पंजाब के लुधियाना में एक नाबालिग लड़की के साथ उसके मामा ने छेड़छाड़ की। डरी सहमी लड़की ने स्कूल टीचर को घटना की जानकारी दी। टीचर के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 8वीं क्लास में पढ़ती है लड़की थाना सदर की पुलिस को जानकारी देते हुए टीचर ने बताया कि वह बचित्तर नगर इलाके के एक स्कूल में पढ़ाती है। वह 8वीं क्लास में पढ़ाती है। उसकी क्लास की एक छात्रा बहुत डरी सहमी सी क्लास में बैठी थी। उसने उससे अकेले में बात की तो लड़की ने बताया कि उसके मामा जसवीर सिंह की उस पर बुरी नजर है। वह अपने मामा के साथ रहती है। वही उसका पालन पोषण करते हैं। 1 अगस्त को हुई छेड़छाड़ 1 अगस्त को जब वह अपने कमरे में सो रही थी तो आरोपी मामा जसवीर सिंह उसके कमरे में आया और उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करने लगा। अचानक उसने आंख खोली और उसका विरोध किया। आरोपी जसवीर ने उसे धमकाया और चाय बनाने को कहा। लड़की के मुताबिक वह अपने मामा से मानसिक रूप से परेशान है। इस मामले की जांच एएसआई प्रताप सिंह कर रहे हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 74 बीएनएस 8 पोक्सो एक्ट 2012 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पंजाब के लुधियाना में एक नाबालिग लड़की के साथ उसके मामा ने छेड़छाड़ की। डरी सहमी लड़की ने स्कूल टीचर को घटना की जानकारी दी। टीचर के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 8वीं क्लास में पढ़ती है लड़की थाना सदर की पुलिस को जानकारी देते हुए टीचर ने बताया कि वह बचित्तर नगर इलाके के एक स्कूल में पढ़ाती है। वह 8वीं क्लास में पढ़ाती है। उसकी क्लास की एक छात्रा बहुत डरी सहमी सी क्लास में बैठी थी। उसने उससे अकेले में बात की तो लड़की ने बताया कि उसके मामा जसवीर सिंह की उस पर बुरी नजर है। वह अपने मामा के साथ रहती है। वही उसका पालन पोषण करते हैं। 1 अगस्त को हुई छेड़छाड़ 1 अगस्त को जब वह अपने कमरे में सो रही थी तो आरोपी मामा जसवीर सिंह उसके कमरे में आया और उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करने लगा। अचानक उसने आंख खोली और उसका विरोध किया। आरोपी जसवीर ने उसे धमकाया और चाय बनाने को कहा। लड़की के मुताबिक वह अपने मामा से मानसिक रूप से परेशान है। इस मामले की जांच एएसआई प्रताप सिंह कर रहे हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 74 बीएनएस 8 पोक्सो एक्ट 2012 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल तनखैया करार:अकाल तख्त ने दी धार्मिक सजा, जत्थेदार बोले- गुनाहों की माफी मांगें, राम रहीम को दी थी माफी
अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल तनखैया करार:अकाल तख्त ने दी धार्मिक सजा, जत्थेदार बोले- गुनाहों की माफी मांगें, राम रहीम को दी थी माफी पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को धार्मिक सजा सुना दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुखबीर को तनखैया करार दे दिया है। सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने का आरोप लगा था। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- ”अकाली दल प्रधान और डिप्टी सीएम रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप को अकसर को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।” अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सुखबीर बादल एक साधारण सिख की तरह अकाल तख्त पर आकर अपने गुनाहों की माफी मांगें। सुखबीर बादल 15 दिन के भीतर अकाल तख्त पर पेश हों। अकाली दल के प्रवक्ता विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि अब सुखबीर बादल अकाल तख्त में पेश होंगे। उसके बाद उन्हें गुनाह बताए जाएंगे, जिस पर सुखबीर बादल अपना पक्ष रखेंगे। बैठक से पहले अकाली दल ने बनाया कार्यकारी प्रधान
अकाली दल ने पांचों तख्तों की बैठक से पहले ही बीते दिन बलविंदर सिंह भूंदड़ को कार्यकारी प्रधान नियुक्त कर दिया। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बगावत झेल रहे अकाली दल ने ये निर्णय संवेदनशीलता को देखते हुए लिया है। कई सिख जत्थेबंदियों ने श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचकर सुखबीर बादल के इस्तीफे की मांग की थी। कार्यकारी प्रधान नियुक्त किए गए बलविंदर सिंह भूंदड़ बादल परिवार के करीबी रहे हैं। अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा मामला…. अकाली दल के बागी गुट ने सौंपा था माफीनामा
अकाली दल का बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त पहुंचा था। इस दौरान यहां जत्थेदार को माफीनामा दिया था। जिसमें सुखबीर बादल से हुई 4 गलतियों पर माफी मांगी गई। जिसमें डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने की गलती मानी गई है। 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी में बेअदबी की सही जांच न होने के लिए भी माफी मांगी गई। वहीं IPS अधिकारी सुमेध सैनी को DGP बनाने और मुहम्मद इजहार आलम की पत्नी को टिकट देने की भी गलती मानी गई। बागी गुट के अकाल तख्त को सौंपे माफीनामे में कबूली 4 गलतियां… 1. वापस ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत: 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने दसवें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचाया था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में SAD सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी: श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी को ध्यान में रखते हुए इस फैसले से पीछे हटना पड़ा। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई: 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। शिरोमणि अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में सफल नहीं हुए। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ: SAD सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया था। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पुलिसकर्मी इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। बताना चाहते हैं कि 2012 में बनी SAD सरकार और पिछली अकाली सरकारों ने भी राज्य में झूठे पुलिस मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच करने और पीड़ितों को राहत देने के लिए एक आयोग बनाकर लोगों से किए वादे विफल रहे। 14 जुलाई को स्पष्टीकरण मांगा, 24 को बंद लिफाफे में जवाब दिया
इसके बाद 14 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक हुई। जिसमें 15 दिन के अंदर सुखबीर बादल से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसके बाद 24 जुलाई को सुखबीर बादल ने बंद लिफाफे में श्री अकाल तख्त साहिब को स्पष्टीकरण दिया था। ये दिया था स्पष्टीकरण…
सुखबीर बादल ने लिखा था कि पंजाब का प्रशासनिक मुखिया होने के नाते मुझे इस तरह की अप्रत्याशित घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी है। मैंने सौंपे गए कर्तव्यों का पूरी लगन और परिश्रम से पालन करने की कोशिश की है, लेकिन अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करते समय कभी-कभी कुछ ऐसा हो जाता है, जो अचानक घटित होता है। इससे आपका मन गहरी पीड़ा से गुजरता है और आप आत्मिक रूप से परेशान हो जाते हैं। इस मामले में हमारी पश्चाताप की भावना प्रबल है। ऐसे समय में वे आंतरिक पीड़ा से भी गुजर रहे हैं, ऐसी भावना के साथ, वे गुरु को नमन कर रहे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं कि गुरु साहब शक्ति और दया प्रदान करें।
पंजाब में धुंध का ओरेंज अलर्ट जारी:रात से कोहरे का दिखा असर, एयर-रूट प्रभावित; 18 दिसंबर से नया पश्चिमी विक्षोभ होगा एक्टिव
पंजाब में धुंध का ओरेंज अलर्ट जारी:रात से कोहरे का दिखा असर, एयर-रूट प्रभावित; 18 दिसंबर से नया पश्चिमी विक्षोभ होगा एक्टिव पंजाब में आज भी धुंध को लेकर ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। गुरुवार रात से ही पंजाब के कई जिलों में धुंध का असर देखने को मिला। बीते दिन धूप ना खिलने के कारण दिन के तापमान में 3.6 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। पूरे पंजाब के शहरों का दिन का तापमान 11 से 20 डिग्री के बीच दर्ज किया गया है। वहीं, रात 10 बजे के बाद से एयर-रूट भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। रात 10 बजे के बाद अमृतसर में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई। अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले मलेशिया से आई फ्लाइट को तकरीबन 1.30 घंटा हवा में चक्कर लगाने पड़े। अमृतसर के अलावा गुरदासपुर, तरनतारन, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, फिरोजपुर, फरीदकोट व मोगा में भी धुंध का असर देखने को मिला। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज अमृतसर, तरनतारन, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, बठिंडा, लुधियाना, बरनाला, मानसा, संगरूर, पटियाला और मलेरकोटला में घनी धुंध को लेकर ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां विजिबिलिटी 50 मीटर या उससे कम रह सकती है। इसके अलावा पंजाब के अन्य सभी जिलों में कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। दिन रात के तापमान में अंतर गिरा, दिन हुए ठंडे गुरुवार धूप ना खिलने के कारण दिन व रात के तापमान में अंतर काफी कम देखने को मिला है। अमृतसर में न्यूनतम तापमान जहां 7.2 डिग्री रहा था, वहीं दिन का अधिकतम तापमान मात्र 11.7 डिग्री दर्ज किया गया। बठिंडा में दिन का तापमान 16.6 डिग्री, एसबीएस नगर में 14.7 डिग्री, मोगा में 12.6, रोपड़ में 12.8 डिग्री दर्ज किया गया है। 18 दिसंबर को नया पश्चिमी विक्षोभ होगा एक्टिव मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के करीब एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है, जो आज शांत हो सकता है। इसके बाद 18 दिसंबर से नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा। जिसका असर पहाड़ी इलाकों पर देखने को मिलेगा। पहाड़ों पर बर्फबारी व बारिश के कारण वहां से मैदानी इलाकों पर आने वाली हवाएं और ठंडी होंगी। जिससे पंजाब के तापमान में एक बार फिर गिरावट देखने को मिलेगी। पंजाब के शहरों मौसम अमृतसर- घनी धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 19 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- घनी धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 21 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- घनी धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 16 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 16 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 10 से 20 डिग्री के बीच रह सकता है।
स्ट्रे वैकेंसी राउंड में रिपोर्ट नहीं करने पर नीट के लिए होंगे अपात्र
स्ट्रे वैकेंसी राउंड में रिपोर्ट नहीं करने पर नीट के लिए होंगे अपात्र जालंधर| मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) नई दिल्ली ने नीट-यूजी 2024 के स्ट्रे काउंसलिंग राउंड में सीट आवंटित होने के बावजूद रिपोर्टिंग नहीं करने व प्रवेश नहीं लेने वाले स्टूडेंट्स पर सख्ती दिखाई है। एमसीसी ने ऐसे स्टूडेंट्स को नीट यूजी 2025 के लिए अपात्र घोषित करने का निर्णय लिया है। ऐसे में स्ट्रे काउंसलिंग राउंड में सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है। एमसीसी के नोटिफिकेशन के तहत ऑल इंडिया 15% कोटा एवं 85% स्टेट कोटा एमबीबीएस-बीडीएस काउंसलिंग के स्ट्रे-वैकेंसी राउंड में एमबीबीएस सीट आवंटित की जाएगी। ऐसे स्टूडेंट्स आवंटित सीट पर प्रवेश नहीं लेता है अर्थात जॉइन नहीं करता है तो ऐसे स्टूडेंट आगामी वर्ष 2025 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में सम्मिलित होने की पात्रता खो देंगे, ये स्टूडेंट नीट-यूजी 2025 में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। ऐसे स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी-डिपॉजिट राशि भी जब्त कर ली जाएगी। ऐसे स्टूडेंट जो सेंट्रल-कोटा अथवा स्टेट-कोटा से आवंटित किसी भी एमबीबीएस-सीट पर प्रवेशित नहीं है वे सेंट्रल तथा स्टेट स्ट्रे-वैकेंसी राउंड में सम्मिलित होने के पात्र है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में सम्मिलित होने वाले रिपीटर्स स्टूडेंट्स की संख्या अत्यधिक है। प्रवेश परीक्षा के लिए अपर एज लिमिट तथा नंबर ऑफ अटेंप्ट पर कोई प्रतिबंध नहीं है। ऐसी स्थिति में स्टूडेंट लगातार प्रतिवर्ष परीक्षा में सम्मिलित होते हैं। एमसीसी नई दिल्ली का उद्देश्य है कि स्टूडेंट स्ट्रे-वैकेंसी राउंड से आवंटित एमबीबीएस-सीट पर अनिवार्यतः प्रवेश लें ताकि स्ट्रे-वैकेंसी राउंड की उपयोगिता सिद्ध हो।