लुधियाना में घर में घुसकर जानलेवा हमले का मामला:झगड़े के दौरान घायल हुए युवक की मौत,पुलिस ने दबोचे हत्यारे

लुधियाना में घर में घुसकर जानलेवा हमले का मामला:झगड़े के दौरान घायल हुए युवक की मौत,पुलिस ने दबोचे हत्यारे

लुधियाना जिले के गांव सुनेत में करीब एक दर्जन हथियारबंद युवकों ने गांव के ही रहने वाले एक परिवार पर तेजधार हथियारों व बेसबॉल के डंडों से हमला बुधवार रात कर दिया था। हमले में परिवार के 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें लहूलुहान हालत में सिविल अस्पताल में लाया गया जहां उपचार दौरान एक युवक की मौत हो गई। इस केस में पुलिस ने हत्यारों को दबोच लिया है। हमले में परिवार के बड़े बेटे 25 वर्षीय गुरविंदर ने बीते देर शाम CMC अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। थाना सराभा नगर की पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। वहीं आज शनिवार को मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। पुलिस ने आरोपियों पर दर्ज हुए इरादा-ए-हत्या के बाद अब हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को छापेमारी करक पुलिस ने किया गिरफ्तार पुलिस ने हत्यारों के ठिकानों पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पुलिस मामले की जांच कर रहे है। मृतक के पिता काला सिंह के अनुसार उनके तीन बेटों में से गुरविंदर सिंह सबसे बड़ा था। वह डेंटिंग पेंटिंग का काम करता था। जिसके झगड़े के दौरान सिर पर गहरी चोट लगी थी,जिसे इलाज के लिए CMC अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां दो दिन तक उसे वेंटिलेटर पर रखने के बाद शुक्रवार की देर शाम उसने दम तोड़ दिया। पढ़े ये था पूरा मामला
मृतक गुरविंदर के पिता काला सिंह ने कहा कि उसका छोटा बेटा बीरपाल सिंह गांव में ही एक मेडिकल स्टोर के बाहर खड़ा था। जहां पर गांव के ही एक अन्य युवक आया और उसके साथ गाली गलौज करने लग गया।
वह अपने बेटे को घर पर ले आया। जिसके करीब 20 मिनट बाद उक्त युवक अपने करीब एक दर्जन साथियों के साथ उनके घर पर आया और उन पर तलवारों और बेसबॉल बेट से हमला कर दिया। हमले में काला सिंह के सिर व मुंह पर 8 टांके लगे, वही उसके बड़े बेटे गुरविंदर सिंह के सिर पर गहरी चोंटे आई थी। जिसे सीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। हमले में उसके छोटे बेटे बीरपाल के सिर व दोनों बाजुओं पर भी तलवारों से वार हुए है। बीरपाल के सिर में 4 टांके लगे हैं। घायल काला सिंह ने पुलिस को बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उक्त युवकों के साथ उसके बेटों की लड़ाई हुई थी। जिसके बाद दोनों परिवारों में समझौता हो गया था। लुधियाना जिले के गांव सुनेत में करीब एक दर्जन हथियारबंद युवकों ने गांव के ही रहने वाले एक परिवार पर तेजधार हथियारों व बेसबॉल के डंडों से हमला बुधवार रात कर दिया था। हमले में परिवार के 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें लहूलुहान हालत में सिविल अस्पताल में लाया गया जहां उपचार दौरान एक युवक की मौत हो गई। इस केस में पुलिस ने हत्यारों को दबोच लिया है। हमले में परिवार के बड़े बेटे 25 वर्षीय गुरविंदर ने बीते देर शाम CMC अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। थाना सराभा नगर की पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। वहीं आज शनिवार को मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। पुलिस ने आरोपियों पर दर्ज हुए इरादा-ए-हत्या के बाद अब हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को छापेमारी करक पुलिस ने किया गिरफ्तार पुलिस ने हत्यारों के ठिकानों पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पुलिस मामले की जांच कर रहे है। मृतक के पिता काला सिंह के अनुसार उनके तीन बेटों में से गुरविंदर सिंह सबसे बड़ा था। वह डेंटिंग पेंटिंग का काम करता था। जिसके झगड़े के दौरान सिर पर गहरी चोट लगी थी,जिसे इलाज के लिए CMC अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां दो दिन तक उसे वेंटिलेटर पर रखने के बाद शुक्रवार की देर शाम उसने दम तोड़ दिया। पढ़े ये था पूरा मामला
मृतक गुरविंदर के पिता काला सिंह ने कहा कि उसका छोटा बेटा बीरपाल सिंह गांव में ही एक मेडिकल स्टोर के बाहर खड़ा था। जहां पर गांव के ही एक अन्य युवक आया और उसके साथ गाली गलौज करने लग गया।
वह अपने बेटे को घर पर ले आया। जिसके करीब 20 मिनट बाद उक्त युवक अपने करीब एक दर्जन साथियों के साथ उनके घर पर आया और उन पर तलवारों और बेसबॉल बेट से हमला कर दिया। हमले में काला सिंह के सिर व मुंह पर 8 टांके लगे, वही उसके बड़े बेटे गुरविंदर सिंह के सिर पर गहरी चोंटे आई थी। जिसे सीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। हमले में उसके छोटे बेटे बीरपाल के सिर व दोनों बाजुओं पर भी तलवारों से वार हुए है। बीरपाल के सिर में 4 टांके लगे हैं। घायल काला सिंह ने पुलिस को बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उक्त युवकों के साथ उसके बेटों की लड़ाई हुई थी। जिसके बाद दोनों परिवारों में समझौता हो गया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर