुस्त करने का दिशा निर्देश दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>काशी विश्वनाथ मंदिर, सारंगनाथ महादेव मंदिर, मार्कण्डेय महादेव मंदिर, कालभैरव मंदिर सहित अन्य प्राचीन शिवलिंग पर बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री काशी के साथ-साथ दूसरे शहरों से भी पहुंचते हैं. ऐसे में इस बार भी उनके व्यवस्था और सुरक्षा की जिम्मेदारी वाराणसी प्रशासन के कंधों पर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़े: <a title=”चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही ट्रेन गोंडा में पटरी से उतरी, चार की मौत, यात्रियों ने बताई आपबीती” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/dibrugarh-express-derail-train-accident-in-gonda-mankapur-people-reaction-2740268″ target=”_self”>चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही ट्रेन गोंडा में पटरी से उतरी, चार की मौत, यात्रियों ने बताई आपबीती</a></strong></p>
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच से 2 चचेरे भाई गिरफ्तार:शूटर शिवा-धर्मराज को हथियार और रुपए मुहैया कराए; रेकी के लिए घर दिलवाया था
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच से 2 चचेरे भाई गिरफ्तार:शूटर शिवा-धर्मराज को हथियार और रुपए मुहैया कराए; रेकी के लिए घर दिलवाया था मुंबई पुलिस ने बहराइच से मंगलवार को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपी धर्मराज कश्यप के चचेरे भाई अनुराग और हरीश को गिरफ्तार किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने गण्डारा क्षेत्र में छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक, पुणे में कबाड़ की दुकान चलाने वाले हरीश कुमार बालकराम ने बाबा ने शिवप्रसाद और धर्मराज को कुछ दिन पहले पैसे और नया मोबाइल खरीद कर दिया था। कुर्ला में किराए का घर मुहैया कराया और बाइक दिलाई थी। कुर्ला वाले घर में रुके तीनों शूटर, यहीं से बाबा सिद्दीकी की रेकी की
DCP स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के मर्डर की साजिश प्रवीण और शुभम के कुर्ला वाले फ्लैट में रची गई थी। तीनों शूटर गुरमैल, शिवा और धर्मराज यहीं रुके थे। वे शाम को खाना खाने और बाबा सिद्दीकी की रैकी करने के लिए निकलते थे। आसपास के लोग बताते हैं कि गुरमैल अक्सर सिगरेट पीने के लिए घर के बाहर खड़ा रहता था। धर्मराज और शिव कुमार अंदर ही रहते थे। दो दिन पहले दो शूटरों की हुई थी पहचान दो दिन पहले 2 हमलावरों की पहचान बहराइच के धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा के रूप में हुई थी। शिवा फरार है, जबकि धर्मराज को मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है। दोनों कैसरगंज थाना क्षेत्र में एक ही गांव गण्डारा के रहने वाले हैं। दोनों पुणे में कबाड़ का काम करते थे। इनका अभी तक कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला है। एसपी ने बताया कि दोनों ही सामान्य परिवार से हैं। घरवालों के संपर्क में भी रहते थे। 6 साल से पुणे में काम कर रहा था शिवा, धर्मराज को दो महीने पहले बुलाया
बहराइच पुलिस के मुताबिक, शिवा 6 साल से पुणे में एक स्क्रैप व्यापारी के यहां काम करता था। शिवा ने दो महीने पहले ही अपने पड़ोसी धर्मराज को भी पुणे काम के लिए बुलाया। सुपारी देने वाले व्यक्ति ने शिवा और धर्मराज से गुरमेल की मुलाकात कराई थी। सूत्रों को मुताबिक, शूटर्स पिछले करीब 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे। वे 2 सितंबर से कुर्ला में किराए के कमरे में रुके थे। गिरफ्तार हुए दोनों शूटर ने बताया कि उन्होंने बाबा के घर और बेटे के ऑफिस की रैकी की थी। मुंबई पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग है। सुपारी देकर बाबा सिद्दीकी की हत्या कराई गई है। किसने सुपारी दी। कितने की दी। यह अभी भी जांच का विषय है। बाबा सिद्दीकी को पेट और सीने में लगी गोली
सिद्दीकी पर बांद्रा में खेर नगर में कल रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक, ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट और CCTV भी बंद थे। 2 शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। पुलिस कई राज्यों में उसकी तलाश कर रही है। शुरू से ही घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमैंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी। —————————- ये भी पढ़ें… पर सेल बनाया, 700 शूटर्स; सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला लॉरेंस कैसे बना गैंगस्टर 2011 में लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया। हार के बाद दोनों गुटों में बहस और हाथापाई हुई। इसी बीच लॉरेंस ने फायरिंग कर दी। लॉरेंस के खिलाफ ये पहला मामला था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि गैंगवार में उसकी गर्लफ्रेंड की हत्या हो गई। जिसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। क्या है लॉरेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी। पढ़िए इस रिपोर्ट में…
झांसी में एक्सीडेंट में महिला कलाकार समेत 3 की मौत:ड्राइवर को झपकी आई, हाईवे पर खड़े ट्रक में घुसी कार, 4 घायल
झांसी में एक्सीडेंट में महिला कलाकार समेत 3 की मौत:ड्राइवर को झपकी आई, हाईवे पर खड़े ट्रक में घुसी कार, 4 घायल झांसी में खड़े ट्रक में एक कार पीछे से टकरा गई। हादसे में 2 महिला कलाकार और कार ड्राइवर की मौत हो गई, जबकि 4 लोग घायल है। पुलिस ने बताया कि सभी कार्यक्रम करके झांसी लौट रहे थे। हादसा शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे झांसी-खजुराहो हाईवे पर उल्दन थाना क्षेत्र के बंगरा गांव में हुआ है। पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। हादसे का कारण चालक को झपकी आना बताया जा रहा है। राठ में कार्यक्रम करके लौट रहे थे
उल्दन थाना प्रभारी दिनेश कुरील ने बताया कि कार सवार एक आर्केस्ट्रा से जुड़े हैं। उनका गुरुवार रात को राठ में एक शादी समारोह में प्रोगाम था। प्रोग्राम खत्म होने के बाद 4 महिला कलाकार और 3 युवक इको कार से झांसी आ रहे थे। कार शाहजहांपुर निवासी मनीष राजपूत (33) चला रहा था। जब वे सुबह करीब 6 बजे बंगरा से आगे श्रीराम महाविद्यालय के पास पहुंचे तो कार चालक को झपकी आ गई। इससे कार सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे जा टकराई। हादसे में कार ड्राइवर मनीष राजपूत की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास के लोग पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लोगों की मदद से घायलों को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। जहां पर टीकमगढ़ के काठी निवासी मिनी अहिरवार (25) पत्नी सोनू अहिरवार और शिवाजी नगर निवासी शबनम (24) पत्नी असलम को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि दिल्ली के सुल्तानपुरी निवासी काजल उर्फ रिया (23) पत्नी अमन, दिल्ली निवासी मुस्कान (21) पुत्री रामजीत सिंह, शाहजहांपुर के कंडौर निवासी रविंद्र (24) पुत्र जानकी और अजय सिंह (35) पुत्र बालकिशन को गंभीर चोट आ गई। चारों का इलाज चल रहा है। पिता की हो चुकी है मौत, डांस से चलता था घर हादसे की सूचना पर परिजन व फ्रेंड्स रोते बिलखते हुए मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। शवों को देखकर परिजन विलाप करने लगे। मृतका शबनम का अपने पति से तलाक हो चुका है। वह अपनी 7 साल की बेटी अमायरा के साथ किराए पर रहती थी। उसके पिता की करीब 20 साल पहले मौत हो गई थी। परिवार में बूढ़ी मां रहीसा के अलावा छोटी बहन साबिया छोटा भाई गुड्डे है। जबकि बड़ी बहन सलमा की शादी हो चुकी है। पिता की मौत और पति से अलग होने के बाद शबनम कार्यक्रमों में डांस करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रही थी। शबनम का शव देखकर मां रहीसा और दो बहनों सलमा व सबिया का रो रोकर बुरा हाल है। मिनी के माता-पिता की हो चुकी है मौत मिनी अहिरवार की मौत की सूचना पर उसकी बहन नंदनी झांसी पहुंच गई। मिनी शिवाजी नगर में किराए से रहती थी। वह अपने पति से नाता तोड़ चुकी थी। उसका 3 साल का बेटा अपने पिता के साथ रहता है। मिनी की मां खेमा और पिता रमसू की करीब 9 साल पहले मौत हो गई थी। मिनी अपनी फैमिली से भी ज्यादा ताल्लुक नहीं रखती थी। 4 बहनों में वह दूसरे नंबर की थी। उसके दो भाई भी हैं। वहीं, मनीष राजपूत गाड़ी चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। मनीष के दो बेटे 6 साल का जय और ढाई साल का वीरू है। मौत की खबर सुनकर पत्नी सुनीता बेहोश हो गई। मनीष के पिता उमाशंकर किसान यूनियन से जुड़े हैं। इकलौते बेटे की मौत के बाद मां सावत्री का रो रोकर बुरा हाल है। कार में बुरी तरह फंस गया था ड्राइवर हादसे के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। ड्राइवर कार के अंदर बुरी तरह फंस गया। पुलिस ने क्रेन और कटर की मदद से कार को काटा। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ड्राइवर को बाहर निकाला जा सका। लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई।