पंजाब के लुधियाना में जोमैटो डिलीवरी बॉय की हत्या कर दी गई। घटना दो दिन पहले की है। बताया जा रहा है कि 4 जुलाई की रात को जब जोमैटो कंपनी का डिलीवरी बॉय डिलीवरी करने जा रहा था, तो रास्ते में कुछ बदमाशों ने उसे रोककर उसकी बाइक छीन ली और फिर लूटपाट करने लगे। बदमाशों का विरोध करते हुए डिलीवरी बॉय ने बदमाशों से हाथापाई की। इस हाथापाई के दौरान बदमाशों ने उसके सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा और अधमरा हो गया। राहगीरों ने उसे उठाकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। डिलीवरी बॉय को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया जोमैटो के डिलीवरी बॉय को लुधियाना के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका नाम राजेश कुमार बताया जा रहा है जो आरती चौक के पास रहता है। घटना लुधियाना के टिब्बा रोड की बताई जा रही है, जो रात करीब 1 बजे हुई। उसकी हालत इतनी गंभीर थी कि आज उसकी मौत हो गई। घटना के बाद अन्य डिलीवरी बॉय में डर घटना के बाद जोमैटो, स्विगी जैसी कंपनियों के डिलीवरी बॉय में डर का माहौल है। उनका कहना है कि लुधियाना में रात के समय डिलीवरी देना खतरे से खाली नहीं है। अक्सर सुनसान इलाकों में बदमाश लूटपाट और स्नैचिंग जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि रात के समय शहर में गश्त बढ़ाई जाए। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है वीडियो सोशल मीडिया पर भी वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें जोमैटो बॉय राजेश कुमार सड़क पर अधमरा पड़ा है और उसके सिर से लगातार खून बह रहा है। पंजाब के लुधियाना में जोमैटो डिलीवरी बॉय की हत्या कर दी गई। घटना दो दिन पहले की है। बताया जा रहा है कि 4 जुलाई की रात को जब जोमैटो कंपनी का डिलीवरी बॉय डिलीवरी करने जा रहा था, तो रास्ते में कुछ बदमाशों ने उसे रोककर उसकी बाइक छीन ली और फिर लूटपाट करने लगे। बदमाशों का विरोध करते हुए डिलीवरी बॉय ने बदमाशों से हाथापाई की। इस हाथापाई के दौरान बदमाशों ने उसके सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा और अधमरा हो गया। राहगीरों ने उसे उठाकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। डिलीवरी बॉय को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया जोमैटो के डिलीवरी बॉय को लुधियाना के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका नाम राजेश कुमार बताया जा रहा है जो आरती चौक के पास रहता है। घटना लुधियाना के टिब्बा रोड की बताई जा रही है, जो रात करीब 1 बजे हुई। उसकी हालत इतनी गंभीर थी कि आज उसकी मौत हो गई। घटना के बाद अन्य डिलीवरी बॉय में डर घटना के बाद जोमैटो, स्विगी जैसी कंपनियों के डिलीवरी बॉय में डर का माहौल है। उनका कहना है कि लुधियाना में रात के समय डिलीवरी देना खतरे से खाली नहीं है। अक्सर सुनसान इलाकों में बदमाश लूटपाट और स्नैचिंग जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि रात के समय शहर में गश्त बढ़ाई जाए। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है वीडियो सोशल मीडिया पर भी वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें जोमैटो बॉय राजेश कुमार सड़क पर अधमरा पड़ा है और उसके सिर से लगातार खून बह रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में पीआरटीसी चालकों ने लगाया जाम:बस और कार में हुई भिड़ंत, जमकर हुई बहसबाजी, वाहनों की लगी लंबी लाइन
लुधियाना में पीआरटीसी चालकों ने लगाया जाम:बस और कार में हुई भिड़ंत, जमकर हुई बहसबाजी, वाहनों की लगी लंबी लाइन लुधियाना में पीआरटीसी बस ने स्कार्पियो कार को टक्कर मार दी। घटना के बाद बस चालक व कार मालिक के बीच जमकर तकरार हुई। बाद में भड़के बस चालक ने कार सवार को कसूरवार ठहराते हुए बीच सड़क पर ही बस खडी कर दी। पीछे से बाकी पीआरटीसी की आ रही बसों ने भी अपने साथी का साथ देते बसों को सड़क पर खड़ी कर जाम लगा दिया। जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। जाम लगने से लोग घंटों ट्रैफिक में फंसे रहे। पुलिस ने पहुंचकर किसी तरह जाम को खुलवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है। ताजपुर रोड पर हुआ हादसा घटना लुधियाना के ताजपुर रोड पर हुई। स्कारर्पियो चालक लुधियाना निवासी सिमरन सिंह ने बताया कि वह कार में सवार होकर होकर टिब्बा रोड से गोशाला रोड की तरफ जा रहा था। जैसे ही वह ताजपुर चौक के पास पहुंचा तो सामने से आ रही पीआरटीसी की एक बस ने उसकी कार को पीछे से टक्कर मार दी। सिमरन सिंह ने बताया कि उसने कार को मोड़ने के लिए बकायदा इंडीगेटर भी दे रखा था। इसके बावजूद बस चालक ने तेजी से उसकी कार को टक्कर मार दी। 15 दिन पहले ली थी कार सिमरन ने बताया कि उसने 15 दिन पहले ही स्कार्पियो ली थी और आज टक्कर के बाद कार का काफी नुकसान हो गया। उसने बताया कि बस चालक मुआवजा देने की बजाय ऊलटा उसे ही कसूरवार ठहरा रहा है और धमकियां दी जा रही है कि वह सरकारी बस के सरकारी मुलाजिम हैं। हम धरना लगा देंगे। उसने कहा कि चौक के पास लगे सीसीटीवी कैमरे से घटना की जांच करवाई जाए। पुलिस मुलाजिम भी बने रहे मूकदर्शक सिमरन ने कहा कि घटना के समय जब बस चालक व कंडक्टर उससे तकरारबाजी करने लगे तो चौक पर तैनात पुलिस मुलाजिम भी मूकदर्शक बने रहे। बाद में पुलिस टीम के मौके पर पहुंची।
पंजाब की मांग ठुकरा सकती है केंद्र सरकार:पराली जलाने से रोकने के लिए मांगे 1200 करोड़; कहा- हरियाणा की तरह बजट निकाले
पंजाब की मांग ठुकरा सकती है केंद्र सरकार:पराली जलाने से रोकने के लिए मांगे 1200 करोड़; कहा- हरियाणा की तरह बजट निकाले भारत सरकार ने पंजाब सरकार की उस मांग को खारिज कर सकती है, जिसमें राज्य ने पराली जलाने से किसानों को रोकने के लिए 1200 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि की आवश्यकता बताई थी। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा कि पंजाब सरकार हरियाणा सरकार की तरह ही अपने बजट से किसानों को प्रोत्साहन दे सकती है। ताकि पराली जलाने को नियंत्रित किया जा सके। दिल्ली-एनसीआर की खराब हवा का विशेषकर अक्टूबर-दिसंबर के दौरान एक मुख्य कारण पराली जलना ही है। केंद्र का जवाब था, यह बताना महत्वपूर्ण है कि हरियाणा सरकार अपने बजट से रेड जोन पंचायतों के लिए शून्य पराली जलाने की दिशा में 1,00,000 रुपए और येलो जोन पंचायतों को 50,000 रुपए का प्रोत्साहन दे रही है। इसके अलावा, ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना के तहत वैकल्पिक फसलों की ओर रुख करने के लिए प्रति एकड़ 7,000 रुपए और धान की सीधी बुवाई के लिए प्रति एकड़ 4,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। इन कदमों से राज्य में पराली जलाने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। केंद्र के पास स्पष्ट जवाब देने के लिए एक सप्ताह पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को पंजाब सरकार की 1200 करोड़ रुपए की मांग पर दो सप्ताह में निर्णय लेने का आदेश दिया था। पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने तब जोर देकर कहा था कि किसानों पर जुर्माना लगाने से समस्या का समाधान नहीं होगा। अधिकांश किसान छोटी जमीनों के मालिक हैं और उन्हें प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। वहीं, केंद्र को अब एक बार फिर से एक सप्ताह का निर्णय लेने का और समय दिया गया है। लेकिन, केंद्र के जवाब से साफ हो रहा है कि भारत सरकार पंजाब की मांग को मानने के हक में नहीं है। पंजाब ने पुराने प्रोपोजल को फिर पेश किया केंद्र ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब सरकार का प्रस्ताव उसी प्रस्ताव की कॉपी है, जो जुलाई 2022 में प्रस्तुत किया गया था। इसे केवल ऑपरेशनल खर्च के नाम पर फिर से पेश किया गया है। जिसमें ट्रैक्टर किराए पर लेने, डीजल, और जनशक्ति के खर्च शामिल हैं। केंद्र के अनुसार, कृषि विभाग पहले से ही राज्य सरकार का समर्थन कर रहा है और किसानों को पराली प्रबंधन मशीनें खरीदने के लिए 50% सब्सिडी दी जा रही है। सीआरएम (फसल अवशेष प्रबंधन) मशीनों के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर्स पर 80% सब्सिडी दी गई है। इसके अलावा, पराली आपूर्ति श्रृंखला परियोजनाओं पर 65% सब्सिडी प्रदान की गई है। शिक्षा और संचार गतिविधियों के लिए राज्य और कृषि विज्ञान केंद्रों को भी फंड प्रदान किया गया है। पंजाब सरकार को दिए गए खर्च का ब्योरा दिया केंद्र ने अपने हलफनामे में बताया कि साल 2018-19 से 2024-25 तक पंजाब राज्य को 1681.45 करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता दी गई है। राज्य में 1.46 लाख से अधिक मशीनें वितरित की गई हैं और 25,500 से अधिक कस्टम हायरिंग सेंटर्स स्थापित किए गए हैं। इस वित्तीय वर्ष में पंजाब को आवंटित 300 करोड़ रुपए में से 150 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं और राज्य के पास 250 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध है। पंजाब-दिल्ली सरकारों को सांझा खर्च करने थे 800 करोड़ 19 अक्टूबर, 2024 को केंद्रीय कृषि सचिव को लिखे एक पत्र में, पंजाब के मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा ने प्रस्तावित किया था कि किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए प्रति एकड़ 2,500 रुपए का प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य में धान की खेती 32 लाख हेक्टेयर भूमि पर होती है। किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए 2,000 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। पंजाब ने इस राशि में से 400-400 करोड़ रुपए पंजाब और दिल्ली सरकार से साझा करने का प्रस्ताव रखा था। केंद्र से 1,200 करोड़ रुपए की मांग की गई थी।
फाजिल्का के किसानों ने की सीएम मान से मुलाकात:बार्डर के किसानों की समस्याओं को रखा, कच्ची जमीन को पक्का करने की मांग
फाजिल्का के किसानों ने की सीएम मान से मुलाकात:बार्डर के किसानों की समस्याओं को रखा, कच्ची जमीन को पक्का करने की मांग फाजिल्का से विधायक नरेंद्रपाल सवना ने पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के साथ मुलाकात की है l सरहदी इलाके के सरपंच और किसानों संग पहुंचे विधायक ने सीएम से मुलाकात दौरान फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके के किसानों की कच्ची जमीनों को पक्का करने की मांग रखी है l सीएम को सरहदी इलाके की इस बड़ी समस्या से अवगत करवाया है l जानकारी देते हुए फाजिल्का से हलका विधायक नरेंद्रपाल सवना ने बताया कि फाजिल्का के सरहदी इलाके के दौरे दौरान अधिकतर लोगों ने कई समस्याएं उनके सामने रखी l जिसके बाद उन्होंने इलाके के लोगों से वायदा किया था कि वह किसानों की इस समस्या को सीएम के साथ मुलाकात कर उनके सामने रखेंगे l यही वजह है आज उन्होंने सरहदी इलाके के किसानों और सरपंचों के प्रतिनिधि मंडल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के साथ मुलाकात कर उनके आगे बार्डर पट्टी इलाके की कच्ची जमीनों को पक्का करने की मांग रखी है l किया जाएगा उच्च स्तरीय कमेटी का गठन : मान उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि इस मामले को लेकर जल्दी ही उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा और किसानों की इस समस्या का समाधान किया जाएगा l इस मौके पर विधायक सवना के साथ गोसेवा कमीशन के सदस्य अरुण वाधवा, राय सिख समाज सुधार सभा पंजाब के प्रधान हंसा सिंह कामरेड, पूर्व सरपंच हरनेक सिंह ओझावाली, पूर्व सरपंच बलविंदर सिंह आलमशाह, पूर्व सरपंच सुखविंदर सिंह मौजूद रहे l