लुधियाना में आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने पुलिस लाइन में पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। उनके साथ राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां भी मौजूद थे। मीटिंग में डिप्टी कमिश्नर जितेंदर जोरवाल और पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल भी शामिल रहे। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी, जब तक राज्य से नशाखोरी पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाती। नशा तस्करों और तस्करों को सख्ती से कुचल नहीं दिया जाता। अरोड़ा ने कहा कि नशा तस्कर आत्मसमर्पण कर दें या फिर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें, क्योंकि आप सरकार नशे के खिलाफ सख्त एक्शन लेती रहेगी। पुलिस को तस्करों पर कार्रवाई करने की पूरी छूट : अरोड़ा अरोड़ा ने कहा कि पुलिस को तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने और समाज को नशीले पदार्थों से मुक्त बनाने के लिए पूरी छूट दी गई है। 1 से 4 मार्च तक पंजाब पुलिस ने 580 एनडीपीएस केस दर्ज किए हैं और इन केसों में 789 आरोपियों को नामजद किया है। इसके अलावा 170 किलो ड्रग्स बरामद की है। पूरे पंजाब में 60 ध्वस्तीकरण भी किए गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नशा तस्करों के बारे में सूचना दें, ताकि इस बुराई को खत्म किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को दवा की दुकानों और झोलाछाप डॉक्टरों की जांच करने को भी कहा। बैठक में राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा, विधायक सर्वजीत कौर माणूके, राजिंदर पाल कौर छीना, मदन लाल बग्गा, दलजीत सिंह ग्रेवाल, अशोक पराशर पप्पी, कुलवंत सिंह सिद्धू, मनविंदर सिंह ग्यासपुरा, जगतार सिंह दयालपुरा, मेयर इंद्रजीत कौर, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन शरणपाल सिंह मक्कड़ ने भी नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए अपने सुझाव दिए। डीसी जितेंद्र जोरवाल बोले… डी.सी जितेंद्र जोरवाल ने बताया कि नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों को उचित उपचार और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए नशा मुक्ति और पुनर्वास संस्थानों को मजबूत करने के अलावा बड़े पैमाने पर रोकथाम और प्रवर्तन गतिविधियां पहले से ही संचालित की जा रही हैं। इन व्यक्तियों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न रोजगार के अवसर और कौशल संवर्धन प्रदान किए जाएंगे, जिससे उन्हें आजीविका कमाने में सक्षम बनाया जा सके। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ एक जन जागरूकता अभियान पहले से ही शुरू किया गया है, जिसमें नागरिक समाज, उद्योग, शैक्षणिक संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य लोगों के साथ मिलकर नशीली दवाओं के उन्मूलन के प्रयासों का समर्थन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन इस महीने में नशे के खिलाफ समुदाय को जागरूक करने के लिए एक विशाल मैराथन भी आयोजित करेगा, इसके अलावा सिनेमा घरों या सोशल मीडिया पर छोटे-छोटे वीडियो क्लिप, दीवार पेंटिंग, स्कूल में असेंबली के दौरान प्रतिदिन नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर पांच मिनट की बातचीत आदि सुनिश्चित की जाएगी ताकि इसे जन आंदोलन बनाया जा सके। पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल, एसएसपी लुधियाना ग्रामीण पुलिस डॉ. अंकुर गुप्ता और खन्ना एसएसपी ज्योति यादव ने कैबिनेट मंत्री को विस्तार से बताया कि अब तक नशा तस्करों की सैकड़ों करोड़ की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं और उनके अधिकार क्षेत्र में अवैध कब्जों को भी ध्वस्त किया जा चुका है। लुधियाना में आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने पुलिस लाइन में पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। उनके साथ राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां भी मौजूद थे। मीटिंग में डिप्टी कमिश्नर जितेंदर जोरवाल और पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल भी शामिल रहे। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी, जब तक राज्य से नशाखोरी पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाती। नशा तस्करों और तस्करों को सख्ती से कुचल नहीं दिया जाता। अरोड़ा ने कहा कि नशा तस्कर आत्मसमर्पण कर दें या फिर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें, क्योंकि आप सरकार नशे के खिलाफ सख्त एक्शन लेती रहेगी। पुलिस को तस्करों पर कार्रवाई करने की पूरी छूट : अरोड़ा अरोड़ा ने कहा कि पुलिस को तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने और समाज को नशीले पदार्थों से मुक्त बनाने के लिए पूरी छूट दी गई है। 1 से 4 मार्च तक पंजाब पुलिस ने 580 एनडीपीएस केस दर्ज किए हैं और इन केसों में 789 आरोपियों को नामजद किया है। इसके अलावा 170 किलो ड्रग्स बरामद की है। पूरे पंजाब में 60 ध्वस्तीकरण भी किए गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नशा तस्करों के बारे में सूचना दें, ताकि इस बुराई को खत्म किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को दवा की दुकानों और झोलाछाप डॉक्टरों की जांच करने को भी कहा। बैठक में राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा, विधायक सर्वजीत कौर माणूके, राजिंदर पाल कौर छीना, मदन लाल बग्गा, दलजीत सिंह ग्रेवाल, अशोक पराशर पप्पी, कुलवंत सिंह सिद्धू, मनविंदर सिंह ग्यासपुरा, जगतार सिंह दयालपुरा, मेयर इंद्रजीत कौर, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन शरणपाल सिंह मक्कड़ ने भी नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए अपने सुझाव दिए। डीसी जितेंद्र जोरवाल बोले… डी.सी जितेंद्र जोरवाल ने बताया कि नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों को उचित उपचार और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए नशा मुक्ति और पुनर्वास संस्थानों को मजबूत करने के अलावा बड़े पैमाने पर रोकथाम और प्रवर्तन गतिविधियां पहले से ही संचालित की जा रही हैं। इन व्यक्तियों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न रोजगार के अवसर और कौशल संवर्धन प्रदान किए जाएंगे, जिससे उन्हें आजीविका कमाने में सक्षम बनाया जा सके। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ एक जन जागरूकता अभियान पहले से ही शुरू किया गया है, जिसमें नागरिक समाज, उद्योग, शैक्षणिक संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य लोगों के साथ मिलकर नशीली दवाओं के उन्मूलन के प्रयासों का समर्थन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन इस महीने में नशे के खिलाफ समुदाय को जागरूक करने के लिए एक विशाल मैराथन भी आयोजित करेगा, इसके अलावा सिनेमा घरों या सोशल मीडिया पर छोटे-छोटे वीडियो क्लिप, दीवार पेंटिंग, स्कूल में असेंबली के दौरान प्रतिदिन नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर पांच मिनट की बातचीत आदि सुनिश्चित की जाएगी ताकि इसे जन आंदोलन बनाया जा सके। पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल, एसएसपी लुधियाना ग्रामीण पुलिस डॉ. अंकुर गुप्ता और खन्ना एसएसपी ज्योति यादव ने कैबिनेट मंत्री को विस्तार से बताया कि अब तक नशा तस्करों की सैकड़ों करोड़ की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं और उनके अधिकार क्षेत्र में अवैध कब्जों को भी ध्वस्त किया जा चुका है। पंजाब | दैनिक भास्कर
