पंजाब के लुधियाना में ट्रैफिक पुलिस लगातार नियमों की अवहेलना करने वालों पर शिकंजा कस रही है। शहर के मुख्य बाजारों में कार की छत्त पर बैठ कर रील बनाने वाले युवकों को पुलिस ने घेर लिया। युवकों की कार को भी पुलिस ने कब्जे में लेकर पुलिस चौकी रघुनाथ ऐनक्लेव में बंद करवा दिया। रील में कार के आगे बाइक पर ट्रिपलिंग करने वाले युवकों की भी पुलिस तलाश कर रही है। इन युवकों के मोटरसाइकिलों के नंबर निकलवाकर पुलिस इनका भी चालान करेगी। 15 दिन पहले वायरल हुई वीडियो दरअसल 15 दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रही थी। जिसमें कुछ युवक लाल रंग की ऑल्टो कार की छत्त पर बैठकर हुल्लड़बाजी करते हुए रील बना रहे थे। ये वीडियो चौड़ा बाजार व उसके साथ लगते आस-पास के बाजारों की है। पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंची रील तो हुआ एक्शन वीडियो ट्रैफिक पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंची तो तुरंत अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए इस कार को लोकेट करने के लिए शहर के समस्त ट्रैफिक कर्मियों से कहा। शहर के समस्त नाकों और चौकों पर लाल रंग की ऑल्टो कार को पुलिस ढूंढ रही थी। अचानक साउथ सिटी रोड पर पुलिस ने इस कार को घेर चालान किया और कार को पुलिस चौकी रघुनाथ ऐनक्लेव में बंद करवा दिया। ASI अवतार सिंह बोले… जानकारी देते हुए ट्रैफिक पुलिस के ASI अवतार सिंह ने कहा कि हुल्लड़बाजों की कार मोटर व्हीकल एक्ट 207 के तहत पुलिस ने बंद कर दी है। इन युवकों ने ट्रैफिक नियमों की उल्लंघन करते हुए इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर की हुई थी। इस कार को ढूंढने में पुलिस को करीब 15 दिन लग गए। गाड़ी को जब पकड़ा तो कार चालक के पास लाइसेंस और कोई कागजात नहीं था। सरे-आम बाजारों में इन युवकों ने स्टंटबाजी कर लोगों की जान को भी जोखिम में डाला है। ये ऑल्टो कार लुधियाना से नकोदर बेची गई थी फिर नकोदर से लुधियाना बेची गई है। बच्चों के परिजनों को अपने बच्चों की तरफ ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चे क्या कर रहे है। किस तरह की रील बना रहे है। आने वाले दिनों में भी इसी तरह से कार्रवाई जारी रहेगा। पंजाब के लुधियाना में ट्रैफिक पुलिस लगातार नियमों की अवहेलना करने वालों पर शिकंजा कस रही है। शहर के मुख्य बाजारों में कार की छत्त पर बैठ कर रील बनाने वाले युवकों को पुलिस ने घेर लिया। युवकों की कार को भी पुलिस ने कब्जे में लेकर पुलिस चौकी रघुनाथ ऐनक्लेव में बंद करवा दिया। रील में कार के आगे बाइक पर ट्रिपलिंग करने वाले युवकों की भी पुलिस तलाश कर रही है। इन युवकों के मोटरसाइकिलों के नंबर निकलवाकर पुलिस इनका भी चालान करेगी। 15 दिन पहले वायरल हुई वीडियो दरअसल 15 दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रही थी। जिसमें कुछ युवक लाल रंग की ऑल्टो कार की छत्त पर बैठकर हुल्लड़बाजी करते हुए रील बना रहे थे। ये वीडियो चौड़ा बाजार व उसके साथ लगते आस-पास के बाजारों की है। पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंची रील तो हुआ एक्शन वीडियो ट्रैफिक पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंची तो तुरंत अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए इस कार को लोकेट करने के लिए शहर के समस्त ट्रैफिक कर्मियों से कहा। शहर के समस्त नाकों और चौकों पर लाल रंग की ऑल्टो कार को पुलिस ढूंढ रही थी। अचानक साउथ सिटी रोड पर पुलिस ने इस कार को घेर चालान किया और कार को पुलिस चौकी रघुनाथ ऐनक्लेव में बंद करवा दिया। ASI अवतार सिंह बोले… जानकारी देते हुए ट्रैफिक पुलिस के ASI अवतार सिंह ने कहा कि हुल्लड़बाजों की कार मोटर व्हीकल एक्ट 207 के तहत पुलिस ने बंद कर दी है। इन युवकों ने ट्रैफिक नियमों की उल्लंघन करते हुए इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर की हुई थी। इस कार को ढूंढने में पुलिस को करीब 15 दिन लग गए। गाड़ी को जब पकड़ा तो कार चालक के पास लाइसेंस और कोई कागजात नहीं था। सरे-आम बाजारों में इन युवकों ने स्टंटबाजी कर लोगों की जान को भी जोखिम में डाला है। ये ऑल्टो कार लुधियाना से नकोदर बेची गई थी फिर नकोदर से लुधियाना बेची गई है। बच्चों के परिजनों को अपने बच्चों की तरफ ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चे क्या कर रहे है। किस तरह की रील बना रहे है। आने वाले दिनों में भी इसी तरह से कार्रवाई जारी रहेगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर में पकड़ी गई 35 करोड़ की हेरोइन:एक तस्कर गिरफ्तार, सप्लाई करने जा रहा था, पुलिस सर्च कर रही प्रॉपर्टी
अमृतसर में पकड़ी गई 35 करोड़ की हेरोइन:एक तस्कर गिरफ्तार, सप्लाई करने जा रहा था, पुलिस सर्च कर रही प्रॉपर्टी अमृतसर ग्रामीण पुलिस की ओर से 35 करोड़ की हेरोइन के साथ एक आरोपी को काबू किया गया है। आरोपी की काली कमाई से बनाई गई प्राप्रर्टी को भी सर्च किया जा रहा है। फिलहाल पुलिस उसके बैकवर्ड और फारवर्ड लिंक चेक कर रही है। मुख्य पुलिस अधिकारी लोपोके थाना को सूचना मिली कि डाला निवासी जगरूप सिंह उर्फ जुगनू बड़े पैमाने पर हेरोइन बेचने का धंधा करता है। जिस पर मुख्य अधिकारी थाना लोपोके द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी पुलिस पार्टी को अच्छी तरह से ब्रीफ किया और एक टीम तैयार की। जिसके बाद आरोपी जगरूप सिंह उर्फ जुगनू को उस समय दबोचा गया, जब वह हेरोइन सप्लाई करने के लिए जा रहा था। एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज जगरुप सिंह को गांव कमासके के थोड़ा पहले पीर बाबा के स्थान के पास से ही पकड़ा गया। मौके पर आरोपी से 5 किलो हेरोइन, दो मोबाइल फोन ब्रांड ओप्पो और सैमसंग और एक स्प्लेंडर बरामद की गई। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत पुलिस स्टेशन लोपोके में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। उक्त गिरफ्तार अभियुक्तों की आगे-पीछे की कड़ियों की गहनता से तलाश की जा रही है तथा जिसकी भी संलिप्तता उजागर होगी उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा गिरफ्तार आरोपियों की काली कमाई से बनाई गई संपत्ति का भी सत्यापन किया जाएगा और अगर ऐसी कोई संपत्ति पाई गई तो उसे तुरंत जब्त कर लिया जाएगा। ड्रोन से आई 5 किलो हेरोइन इसके अलावा, डीएसपी राजासांसी की निगरानी में मुख्य पुलिस अधिकारी लोपोके को गुप्त सूचना मिली कि धूसी बन के उस पार गांव मंझ में सारंगरा निवासी समशेर सिंह की जमीन और बख्शीश सिंह की मोटर के बीच की जमीन पर मोटर शेड बना हुआ है। शेड के पास ही धान की फसल में ड्रोन जैसी भारी वस्तु गिरी है। इसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य अधिकारी थाना लोपोके ने अपनी सर्च पार्टी के साथ उक्त स्थान पर सर्च अभियान चलाया। तलाशी अभियान के दौरान एक ड्रोन, पीले टेप से लिपटा हुआ एक बड़ा पार्सल बरामद हुआ। जिसकी जांच करने पर 5 किलो वजन के पांच पैकेट हेरोइन बरामद हुई। जिसके संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा सं. 188 दिनांक 17-09-24 नूतन 21/23/28-61-85 एनडीपीएस एक्ट, 10,11,12 एयरक्राफ्ट एक्ट 1934 के तहत थाना लोपोके में पंजीकृत कर जांच की जा रही है।
पंजाब का जीशान अख्तर,जिसका सिद्दीकी हत्याकांड में नाम आया:घरों में पत्थर लगाता था, पिता से मारपीट के बाद क्रिमिनल बना; 9 केस में वांटेड
पंजाब का जीशान अख्तर,जिसका सिद्दीकी हत्याकांड में नाम आया:घरों में पत्थर लगाता था, पिता से मारपीट के बाद क्रिमिनल बना; 9 केस में वांटेड मुंबई में NCP (अजित गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस केस में अब तक 3 आरोपियों, हरियाणा के गुरमेल, यूपी के धर्मराज और पुणे से प्रवीण सोनकर को गिरफ्तार किया गया है। शिव और जीशान अख्तर की तलाश जारी है। जीशान पर दूसरे आरोपियों को रहने के लिए कमरा दिलाने का आरोप है। जीशान जालंधर में नकोदर के शंकर गांव का रहने वाला है। वह पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। इसी साल वह जुलाई में जेल से बाहर आया था। गैंगस्टर लॉरेंस से मिली हिदायत के मुताबिक वह कैथल पहुंचा। यहां से 50 हजार रुपए लेकर मुंबई के लिए रवाना हो गया। जीशान के क्रिमिनल बनने की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। पिता के हुए अपमान का बदला लेने के लिए जीशान कैसे क्रिमिनल बना, पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड से दैनिक भास्कर ने सारी जानकारी निकलवाई। जीशान ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर विक्रम बराड़ के कहने पर सौरभ महाकाल के साथ तरनतारन में पहली हत्या की थी। सौरभ महाकाल वही व्यक्ति है, जोकि सलमान खान के घर धमकी भरा पत्र फेंकने और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हथियार मुहैया करने से लेकर उन्हें रहने के लिए जगह मुहैया करवाने में शामिल था। मुंबई पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें जीशान के क्रिमिनल बनने की कहानी… महाराष्ट्र के मदरसे से अरबी, फारसी और उर्दू सीखी जीशान का जन्म 25 नवंबर 2003 को गांव शंकर, नकोदर (जालंधर) में हुआ है। उसके पिता मोहम्मद जमील राजमिस्त्री का काम करते हैं। उसके भाई की उम्र 27 साल है। वह भी पिता के साथ पत्थर का काम करता है। उसकी बहन की 9 साल की उम्र में डेंगू से मौत हो गई थी। जीशान ने महाराष्ट्र के एक मदरसे में अरबी, फ़ारसी और उर्दू सिखी। इसके बाद उसने यूपी के बिजनौर जिले के अफजल गढ़ गांव के मदरसे में पढ़ाई की। इसके बाद छठी क्लास में उसने शंकर गांव में गवर्नमेंट स्कूल में एडमिशन ले लिया। यहां उसने 10वीं तक पढ़ाई की। इसके बाद उसने पत्थर लगाने का काम शुरू कर दिया। पिता से हुई मारपीट का बदला लेने के चक्कर में बना क्रिमिनल वर्ष 2021 में जीशान के पिता के साथ गांव का ही रहने वाला एक युवक काम सीखता था। उस युवक ने जीशान के घर से फोन चोरी कर किसी दुकानदार को बेच दिया। दुकानदार ने जीशान के पिता को बताया कि तुम्हारे साथ काम करने वाले युवक ने तुम्हारा फोन बेचा है। जिशान के पिता ने युवक से फोन के बारे में पूछताछ तो युवक ने उनके साथ मारपीट की। जीशान को इस बात पर पता चला तो उसने पिता से हुई मारपीट का बदला लेने की ठान ली। गैंगस्टरों के संपर्क में आने के बाद पंजाब में नाम रौशन करना था पुलिस के मुताबिक जीशान सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिए गैंगस्टर लॉरेंस के खास विक्रम बराड़ के संपर्क में आया। जीशान ने करीब 20 दिनों तक वॉट्सऐप पर विक्रम बराड़ से बातचीत की। अगस्त 2021 में विक्रम बराड़ ने जीशान को कोटकपूरा एरिया में जाने को कहा। इसके लिए जीशान में जानबूझकर घर में लड़ाई की, ताकि घरवालों को उसके जाने का दुख न हो। जीशान अपने 3 फोन और कपड़े लेकर घर से निकल गया। पैसे के लिए जीशान ने अपना एक फोन बेच दिया। सौरभ महाकाल ने 3 पिस्तौल दीं
जीशान कोटकपुरा पहुंचा और विक्रम बराड़ से बात की। कुछ देर बाद सुक्खी जैतों और भोला निहंग सिल्वर रंग की एक्सयूवी गाड़ी में जीशान को लेने आए। जिन्होंने उसके पास से फोन ले लिए और सिम को भी तोड़ दिया। दोनों फोनों को उसने कोटकपूरा में बेच दिया था। वह यहां भोला निहंग के घर रुके। यहां सौरभ महाकाल ने उसे तीन पिस्तौल दीं। सौरभ को विक्रम ने ही भेजा था। तरनतारन में चरणजीत सिंह की हत्या की
जीशान, सौरब महाकाल, भोला निहंग और सुक्खी जैतों के साथ एक्सयूवी में तरनतारन पहुंच गए। भोला निहंग ने एक घर के बाहर गाड़ी खड़ी की। जीशान भोला की बगल वाली सीट पर बैठा था। शाम के समय चाहल गांव में सुखी और महाकाल ने 7 गोलियां मारकर चरणजीत की हत्या कर दी। जीशान को बाद में पता चला कि वह एक दर्जी था, जिसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद विक्रम बराड़ ने सभी फरीदकोट रेलवे स्टेशन के पास एक घर में ठहराया। एक रात इस घर में रहने के बाद अगले दिन वे सभी अलग-अलग बसों में नकोदर के अंकुश सभ्रवाल से मिले और विशाल सभग्रवाल के साथ ऋषि नगर में आ गए। यहां वह किराए पर कमरा लेकर रहे। इसके बाद जीशान ने विशाल, अंकुश सभ्रवाल, सुक्खी, सौरभ महाकाल के साथ मिलकर कपूरथला के सुल्तानपुर में पेट्रोल पंप लूटा। यहां उन्होंने फायरिंग भी की। नकोदर में अपने ही जानकार से 30 लाख फिरौती मांगी
जीशान ने नकोदर के शंकर गांव में अपने एक जानकार से करीब 30 लाख रुपए फिरौती मांगी। जिससे फिरौती मांगी गई थी, उक्त व्यक्ति का नंबर जीशान ने विक्रम बराड़ को दिया था। व्यक्ति ने फिरौती देने से इनकार किया तो जीशान ने गैंगस्टर लॉरेंस से भी फोन कराया। जिसके बाद 3 सितंबर 2021 को बराड़ के कहने पर जीशान ने अंकुश, विशाल, रोहित समेत अन्य के साथ मिलकर व्यक्ति के घर के बाहर फायरिंग की। पंजाब में दो और राजस्थान में एक जगह की लूट
जीशान ने 25 सितंबर 2021 को अपने साथियों अमनदीप, शिवा, विशाल फौजी, बेबी सुनयारा और मोहित शेहिता के साथ मिलकर जंडियाला और फगवाड़ा रोड पर एक कार देखी। अकेले व्यक्ति को देखकर इन 6 लोगों ने खुद की Sx4 कार खड़ी कर दी और उसकी कार पिस्तौल की नोक पर लूट ली। कुछ दूरी पर जाकर उन्होंने इस कार को सुनसान जगह पर खड़ा कर दिया। इसके 2 दिन बाद वह अपने साथियों के साथ राजस्थान के जोधपुर पहुंचा और वहां व्यक्ति से बाइक छीन ली। अगली वारदात उन्होंने मुकंदगढ़ में की। नवंबर 2021 में उन्होंने इनोवा गाड़ी लूटी और नकोदर लौट आए। इसे बाद 22 दिसंबर को शाहकोट में दूसरी इनोवा कार लूट ली। पहले लूटी हुई इनोवा कार को उन्होंने नकोदर में ही छोड़ दिया। पंजाब में 2 महीने रहने के बाद जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहाली और मोरिंडा में मेडिकल स्टोर पर 75 हजार रुपए की लूट की। लॉरेंस के हथियार सप्लायर के कहने से मध्यप्रदेश से लेकर आए 5 पिस्टल
लॉरेंस के हथियार सप्लायर गिरोह के मेन गुर्गे अनू पहलवान और पन्नू बड़ाला के कहने पर अप्रैल 2022 में जीशान मध्य प्रदेश के इंदौर से 5 पिस्टल लेकर आया। यहां से वह अपने साथियों के साथ कपूरथला चला आया। इसके बाद उसने पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर रवि बलाचौरिया और अन्य गैंगस्टरों से बातचीत की और उनके साथ कई बार मुलाकात की। फगवाड़ा में शिवसेना नेता की करनी थी हत्या
विक्रम बराड़ के कहने पर जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर फगवाड़ा में शिवसेना नेता की रेकी की थी। रेकी के बाद विक्रम बराड़ ने तय किया कि हत्या करने के लिए अंकुश, जीशान, बेबी, सुकखी, महाकाल, विशाल सभ्रवाल, रोहित सहोता, रोहित कपूरथला जाएंगे। इसी बीच विक्रम बराड़ के घर पर पंजाब पुलिस की टीम ने छापेमारी कर दी। जिसके बाद हत्या का प्लान टाल दिया गया। बाद में जालंधर देहात पुलिस के तत्कालीन इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह कंबोज ने सौरभ महाकाल को छोड़कर जीशान और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद जून 2024 में वह जमानत पर जेल से बाहर आया था।
बरनाला सांसद के घर के बाहर धरना:सरकारी कालेजों के गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों ने निकाली रैली, कोरोना वालंटियर्स ने किया प्रदर्शन
बरनाला सांसद के घर के बाहर धरना:सरकारी कालेजों के गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों ने निकाली रैली, कोरोना वालंटियर्स ने किया प्रदर्शन पंजाब के बरनाला में रविवार को अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर सरकारी कालेजों के गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों ने बरनाला सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के घर के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व उन्होंने शहर में इंसाफ रैली निकाली। इसके अलावा रविवार को ही कोरोना वालंटियर्स ने भी सांसद के बाहर धरना दिया। सांसद के घर के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी प्रोफेसर रविंद्र सिंह, धरमजीत मान, गुलशनदीप और सुनीता रानी ने कहा कि वह पिछले 20 वर्षों से सरकारी कॉलेजों में गेस्ट फैकल्टी के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। सरकार द्वारा उनकी सेवाओं को नियमित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बुरे समय में सरकारी कॉलेजों में मामूली वेतन पर काम किया, लेकिन सरकार ने हमारे काम की कद्र नहीं की। आधे से ज्यादा समय तक सरकारी कॉलेजों में रहने के बाद भी उनकी नौकरियां सुरक्षित नहीं हैं। जिसके चलते वे आज बरनाला में आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ न्याय रैली कर रहे हैं। इस रैली के जरिए वे अपने अधिकारों और मांगों को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार से सवाल कर रहे हैं। सत्ता में आने पर भी नहीं हुई सुनवाई उन्होंने कहा कि हमने खुद वोट देकर आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई और हमें उम्मीद थी कि सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी सरकार हमारी बात जरूर सुनेगी। लेकिन आप सरकार भी अन्य सरकारों की तरह ही निकली। हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमसे पढ़े हजारों युवा आज बड़े-बड़े पदों पर हैं लेकिन हम आज भी अपनी सुरक्षित नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। नियमित करने की मांग उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि हमारी नौकरियों को 58 साल तक सुरक्षित रखा जाए और सरकारी कॉलेजों में नियमित किया जाए। अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे इन चुनावों के दौरान सरकार के खिलाफ कड़ा मोर्चा खोलने को मजबूर हो जाएंगे। कोरोना वालंटियर्स ने भी किया प्रदर्शन इसके अलावा कोरोना वालंटियरों रितु और राजविंदर सिंह ने कहा कि उन्हें कोरोना काल के दौरान पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग में भर्ती किया गया था, लेकिन कोरोना काल समाप्त होते ही उन्हें नौकरी से हटा दिया गया। जबकि चरणजीत चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने उन्हें फिर से नियुक्त करने की कोशिश की, लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आ गई। मुख्यमंत्री भगवंत मान बार-बार उन्हें नौकरी पर रखने की बात कर रहे हैं, लेकिन ढाई साल बाद भी उन्हें नौकरी पर नहीं रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान हमने अपनी जान जोखिम में डाली, लेकिन किसी सरकार ने हमारे काम का मूल्य नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आज पूरे पंजाब के कोरोना वालंटियर्स बरनाला में अपनी मांगों के समाधान के लिए रोष रैली कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल दिवाली के मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ हमारे संगठन के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें सरकार ने दिवाली के तुरंत बाद हमारी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक उनकी सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी मीडिया में कोरोना वॉलंटियर्स के पक्ष में बयान दिए, लेकिन अभी तक सरकार हमें नौकरी नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।