लुधियाना में बीती रात एक ऑटो चालक की डंडों से पिटाई करने का मामला सामने आया है। ऑटो चालक ने पुलिस कर्मचारियों पर डंडों से पीटने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उसकी पीठ पर भी डंडों से वार किए गए हैं। जानकारी देते हुए पीड़ित विक्रम ने कहा कि वह जमालपुर 33 फूट रोड का रहने वाला है। वह इंजीनियर है, उसके दो बच्चे और परिवार है। काम न मिलने के कारण वह किराए का ऑटो चलाता है। बीती रात करीब 11 बजे वह सवारी लेने के लिए रेलवे स्टेशन पर गया। स्टेशन से उसने तीन सवारियां बैठाई जिन्हें उसने बाबा थान सिंह चौक, तीन नंबर डिवीजन और ताजपुर धर्म कांटा छोड़ना था। दो सवारियां उतरने के बाद जैसे ही वह समराला चौक पहुंचा तो एक महिला और एक व्यक्ति ने उसे सवारी बनकर रुकने का इशारा करके हाथ दिया। उन लोगों ने उसे ताजपुर रोड धर्मकांटा के पास उतारने के लिए कहा। ऑटो चालक विक्रम मुताबिक उसने उन्हें ऑटो में बैठा लिया। कुछ दूरी पर जाकर महिला ने कहा कि ऑटो रोके, मुझे बाथरुम जाना है। महिला के कहने पर उसने ऑटो रोक लिया। पुलिस की गाड़ी में थे 3 लोग सवार महिला और उसके साथ का व्यक्ति ऑटो से उतर गए। इतने में पीछे से एक व्यक्ति बुलेट मोटरसाइकिल पर आया। उस व्यक्ति ने बीड़ी मांगी। जैसे ही उसने उसे बीड़ी दी तो इतने में पुलिस की गाड़ी उसके पास आ गई। काफी दूर तक पुलिस वालों ने उस बाइक वाले का पीछा किया। लेकिन कुछ देर बाद वापस लौट रही पुलिस की गाड़ी ने उसका ऑटो रोक लिया। पुलिस के वाहन में अंदर तीन पुलिस कर्मी बैठे थे। एक अधिकारी था दो बिना वर्दी के। कांस्टेबल ने की डंडों से धुनाई पीड़ित ने बताया कि, पुलिस के वाहन में ड्राइवर के साथ एक कांस्टेबल था। कांस्टेबल ने उसके ऑटो पर पहले डंडे मारे। उसे रोका तो उसने डंडों से मारपीट करनी शुरू कर दी। पुलिस कर्मचारियों ने सिर पर डंडे मार कर मां-बहन की गालियां दी। विक्रम के मुताबिक, शनि मंदिर के बाहर पुलिस कर्मचारियों ने उससे मारपीट की। इस मामले संबंध में थाना डिवीजन नंबर 7 के SHO भूपिंदर सिंह ने कहा कि मामले की जांच करवाई जा रही है। लुधियाना में बीती रात एक ऑटो चालक की डंडों से पिटाई करने का मामला सामने आया है। ऑटो चालक ने पुलिस कर्मचारियों पर डंडों से पीटने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उसकी पीठ पर भी डंडों से वार किए गए हैं। जानकारी देते हुए पीड़ित विक्रम ने कहा कि वह जमालपुर 33 फूट रोड का रहने वाला है। वह इंजीनियर है, उसके दो बच्चे और परिवार है। काम न मिलने के कारण वह किराए का ऑटो चलाता है। बीती रात करीब 11 बजे वह सवारी लेने के लिए रेलवे स्टेशन पर गया। स्टेशन से उसने तीन सवारियां बैठाई जिन्हें उसने बाबा थान सिंह चौक, तीन नंबर डिवीजन और ताजपुर धर्म कांटा छोड़ना था। दो सवारियां उतरने के बाद जैसे ही वह समराला चौक पहुंचा तो एक महिला और एक व्यक्ति ने उसे सवारी बनकर रुकने का इशारा करके हाथ दिया। उन लोगों ने उसे ताजपुर रोड धर्मकांटा के पास उतारने के लिए कहा। ऑटो चालक विक्रम मुताबिक उसने उन्हें ऑटो में बैठा लिया। कुछ दूरी पर जाकर महिला ने कहा कि ऑटो रोके, मुझे बाथरुम जाना है। महिला के कहने पर उसने ऑटो रोक लिया। पुलिस की गाड़ी में थे 3 लोग सवार महिला और उसके साथ का व्यक्ति ऑटो से उतर गए। इतने में पीछे से एक व्यक्ति बुलेट मोटरसाइकिल पर आया। उस व्यक्ति ने बीड़ी मांगी। जैसे ही उसने उसे बीड़ी दी तो इतने में पुलिस की गाड़ी उसके पास आ गई। काफी दूर तक पुलिस वालों ने उस बाइक वाले का पीछा किया। लेकिन कुछ देर बाद वापस लौट रही पुलिस की गाड़ी ने उसका ऑटो रोक लिया। पुलिस के वाहन में अंदर तीन पुलिस कर्मी बैठे थे। एक अधिकारी था दो बिना वर्दी के। कांस्टेबल ने की डंडों से धुनाई पीड़ित ने बताया कि, पुलिस के वाहन में ड्राइवर के साथ एक कांस्टेबल था। कांस्टेबल ने उसके ऑटो पर पहले डंडे मारे। उसे रोका तो उसने डंडों से मारपीट करनी शुरू कर दी। पुलिस कर्मचारियों ने सिर पर डंडे मार कर मां-बहन की गालियां दी। विक्रम के मुताबिक, शनि मंदिर के बाहर पुलिस कर्मचारियों ने उससे मारपीट की। इस मामले संबंध में थाना डिवीजन नंबर 7 के SHO भूपिंदर सिंह ने कहा कि मामले की जांच करवाई जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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