अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी योग अभ्यास कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं। जिले के तीन उप मंडल काजा, केलांग और उदयपुर में प्रातः 7:00 बजे से योग अभ्यास सत्र कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर बनिता शर्मा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सुझाए गए विषय “स्वयं और समाज के लिए योग” के तहत लोगों की सहभागिता भी सुनिश्चित बनाई जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला के उप-मंडलों पर आयोजित किए जाने वाले योग अभ्यास सत्र के दौरान लाहौल स्पीति के सभी आम जनमानस व प्रशासन बढ़ चढ़कर भाग लें। योग को दैनिक दिनचर्या में भी शामिल करें और निरोग तथा स्वस्थ रहने के लिए अपने जीवन शैली में योग को अपनाएं। डॉक्टर बनिता शर्मा ने बताया कि आयुष विभाग लाहौल स्पीति द्वारा जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम अटल टनल नॉर्थ पोर्टल पर आयोजित किया जा रहा है। इसी तरह से स्पीति उप-मंडल में काजा के लोसर, गियू, किह मॉनेस्ट्री व कुंजम दर्रा तथा केलांग में सीमा सड़क संगठन के स्टिंगरी कैंप, दालंग आर्मी ट्रांजिट कैंप, कारगा आइटीबीपी कैंप, कारदंग मॉनेस्ट्री तथा उदयपुर उप मंडल के त्रिलोकनाथ मंदिर, आईटीआई उदयपुर के कैंपस में भी योग अभ्यास सत्र करवाए जाएंगे। डॉक्टर बनिता शर्मा ने यह भी बताया कि जिला लाहौल स्पीति के स्कूलों, महिला मंडल विभिन्न पंचायतों में भी योग की गतिविधि को लेकर कार्यक्रम आयोजित कर शामिल किया गया है। 1 मई से ऑनलाइन के माध्यम से भी योग के कार्यक्रम शुरू किए गए हैं जो कि प्रातः 7:30 से 8:15 तक चलाए जा रहे हैं जिसके लिए लोगों का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी योग अभ्यास कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं। जिले के तीन उप मंडल काजा, केलांग और उदयपुर में प्रातः 7:00 बजे से योग अभ्यास सत्र कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर बनिता शर्मा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सुझाए गए विषय “स्वयं और समाज के लिए योग” के तहत लोगों की सहभागिता भी सुनिश्चित बनाई जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला के उप-मंडलों पर आयोजित किए जाने वाले योग अभ्यास सत्र के दौरान लाहौल स्पीति के सभी आम जनमानस व प्रशासन बढ़ चढ़कर भाग लें। योग को दैनिक दिनचर्या में भी शामिल करें और निरोग तथा स्वस्थ रहने के लिए अपने जीवन शैली में योग को अपनाएं। डॉक्टर बनिता शर्मा ने बताया कि आयुष विभाग लाहौल स्पीति द्वारा जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम अटल टनल नॉर्थ पोर्टल पर आयोजित किया जा रहा है। इसी तरह से स्पीति उप-मंडल में काजा के लोसर, गियू, किह मॉनेस्ट्री व कुंजम दर्रा तथा केलांग में सीमा सड़क संगठन के स्टिंगरी कैंप, दालंग आर्मी ट्रांजिट कैंप, कारगा आइटीबीपी कैंप, कारदंग मॉनेस्ट्री तथा उदयपुर उप मंडल के त्रिलोकनाथ मंदिर, आईटीआई उदयपुर के कैंपस में भी योग अभ्यास सत्र करवाए जाएंगे। डॉक्टर बनिता शर्मा ने यह भी बताया कि जिला लाहौल स्पीति के स्कूलों, महिला मंडल विभिन्न पंचायतों में भी योग की गतिविधि को लेकर कार्यक्रम आयोजित कर शामिल किया गया है। 1 मई से ऑनलाइन के माध्यम से भी योग के कार्यक्रम शुरू किए गए हैं जो कि प्रातः 7:30 से 8:15 तक चलाए जा रहे हैं जिसके लिए लोगों का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
पांवटा साहिब में अवैध हथियार बिक्री का खुलासा:पुलिस ने पांच को गिरफ्तार किया, किराये के कमरे में रहता है मुख्य आरोपी
पांवटा साहिब में अवैध हथियार बिक्री का खुलासा:पुलिस ने पांच को गिरफ्तार किया, किराये के कमरे में रहता है मुख्य आरोपी हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के पुलिस थाना माजरा की टीम ने धौलाकुआं में अवैध हथियारों के जखीरे का पर्दाफाश किया है। पुलिस को सूचना मिली कि मीर कासिम नामक व्यक्ति, जो माजरा के मेलियों गांव का निवासी है, धौलाकुआं में किराये के कमरे में रहता है और अवैध हथियार रखता है और इस हथियार को बेचने के लिए संपर्क में है। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए धौलाकुआं स्थित किराये के कमरे में छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस को मीर कासिम के कमरे से 20 जिंदा राउंड और एक पिस्टल (मैगजीन सहित) बरामद हुई। मीर कासिम के खिलाफ आयुध अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस को संदेह है कि मीर कासिम का संबंध अवैध हथियारों की तस्करी से है और संभवतः उसने हथियारों के अवैध सौदे को बढ़ावा दिया है। 3 दिन की पुलिस हिरासत में जेल भेजा न्यायालय में पेशी में पेशी के बाद उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के दौरान यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि मीर कासिम ने यह हथियार कहां से प्राप्त किए और इसके तस्करी रैकेट में और कौन लोग संलिप्त हैं। पुलिस के अनुसार, इस मामले में मीर कासिम का नेटवर्क बहुत बड़ा हो सकता है, और जांच के माध्यम से अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है। चार अन्य आरोपी भी गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में चार अन्य आरोपी कामिल अंसारी निवासी माजरा, पांवटा साहिब, अमजद उर्फ भूरा निवासी मोहल्ला बंजारण, नई बस्ती, तहसील कस्बा नकुड़, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, विश्वास निवासी अलीशेरपुर माजरा, डाकघर चौली, तहसील बिलासपुर, हरियाणा, ओवेश अंसारी निवासी रामपुर बंजारण, धौलाकुआं, पांवटा साहिब, जिला सिरमौर को भी गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी आ सकते हैं हिमाचल:CM सुक्खू बोले- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे दौरा, प्रदेश को आर्थिक सहायता की उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी आ सकते हैं हिमाचल:CM सुक्खू बोले- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे दौरा, प्रदेश को आर्थिक सहायता की उम्मीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर आ सकते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं। इसे लेकर बीते दिनों प्रधानमंत्री कार्यालय ने हिमाचल के मुख्य सचिव से भी बातचीत की थी और आज भी उनका आने की योजना थी। मुख्यमंत्री ने कहा, खराब मौसम और बारिश के कारण पीएम का दौरा फाइनल नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आ सकते हैं। उन्होंने कहा, पीएम मोदी के दौरे के दृष्टिगत प्रदेश को आर्थिक मदद की आस बंध गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने भी अपने बजट भाषण में हिमाचल को क़ुदरत के कहर से तबाह मूलभूत सुविधाएं फिर से जुटाने के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया था। 950 करोड़ की संपत्ति इस बार तबाह हो चुकी प्रदेश में बीते साल 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति तबाह हुई है और 500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। इस बार भी लगभग 950 करोड़ की निजी व सरकारी संपत्ति बरसात में तबाह हो चुकी है। हिमाचल सरकार बार-बार इस आपदा से बाहर निकलने को केंद्र से आर्थिक पैकेज की मांग कर रही है। 31 जुलाई की रात में 55 लोग हो गए थे लापता अब प्रदेश में तबाही के बीच पीएम के आने की चर्चा है। ऐसे में पीएम मोदी आए तो वह शिमला जिला के रामपुर के समेज का दौरा कर सकते है। इसी तरह बाढ़ प्रभावित चौहारघाटी, ऊना और कुल्लू के बागीपुल का हवाई सर्वे कर सकते हैं। इन तीनों जगह पर बीते 31 जुलाई की रात भारी बारिश से 55 लोग लापता हो गए थे। इनमें से 38 लोग अभी भी लापता है।
हिमाचल में विक्रमादित्य सिंह की हार में भी जीत:सांसद बनने से चूके, वीरभद्र समर्थकों के बिखरते कुनबे इकट्ठा कर गए
हिमाचल में विक्रमादित्य सिंह की हार में भी जीत:सांसद बनने से चूके, वीरभद्र समर्थकों के बिखरते कुनबे इकट्ठा कर गए हिमाचल सरकार में PWD मंत्री एवं मंडी लोकसभा से कांग्रेस कैंडिडेट विक्रमादित्य सिंह चुनाव तो नहीं जीत पाए। मगर वीरभद्र सिंह समर्थकों के बिखरते कुनबे को वह संभाल गए हैं। प्रदेश कांग्रेस के ज्यादातर दिग्गज विक्रमादित्य के चुनाव प्रचार से गायब रहे। लेकिन वीरभद्र समर्थक प्रदेशभर से विक्रमादित्य के प्रचार के लिए मंडी संसदीय क्षेत्र में पहुंचे। इस चुनाव के बहाने विक्रमादित्य सिंह पुरानी वीरभद्र कांग्रेस इकट्ठा करने में कामयाब हुए हैं। इसलिए विक्रमादित्य की हार में भी जीत मानी जा रही है। हार के बावजूद बहुत कुछ खोया नहीं युवा नेता विक्रमादित्य के करियर पर चुनाव हारने का दाग जरूर लगा है। मगर उन्होंने हार के बावजूद बहुत कुछ खोया नहीं है, क्योंकि शिमला ग्रामीण से विधायक के साथ-साथ वह प्रदेश सरकार में लोक निर्माण और शहरी विकास मंत्री अभी भी हैं। मंत्री पद के लिहाज से विक्रमादित्य सिंह अभी भी पहले जैसे मजबूत हैं। यही नहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान भी अभी होली लॉज यानी वीरभद्र परिवार के पास है। इससे प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में होली लॉज की अभी भी दबदबा कायम है। हालांकि विक्रमादित्य सिंह मंडी से चुनाव जीत जाते तो उनका कद और ऊंचा हो जाता। मगर जनता ने उन्हें नकारा हैं। लिहाजा विक्रमादित्य अब स्टेट की पॉलिटिक्स में ही रहेंगे। प्रतिभा सिंह भी यहां से चुनाव हार चुकी मंडी लोकसभा सीट से विक्रमादित्य सिंह की माता प्रतिभा सिंह भी 2014 में लोकसभा चुनाव हार चुकी हैं। उस दौरान भी मोदी लहर में बीजेपी के राम स्वरूप शर्मा मंडी से पहली बार सांसद बने थे। साल 2019 में रामस्वरूप दोबारा सांसद चुने गए। तब उन्होंने स्व. पंडित सुखराम शर्मा के पोते आश्रय शर्मा को हराया। 2021 में राम स्वरूप शर्मा ने दिल्ली में आत्महत्या कर ली। इसके बाद उप चुनाव में फिर से प्रतिभा सिंह सांसद चुनी गई। 2021 का उप चुनाव पूरी तरह स्व. वीरभद्र सिंह के नाम पर लड़ा गया, क्योंकि उप चुनाव से कुछ महीने पहले ही वीरभद्र सिंह का निधन हुआ और वीरभद्र के नाम पर कांग्रेस बीजेपी से उस सीट को छीन लिया, जिसे 2019 में बीजेपी ने चार लाख से अधिक के मार्जन से जीता था। विक्रमादित्य सिंह की हार की वजह विक्रमादित्य सिंह की हार के कई कारण है। सबसे बड़ी वजह मोदी मैजिक है। इसी तरह मंडी जिला की 9 में से 9 विधानसभा से BJP विधायक होना दूसरी बड़ी वजह है। पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी समेत केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मंडी संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार करना, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का इसी संसदीय क्षेत्र से होना व उनका एग्रेसिव कैंपेन करना, कंगना के रूप में प़ॉपुलर फेस प्रतिद्वंदी होना, बीजेपी का दो महीने से अधिक समय तक प्रचार करना हार की वजह है। यही नहीं विक्रमादित्य का मंत्री पद से इस्तीफा देना और प्रतिभा सिंह की MP फंड से चुनाव नहीं जीतने जैसी स्टेटमेंट भी हार की वजह बनी है। वहीं मंडी संसदीय हलके में प्रियंका गांधी ने जरूर बड़ी जनसभा की थी। मगर मुख्यमंत्री सुक्खू की टीम कम ही विक्रमादित्य के प्रचार में नजर नहीं आई। इससे विक्रमादित्य सिंह ज्यादातर वक्त अकेले ही होलीलॉज समर्थकों के साथ प्रचार में डटे रहे।