लखनऊ में सैनिक स्कूल नैनीताल की 60वीं वर्षगांठ मनाई:पुरानी यादों में खोए दिग्गज, लगाया गया ब्लड डोनेशन कैम्प

लखनऊ में सैनिक स्कूल नैनीताल की 60वीं वर्षगांठ मनाई:पुरानी यादों में खोए दिग्गज, लगाया गया ब्लड डोनेशन कैम्प

लखनऊ में नैनीताल के ‌सैनिक स्कूल की 60वीं वर्षगांठ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत ब्लड डोनेशन कैम्प से हुई। इस दौरान करीब 3 दर्जन लोगों ने ब्लड डोनेट किया। रविवार को रिंग रोड के एक निजी होटल में आयोजित गेट टू गेदर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय एलुमिनाई शामिल हुए। इस दौरान स्कूल डेज को याद करके कई भावुक भी दिखे। 60वीं सालगिरह पर हुआ पहला कार्यक्रम एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी विनोद सिंह ने बताया कि ओल्ड बॉयज स्कूल एसोसिएशन घोड़ाखाल ने स्कूल के 60 वर्ष पूरे होने पर ये आयोजन करने का फैसला लिया है। पहला आयोजन राजधानी लखनऊ में आयोजित किया गया है। 30 लोगों ने ब्लड डोनेट किया। पिछले 60 वर्षों में हमारे स्कूल से जो लोग पढ़े हैं वह विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कर रहे हैं। तमाम लोग ब्यूरोक्रेसी का हिस्सा भी है ऐसे में इन कार्यक्रमों के माध्यम से जहां कई पुराने मित्र इकट्ठा हुए। वहीं, दूसरी तरफ समाज के हित में ये गेट टू गेदर बेहद प्रभावी रहा। सालों बाद मिले दोस्त एलुमनाई रिटायर्ड कर्नल चंदन गोस्वामी ने बताया कि ये कार्यक्रम सभी के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा। इसी बहाने कई सालों बाद पुराने दोस्त एक बार फिर मिल सके। लखनऊ में नैनीताल के ‌सैनिक स्कूल की 60वीं वर्षगांठ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत ब्लड डोनेशन कैम्प से हुई। इस दौरान करीब 3 दर्जन लोगों ने ब्लड डोनेट किया। रविवार को रिंग रोड के एक निजी होटल में आयोजित गेट टू गेदर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय एलुमिनाई शामिल हुए। इस दौरान स्कूल डेज को याद करके कई भावुक भी दिखे। 60वीं सालगिरह पर हुआ पहला कार्यक्रम एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी विनोद सिंह ने बताया कि ओल्ड बॉयज स्कूल एसोसिएशन घोड़ाखाल ने स्कूल के 60 वर्ष पूरे होने पर ये आयोजन करने का फैसला लिया है। पहला आयोजन राजधानी लखनऊ में आयोजित किया गया है। 30 लोगों ने ब्लड डोनेट किया। पिछले 60 वर्षों में हमारे स्कूल से जो लोग पढ़े हैं वह विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कर रहे हैं। तमाम लोग ब्यूरोक्रेसी का हिस्सा भी है ऐसे में इन कार्यक्रमों के माध्यम से जहां कई पुराने मित्र इकट्ठा हुए। वहीं, दूसरी तरफ समाज के हित में ये गेट टू गेदर बेहद प्रभावी रहा। सालों बाद मिले दोस्त एलुमनाई रिटायर्ड कर्नल चंदन गोस्वामी ने बताया कि ये कार्यक्रम सभी के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा। इसी बहाने कई सालों बाद पुराने दोस्त एक बार फिर मिल सके।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर