लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का उसकी पत्नी के साथ अक्सर विवाद रहता था। उसे शक था कि उसकी पत्नी के किसी अन्य व्यक्ति के साथ अवैध संबंध है। इसी कलह के कारण उसकी पत्नी कुछ दिन से मायके रह रही थी। आज सुबह वह पत्नी को मायके से लेने गया था। करीब डेढ़ घंटे बाद मायके वाले उसे बेसुध हालत में वापस घर लेकर आए तो पता चला उसकी मौत हो गई। मरने वाले की पहचान पंकज निवासी शिमलापुरी के रूप में हुई है। पंकज के तीन बच्चे है जिनमें 2 बेटियां और एक बेटा है। पंकज की शादी को करीब 8 साल हो गए हैं। पत्नी करती थी युवक से फोन पर बातें जानकारी देते हुए राहुल ने बताया कि उसका भाई पंकज ससुराल गया था। उसका उसकी पत्नी के साथ विवाद रहता था। पंकज ने करीब 2 बाद अपनी पत्नी को किसी युवक के साथ फोन पर बातें करते पकड़ लिया था। इसी कारण उनका आपसी विवाद रहता था। राहुल ने कहा कि आज पंकज को उसके ससुराल पक्ष वालों ने पीटा है। उसे कोई जहरीली वस्तु खिलाई है जिस कारण उसके भाई की मौत हो गई। राहुल ने कहा कि पंकज का साला करन उसे जब घर छोड़ने आया था तो वह उसे सीढ़ियों के पास छोड़कर भाग रहा था, जिसे लोगों ने काबू कर लिया। इस कारण उन्हें शक है कि उसके भाई की हत्या की गई है। फिलहाल पंकज के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। राहुल ने कहा कि वह संबंधित थाना पुलिस को शिकायत देंगे। लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का उसकी पत्नी के साथ अक्सर विवाद रहता था। उसे शक था कि उसकी पत्नी के किसी अन्य व्यक्ति के साथ अवैध संबंध है। इसी कलह के कारण उसकी पत्नी कुछ दिन से मायके रह रही थी। आज सुबह वह पत्नी को मायके से लेने गया था। करीब डेढ़ घंटे बाद मायके वाले उसे बेसुध हालत में वापस घर लेकर आए तो पता चला उसकी मौत हो गई। मरने वाले की पहचान पंकज निवासी शिमलापुरी के रूप में हुई है। पंकज के तीन बच्चे है जिनमें 2 बेटियां और एक बेटा है। पंकज की शादी को करीब 8 साल हो गए हैं। पत्नी करती थी युवक से फोन पर बातें जानकारी देते हुए राहुल ने बताया कि उसका भाई पंकज ससुराल गया था। उसका उसकी पत्नी के साथ विवाद रहता था। पंकज ने करीब 2 बाद अपनी पत्नी को किसी युवक के साथ फोन पर बातें करते पकड़ लिया था। इसी कारण उनका आपसी विवाद रहता था। राहुल ने कहा कि आज पंकज को उसके ससुराल पक्ष वालों ने पीटा है। उसे कोई जहरीली वस्तु खिलाई है जिस कारण उसके भाई की मौत हो गई। राहुल ने कहा कि पंकज का साला करन उसे जब घर छोड़ने आया था तो वह उसे सीढ़ियों के पास छोड़कर भाग रहा था, जिसे लोगों ने काबू कर लिया। इस कारण उन्हें शक है कि उसके भाई की हत्या की गई है। फिलहाल पंकज के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। राहुल ने कहा कि वह संबंधित थाना पुलिस को शिकायत देंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के खिलाड़ियों के लिए सरकार का ऐलान:पंजाब स्टेट डेवलपमेंट-प्रमोशन ऑफ स्पोर्ट्स एक्ट लागू होगा, निष्पक्ष चयन में मदद मिलेगी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को ‘पंजाब स्टेट डेवलपमेंट एंड प्रमोशन ऑफ स्पोर्ट्स एक्ट 2024’ को लागू करने की मंजूरी दे दी है। इस एक्ट को लागू करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने यहां खेल विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य राज्य में खेलों के विकास के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्तेमाल की जाने वाली अच्छी प्रथाओं को अपनाना और खिलाड़ियों का निष्पक्ष चयन सुनिश्चित करना है। मान ने कहा- इससे ऐसे खिलाड़ियों का निष्पक्ष चयन भी सुनिश्चित होगा जो राज्य स्तर पर अपने जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे या राष्ट्रीय स्तर पर अपने राज्य का और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे खेल संघों को सरकारी धन के कुशल उपयोग में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस अधिनियम के तहत प्रत्येक जिले में एक विशेष खेल के लिए एक जिला संघ पंजीकृत किया जाएगा. इस अधिनियम के अनुसार, खातों का रखरखाव अनिवार्य रूप से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा किया जाएगा और सभी व्यय और आय के स्रोतों का वार्षिक विवरण 31 मई से पहले प्रकाशित किया जाएगा। पांच सदस्यीय समिति होगी गठित मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेज़ और खाते इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में निदेशक खेल पंजाब सरकार को उपलब्ध कराये जायेंगे। पांच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें महासचिव, दो वरिष्ठ प्रशिक्षक और दो प्रतिष्ठित खिलाड़ी शामिल होंगे और यह समिति जिले या राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए टीम, खिलाड़ियों का चयन करेगी। उपायुक्त, प्रशासनिक सचिव के नेतृत्व में गठित विवाद समाधान समिति सात दिनों के भीतर खिलाड़ियों की अपील का समाधान करेगी।
लॉरेंस गैंग के मुख्य हैंडलर पर NIA का एक्शन:10 लाख इनाम घोषित, बाबा सिद्दीकी मर्डर में शूटरों ने उगला था अनमोल बिश्नोई का नाम
लॉरेंस गैंग के मुख्य हैंडलर पर NIA का एक्शन:10 लाख इनाम घोषित, बाबा सिद्दीकी मर्डर में शूटरों ने उगला था अनमोल बिश्नोई का नाम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी (NIA) ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मुख्य हैंडलर अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अनमोल की भूमिका सामने आने के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसी ने यह फैसला लिया है। मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा शूटरों से पूछताछ के दौरान अनमोल का नाम हत्याकांड में प्रमुखता से सामने आया था। जिसके बाद अब एनआईए ने इनाम की घोषणा की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अनमोल बिश्नोई साल 2022 में दर्ज दो मामलों में वांछित है। इसी को लेकर यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के पीछे पड़े लॉरेंस गैंग के गुर्गों ने हाल ही में उनके घर पर भी फायरिंग की थी। उस मामले में भी अनमोल का नाम सामने आया था। इसे लेकर मुंबई पुलिस पहले ही बिश्नोई के लिए लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है, और अब एनआईए ने भी कार्रवाई करते हुए 10 लाख रुपये का इनाम रखा है। अनमोल बिश्नोई का नाम पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी सामने आया था। करीबी रिश्ते के चलते सिद्दीकी की हत्या प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि सिद्दीकी की हत्या अभिनेता सलमान खान के साथ उसके करीबी रिश्ते के चलते की गई है। डिजिटल साक्ष्यों से पता चला है कि अनमोल बिश्नोई एक शूटर और साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर के संपर्क में था। ऐसे संकेत हैं कि अनमोल कनाडा और अमेरिका से आरोपियों के संपर्क में था। सूत्रों के अनुसार, जांचकर्ताओं को आरोपियों से संपर्क करने के लिए इस्तेमाल किए गए कई स्नैपचैट अकाउंट मिले हैं। इनमें से कुछ अकाउंट अनमोल बिश्नोई से जुड़े हैं। एक अधिकारी ने कहा, हम इन अकाउंट की डिटेल्स की जांच कर रहे हैं, लेकिन हमें यकीन है कि उनमें से एक अकाउंट बिश्नोई से जुड़ा है। आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। सिद्दीकी हत्याकांड के शूटर अनमोल के संपर्क में थे 12 अक्टूबर की रात बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली है। गैंग ने बाबा की हत्या की वजह बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को बताया था। 20 अक्टूबर को सलमान को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बताया था कि हत्या से पहले 3 संदिग्ध शूटरों ने लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई से बात की थी। यह बातचीत स्नैपचैट के जरिए की गई थी। अनमोल अमेरिका और कनाडा से आरोपियों के संपर्क में था। आरोपियों से चार मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। सभी से कुछ रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं। जिससे अनमोल बिश्नोई का नाम सामने आया है। 6 महीने में 2 मामले जिसके बाद सलमान की सुरक्षा बढ़ाई गई 12 अक्टूबर: सलमान के करीबी एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान के ऑफिस से बाहर निकल रहे थे। तभी उन पर 6 गोलियां चलाई गईं। 2 गोलियां सिद्दीकी के पेट में और एक छाती पर लगी। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात 11.27 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। इस मामले में जांच के बाद अनमोल का नाम सामने आया। 14 अप्रैल: सलमान के अपार्टमेंट पर फायरिंग सलमान खान के बांद्रा स्थित घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग हुई थी। हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप ने ली थी। घटना के दो महीने बाद सलमान ने मुंबई पुलिस को बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘बार-बार अलग-अलग लोगों के निशाने पर आने से मैं थक गया हूं। पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं, जुर्माने लगे हैं। कई केसों में फंसा हूं।’ इस केस में भी अनमोल का नाम सामने आया था। इससे पहले सलमान को कब-कब मिली धमकी जनवरी 2024: सलमान खान के फार्म हाउस में 2 अनजान लोगों ने फेंसिंग तार तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की थी। पुलिस ने जब पकड़ा तो दोनों ने खुद को सलमान का फैन बताया। उनके पास से फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए थे। इस वजह से दोनों पर FIR भी दर्ज की गई थी।
अप्रैल 2023: मुंबई पुलिस को फोन कर एक 16 साल के नाबालिग ने जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था। उसने मुंबई पुलिस अपना नाम रॉकी भाई बताया था। उसने कहा था कि वह जोधपुर का रहने वाला है और 30 अप्रैल 2023 को सलमान को मार देगा।
मार्च 2023: जोधपुर के रहने वाले धाकड़राम ने सलमान के ऑफिशियल मेल पर 3 ई-मेल किए थे। इसमें लिखा था कि सलमान खान अगला नंबर तेरा है, तू जोधपुर आते ही सिद्धू मूसेवाला की तरह मारा जाएगा।
जून 2022: मॉर्निंग वॉक पर निकले सलमान के पिता सलीम खान जब घर लौटे तब उन्हें एक अज्ञात पत्र मिला था, जिसमें उन्हें और सलमान को जान से मारने की धमकी दी गई थी। पत्र में लिखा था- ‘तेरा मूसेवाला जैसा हाल बना देंगे सलमान खान।’ इसके बाद सलीम खान ने अपने सुरक्षाकर्मी की मदद से पुलिस से संपर्क किया और बांद्रा थाने में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया। लॉरेंस की सलमान से दुश्मनी की वजह सलमान पर आरोप है कि 1998 में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान राजस्थान के जंगलों में काले हिरण का शिकार किया था। सलमान के अलावा सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू और नीलम कोठारी पर भी आरोप लगे थे। बिश्नोई समाज ने तब सलमान के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। सलमान को इसके लिए जोधपुर कोर्ट ने पांच साल की सजा भी सुनाई थी, हालांकि, बाद में उन्हें इस मामले में बेल मिल गई। इसी के चलते गैंगस्टर लॉरेंस सलमान खान को मारना चाहता है। वह कोर्ट में पेशी के दौरान इसकी धमकी तक दे चुका है। सलमान खान के घर पर फायरिंग की प्लानिंग में लॉरेंस के कई गुर्गों को दिल्ली और मुंबई पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मगर फिर भी लॉरेंस अपने गैंगस्टर के गुर्गों को सलमान खान के पीछे लगाए हुए हैं। कुछ दिन पहले ही मुंबई में सलमान खान के घर पर फायरिंग की जा चुकी है।
गिद्दड़बाहा उप-चुनाव में AAP प्रत्याशी के खिलाफ SAD का प्रचार:डिंपी के पोस्टर बाजारों में लगाए; पार्टी को धोखा देने वाला बताया
गिद्दड़बाहा उप-चुनाव में AAP प्रत्याशी के खिलाफ SAD का प्रचार:डिंपी के पोस्टर बाजारों में लगाए; पार्टी को धोखा देने वाला बताया गिद्दड़बाहा में उप-चुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल प्रतिस्पर्धा में नहीं है। इसके बावजूद अकाली दल के गिद्दड़बाहा के बाजारों में लगे पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इनमें पार्टी अपना कोई प्रचार तो नहीं कर रही, लेकिन पूर्व अकाली व AAP प्रत्याशी डिंपी ढिल्लों पर निशाना साधा गया है। इन पोस्टरों पर अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल की डिंपी ढिल्लों के साथ तस्वीर भी लगी हुई है। गिद्दड़बाहा में पोस्टर अभियान के माध्यम से अकाली दल ने यह संकेत दिया है कि डिंपी ढिल्लों के प्रति नाराजगी और असंतोष है। पोस्टरों पर लिखा है- जो नहीं हो सका भाई जैसे परिवार का, वे क्या मूल्य डालेगा गिद्दड़बाहा के सत्कार का। हालांकि, इन पोस्टरों पर जारी करने वाले का कोई नाम नहीं लिखा है, लेकिन पोस्टर पर शिरोमणि अकाली दल व पार्टी सिंबल लगाया गया है। पोस्टरों का मकसद यह दिखाना है कि डिंपी ढिल्लों, जो पहले अकाली दल में थे, अब पार्टी के साथ नहीं हैं और AAP के उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए हैं। पोस्टरों में ढिल्लों की अकाली दल के साथ पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल कर यह जताने की कोशिश की गई है कि उन्होंने पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है, जो उनके प्रति अकाली दल के समर्थकों में असंतोष की भावना को बढ़ावा दे सकता है। पोस्टर में सुखबीर व डिंपी एक साथ
इन पोस्टरों में सुखबीर बादल के साथ डिंपी ढिल्लों की तस्वीर का उपयोग किया गया है, जो यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि एक समय में ढिल्लों अकाली दल के करीबी और समर्थक थे। इसके जरिए अकाली दल यह संदेश देना चाहता है कि उन्होंने पार्टी को छोड़कर AAP का रास्ता अपनाया, जिसे पार्टी ‘विश्वासघात’ के रूप में देख रही है। इस तरह के पोस्टर गिद्दड़बाहा में चर्चा का विषय बन गए हैं और मतदाताओं का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। चर्चा का विषय बने पोस्टर
बाजारों में लगे इन पोस्टरों के कारण स्थानीय लोगों में काफी हलचल मची हुई है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि अकाली दल का चुनाव में प्रत्यक्ष भागीदारी न होने के बावजूद, पार्टी ने इन पोस्टरों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और चुनावी समीकरणों को प्रभावित करने का प्रयास किया है। मतदाताओं के बीच इस तरह के पोस्टर की प्रतिक्रिया अलग-अलग है; कुछ लोग इसे डिंपी ढिल्लों की छवि को प्रभावित करने की कोशिश मानते हैं, जबकि कुछ इसे अकाली दल की ‘प्रचार रणनीति’ मान रहे हैं। परिवारवाद का आरोप लगा छोड़ी थी पार्टी
तकरीबन तीन महीने पहले डिंपी ढिल्लों ने अकाली दल को अलविदा कहा था। तब उन्होंने सुखबीर बादल पर परिवारवाद का आरोप लगाया था। डिंपी ने कहा था कि चुनावों से पहले मनप्रीत बादल गिद्दड़बाहा में एक्टिव हो गए। जिस पर सुखबीर बादल ने उन्हें दोबारा पार्टी जॉइन करवाने और गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ाने की बात कही थी। वे दोनों भाइयों के बीच रोड़ा बन रहे थे, जिसके चलते पार्टी छोड़ने का फैसला किया। कुछ दिनों बाद ही डिंपी ने आम आदमी पार्टी को जॉइन कर लिया था।