पंजाब के लुधियाना में निकाय चुनाव 21 दिसंबर को है। शाम को ही चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने केन्द्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना पहुंचे। बिट्टू ने जमकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा। निकाय चुनाव करवाने से सरकार थी डरती बिट्टू ने कहा कि आप सरकार पहले तो निकाय चुनाव करवाने से डरती थी क्योंकि सरकार को पता था कि उनका जीतना संभव नहीं है। लेकिन अब जब अदालत ने चुनाव करवाने का आदेश दिया है तो मजबूरन सरकार को चुनाव करवाने पड़ रहे है। बिट्टू ने कहा कि आप सरकार ने कई भाजपा नेताओं की वोट ही उनके वार्डों से काट दी है। बिट्टू बोले-आप सरकार ने किया लोकतंत्र का चीर हरण सरेआम आप सरकार लोकतंत्र का चीर हरण कर रही है। बिट्टू ने कहा कि वार्ड नंबर 83 से भाजपा उम्मीदवार नमिता मल्होत्रा के ससुर व पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा का वोट काटा गया है। जिला प्रशासन की तरफ से जारी की गई फाइनल सूची में पूर्व एसपी मल्होत्रा का नाम नहीं है। वोट कटने के बाद मल्होत्रा ने भाजपा की लीडरशिप को सूचित किया। बिट्टू ने कहा कि इस संबंधी डी.सी को भी मिलकर शिकायत दी है। पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा बोले… उधर, सतीश मल्होत्रा ने कहा कि डी.सी जितेन्द्र जोरवाल ने वोट बनवाने में असमर्थता जाहिर की है। उनका कहना था कि 12 दिसंबर को वोट बनना संभव था लेकिन अब नहीं। मल्होत्रा ने कहा कि उनका वोट जानबूझ कर काटा गया है। मल्होत्रा ने कहा कि इस संबंधी वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जाएंगे। मल्होत्रा ने कहा के विधान सभा और लोकसभा की सूची में नाम था।वेबसाइट में भी उनका नाम है लेकिन नई वोटर सूची में नाम नहीं है। यह जिला प्रशासन और बीएलओ की बड़ी लापरवाही है। पंजाब के लुधियाना में निकाय चुनाव 21 दिसंबर को है। शाम को ही चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने केन्द्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना पहुंचे। बिट्टू ने जमकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा। निकाय चुनाव करवाने से सरकार थी डरती बिट्टू ने कहा कि आप सरकार पहले तो निकाय चुनाव करवाने से डरती थी क्योंकि सरकार को पता था कि उनका जीतना संभव नहीं है। लेकिन अब जब अदालत ने चुनाव करवाने का आदेश दिया है तो मजबूरन सरकार को चुनाव करवाने पड़ रहे है। बिट्टू ने कहा कि आप सरकार ने कई भाजपा नेताओं की वोट ही उनके वार्डों से काट दी है। बिट्टू बोले-आप सरकार ने किया लोकतंत्र का चीर हरण सरेआम आप सरकार लोकतंत्र का चीर हरण कर रही है। बिट्टू ने कहा कि वार्ड नंबर 83 से भाजपा उम्मीदवार नमिता मल्होत्रा के ससुर व पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा का वोट काटा गया है। जिला प्रशासन की तरफ से जारी की गई फाइनल सूची में पूर्व एसपी मल्होत्रा का नाम नहीं है। वोट कटने के बाद मल्होत्रा ने भाजपा की लीडरशिप को सूचित किया। बिट्टू ने कहा कि इस संबंधी डी.सी को भी मिलकर शिकायत दी है। पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा बोले… उधर, सतीश मल्होत्रा ने कहा कि डी.सी जितेन्द्र जोरवाल ने वोट बनवाने में असमर्थता जाहिर की है। उनका कहना था कि 12 दिसंबर को वोट बनना संभव था लेकिन अब नहीं। मल्होत्रा ने कहा कि उनका वोट जानबूझ कर काटा गया है। मल्होत्रा ने कहा कि इस संबंधी वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जाएंगे। मल्होत्रा ने कहा के विधान सभा और लोकसभा की सूची में नाम था।वेबसाइट में भी उनका नाम है लेकिन नई वोटर सूची में नाम नहीं है। यह जिला प्रशासन और बीएलओ की बड़ी लापरवाही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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होशियारपुर से कारीगर 2 किलो सोना लेकर फरार:दुकानदारों ने जेवर बनाने के लिए दिया था, यूपी का रहने वाला है आरोपी होशियारपुर के दसूहा में एक सोने का कारीगर ज्वैलरी कारोबारियों का लाखों रुपए का सोना लेकर फरार हो गया। ज्वैलर्स ने पुलिस से शिकायत दर्ज करवाकर कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि कारीगर करीब 2 किलो सोना लेकर फरार हो गया है। स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष सुशील पडियाल ने कहा कि यूपी का रहने वाला अमित कुमार इस दसूहा में रह रहा था और उसके पास दसूहा का आधार कार्ड भी था। उन्होंने बताया कि कारीगर अमित कुमार सुनारों द्वारा जेवर बनाने के लिए दिया गया करीब दो किलों सोना लेकर फरार हो गया। उन्होंने एसएसपी से मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें जल्द पकड़ा जाए। सराफा बाजार के जिन-जिन सुनारों ने अमित को जेवर बनाने और सोने के जेवरों पालिश करने के लिए दिया था, वह सभी दुकानदार बेहद परेशान नजर आ रहे हैं। सभी एसएसपी से आरोपी को पकड़ने और उनका सोना वापस दिलाए जाने की मांग की है।
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा वारिस मलिक| जालंधर पीएपी की बंद पड़ी सर्विस लेन को खोलने के लिए नई ड्राइंग तैयार की गई है। 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा नया रैप तैयार करके डेंजर जोन बने फ्लाईओवर और सर्विस रोड का हल निकाला जा रहा है। इसके लिए डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद इसका स्थाई हल निकाला है। जिस पर अब एनएचएआई की तरफ से फाइनल प्रोजेक्ट को तैयार करने के बाद डीसी पीएपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इसे फाइनल करेंगे। पीएपी में यहां पर मौजूदा जगह से क्रैश बैरियर लगाकर मर्ज हुई जगह को ब्लाक किया गया है। वहां से नई लैग को करीब 7 मीटर चौड़ा करते हुए पीएपी फ्लाईओवर के साथ उठाया जाएगा। यहां से आगे 250 मीटर तक फाइनल में 5.50 मीटर तक करते हुए उसे मुख्य फ्लाईओवर के साथ मर्ज किया जाएगा। इससे पीएपी की तरफ जाने वाली सर्विस रोड़ का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे रामामंडी चौक पर बढ़ा हुआ ट्रैफिक का बोझ कम किया जाएगा। लोगों को अमृतसर, करतारपुर जाने के लिए करीब 4 किलोमीटर अतिरिक्त नहीं जाना पड़ेगा। इस नई व्यवस्था के बाद पीएपी फ्लाईओवर के नीचे लाइटों पर लगने वाला जाम भी कम होगा। गौर है कि फ्लाईओवर को चौड़ा करने और सर्विस रोड को खोलने के लिए 6 से अधिक बार ड्राइंग बन चुकी है। लेकिन रेलवे की तरफ से फाइनल नहीं की गई। लेकिन अब इसका हल निकाला गया है। इससे जमीन भी एक्वायर नहीं करनी पड़ेगी और न मिनिस्ट्री आफ रोड़ ट्रांसपोर्ट से इसकी मंजूरी की जरूरत है। सिर्फ एनएचएआई की मंजूरी के बाद इसे शुरू किया जाएगा। हालांकि, शुरूआत में यह भी कहा जा रहा था कि पीएपी फ्लाईओवर के साथ एक नया रेलवे ओवर ब्रिज तैयार किया जाना था। जिसके लिए पीएपी की जमीन एक्वायर करने के साथ रेलवे, पीएसपीसीएल सहित रोड़ ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री से मंजूरी की जरूरत थी। इसके लिए करीब 16 करोड़ रुपए का प्रस्ताव था। लेकिन पीएपी फ्लाईओवर पार करने पर बीबीएमबी का 220 केवी की तारें गुजर रही है, जिन्हें शिफ्ट करने पर ही 18 करोड़ रुपए का खर्चा है। इसके अलावा पीएपी की ट्री लाइन जिसे वह नेचुरल डिफेंस लाइन मानते हैं। उसे भी एक्वायर किया जाना था। जिस पर काफी खर्च होना था। लेकिन नई व्यवस्था के बाद करीब 3 से 4 करोड़ की लागत से 250 मीटर की नई लैग तैयार कर ट्रैफिक को मर्ज किया जाएगा। 2018 में जब पीएपी फ्लाईओवर बनकर तैयार हुआ था और एक दिन बाद ही उसे बंद करना पड़ा था क्योंकि यहां से जालंधर का ट्रैफिक मर्ज किया हुआ था वहां पर लगातार एक्सीडेंट होने लगे थे। उसके बाद प्रशासन ने सर्विस रोड खोलने के लिए एनएचएआई से सुझाव मांगे थे। तब एनएचएआई ने जिस कंपनी को ठेका दिया था। तब उसने 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा रैंप तैयार करने की बात कही गई थी, जिस पर तब सहमति नहीं बनी थी और नया आरओबी बनाने के लिए कहा जा रहा था लेकिन अब दोबारा से शुरु पांच साल पहले वाली प्रपोजल को ही अपनाया जा रहा है। पीएपी के अधिकारियों का कहना है कि जिस ड्राइंग के हिसाब से इस सर्विस रोड को खोलने के की तैयारी की जा रही है। वह स्थाई हल नहीं है। इसके लिए अलग से लैग तैयार करनी है या फिर फोर लेन फ्लाईओवर को चौड़ा दोनों तरफ से करना होगा। इसके लिए पीएपी की जगह एक्वायर करते हुए नया प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा फ्लाईओवर के उपर ग्रीन बेल्ट जो करीब 6 फुट चौड़ी है उसको छोटा करके भी मौजूदा फ्लाईओवर को चौड़ा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लाभ मिलेगा।
लुधियाना में बदला आम आदमी क्लिनिक का नाम:आयुष्मान आरोग्य केंद्र के लगे बोर्ड,CM मान की फोटो भी हटाई
लुधियाना में बदला आम आदमी क्लिनिक का नाम:आयुष्मान आरोग्य केंद्र के लगे बोर्ड,CM मान की फोटो भी हटाई पंजाब में शहरी इलाकों के 242 आम आदमी क्लीनिकों व 2889 हैल्थ एंड वैलैस सेंट्रों (2403) सब सेंटरों व 266 प्राइमरी हैल्थ सैंटरों को अब आयुष्मान आरोग्य केन्द्र के नाम से जाना जाएगा। पंजाब सरकार ने केन्द्र सरकार की गाइडलाइंस के तहक इन केन्द्रों का नाम बदलना शुरू कर दिया है। 94 में से 65 क्लिनिक पर लग चुके बोर्ड लुधियाना में 94 में से 65 आम आदमी क्लिनिक अब आयुष्मान आरोग्य केंन्द्र के नाम से जाने जाएंगे। इन क्लीनिकों पर नए बोर्ड लग गए हैं। इन क्लीनिकों से CM भगवंत सिंह मान की फोटो भी हटा दी गई है।
केंद्र सरकार को क्लीनिकों के नाम पर एतराज था। उनका कहना था कि केंद्र सरकार के पैसे से खोले गए सेंटरों को आम आदमी क्लिनिक का नाम देकर राज्य सरकार ने ब्रांडिंग के नियमों की उल्लंघना की है। फंड रोके जाने के बाद से केंद्र व राज्य सरकार के बीच खींचातान चलती रही। बोर्ड बदलने की जिम्मेदारी डिस्टि्रक हैल्थ सोसायटियों को दी गई है। इन बोर्डों पर पंजाबी, हिंदी व अंग्रेजी में आयुष्मान आरोग्य केन्द्र लिखा है। केंद्र व राज्य के बीच बनी सहमति के बाद बदले गए नाम
हाल ही में केंद्र व राज्य सरकार के बीच सहमति बनी। राज्य सरकार ने तय किया कि जिन क्लीनिकों पर एनएचएम का पैसा लगा है, उनका नाम बदला जाएगा, लेकिन जो क्लीनिक राज्य सरकार के पैसे से चल रहे हैं, उनके नाम नहीं बदले जाएंगे। इसी के तहत 242 आम आदमी क्लीनिकों व 2889 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का नाम बदलने का फैसला लिया गया है। डिस्ट्रिक्ट हेल्थ सोसायटियों को 15 जनवरी तक क्लीनिकों पर नए बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए थे।