लुधियाना में पोटाश बम से युवक घायल:धमाके से पैर जला, गंभीर हालत में PGI रेफर, जख्मी व्यक्ति पेशे से दर्जी है

लुधियाना में पोटाश बम से युवक घायल:धमाके से पैर जला, गंभीर हालत में PGI रेफर, जख्मी व्यक्ति पेशे से दर्जी है

लुधियाना में युवक लगातार पाइप में सल्फर-पोटाश लोहे को डालकर बम फोड़ रहे हैं। पोटाश बेचने वाले भी बिना किसी रोक-टोक के पोटाश (बारूद) बेच रहे हैं। बीती रात जनकपुरी इलाके में एक युवक के पैर में पोटाश-सल्फर बम लग गया। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका पैर बुरी तरह जल गया। उसके दोस्त उसे सिविल अस्पताल लेकर आए। लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। घायल का नाम असलम है। जानकारी के अनुसार असलम जनकपुरी गली नंबर 6 का रहने वाला है। वह अपने दोस्तों के साथ लोहे की पाइप में पोटाश डालकर ब्लास्ट कर रहा था। अचानक उसके एक दोस्त ने पाइप में पोटाश बम डालकर उसके पैर के पास फोड़ दिया। धमाका इतना बड़ा था कि पोटाश बम ने पास खड़े असलम के पैर को पूरी तरह जला दिया। पैर की हालत बिगड़ती देख सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर रेफर कर दिया। बातचीत करते हुए असलम ने बताया कि आज वह अपने दोस्तों के साथ बम फोड़ रहा था। तभी अचानक उसके पैर के पास विस्फोट हुआ। उसका पैर बुरी तरह जल गया है। वह पेशे से दर्जी है। अब उसे इलाज के लिए पीजीआई में भर्ती कराना पड़ेगा। वेल्डर 200 से 300 रुपए में नाल बनाते हैं बता दें कि हम उस पटाखे की बात कर रहे हैं, जिसे स्थानीय भाषा में ‘नाल’ कहा जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले पाइप और फिर लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया जाता है। इसे वेल्डर बनाते हैं। यह ‘नाल’ करीब 200 से 300 रुपए में तैयार हो जाती है। इसके बाद इस पाइप के अंदर सल्फर और पोटाश का एक चुटकी मिश्रण डाला जाता है। आखिर में इसे लोहे की रॉड से मारा जाता है। इसके बाद पाइप से तेज आवाज निकलती है। एक किलो मिश्रण में एक हजार धमाके
मार्केट में एक किलो गंधक और पोटाश करीब 600 रुपए में आसानी से परचून सामान की दुकानों पर मिल जाती हैं। जानकार लोग बताते हैं कि एक किलो मिश्रण में नाल से करीब एक हजार बार धमाके किए जा सकते हैं। लोग इसे बेशक आतिशबाजी के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हों, लेकिन धमाके में इस्तेमाल होने वाली वही चीजें हैं जो पटाखों में प्रयुक्त होती हैं। लुधियाना में युवक लगातार पाइप में सल्फर-पोटाश लोहे को डालकर बम फोड़ रहे हैं। पोटाश बेचने वाले भी बिना किसी रोक-टोक के पोटाश (बारूद) बेच रहे हैं। बीती रात जनकपुरी इलाके में एक युवक के पैर में पोटाश-सल्फर बम लग गया। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका पैर बुरी तरह जल गया। उसके दोस्त उसे सिविल अस्पताल लेकर आए। लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। घायल का नाम असलम है। जानकारी के अनुसार असलम जनकपुरी गली नंबर 6 का रहने वाला है। वह अपने दोस्तों के साथ लोहे की पाइप में पोटाश डालकर ब्लास्ट कर रहा था। अचानक उसके एक दोस्त ने पाइप में पोटाश बम डालकर उसके पैर के पास फोड़ दिया। धमाका इतना बड़ा था कि पोटाश बम ने पास खड़े असलम के पैर को पूरी तरह जला दिया। पैर की हालत बिगड़ती देख सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर रेफर कर दिया। बातचीत करते हुए असलम ने बताया कि आज वह अपने दोस्तों के साथ बम फोड़ रहा था। तभी अचानक उसके पैर के पास विस्फोट हुआ। उसका पैर बुरी तरह जल गया है। वह पेशे से दर्जी है। अब उसे इलाज के लिए पीजीआई में भर्ती कराना पड़ेगा। वेल्डर 200 से 300 रुपए में नाल बनाते हैं बता दें कि हम उस पटाखे की बात कर रहे हैं, जिसे स्थानीय भाषा में ‘नाल’ कहा जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले पाइप और फिर लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया जाता है। इसे वेल्डर बनाते हैं। यह ‘नाल’ करीब 200 से 300 रुपए में तैयार हो जाती है। इसके बाद इस पाइप के अंदर सल्फर और पोटाश का एक चुटकी मिश्रण डाला जाता है। आखिर में इसे लोहे की रॉड से मारा जाता है। इसके बाद पाइप से तेज आवाज निकलती है। एक किलो मिश्रण में एक हजार धमाके
मार्केट में एक किलो गंधक और पोटाश करीब 600 रुपए में आसानी से परचून सामान की दुकानों पर मिल जाती हैं। जानकार लोग बताते हैं कि एक किलो मिश्रण में नाल से करीब एक हजार बार धमाके किए जा सकते हैं। लोग इसे बेशक आतिशबाजी के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हों, लेकिन धमाके में इस्तेमाल होने वाली वही चीजें हैं जो पटाखों में प्रयुक्त होती हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर