पंजाब के लुधियाना में बीती रात गुरु अर्जुन देव नगर इलाके में नशेड़ियों ने एक डेयरी संचालक के घर पर हमला कर दिया। हमलावरों ने जमकर इलाके में वाहनों की भी तोड़फोड़ की। बदमाशों ने इलाके में लोगों पर पत्थराव भी किया। लोगों के मुताबिक गोलियां भी चली लेकिन पुलिस ने फायरिंग को वैरिफाई करने की बात कही है। घटना के कुछ समय बाद नवनियुक्त पार्षद के पति साथियों समेत घटना स्थल का मौका देखने पहुंचे तो हमलावरों ने उन पर भी धावा बोल दिया। गली में खड़े लोगों के वाहन भी तोड़े गली में खड़े लोगों के वाहनों की जमकर तोड़फोड़ की गई। शोर-शराबा सुन लोगों ने तुरंत थाना डिवीजन 7 की पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी। आरोप लगाते हरजीत कौर ने बताया कि रविवार की देर रात दो पक्षो में तलवारें चल रही थी। एक पक्ष का युवक साहिल खुद को बचाते हुए उनके घर मे घुस आया। हमलावरों को लगा कि वो उन्हें बचा रहे हैं। यह देखते ही हमलावरों ने उनके घर और पत्थरबाव शुरू कर दिया। बदमाशों ने घर में घुस कर उन पर हमला किया। मौके पर जब पार्षदपति लवली मनोचा और उनके साथियों को लगा तो वो उनके घर हाल जानने के लिए आए। लोगो ने उन्हें कहा कि गली में प्लाट है जहां नशा होता है, यही से लड़ाइयां होती है। लवली लोगो के साथ प्लाट देखने गए तो वहां लड़कियां और लड़के नशा कर रहे थे, जिन्हें पकड़ लिया। उक्त नशेड़ियों के दो साथी भाग गए और कुछ ही मिनट में अपने 40 से 50 लोगो के साथ आ गए। गोलियां चलाने के भी लोगों ने लगाए आरोप उन्होंने आते ही तलवारों और पत्थरों से हमला कर दिया। हरजीत का आरोप है कि हमलावरों ने गोलियां भी चलाई थी। जिसके बाद बदमाश फरार हो गए। इस मामले में थाना डिवीजन 7 की पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को कब्जे में लिया है और मामले की जांच की जा रही है। पंजाब के लुधियाना में बीती रात गुरु अर्जुन देव नगर इलाके में नशेड़ियों ने एक डेयरी संचालक के घर पर हमला कर दिया। हमलावरों ने जमकर इलाके में वाहनों की भी तोड़फोड़ की। बदमाशों ने इलाके में लोगों पर पत्थराव भी किया। लोगों के मुताबिक गोलियां भी चली लेकिन पुलिस ने फायरिंग को वैरिफाई करने की बात कही है। घटना के कुछ समय बाद नवनियुक्त पार्षद के पति साथियों समेत घटना स्थल का मौका देखने पहुंचे तो हमलावरों ने उन पर भी धावा बोल दिया। गली में खड़े लोगों के वाहन भी तोड़े गली में खड़े लोगों के वाहनों की जमकर तोड़फोड़ की गई। शोर-शराबा सुन लोगों ने तुरंत थाना डिवीजन 7 की पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी। आरोप लगाते हरजीत कौर ने बताया कि रविवार की देर रात दो पक्षो में तलवारें चल रही थी। एक पक्ष का युवक साहिल खुद को बचाते हुए उनके घर मे घुस आया। हमलावरों को लगा कि वो उन्हें बचा रहे हैं। यह देखते ही हमलावरों ने उनके घर और पत्थरबाव शुरू कर दिया। बदमाशों ने घर में घुस कर उन पर हमला किया। मौके पर जब पार्षदपति लवली मनोचा और उनके साथियों को लगा तो वो उनके घर हाल जानने के लिए आए। लोगो ने उन्हें कहा कि गली में प्लाट है जहां नशा होता है, यही से लड़ाइयां होती है। लवली लोगो के साथ प्लाट देखने गए तो वहां लड़कियां और लड़के नशा कर रहे थे, जिन्हें पकड़ लिया। उक्त नशेड़ियों के दो साथी भाग गए और कुछ ही मिनट में अपने 40 से 50 लोगो के साथ आ गए। गोलियां चलाने के भी लोगों ने लगाए आरोप उन्होंने आते ही तलवारों और पत्थरों से हमला कर दिया। हरजीत का आरोप है कि हमलावरों ने गोलियां भी चलाई थी। जिसके बाद बदमाश फरार हो गए। इस मामले में थाना डिवीजन 7 की पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को कब्जे में लिया है और मामले की जांच की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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‘बिग बॉस’ से जुड़ा पंजाब का ट्राइडेंट ग्रुप:होम टेक्सटाइल ब्रांड के साथ रियलिटी शो का पहला टाई-अप, पद्मश्री गुप्ता बोले- पार्टनर के तौर पर दिखेंगे प्रीमियम होम डेकोर और लग्जरी टेक्सटाइल्स के अग्रणी ब्रांड माईट्राइडेंट ने भारत के सबसे प्रतिष्ठित रियलिटी शो “बिग बॉस” सीजन 18 के साथ होम डेकोर पार्टनर के रूप में अपने जुड़ाव की आधिकारिक घोषणा की है। इस बार बिग बॉस सीजन 18 में बिग बॉस के नए घर का पूरा लुक माईट्राइडेंट के प्रीमियम होम डेकोर प्रोडक्ट पोर्टफोलियो से लैस होगा। यह जानकारी देश के जाने-माने टेक्सटाइल ग्रुप ट्राइडेंट के संस्थापक पद्मश्री राजिंदर गुप्ता ने मीडिया को दी। माई ट्राइडेंट बिग बॉस के घर की पूरी सजावट को बढ़ाएगा राजिंदर गुप्ता ने कहा कि अपनी तरह की इस पहली साझेदारी में माई ट्राइडेंट की लग्जरी बेडिंग और होम टेक्सटाइल की एक्सक्लूसिव रेंज बिग बॉस के घर की पूरी सजावट को बढ़ाएगी, जिससे दर्शकों को शानदार लग्जरी और स्टाइल का नया लुक मिलेगा। बिग बॉस ने पहली बार किसी होम टेक्सटाइल ब्रांड के साथ साझेदारी की है, जिससे माई ट्राइडेंट को बिग बॉस के घर की आंतरिक सजावट को बदलने में प्रमुख भूमिका निभाने का मौका मिला है। माय ट्राइडेंट लिए एक ऐतिहासिक क्षण रियलिटी टीवी डेकोर में एक नया मानक बनाना यह नई साझेदारी माय ट्राइडेंट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि यह भारत के सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले रियलिटी शो के दौरान सुर्खियों में रहेगा। पॉप कल्चर और मनोरंजन के पावरहाउस, “बिग बॉस” के साथ जुड़कर, माय ट्राइडेंट इस त्यौहारी सीजन में लाखों परिवारों के दिलों में अपनी जगह बना रहा है और उन्हें सही समय पर शामिल कर रहा है। माय ट्राइडेंट की चेयरपर्सन नेहा गुप्ता बेक्टर ने कहा, “हम पहली बार बिग बॉस के साथ साझेदारी करके बेहद उत्साहित हैं। विलासिता और आराम से गहराई से जुड़े एक ब्रांड के रूप में, यह सहयोग हमें यह उजागर करने का अवसर देता है कि हमारा प्रीमियम होम डेकोर कलेक्शन किसी भी स्थान को कैसे बढ़ा सकता है।
डिंपी ढिल्लों ने SAD छोड़ा, आप में जाने की चर्चा:मनप्रीत बादल की वजह से पार्टी छोड़ी, दलजीत सिंह चीमा की सफाई
डिंपी ढिल्लों ने SAD छोड़ा, आप में जाने की चर्चा:मनप्रीत बादल की वजह से पार्टी छोड़ी, दलजीत सिंह चीमा की सफाई शिरोमणि अकाली दल (SAD) को एक और झटका लगा है। गिद्दड़बाहा के सीनियर अकाली नेता और हलका प्रभारी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाकर इस बारे में ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने भरे मन से यह फैसला लिया है। वह करीब 39 से चालीस सालों से पार्टी जुड़े हुए थे। बादल साहब से उनकी पुरानी दोस्ती परिवारवाद की भेंट चढ़ गई। उन्होंने मनप्रीत बादल को एक वजह बताया है। वहीं, उनके आम आदमी पार्टी जॉइन करने की चर्चा है।हालांकि उनका कहना है कि वह पार्टी वर्करों से मीटिंग कर अगला फैसला लेंगे। अकाली दल ढिल्लों का करता है समर्थन दूसरी तरफ अकाली दल के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि गिद्दड़बाहा हलके में किसी अन्य पार्टी के किसी भी नेता को आगामी उपचुनाव में उम्मीदवार के रूप में उतारने का कोई इरादा नहीं है। इस तरह की सभी अटकलें झूठी और निराधार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी ने इस तरह के किसी भी कदम के बारे में किसी से चर्चा नहीं की है। डाॅ. चीमा ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी उपचुनाव के लिए अकाली दल पूरी तरह से भरोसेमंद हरदीप सिंह ढिल्लों का समर्थन करती है। उन्होने ढिल्लों से अकाली दल की विरोधी ताकतों द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से गुमराह न होने का भी आग्रह किया है। वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने मीटिंगों में खुले तौर पर कहा है कि डिंपी ढिल्लों गिद्दड़बाहा से पार्टी के लिए सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि ढिल्लों की उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा नहीं की जा सकती, क्योंकि संसदीय बोर्ड अभी भी उपचुनाव वाले सभी चार हलकों से उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने की प्रक्रिया में है। पार्टी अध्यक्ष सहित पूरी पार्टी उनके साथ है और उनसे पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करने की उम्मीद करती है। 15 मिनट में गिनाया 38 साल का सफर डिंपी ढिल्लों पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने से पहले फेसबुक पर लाइव हुए। उन्होंने कहा जिस पार्टी से आदमी 37- 38 साल से जुड़ा हूं, उसे छोड़ने का फैसला बडे़ भावुक होकर लेने जा रहा हूं। सबसे बड़ा इमोशन मेरे स्व. पिता शिवराज सिंह ढिल्लों साहब थे। जो कि सारे परिवार काे बादल साहिब की बाजू पकड़ाकर गए थे। साथ ही कहकर गए थे अच्छा बुरा समय पार्टी पर आता है। लेकिन पार्टी का साथ नहीं छोड़ना है। 1989 से पार्टी से जुड़े थे, पीछे मुड़कर नहीं देखा डिंपी ने कहा 1989 में पार्टी में पहली बार भाई शमिंदर सिंह चुनाव लड़े थे, तो मैंने काम किया। 1992 में पार्टी ने चुनाव का बायॅकाट किया था। 1995 में पार्टी ने गिद्दड़बाहा उपचुनाव जीता था। 1997 में पार्टी की पंजाब में सरकार बनी। बादल साहब पंजाब के मुख्यमंत्री बने। 2002 तक सरकार का लाभ उठाया। 2002 में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की सरकार बनी। उनकी वजह से हमारा भी काफी नुकसान हुआ। लेकिन हम बादल परिवार के साथ खड़े । हमने मनप्रीत की बजाए सुखबीर बादल को चुना डिंपी ने कहा कि जब भी बादल साहब या सुखबीर जी का जो भी मैसेज आता था। हमेशा उस फैसले काे स्वीकार करते थे। पांच साल की कड़ी मशक्त बाद 2007 में अकाली दल की सरकार बनी । सब कुछ ठीक चल रहा था। 2010 में पार्टी पर संकट आया। मनप्रीत बादल ने एक और पार्टी बना ली। फिर हमारे लिए दो रास्ते बन गए। एक रास्ता मनप्रीत बादल की तरफ जाता था तो दूसरा सुखबीर सिंह बादल की तरफ जाता था। हमने सुखबीर बादल का रास्ता चुना। 2012 में ऐसा लग रहा था पीपीपी की सरकार बनेगी, मनप्रीत बादल मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन हम ढोले नहीं है। लेकिन अकाली दल पार्टी की डटकर सेवा की और हमारी सरकार बनी। सरकार बनने के बाद हलके की सेवा मुझे दी गई। कभी बादल साहब की पगड़ी को दाग नहीं लगने दिया। पांच साल काम किया। 2017 में पहला चुनाव लड़ा। उस समय पार्टी का स्तर काफी नीचे गिर गया था, बेअदबी व नशों के चलते पार्टी का ग्राफ काफी नीचे था। लेकिन 49 हजार वोट मिले। चुनाव हार गया। पर्चे हुए, लेकिन पार्टी के वर्करों के साथ खड़े रहे डिंपी ने कहा कि फिर कांग्रेस की सरकार आई। कांग्रेस सरकार में बड़े पर्चे हमारे ऊपर करवाए गए। वर्करों को कभी पीठ नहीं दिखाई। 2022 के चुनाव भी डकटर चुनाव लड़े। 50 हजार के करीब वोट पड़े। आम आदमी पार्टी की हवा के बीच 1300 वोटों से चुनाव हार गए। अचानक जनवरी में बादल साहब से मैंने पूछा मनप्रीत ने गिद्दड़बाहा सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। क्या आपके ध्यान में है। उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी जॉइन करना चाहता है। उसका कहना है कि गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ेगा। इसके बाद बादल ने मुझे कहा कि डिंपी सियासत करनी है या नहीं। यह बात मुझे बड़ी चुबी। फिर कहा कि सियासत करनी है तो तू तलवंडी साबो चला जा। मैंने कहा कि मैं वहां नहीं जाऊंगा। मैं घर पर बैठ गया। फिर सुखबीर का फोन आया और कहा मैं तो वैसे ही मजाक किया था, तू तो सीरियस हो गया। तू मेरी किचन कैबिनेट का मेंबर हो, हलका संभाल। फिर दोबारा उपचुनाव की स्थिति बनी तो पूछा प्रधान जी क्या आदेश है। उन्होंने कहा कि तैयारियां शुरू करो। मैंने पूछा कि इलेक्शन कौन लड़ेगा,बता देंगे। एक दिन बीबा जी ने एनाउंस कर दिया कि सुखबीर बादल इलेक्शन लड़ेंगे। हालांकि अगले दिन सुखबीर बादल ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा। तू इलेक्शन लड़ेगा। फिर मैंने उन्हें कहा कि स्थिति साफ करो। मनप्रीत बादल बोले हम घी खिचड़ी डिंपी ने कहा कि मनप्रीत सिंह बादल साहब फिर एक्टिव हो गए। वह बीजेपी के नेता है। मनप्रीत बीजेपी में शामिल किसी को करवाते नहीं है। मेरे सारे समर्थक कहने लगे पडे़ कि धोखा न हो जाए। गांवों के प्रोग्राम बने गए हैं। फिर मैंने सुखबीर को कहा कि मनप्रीत बादल के बारे में स्थिति साफ करो। मुझे या खुद को उम्मीदवार घोषित कर दो। आखिर में मुझे लगा कि मैं दोनों भाईयों के बीच रोड़ा बन रहा हूं। मनप्रीत बादल गांवों में कहते हैं कि सुखबीर और वह घी खिचड़ी है। ऐसे में हमने तय किया कि इस सिसासत की भेंट नहीं चड़ सकता हूं। इतनी बात जरूर बता दूं कि मैंने किसी से कोई गदारी नहीं की है। मैं घर बैठने जा रहा हूं। 36 -37 साल पुरानी परिवारवाद की भेंट चढ़ गई है।बादल साहब ने मेरे से आंखे फेर ली, लेकिन मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। 2022 में मात्र 1349 वोटों से हारे थे डिंपो ढिल्लों की गिदड़बाहा सीट पर अच्छी पकड़ है। दो बार चुनावों में उसे हार का मुंह देखना पड़ा है। साल 2012 से यहां से लगातार कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वरिंग चुनाव जीतने आ रहे है। 2017 में उन्होंने हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को राजा वड़िंग ने हराया था। चुनाव में डिंपी को 47288 को वोट मिले थे, जबकि वड़िंग को 63500 मत मिले थे। जबकि 2022 में जब पूरे राज्य में आम आदमी पार्टी की हवा थी। लेकिन इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बीच में ही मुकाबला था। इस दौरान राजा वड़िंग के वोट कम होकर 50998 रह गए। जबकि डिंपी को 49649 वोट मिले। दोनों में जीत का अंतर 1349 वोट का था। ऐसे में डिंपी ढिल्लों खुद को काफी मजबूत दावेदर इस सीट से मानते हैं। गिद्दड़बाहा सीट SAD का गढ़ गिद्दड़बाहा सीट 1967 में बनी थी। पहला चुनाव यहां से कांग्रेस नेता हरचरण सिंह बराड़ जीते थे। इसके बाद लगातार पांच बार 1969, 72, 77, 80 और 85 में इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जीते। 1992 में कांग्रेस नेता रघुबीर सिंह जीते। इसके बाद 1995, 97, 2002 और 2007 में सीट से शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर मनप्रीत बादल जीतते रहे। जबकि 2012, 2017 और 2022 में इस सीट से कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग जीते हैं। लेकिन अब वह लुधियाना से लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने इस सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इस वजह से यह सीट खाली हुई है।
फाजिल्का में कार ने बाइक को मारी टक्कर:मां-बेटे गंभीर घायल; बच्चे के लिए दवाई लेने जा रही थी महिला
फाजिल्का में कार ने बाइक को मारी टक्कर:मां-बेटे गंभीर घायल; बच्चे के लिए दवाई लेने जा रही थी महिला फाजिल्का में कार ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में मां की टांग टूट गई, जबकि बेटे के मुंह पर चोट लगी है। महिला बच्चे की दवाई लेने के लिए अस्पताल जा रही थी। वहीं कार ड्राइवर मौके से फरार हो गया। देस सिंह ने बताया कि वह गांव सलेमशाह के रहने वाले है और अपने बच्चे की दवाई लेने के लिए गांव से फाजिल्का आए थे। इसी दौरान रास्ते में एक कार ड्राइवर ने उन्हें टक्कर मार दी l जिससे बाइक सवार उसकी पत्नी और उसके तीन वर्षीय बच्चा घायल हो गया है। हादसा के बाद आरोपी ड्राइवर फरार देस सिंह का आरोप है कि कार ड्राइवर ने ड्रिंक की हुई थी l जिस वजह से हादसा हुआ। ड्राइवर कार लेकर मौके से फरार हो गया l दोनों घायलों को इलाज के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है l