पंजाब के लुधियाना में फील्ड गंज के पास प्रेम नगर में गुरुद्वारा साहिब गए एक युवक की आज पिटाई कर दी गई। हमलावरों ने उसके सिर और छाती पर जोरदार वार किए। घायल युवक किसी तरह अपने घर पहुंचा। जब लोग उसे सिविल अस्पताल ले गए तो उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का नाम सूरज कुमार है जो फील्ड गंज का रहने वाला था। गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने गया था सूरज जानकारी के अनुसार सूरज की बहन ने बताया कि वह सीएमसी अस्पताल में काम करती है। वह सुबह साढ़े पांच बजे अपने पति के साथ काम पर चली जाती है। सूरज की मौसी का बेटा शराब बेचने का अवैध काम करता है। वह सूरज पर शराब बेचने का दबाव बनाता है। जब सूरज शराब बेचने से मना करता है तो उसके साथ मारपीट की जाती है। परिजनों के अनुसार आरोपियों के नाम शीशा, मन्नू और तोता हैं। आज सुबह सूरज सात बजे गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने गया था। रास्ते में आते समय आरोपियों ने उसे घेर लिया। उसके चेहरे और पेट पर लात-घूंसे बरसाए। सूरज की नाक से भी काफी खून बह रहा था। कल रात भी पुलिस ने इलाके में शराब तस्करों पर दबिश दी थी, लेकिन रात में कोई पकड़ में नहीं आया। पुलिस अधिकारी ने लोगों को शराब बेचना बंद करने के लिए समझाया। बोले-SHO गुरजीत सिंह थाना डिवीजन नंबर 2 के एसएचओ गुरजीत सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पुलिस अलग-अलग एंगलों से जांच कर रही है। जिन पर हत्या का आरोप है, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे भी कर्मचारी चेक कर रहे हैं। पंजाब के लुधियाना में फील्ड गंज के पास प्रेम नगर में गुरुद्वारा साहिब गए एक युवक की आज पिटाई कर दी गई। हमलावरों ने उसके सिर और छाती पर जोरदार वार किए। घायल युवक किसी तरह अपने घर पहुंचा। जब लोग उसे सिविल अस्पताल ले गए तो उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का नाम सूरज कुमार है जो फील्ड गंज का रहने वाला था। गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने गया था सूरज जानकारी के अनुसार सूरज की बहन ने बताया कि वह सीएमसी अस्पताल में काम करती है। वह सुबह साढ़े पांच बजे अपने पति के साथ काम पर चली जाती है। सूरज की मौसी का बेटा शराब बेचने का अवैध काम करता है। वह सूरज पर शराब बेचने का दबाव बनाता है। जब सूरज शराब बेचने से मना करता है तो उसके साथ मारपीट की जाती है। परिजनों के अनुसार आरोपियों के नाम शीशा, मन्नू और तोता हैं। आज सुबह सूरज सात बजे गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने गया था। रास्ते में आते समय आरोपियों ने उसे घेर लिया। उसके चेहरे और पेट पर लात-घूंसे बरसाए। सूरज की नाक से भी काफी खून बह रहा था। कल रात भी पुलिस ने इलाके में शराब तस्करों पर दबिश दी थी, लेकिन रात में कोई पकड़ में नहीं आया। पुलिस अधिकारी ने लोगों को शराब बेचना बंद करने के लिए समझाया। बोले-SHO गुरजीत सिंह थाना डिवीजन नंबर 2 के एसएचओ गुरजीत सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पुलिस अलग-अलग एंगलों से जांच कर रही है। जिन पर हत्या का आरोप है, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे भी कर्मचारी चेक कर रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बरनाला में आशा वर्कर-पुलिस के बीच झड़प:धक्का- मुक्की करने का आरोप, सांसद मीत हेयर से मिलने आई थी, दिया धरना
बरनाला में आशा वर्कर-पुलिस के बीच झड़प:धक्का- मुक्की करने का आरोप, सांसद मीत हेयर से मिलने आई थी, दिया धरना आशा वर्कर्स यूनियन द्वारा आज बरनाला में राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। आम आदमी पार्टी सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के आवास के सामने लगाई गई बैरिकेडिंग पर आशा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई। पुलिस और आशा कार्यकर्ताओं के बीच धुक्का-मुक्की भी हुई। सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। आशा वर्करों ने मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया है। सांसद के घर के सामने दिया धरना प्रदर्शनकारी आशा वर्करों किरनदीप कौर और भवनपऱीत कौर ने कहा कि आज उनकी आशा वर्कर एवं फैसिलिटेटर यूनियन अपनी मांगों को लेकर सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के घर के सामने धरना दिया। इसी बीच पुलिस-प्रशासन की ओर से उनसे धक्का मुक्की की गई। वे अपनी मांगों को लेकर सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने आये थे, ताकि उन्हें बैठक के लिए समय दिया जा सके, लेकिन सरकार के किसी प्रतिनिधि ने उनसे मुलाकात नहीं की। जिसके कारण वे आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जारी रहेगा संघर्ष उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने सत्ता में आने से पहले उनसे कई वादे किए थे, जो ढाई साल बीत जाने के बाद भी पूरे नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि पंजाबभर में आशा वर्करों को मात्र 2500 रुपए प्रति माह मानदेय दिया जा रहा है, जबकि काम कई गुना लिया जा रहा है। इसलिए उनकी मांग है कि मानदेय दोगुना किया जाए। इसके अलावा सरकार ने आशा कर्मियों की आयु सीमा 58 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने, सेवानिवृत्त कर्मियों को बहाल करने, आशा फैसिलिटेटर का वेतन एक हजार रुपये बढ़ाने, कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा देने समेत कई मांगें मान ली हैं, सरकार द्वारा इन मांगों पर अमल नहीं किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले दिनों में संघर्ष और तेज किया जाएगा।
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट हरियाणा में पराली जलाने से बढ़े प्रदूषण के कारण हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात बन रहे हैं। खासकर जीटी रोड बेल्ट के पानीपत, करनाल और कुरूक्षेत्र में हालात बिगड़ चुके हैं। अकेले कुरूक्षेत्र, करनाल और पानीपत में 198 जगहों पर पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, जबकि पूरे हरियाणा में ऐसे मामलों की संख्या 680 है। कुरूक्षेत्र में कल 15 जगहों पर पराली जलाई गई। इसके अलावा इन शहरों में कई जगहों पर खुले में कूड़ा भी जलाया जा रहा है। एक दिन पहले 23 अक्टूबर को पानीपत में एक्यूआई 500 से ऊपर पहुंच गया था। आज पानीपत में एक्यूआई 450, कुरूक्षेत्र में 420 और करनाल में 402 चल रहा है। हालांकि पानीपत में हवा चलने से प्रदूषण से राहत मिली है। रात को AQI का लेवल 450 के बाद अब इसमें कमी आई है। पानीपत के डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया का कहना है कि प्रदूषण का स्तर 158 है, जो पहले से सुधरा है। मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि 400 से ऊपर एक्यूआई वाली हवा में सांस लेना एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है। 300-350 का AQI एक दिन में 15-20 सिगरेट के बराबर हो सकता है। इससे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। पंजाब के 2 शहरों और चंडीगढ़ में प्रदूषण का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब में अमृतसर का AQI 221 और मंडी गोबिंदगढ़ में 235 AQI हो चुका है। जो खराब की कैटेगरी में आता हैं। चंडीगढ़ में भी AQI 210 हो चुका है। यहां पराली जलने की घटनाएं कम हुई हैं लेकिन हवा न चलने से इसका धुआं नहीं छंट रहा। प्रदूषण को लेकर डॉक्टर्स ने क्या कहा… 1. डॉ. काजल बोले- पंजाब में मुश्किलें बढ़ीं, मास्क पहनना चाहिए
मेडिकल कॉलेज अमृतसर के टीबी-चेस्ट डिपार्टमेंट से रिटायर्ड HOD डॉ. एनसी काजल का कहना है कि आंखों में जलन की समस्याएं आम हो गई हैं। वहीं अस्थमा समेत सांस की दूसरी बीमाारियों के रोगियों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। इस स्थिति में बाहर निकलने से बचना चाहिए। इमरजेंसी हो तो मास्क पहनना चाहिए। 2. एम्स के पूर्व निदेशक ने कहा- कोविड से ज्यादा खतरनाक प्रदूषण
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड 19 की तुलना में प्रदूषण से होने वाली मौतें अधिक हो सकती हैं। हेल्थ इफेक्ट इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में 80 लाख मौतें हुईं। यह कोविड 19 से हुई मौतों से भी ज्यादा हैं। हमें कोविड की चिंता थी, लेकिन प्रदूषण की नहीं। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियां सूज जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं। पराली जलाने वालों पर कोई नियंत्रण नहीं
प्रदेश में पराली जलाने पर अभी तक कोई नियंत्रण नहीं है। बुधवार को भी पराली जलाने के 15 नए मामले सामने आए। इन्हें मिलाकर कुल आंकड़ा 680 पर पहुंच गया है। कुरुक्षेत्र और रोहतक में सबसे ज्यादा नए मामले आए हैं और हिसार में भी दो दिन बाद एक मामला आया है। ऐसे में कृषि विभाग की टीम ने संबंधित किसान पर चालान के साथ ही केस भी दर्ज करवाया है। यमुनानगर और जींद में भी एक-दो केस मिले हैं। इससे प्रदेश का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार हरसैक के जरिए सबसे ज्यादा निगरानी रख रही है। विभाग की टीम हर सूचना पर नजर रख रही है। जैसे ही कोई आगजनी की घटना करता है तो उसकी सूचना और लोकेशन विभाग तक पहुंच जाती है। हिसार DC बोले-1000 रुपए प्रति एकड़ दे रहे
हिसार के डीसी प्रदीप दहिया का कहना है कि कृषि भूमि की उपजाऊ शक्ति को बरकरार रखने एवं प्रदूषण से होने वाले नुकसान को देखते हुए अवशेषों का उचित प्रबंधन विभिन्न मशीनों द्वारा खेत में मिलाकर अथवा बेलर द्वारा गांठ बनाकर किया जा सकता है। इसके लिए किसान को कृषि विभाग द्वारा 1000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है, जिसके लिए किसान विभागीय पोर्टल पर 30 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट लगा चुका फटकार
पराली जलाने के मामले में कार्रवाई न करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट हरियाणा के साथ पंजाब सरकार को भी फटकार लगा चुका है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर वह सख्ती दिखा रहे हैं तो फिर एक मुकदमा तो चलना चाहिए। न तो FIR दर्ज की जा रही हैं और न ही जुर्माना लिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से भी इस मामले को लेकर नाराजगी जताई (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब उपचुनाव: चब्बेवाल में दलबदलुओं में मुकाबला:AAP उम्मीदवार को सांसद पिता के कामों से एज, कांग्रेस के वकील क्लोज फाइट में
पंजाब उपचुनाव: चब्बेवाल में दलबदलुओं में मुकाबला:AAP उम्मीदवार को सांसद पिता के कामों से एज, कांग्रेस के वकील क्लोज फाइट में पंजाब की जिन 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें होशियारपुर की चब्बेवाल सीट भी शामिल है। इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच माना जा रहा है। AAP, कांग्रेस और भाजपा तीनों पार्टियों के उम्मीदवार दलबदलू हैं। यहां से आम आदमी पार्टी (AAP) ने सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल के बेटे इशांक को टिकट दी है। कांग्रेस ने जिला बार एसोसिएशन के प्रधान रणजीत कुमार और BJP ने पूर्व मंत्री सोहन सिंह ठंडल को मैदान में उतारा है। इशांक अभी राजनीतिक सफर की शुरुआत कर रहे हैं। वहीं रणजीत सिंह बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) से कांग्रेस और ठंडल अकाली दल से बीजेपी में आए हैं। अकाली दल भले ही चुनाव मैदान में न हो लेकिन हार-जीत में उनके वोट बैंक की भूमिका अहम होगी। AAP, कांग्रेस और बीजेपी अकाली दल व बसपा के वोटरों को अपनी ओर करने में लगी हुई हैं। पिछले 3 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 2 बार और अकाली दल ने एक बार जीत हासिल की है। साल 2012 का विधानसभा चुनाव शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के उम्मीदवार रहे सोहन सिंह ठंडल ने जीता था। जिसके बाद साल 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की टिकट पर डॉ. राजकुमार चब्बेवाल ने (अब AAP के होशियारपुर से सांसद) बीजेपी-अकाली गठबंधन के उम्मीदवार रहे सोहन सिंह ठंडल को हराया था। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. राजकुमार चब्बेवाल ने दोबारा कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने AAP के हरमिंदर सिंह संधू को हराया था। चब्बेवाल विधानसभा हलके में करीब 300 गांव हैं। जिनमें कुल 1 लाख 59 हजार 432 वोटर हैं। प्रशासन द्वारा 205 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 83,704 पुरुष और 75,724 महिला वोटर हैं। साथ ही 4 ट्रांसजेंडर भी हैं। 6 पॉइंट्स में समझें चब्बेवाल विधानसभा सीट के समीकरण…. पिता के कामों का बेटे को फायदा मिल सकता है
चब्बेवाल सीट से सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल के बेटे डॉ. इशांक कुमार AAP के उम्मीदवार हैं। हलके के लोगों की माने तो सबसे पुख्ता उम्मीदवार इंशाक कुमार ही हैं। ऐसा आम आदमी पार्टी की वजह से नहीं, बल्कि राज कुमार चब्बेवाल की वजह से है। ज्यादातर लोगों का कहना है कि हम सांसद चब्बेवाल के बेटे को वोट दे रहे हैं, ना कि आम आदमी पार्टी को। इशांक की उम्र महज 31 साल है। उन्हें पिता के किए कामों का फायदा मिलेगा। राजकुमार पिछले 2 दशकों से हलके में एक्टिव हैं। हलके के हर घर तक पहुंच रखते हैं। यह सीट इससे पहले राजकुमार के पास ही थी। उनके सांसद बनने पर इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इशांक कुमार और उनके सांसद पिता अकाली दल के वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं। क्योंकि अकाली दल ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। रणजीत कुमार को तैयारी का कम समय मिला
कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत कुमार को जनता से संपर्क करने के लिए कम समय मिला। रैलियों में AAP सरकार के अधूरे वादों का जिक्र और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए सरकार की आलोचना करते हैं। रणजीत कुमार को तैयारी के लिए काफी कम समय मिला है। बसपा के वोट बैंक पर नजर बनाए हुए हैं। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष होने के नाते उन्हें वकील समुदाय के एक वर्ग का समर्थन मिल रहा है। वहीं, AAP की ओर से टिकट की दावेदारी पेश कर चुके कुछ नेता भी कांग्रेस को फायदा पहुंचा सकते हैं। क्योंकि इशांक के अलावा 2 अन्य नेताओं ने भी दावेदारी पेश की थी। मगर आप ने इशांक को टिकट दिया। ठंडल को किसानों ने घेरा
अकाली दल छोड़कर BJP में आए सोहन सिंह ठंडल पुराने खिलाड़ी हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि शिअद और बीजेपी की सरकार में ठंडल मंत्री पद पर थे। बीजेपी ने इस बार चब्बेवाल उपचुनाव में ठंडल पर भरोसा जताया है। दो दशक से अधिक समय तक शिअद में रहे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने शिअद के टिकट पर चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्हें हार मिली। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। ठंडल को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। ठंडल शिअद के वोटरों को अपनी तरफ करने में लगे हुए हैं। जानिए क्या कहते हैं वोटर… AAP उम्मीदवार इशांक का ज्यादा रुझान
चब्बेवाल के कपड़ा कारोबारी सुरिंदर कुमार ने कहा कि इस सीट पर होशियारपुर से सांसद डॉ. राजकुमार के बेटे इशांक ही जीतेंगे। वह AAP को नहीं बल्कि राजकुमार को वोट दे रहे हैं। चब्बेवाल ने उनके गांव और एरिया में जो पिछली सरकारों में फंसे काम थे, सभी करवाए। हमारे बाजार में AAP उम्मीदवार के अलावा कोई उम्मीदवार वोट मांगने तक नहीं पहुंचा। ऐसे में चब्बेवाल में इशांक का ही ज्यादा रुझान नजर आ रहा है। कांग्रेस मुकाबले में है, लेकिन AAP को हराना बहुत मुश्किल
चब्बेवाल में चिकन की दुकान चलाने वाले परमजीत सिंह ने बताया कि हमारे एरिया में सांसद डॉक्टर राजकुमार चब्बेवाल का सबसे ज्यादा जोर है। कांग्रेस मुकाबले में है, मगर हराना बहुत मुश्किल है। क्योंकि राजकुमार ने हमारे एरिया में काफी काम किए हैं। जैसे की सड़कें, पानी और फ्लाईओवर सहित अन्य काम करवाए। वोटिंग की डेट आगे बढ़ने से कांग्रेस को फायदा मिल सकता है
चब्बेवाल में स्पेयर पार्ट का कारोबार करने वाले अवतार सिंह ने बताया कि इस वक्त चब्बेवाल में दोनों पार्टियों (AAP और कांग्रेस) के 50-50 चांस हैं। चुनाव आयोग ने जो वोटिंग की डेट आगे बढ़ाई है इससे सीधा फायदा कहीं न कहीं कांग्रेस को मिला है। क्योंकि कांग्रेस अब लोगों तक पहुंच रही है। कांग्रेस के उम्मीदवार को तैयारी के लिए कम समय मिला है। ऐसे में मुकाबला टक्कर का हो सकता है। जालंधर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी लोगों के घरों तक जा रहे हैं। साथ ही कांग्रेस की बड़ी लीडरशिप भी मैदान में है। एक्सपर्ट बोले- कांग्रेस के रणजीत सिंह क्लोज फाइट में
राजनीति में अच्छी पकड़ रखने वाले सीनियर एडवोकेट शमशेर भारद्वाज ने कहा चब्बेवाल के रुझान इस वक्त सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल के बेटे इशांक कुमार के पक्ष में हैं। मगर मैं समझता हूं कि कांग्रेस के उम्मीदवार रणजीत सिंह क्लोज फाइट में हैं। क्योंकि वह काफी पढ़े लिखें हैं। मगर लोगों का कुछ कह नहीं सकते। अभी तक का रुझान सांसद परिवार के साथ है। …………………………………. पंजाब उपचुनाव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें- बरनाला में तिकोना मुकाबला:AAP को बागी का नुकसान, BJP शहरी वोटर्स के भरोसे; कांग्रेस को सत्ता के विरोध से आस पंजाब में 4 सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। यहां बरनाला सीट पिछले 10 साल से आम आदमी पार्टी (AAP) के कब्जे में रही है। दोनों बार यहां से गुरमीत मीत हेयर जीते थे। जो अब सांसद बन चुके हैं। AAP ने सीट दोबारा पाने के लिए उनके ही करीबी दोस्त हरिंदर धालीवाल को टिकट दी है। मगर, इससे पार्टी में बगावत हो गई और पार्टी के जिला प्रधान रहे गुरदीप बाठ बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं। जिससे AAP की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूरी खबर पढ़ें डेरा बाबा नानक में कांग्रेस-AAP का मुकाबला:BJP काहलों फैमिली के रसूख पर निर्भर; अकाली दल का वोट बैंक डिसाइडिंग फैक्ट पंजाब में 4 सीटों पर उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी। इस उपचुनाव में गुरदासपुर जिले की डेरा बाबा नानक सीट सुर्खियों में है। इसकी वजह है कि यहां से कांग्रेस के मौजूदा सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा की पत्नी उपचुनाव लड़ रही हैं। वहीं रंधावा और सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के बीच खूब जुबानी जंग चल रही है। पूरी खबर पढ़ें