लाहौल घाटी में जमीन धंसने से घरों में आई दरारें:500 बीघा जमीन प्रभावित, फसलें बर्बाद, विधायक-अधिकारी करेंगे दौरा

लाहौल घाटी में जमीन धंसने से घरों में आई दरारें:500 बीघा जमीन प्रभावित, फसलें बर्बाद, विधायक-अधिकारी करेंगे दौरा

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की लाहौल घाटी में स्थित लिंडूर गांव पिछले 4-5 वर्षों से जमीन धंसने की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। स्नो टाइगर कर्नल प्रेम चंद के इस गांव में अब तक 100 बीघा जमीन धंस चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा से 500 बीघा और जमीन प्रभावित होने का खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने समस्या पर जताई चिंता स्थानीय निवासियों के घरों में दरारें आ गई हैं। फसलें भी बर्बाद हो रही हैं। गांव के रमेश, प्रेम लाल राशपा और अमर लाल ने समस्या पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि प्रशासन और सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। तहसीलदार केलंग रमेश राणा ने जमीन धंसने की पुष्टि की है। विधायक और राजस्व विभाग के अधिकारी जल्द ही क्षेत्र का दौरा करेंगे। वे नुकसान का आकलन करेंगे और आगे की कार्रवाई तय करेंगे। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की लाहौल घाटी में स्थित लिंडूर गांव पिछले 4-5 वर्षों से जमीन धंसने की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। स्नो टाइगर कर्नल प्रेम चंद के इस गांव में अब तक 100 बीघा जमीन धंस चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा से 500 बीघा और जमीन प्रभावित होने का खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने समस्या पर जताई चिंता स्थानीय निवासियों के घरों में दरारें आ गई हैं। फसलें भी बर्बाद हो रही हैं। गांव के रमेश, प्रेम लाल राशपा और अमर लाल ने समस्या पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि प्रशासन और सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। तहसीलदार केलंग रमेश राणा ने जमीन धंसने की पुष्टि की है। विधायक और राजस्व विभाग के अधिकारी जल्द ही क्षेत्र का दौरा करेंगे। वे नुकसान का आकलन करेंगे और आगे की कार्रवाई तय करेंगे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर