लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी की मौत:रात में सोते समय आया हार्ट अटैक, ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था निर्भय

लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी की मौत:रात में सोते समय आया हार्ट अटैक, ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था निर्भय

पंजाब के लुधियाना में जगराओं के पास हथूर गांव में एक कबड्डी खिलाड़ी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सुबह जब उसके परिजन उसे जगाने आए तो वह बेहोश पड़ा मिला। डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक खिलाड़ी का नाम निर्भय हथूवाला है। 2007 से 2010 तक निर्भय ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था। पिता की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी निर्भय पर थी। निर्भय के पार्थिव शरीर का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि मृतक के 2 और भाई हैं, जो भी कबड्डी खिलाड़ी हैं। बहादुर रेडर नानक और एकम का बड़ा भाई था। एकम पंजाब पुलिस में तैनात है और नानक एक स्कूल में डीपी के पद पर कार्यरत है। निर्भय सिंह अभी अविवाहित था। यहां आपको बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवा क्षेत्र के ये तीनों भाई एक साथ खेलते थे। तीनों भाई विरोधी टीमों को हराकर ही लौटते थे। पंजाब के लुधियाना में ​​​जगराओं के पास हथूर गांव में कबड्डी खिलाड़ी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। सुबह जब घरवाले उसे जगाने आए तो वह बेहोश पड़ा मिला। डॉक्टरों ने जब उसका चेकअप किया तो उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक खिलाड़ी का नाम निर्भय हथूवाला है। 2007 से 2010 तक निर्भय का ग्रांमीण की कबड्डी खेलों में नाम था। पिता की मौत हो जाने के बाद निर्भय पर ही घर की सभी जिम्मेवारियां थी। निर्भय के शव का आज संस्कार करवा दिया जाएगा। बता दे कि मृतक के 2 भाई और है।जो भी कबड्डी खिलाड़ी है। निर्भय जांबाज रेडर नानक और एकम का बड़ा भाई था। एकम पंजाब पुलिस तैनात है और नानक स्कूल में डी.पी के पद पर काम कर रहे है। निर्भय सिंह अभी कुंवारा था। यहां बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवे इलाके के ये तीनों भाई दो जाफी और निर्भय रेडर इकट्ठे खेलते थे। अधिकतर तीनों भाई विरोधी टीमों को हराकर ही लौटते थे। प्राइवेट जाब करता था मृतक
मृतक निर्भय सिंह कबड्डी खिलाड़ी होने के साथ-साथ प्राइवेट जाब करता था। निर्भय ने अभी कोई राष्ट्रीय या प्रदेश स्तर पर कोई पुरस्कार नहीं प्राप्त किया था। निर्भय सिंह के परिवारिक सदस्यों मुताबिक वह बहुत ही मिलनसार था। कबड्डी के प्रति हमेशा युवाओं को प्रेरित करता था। पंजाब के लुधियाना में जगराओं के पास हथूर गांव में एक कबड्डी खिलाड़ी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सुबह जब उसके परिजन उसे जगाने आए तो वह बेहोश पड़ा मिला। डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक खिलाड़ी का नाम निर्भय हथूवाला है। 2007 से 2010 तक निर्भय ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था। पिता की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी निर्भय पर थी। निर्भय के पार्थिव शरीर का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि मृतक के 2 और भाई हैं, जो भी कबड्डी खिलाड़ी हैं। बहादुर रेडर नानक और एकम का बड़ा भाई था। एकम पंजाब पुलिस में तैनात है और नानक एक स्कूल में डीपी के पद पर कार्यरत है। निर्भय सिंह अभी अविवाहित था। यहां आपको बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवा क्षेत्र के ये तीनों भाई एक साथ खेलते थे। तीनों भाई विरोधी टीमों को हराकर ही लौटते थे। पंजाब के लुधियाना में ​​​जगराओं के पास हथूर गांव में कबड्डी खिलाड़ी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। सुबह जब घरवाले उसे जगाने आए तो वह बेहोश पड़ा मिला। डॉक्टरों ने जब उसका चेकअप किया तो उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक खिलाड़ी का नाम निर्भय हथूवाला है। 2007 से 2010 तक निर्भय का ग्रांमीण की कबड्डी खेलों में नाम था। पिता की मौत हो जाने के बाद निर्भय पर ही घर की सभी जिम्मेवारियां थी। निर्भय के शव का आज संस्कार करवा दिया जाएगा। बता दे कि मृतक के 2 भाई और है।जो भी कबड्डी खिलाड़ी है। निर्भय जांबाज रेडर नानक और एकम का बड़ा भाई था। एकम पंजाब पुलिस तैनात है और नानक स्कूल में डी.पी के पद पर काम कर रहे है। निर्भय सिंह अभी कुंवारा था। यहां बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवे इलाके के ये तीनों भाई दो जाफी और निर्भय रेडर इकट्ठे खेलते थे। अधिकतर तीनों भाई विरोधी टीमों को हराकर ही लौटते थे। प्राइवेट जाब करता था मृतक
मृतक निर्भय सिंह कबड्डी खिलाड़ी होने के साथ-साथ प्राइवेट जाब करता था। निर्भय ने अभी कोई राष्ट्रीय या प्रदेश स्तर पर कोई पुरस्कार नहीं प्राप्त किया था। निर्भय सिंह के परिवारिक सदस्यों मुताबिक वह बहुत ही मिलनसार था। कबड्डी के प्रति हमेशा युवाओं को प्रेरित करता था।   पंजाब | दैनिक भास्कर