लुधियाना में पिछले तीन दिनों से डूप्लीकेट मार्का लगाने वाली फैक्ट्रियों व दुकानों पर टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और छापेमारी के नाम पर फैक्ट्री मालिकों व दुकानदारों को डराया धमकाया जा रहा है, तो वहीं बदनामी का खौफ दिखा व्यापारियों को ब्लैकमेल भी किया जा रहा है। वहीं एक्सपर्ट टीम का कहना है कि कुछ टीमों में रेड मारने वाले अधिकारी जाली होते हैं, जोकि व्यापारियों को धमकाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं और कुछ व्यापारी ब्लैकमेल हो भी रहे हैं, हमें ऐसे अफसरों से बचने की जरूरत है। तीन दिन से रोजाना बंद दुकानों और फैक्ट्रियां लुधियाना जो कि होजरी का गढ माना जाता है और यहीं से ही कपड़े तैयार होकर देश के कोने-कोने में एक्सपोर्ट भी किया जा रहा है। पिछले तीन दिनों से शहर के बहादरके रोड, शिमला पुरी, कुंदन पुरी, मन्ना सिंह नगर, गणेश नगर में कपड़ा बनाने वाली फैक्ट्रियों को रेड के नाम पर बंद किया जा रहा है। वहीं गांधी नगर व अकाल गढ मार्केट जोकि कपड़ों की होलसेल मार्केट हैं, यहां के दुकानदार भी रेड मारने वाली टीमों से परेशान होकर दुकानें बंद करने को विवश हैं। दुकानों में घुसकर कारोबारियों को कर रहे ब्लैकमेल कुछ कारोबारियों द्वारा गारमेंट्स पर डूप्लीकेट मार्का लगा माल तैयार किया जा रहा है और इसी चक्कर में शहर में विभिन्न मार्का की तरफ से गठित टीमें शहर के उन एरिया में रोजाना चक्कर लगा रही हैं, जहां फैक्ट्रियां लगी हैं। व्यापारी रेड की खबर सुनकर फैक्ट्रियों को बाहर से ताले लगा रहे हैं। ये अधिकारी सीधे बिना नोटिस व परमिशन के फैक्ट्रियों में घुस रहे हैं और रेड मारने के नाम पर व्यापारियों को परेशान व ब्लैकमेल कर रहे हैं। हरमिंदर सिंह का दावा, व्यापारी देखें सारे कागजात लुधियाना में टामी, सीके, जारा जैसे टाप बरांड के अधिकारी हरमिंदर सिंह का कहना है कि उनके पास कंपनियों की तरफ से लाइसेंस व पूरी अथॉरिटी है, लेकिन कुछ लोग नकली अधिकारी बनकर फैक्ट्रियों में छापेमारी कर कारोबारियों को डरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी पहले रेड मारने वालों से सारे कागजात चेक करें, उनसे घबराने की जरूरत नही है। रेड मारने का क्या है नियम किसी भी दुकान या फैक्ट्री पर रेड करने के लिए पहले सर्च वारंट व कंपनी की तरफ से परमिशन लेना अनिवार्य है। फिर उस परमिशन को संबंधित रेड मालिक को दिखाना लाजिमी होगा। रेड से पहले पुलिस को सूचित करना होगा और उसी इलाके की ही पुलिस साथ होनी चाहिए। दूसरे इलाके की पुलिस साथ कंपनी अधिकारी हरमिंदर सिंह ने बताया कि कुछ अधिकारी नकली अफसर बनकर रेड मारते हैं और अपने साथ दूसरे इलाके की पुलिस को लाते हैं, जोकि सरासर गलत है। उन्होंने कारोबारियों को गलत तरीके से परेशान करने वाले लोगों पर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है। कारोबारियों से अपील, डूप्लीकेट मार्का ना लगाए हरमिंदर सिंह ने लुधियाना के समूह कारोबारियों से अपील की है कि वह अपना बरांड़ तैयार करें और अपनी अलग पहचान बनाएं। डूप्लीकेट मार्का लगा कानून को हाथ मे ना लें। कारोबारी डूप्लीकेट मार्का लगाने से बचे और दुकानदार भी ना बेचे। लुधियाना में पिछले तीन दिनों से डूप्लीकेट मार्का लगाने वाली फैक्ट्रियों व दुकानों पर टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और छापेमारी के नाम पर फैक्ट्री मालिकों व दुकानदारों को डराया धमकाया जा रहा है, तो वहीं बदनामी का खौफ दिखा व्यापारियों को ब्लैकमेल भी किया जा रहा है। वहीं एक्सपर्ट टीम का कहना है कि कुछ टीमों में रेड मारने वाले अधिकारी जाली होते हैं, जोकि व्यापारियों को धमकाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं और कुछ व्यापारी ब्लैकमेल हो भी रहे हैं, हमें ऐसे अफसरों से बचने की जरूरत है। तीन दिन से रोजाना बंद दुकानों और फैक्ट्रियां लुधियाना जो कि होजरी का गढ माना जाता है और यहीं से ही कपड़े तैयार होकर देश के कोने-कोने में एक्सपोर्ट भी किया जा रहा है। पिछले तीन दिनों से शहर के बहादरके रोड, शिमला पुरी, कुंदन पुरी, मन्ना सिंह नगर, गणेश नगर में कपड़ा बनाने वाली फैक्ट्रियों को रेड के नाम पर बंद किया जा रहा है। वहीं गांधी नगर व अकाल गढ मार्केट जोकि कपड़ों की होलसेल मार्केट हैं, यहां के दुकानदार भी रेड मारने वाली टीमों से परेशान होकर दुकानें बंद करने को विवश हैं। दुकानों में घुसकर कारोबारियों को कर रहे ब्लैकमेल कुछ कारोबारियों द्वारा गारमेंट्स पर डूप्लीकेट मार्का लगा माल तैयार किया जा रहा है और इसी चक्कर में शहर में विभिन्न मार्का की तरफ से गठित टीमें शहर के उन एरिया में रोजाना चक्कर लगा रही हैं, जहां फैक्ट्रियां लगी हैं। व्यापारी रेड की खबर सुनकर फैक्ट्रियों को बाहर से ताले लगा रहे हैं। ये अधिकारी सीधे बिना नोटिस व परमिशन के फैक्ट्रियों में घुस रहे हैं और रेड मारने के नाम पर व्यापारियों को परेशान व ब्लैकमेल कर रहे हैं। हरमिंदर सिंह का दावा, व्यापारी देखें सारे कागजात लुधियाना में टामी, सीके, जारा जैसे टाप बरांड के अधिकारी हरमिंदर सिंह का कहना है कि उनके पास कंपनियों की तरफ से लाइसेंस व पूरी अथॉरिटी है, लेकिन कुछ लोग नकली अधिकारी बनकर फैक्ट्रियों में छापेमारी कर कारोबारियों को डरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी पहले रेड मारने वालों से सारे कागजात चेक करें, उनसे घबराने की जरूरत नही है। रेड मारने का क्या है नियम किसी भी दुकान या फैक्ट्री पर रेड करने के लिए पहले सर्च वारंट व कंपनी की तरफ से परमिशन लेना अनिवार्य है। फिर उस परमिशन को संबंधित रेड मालिक को दिखाना लाजिमी होगा। रेड से पहले पुलिस को सूचित करना होगा और उसी इलाके की ही पुलिस साथ होनी चाहिए। दूसरे इलाके की पुलिस साथ कंपनी अधिकारी हरमिंदर सिंह ने बताया कि कुछ अधिकारी नकली अफसर बनकर रेड मारते हैं और अपने साथ दूसरे इलाके की पुलिस को लाते हैं, जोकि सरासर गलत है। उन्होंने कारोबारियों को गलत तरीके से परेशान करने वाले लोगों पर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है। कारोबारियों से अपील, डूप्लीकेट मार्का ना लगाए हरमिंदर सिंह ने लुधियाना के समूह कारोबारियों से अपील की है कि वह अपना बरांड़ तैयार करें और अपनी अलग पहचान बनाएं। डूप्लीकेट मार्का लगा कानून को हाथ मे ना लें। कारोबारी डूप्लीकेट मार्का लगाने से बचे और दुकानदार भी ना बेचे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में अवैध हथियार सहित 6 बदमाश गिरफ्तार:चोरी के वाहन और मोबाइल बरामद, मुठभेड़ में घायल हुए 2 अपराधी
लुधियाना में अवैध हथियार सहित 6 बदमाश गिरफ्तार:चोरी के वाहन और मोबाइल बरामद, मुठभेड़ में घायल हुए 2 अपराधी लुधियाना पुलिस ने आपराधिक घटनाओं में संलिप्त 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पुलिस ने भारी मात्रा मे तेज़धार हथियार, नशा और साथ ही चोरी के वाहन व मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। वहीं गिरफ्तारी के वक्त पुलिस मुठभेड़ में दो आरोपी घायल हुए हैं। CIA की टीम को मिली कामयाबी डीसीपी लुधियाना जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि लुधियाना के क्राइम ब्रांच-2 के इंचार्ज राजेश शर्मा व उनकी टीम ने सूचना पे रवि कुमार शिमलापुरी, संदीप पासवान, मुन्ना और गौतम को क़ाबू किया जिनमें गौतम फ़रार हो गया। ये बदमाश शहर में लोगो को हथियार दिखा लूटपाट करते हैं और अब भी ये गैंग बना शहर में वारदात करने की फ़िराक़ में थे। एक महिला तस्कर भी गिरफ्तार बदमाशों से पुलिस ने 315 बोर पिस्टल, 8 बाइक, 18 मोबाइल फ़ोन, लोहे की दात भी बरामद की है। पुलिस नशा तस्कर महिला को भी क़ाबू किया है जिसकी पहचान जानकी लुधियाना के तौर पर हुई। जानकी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने एक अन्य मामले में दोषी मोहम्मद महरूफ़ को भी क़ाबू किया जो कि चार पहिया वाहन में धागा और महंगे कपड़े चोरी करते थे। वहीं पुलिस ने एक मोबाइल चोर मनीष कुमार को भी चोरी के आधा दर्जन मोबाइल समेत क़ाबू किया है जोकी शहर में लोगो के मोबाइल छीना झपटी करते थे। डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने कहा कि बदमाशों पर पहले भी विभिन्न थानों में आपराधिक केस दर्ज हैं। बदमाशों से पुलिस पूछताछ भी कर रही है।
पंजाब में बदला स्कूलों का समय:बढ़ती ठंड को लेकर लिया फैसला, सोमवार से सुबह 9 बजे लगेंगे स्कूल
पंजाब में बदला स्कूलों का समय:बढ़ती ठंड को लेकर लिया फैसला, सोमवार से सुबह 9 बजे लगेंगे स्कूल पंजाब सरकार द्वारा सरकारी और प्राइवेट स्कूलों का समय बदल दिया है। यह फैसला राज्य में बढ़ती हुई ठंड को देखते हुए लिया गया है। सोमवार से स्कूल सुबह 9 बजे शुरू होंगे और दोपहर तीन बजे तक खुलेंगे। यह आदेश पंजाब के सरकारी, प्राइवेट, एडेड और मान्यता प्राप्त स्कूलों में लागू होगा। शिक्षा विभाग द्वारा बीते दिनों इस संबंध में आदेश जारी किए गए थे। हालांकि ये आदेश 1 नवंबर से लागू हुए हैं। मगर, सोमवार को पहला दिन स्कूल लगेगा, तो सोमवार से ही इसकी शुरुआत होगी। पूरे पंजाब में 19 हजार से अधिक स्कूल हैं। जिन पर उक्त आदेश लागू होंगे। सेशन में 3 बार बदलता है स्कूलों का समय पंजाब में स्कूल का समय सेशन में 3 बार बदलता है। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक स्कूलों कास सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहता है। जबकि एक अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक का प्राइमरी स्कूलों का समय सुबह साढ़े 8 से ढाई बजे और मिडिल से लेकर सीनियर सेकेंडरी तक का समय सुबह साढ़े 8 बजे से दोपहर 2.50 बजे तक रहता है। एक नवंबर से 28 फरवरी तक प्राइमरी स्कूलों का समय सुबह 9 बजे से 3 बजे तक और मिडिल से लेकर सीनियर सेकेंडरी तक का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 3.20 बजे तक रहता है।
फाजिल्का में फैमिली ने जिंदा रखा कारगिल शहीद को:घर में अलग कमरा बनाया, हर साल जमीन की ठेके की रकम में देते हैं हिस्सा
फाजिल्का में फैमिली ने जिंदा रखा कारगिल शहीद को:घर में अलग कमरा बनाया, हर साल जमीन की ठेके की रकम में देते हैं हिस्सा कारगिल के शहीद हुए बलविंदर सिंह का परिवार 25 वर्ष बाद आज भी अपने लड़के की शहादत को नही भूला। शहीद के परिवार ने अपने बेटे की याद में अपने घर के अलग कमरे का निर्माण करवाया है l जिसमें परिवार ने उसकी यादों को जिंदा रखा हैl उसकी शहादत के समय के समान को आज भी संभाल कर रखा गया है l शहीद के परिवार के लिए उनका लड़का आज भी जिंदा है l रोजाना उसके कमरे को साफ किया जाता है और पूजा-पाठ की जाती है l 1999 की कारगिल जंग के शुरुआती दौर में फाजिल्का के गांव साबूआना का बलविंदर सिंह दुश्मनों का मुकाबला करते हुए शहीद हो गया था l देश की सुरक्षा करते हुए बलविंदर सिंह ने अपने सीने पर गोलियां खाई थी l देश के लिए बलिदान दिया था l उसका परिवार गांव छोड़कर फाजिल्का की आवा कॉलोनी में रहने लगा l जहां परिवार ने शहीद बलविंदर सिंह के लिए घर में अलग कमरे का निर्माण करवाया और उसकी पूजा की जाने लगी। गुरुओं की तस्वीरों के साथ-साथ शहीद बलविंदर सिंह का शहादत का सामान रखा गया है l जिसमें उसकी वर्दी, वह तिरंगा जिसमें शहीद के शव को उसके घर लाया गया था l इसके साथ ही शहीद को मिले सम्मान की ट्रॉफी व सब उसके कमरे में रखा गया है l हर वर्ष कराया जाता है अखंड पाठ शहीद की माता बचन कौर और भाभी जसविंदर कौर बताती हैं कि उनको अपने बेटे पर मान है l उन्होंने बताया कि 25 वर्ष बाद भी आज उनका बेटा उनके लिए जिंदा है l जिसको लेकर उन्होंने शहीद बलविंदर सिंह की यादों को घर में संजों कर रखा है l उन्होंने कहा कि घर में कोई भी काम करने से पहले शहीद बलविंदर सिंह के कमरे में जाकर माथा टेका जाता है और हर वर्ष अखंड पाठ करवाया जाता है l माता बचन कौर बताती हैं कि उनके बेटे ने दुश्मनों के साथ सीधा मुकाबला किया l 5 घंटे दुश्मनों का सामना करते हुए उनका लड़का सीने में गोलियां खाते हुए देश के लिए शहीद हो गया था l