हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है। मंगलवार को हुई बर्फबारी में लाहौल स्पीति जिले में कई गाड़ियां बर्फबारी में फंस गई थी, जिनका सफल रेस्क्यू किया गया। वहीं मौसम विभाग ने एक बार फिर से 26 दिसंबर से मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। बर्फबारी के बाद बुधवार को जिला लाहौल स्पीति में फंसे वाहनों को रेस्क्यू करने का अभियान छेड़ा गया। जिला लाहौल एवं स्पीति में सेक्टर 2 में तैनात जिला पुलिस की टीम ने सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। पुलिस अधीक्षक जिला लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस द्वारा सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक लगभग 20 गाड़ियों का सफल रेस्क्यू करके उनको उनके गंतव्य स्थान की और रवाना किया गया जिसमें लगभग 80 से 100 के बीच पर्यटक थे। पुलिस अधीक्षक ने पर्यटकों से निवेदन किया कि पुलिस द्वारा समय- समय पर जारी की गई अधिसूचना के अनुसार ही सफर करें। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा घाटी में 26 दिसंबर से एक बार फिर मौसम खराब होने का अनुमान जताया गया है। इसलिए सभी स्थानीय लोग एवं पर्यटक मौसम को ध्यान में रखते हुए सफर करें। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कॉन्स्टेबल सुमित नेगी (230), तेंजिन लेगदेन (197), मुकेश राणा (227), सुरज महंत (186), और नरेश कुमार (231) शामिल रहे। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है। मंगलवार को हुई बर्फबारी में लाहौल स्पीति जिले में कई गाड़ियां बर्फबारी में फंस गई थी, जिनका सफल रेस्क्यू किया गया। वहीं मौसम विभाग ने एक बार फिर से 26 दिसंबर से मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। बर्फबारी के बाद बुधवार को जिला लाहौल स्पीति में फंसे वाहनों को रेस्क्यू करने का अभियान छेड़ा गया। जिला लाहौल एवं स्पीति में सेक्टर 2 में तैनात जिला पुलिस की टीम ने सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। पुलिस अधीक्षक जिला लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस द्वारा सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक लगभग 20 गाड़ियों का सफल रेस्क्यू करके उनको उनके गंतव्य स्थान की और रवाना किया गया जिसमें लगभग 80 से 100 के बीच पर्यटक थे। पुलिस अधीक्षक ने पर्यटकों से निवेदन किया कि पुलिस द्वारा समय- समय पर जारी की गई अधिसूचना के अनुसार ही सफर करें। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा घाटी में 26 दिसंबर से एक बार फिर मौसम खराब होने का अनुमान जताया गया है। इसलिए सभी स्थानीय लोग एवं पर्यटक मौसम को ध्यान में रखते हुए सफर करें। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कॉन्स्टेबल सुमित नेगी (230), तेंजिन लेगदेन (197), मुकेश राणा (227), सुरज महंत (186), और नरेश कुमार (231) शामिल रहे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल BJP ने सरकार अस्थिर करने को लिखी स्क्रिप्ट:सत्तारूढ़ दल जवाबी कार्रवाई को तैयार; कांग्रेस-BJP के 9-9 विधायकों पर कार्रवाई की तलवार
हिमाचल BJP ने सरकार अस्थिर करने को लिखी स्क्रिप्ट:सत्तारूढ़ दल जवाबी कार्रवाई को तैयार; कांग्रेस-BJP के 9-9 विधायकों पर कार्रवाई की तलवार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर फिर सियासी संकट मंडरा सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने इसकी स्क्रिप्ट लिख दी है। बीजेपी कभी भी कांग्रेस के 9 विधायकों (6 पूर्व CPS और 3 कैबिनेट रेंक MLA) को अनसीट करने की मांग को लेकर राजभवन पहुंच सकती है। ऐसा हुआ तो सत्तारूढ़ कांग्रेस भी पलटवार को तैयार बैठी है। कांग्रेस सरकार के पास इस बार BJP के 9 विधायकों के खिलाफ बड़ा हथियार है। दरअसल, BJP विधायकों पर विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन के भीतर दुर्व्यवहार करने के आरोप है। बीजेपी विधायकों पर आरोप है कि सत्र में इन्होंने विधानसभा के बीचोंबीच बैठने वाले सरकारी रिपोर्टरों से फाइलें छीनकर स्पीकर चेयर की ओर फेंकी। BJP विधायकों पर दुर्व्यवहार के आरोप यही नहीं कुछ विधायकों ने मार्शलों के साथ भी धक्का-मुक्की की। विधानसभा सचिवालय प्रशासन के पास इसके बाकायदा वीडियो मौजूद है। भाजपा विधायकों के इस व्यवहार को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें नोटिस दे रखे है। बाकायदा इनके जवाब आ गए है। अब कार्रवाई होनी शेष है। जाहिर है कि बीजेपी यदि कांग्रेस के 9 विधायकों को अनसीट करने की मांग करती है तो सत्तारूढ़ कांग्रेस भी विधानसभा के शीत कालीन सत्र में बीजेपी के 9 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। इससे मुकाबला कांग्रेस के 9 विधायक बनाम बीजेपी के 9 MLA होगा। कांग्रेस के 9 MLA की सदस्यता गई तो भी बहुमत मौजूद कांग्रेस सरकार के लिए राहत की बात यह है कि यदि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के तहत कांग्रेस के 9 विधायकों की सदस्यता जाती है तो भी कांग्रेस के पास बहुमत है। इससे 9 सीटों पर उप चुनाव होंगे। कांग्रेस को बहुमत के लिए 9 में से 4 सीटें जीतनी होगी। बीजेपी को सत्ता हथियाने के लिए 7 सीटें जीतनी होगी यदि कांग्रेस के विधायकों की सदस्यता गई तो बीजेपी को सत्ता के लिए कम से कम 7 विधायक जीतने जरूरी होंगे। विधानसभा स्पीकर यदि बीजेपी के 9 विधायकों को अयोग्य घोषित करते हैं तो बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 16 सीटें जीतनी होगी। BJP के इन विधायकों पर कार्रवाई की तलवार BJP के जिन विधायकों को नोटिस दिए गए हैं, उनमें ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती, नाचन से विनोद सुल्तानपुरी, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन सिंह परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल है। राज्यपाल अभी प्रदेश से बाहर बता दें कि हिमाचल के गवर्नर अभी 19 नवंबर तक प्रदेश से बाहर है। जाहिर है कि 19 नवंबर के बाद राज्यपाल के लौटने पर ही बीजेपी अगला कदम उठाएगी। भाजपा के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर कांग्रेस के 9 विधायकों को अनसीट करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा, सीपीएस लाभ का पद है। कांग्रेस के इन विधायकों पर तलवार सीपीएस के अलावा सीएम सुक्खू ने फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया को स्टेट प्लानिंग बोर्ड का कैबिनेट रेंक के साथ डिप्टी चेयरमैन, नगरोटा बगवा से विधायक आरएस बाली कैबिनेट रेंक के साथ हिमाचल पर्यटन विकास निगम का वाइस-चेयरमैन और रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष लगा रखा है। इन तीन विधायकों के अलावा विपक्ष पूर्व सीपीएस किशोरी लाल, आशीष बुटेल, एमएल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, संजय अवस्थी और दून से राम कुमार चौधरी को भी अनसीट करने की मांग करेगी।
हिमाचल में मानसून में भी सूखे जैसे हालात:नॉर्मल से 78% कम बादल बरसे; आज-कल भी बारिश के आसार कम, परसो से दो दिन बारिश
हिमाचल में मानसून में भी सूखे जैसे हालात:नॉर्मल से 78% कम बादल बरसे; आज-कल भी बारिश के आसार कम, परसो से दो दिन बारिश हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ गया है। मौजूदा मानसून सीजन में नॉर्मल से 35 प्रतिशत और बीते एक सप्ताह के दौरान 78 प्रतिशत कम बादल बरसे है। कई क्षेत्रों में मानसून सीजन में भी सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। आज और कल भी कुछेक क्षेत्रों में ही हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, सात से 14 जुलाई के बीच लाहौल स्पीति जिला में पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। बिलासपुर जिला में भी नॉर्मल से 80 प्रतिशत कम, चंबा में 81 प्रतिशत, हमीरपुर में 69 प्रतिशत, कांगड़ा में 79 प्रतिशत, किन्नौर में 35 प्रतिशत, कुल्लू में 72 प्रतिशत, मंडी में 58 प्रतिशत, सिरमौर में 71 प्रतिशत, सोलन में 70 प्रतिशत और ऊना जिला में भी 97 प्रतिशत कम बारिश हुई है। यहां देखे बीते एक सप्ताह के दौरान किस जिला में किस कम बारिश हुई… इस अवधि में प्रदेश में मात्र 12.6 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि नॉर्मल बारिश 58.5 मिलीमीटर होती है। मानसून सीजन के दौरान एक जून से 14 जुलाई तक प्रदेश औसत 203 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 131.9 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। 24 घंटे के दौरान डलहौजी में 3 MM बारिश बीते 24 घंटे के दौरान भी चंबा के डलहौजी में मात्र 3 मिलीमीटर (MM), चंबा में 1 मिलीमीटर, नाहन में 0.5 मिलीमीटर और कल्पा में 0.8 मिलीमीटर बारिश हुई है। 17-18 को येलो अलर्ट मौसम विभाग की माने तो परसो यानी 17 और 18 जुलाई को मानसून थोड़ा एक्टिव हो सकता है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। यहां देखे 1 जून से 14 जुलाई के बीच पूरे मानसून सीजन में कितनी कम बारिश हुई…. तापमान में आया भारी उछाल प्रदेश में बारिश नहीं होने के बाद तापमान में उछाल आया है। कई शहरों का पारा नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। भुंतगर के तापमान में सबसे ज्यादा 4.4 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके बाद भुंतर का पारा 36.2 डिग्री पहुंच गया है। वहीं शिमला का तापमान नॉर्मल से 3.1 डिग्री अधिक के उछाल के साथ 26.1 डिग्री, सुंदरनगर का 3.5 डिग्री के उछाल के साथ 34.2 डिग्री, ऊना का 3 डिग्री ज्यादा के साथ 36.8 डिग्री, बिलासपुर का 3.5 डिग्री अधिक के साथ 36.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है।
CISF कॉन्स्टेबल के हक में उतरी बुजुर्ग महिला किसान:बोली- वह बहादुर बच्ची, मैं जेल जाने को तैयार, कंगना रनोट ने इन्हीं पर दिया था विवादित बयान
CISF कॉन्स्टेबल के हक में उतरी बुजुर्ग महिला किसान:बोली- वह बहादुर बच्ची, मैं जेल जाने को तैयार, कंगना रनोट ने इन्हीं पर दिया था विवादित बयान बॉलीवुड अभिनेत्री सांसद कंगना रनोट को यानी गुरुवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। महिला कर्मचारी ने थप्पड़ मारने का कारण भी बताया। उसने बताया कि कंगना ने महिला किसानों को 100-100 रुपए लेकर धरने पर बैठने वाली कहा था। उस वक्त मेरी मां वहां बैठी थी। हालांकि जिस महिला किसान मोहिंदर कौर की फोटो को लेकर कंगना ने ये बातें कहीं थी, वह अब मीडिया के सामने आई है। कंगना के थप्पड़कांड पर मोहिंदर कौर ने न केवल कुलविंदर का समर्थन किया, बल्कि ये भी कहा कि वे CISF कॉन्स्टेबल के लिए जेल जाने को भी तैयार है। यही नहीं, बुजुर्ग महिला किसान ने CISF कॉन्स्टेबल को बहादुर बेटी भी बताया। किसान मोहिंदर कौर की कही अहम बातें… 1. किसानों के लिए कानून मरने जैसा था
किसान महिंदर कौर ने कहा- सरकार किसानों की जायदाद खोना चाहती थी। किसान भूखे-प्यासे धरने पर जाते थे। न उन्हें दिन अच्छा लगता था न रात। बारिश-धूप सब कुछ सहा। किसान बहुत परेशान हुए। साल दिल्ली बैठे रहे। किसानों से खेत छीन लेते तो उनके पास क्या रह जाता?। यह तो मरने जैसा था। 2. केस किया तो कंगना बोली- मैं बहुत तगड़ी हूं
कंगना ने कहा कि 100 रुपए लेकर 80-80 साल की बुजुर्ग औरतें आ जाती हैं। मैंने केस किया था। कंगना कहती है कि वह बहुत तगड़ी है। अदालतों के काम लंबे होते हैं। वह भी सिरे चढ़ जाएगा। 3. थप्पड़ मारने वाली बहादुर बेटी
मोहिंदर कौर ने कहा- कंगना रनोट को थप्पड़ मारने वाली तो बहादुर बेटी है। उसे कोई तकलीफ नहीं आएगी। जिस मां ने ऐसी बेटी को जन्म दिया, बिल्कुल शेर बच्ची है। उसने सबक सिखाया कि अच्छा बोले। सांसद बन गई, अभी भी बोलना नहीं आता। वह कंगना को बोलना सिखा रही थी। 4. किसान तो मेहनत करता है, आतंकवादी कैसे?
मोहिंदर कौर ने कहा- कंगना अभी भी किसानों को आतंकवादी कह रही है। किसान तो खेतीबाड़ी करते हैं। किसान तो दिन-रात मेहनत करता है। किसानों को कुलविंदर का साथ देना चाहिए। जरूरत पड़ी तो उससे पहले जेल जाना चाहिए। मैं भी कुलविंदर कौर के लिए जेल जाने को तैयार हूं। पढ़िए, कंगना को वह बयान, जिसकी वजह से थप्पड़कांड हुआ
कंगना ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो को पोस्ट किया और लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। हालांकि, बाद में कंगना ने पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। कंगना का वह पोस्ट, जिसमें महिला को 100 रुपए लेकर धरने पर बैठने वाली लिखा था जिस महिला पर कंगना ने कमेंट किया था, वे बठिंडा के गांव बहादुरगढ़ जंडिया की रहने वाली मोहिंदर कौर थी। उन्होंने इस मामले के बाद बठिंडा कोर्ट में कंगना के खिलाफ मानहानि का दावा कर दिया। 4 जनवरी 2021 को कोर्ट में केस दायर किया था। इसकी करीब 13 महीने सुनवाई चली और इसके बाद कंगना को इस मामले में समन भी किया गया था। याचिका में मानसिक परेशान करने के लगे थे आरोप
कंगना रनोट ने किसान आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला किसान मोहिंदर कौर को बिलकिस बानो समझ लिया था, जो शाहीन बाग में एंटी CAA प्रोटेस्ट का चेहरा रहीं। मोहिंदर कौर ने कहा कि कंगना ने उनकी तुलना किसी दूसरी महिला से की। कंगना के ट्वीट से उन्हें मानसिक परेशानी हुई। परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों, ग्रामीणों और आम लोगों के बीच उनकी छवि को ठेस पहुंची। कीरतपुर साहिब में हुआ था कंगना का विरोध
इससे 3 साल पहले कंगना रनोट को किसानों ने कीरतपुर साहिब में भी घेर लिया था। कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थी। जब कंगना का काफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्होंने पुलिस से पूछा और पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट भी बैठी हुई है। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली। यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाइवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया था। जिसके बाद वहां कंगना गाड़ी से बाहर निकली और माफी मांगी। किसान फिर मोरिंडा टोल प्लाजा पर जमा हुए तो पुलिस ने उन्हें गांवों के रास्ते निकालकर चंडीगढ़ पहुंचाया था। कंगना ने कहा था- मेरी मॉब लिंचिंग हो रही
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा था कि खुद को किसान कहने वालों ने मुझे घेर लिया है। मुझे गाली दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है। उन्होंने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। ये भी पढ़ें… कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल गिरफ्तार:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे कौन है कुलविंदर कौर, जिसने कंगना रनोट को थप्पड़ मारा:कपूरथला की रहने वाली, जम्मू में शादी हुई, 2 छोटे बच्चे, पति भी CISF में