पंजाब के लुधियाना में RPF (रेलवे सुरक्षा बल) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। रेलवे ट्रेक और ट्रेनों में गश्त ना होने के कारण सरे-आम बदमाश ट्रेनों पर पथराव कर रहे है। बीते रात हनुमान गढ़ से चलने वाली सतलुज एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 14630 पर लुधियाना सैक्शन नजदीक बद्दोवाल में शरारी लोगों ने पत्थरबाजी की। बच्चे प्रिंस के सिर की टूटी हड्डी ट्रेन में बैठे यात्रियों के पत्थर लगे। हमले में 4 साल का प्रिंस बुरी तरह घायल हो गया। प्रिंस के सिर की हड्डी टूट गई है। वहीं करीब 2 से 3 अन्य यात्रियों के भी चोट आई। पत्थर लगने के कारण ट्रेन की कोच में हड़कंप मच गया। लोगों ने जंजीर खींच कर ट्रेन रोकी। ट्रेन में बच्चे का हाल जानने टी.टी स्टाफ पहुंचा लेकिन गाड़ी में प्राथमिक उपचार की कोई सुविधा नहीं थी। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि पत्थरबाजी दौरान ट्रेन के लोको पायलट के भी पत्थर लगा है। खून से लथपथ प्रिंस को रेलवे स्टेशन लुधियाना पहुंच कर प्राथमिक उपचार मिला। 13 किलोमीटर किया खून से लथपथ सफर, लुधियाना स्टेशन पर मिला उपचार जानकारी देते हुए प्रिंस की मां सविता कुमार ने कहा कि वह गंगानगर से करीब 1 बजे सतलुज एक्सप्रेस में लुधियाना के लिए बैठे थे। जैसे ही वह लुधियाना के बद्दोवाल नजदीक पहुंचे तो एकदम से उनके कोच पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। अचानक से एक पत्थर उनके बेटे प्रिंस के सिर पर लगा। साथ बैठे करीब 2 अन्य यात्रियों के भी पत्थर लगा। पत्थर लगने के कारण प्रिंस खून से लथपथ हो गया। करीब 13 किलोमीटर बच्चे प्रिंस ने खून से लथपथ हालत में सफर किया। बच्चे का हाल जानने ट्रेन में नहीं पहुंचा कोई GRP या RPF मुलाजिम ट्रेन में GRP या RPF का कोई भी कर्मचारी बच्चे का हाल जानने तक कोट में नहीं पहुंचा। लोगों ने ट्रेन की जंजीर खींच कर ट्रेन को रुकवाया। प्रिंस की हालत बिगड़ती देख तुरंत लुधियाना रेलवे स्टेशन उसे उतारा। रेलवे के डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया। प्रिंस की मां सविता ने कहा कि रेलवे में तैनात पुलिस कर्मचारियों की यह बड़ी लापरवाही है कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा नहीं करवाई जा रही। सरेआम ट्रेनों पर हो रही पत्थरबाजी,अधिकारी बने मूक दर्शक सरेआम ट्रेन पर पत्थरबाजी हो रही है लेकिन ट्रेक पर पेट्रोलिंग करने वाले अधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं है कि ट्रेनों पर पत्थरबाजी कौन कर रहा है। पत्थरबाजी का ये कोई पहला मामला नहीं है। कई बार पत्थरबाजी के मामले सामने आ चुके है लेकिन RPF और GRP जिम्मेवाली का नाम पर एक दूसरे के पाले में गेंद फेंक देती है। रेलवे पुलिस के अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है। सविता ने कहा कि उसकी अभी कुछ दिन पहले डिलीवरी हुई है। इस कारण वह अपने बेटे प्रिंस के साथ मायके परिवार रहने आ रही थी। प्रिंस के ननिहाल से रिश्तेदार स्टेशन पर पहुंचे जिन्होंने उसे सिविल अस्पताल दाखिल करवाया है। डॉक्टरों ने किया PGI रेफर प्रिंस के मामा विनोद ने कहा कि भांजे प्रिंस के सिर की हड्डी टूट गई है। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया है। लुधियाना के रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों पर सीनियर अधिकारियों को एक्शन लेना चाहिए जो यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रख कर नौकरी कर रहे है। पूरा परिवार रेल मंत्री से मांग करता है कि इस हमले दौरान लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ जांच बैठाई जाए ताकि आने वाले समय में लोगों के बच्चे ट्रेनों में सुरक्षित यात्रा कर सके। फिरोजपुर मंडल रेलवे के सीनियर डीएससी ऋषि पाल बोले… फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर डीएससी ऋषि पाल ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। पत्थरबाजी करने वालों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की जा रही है। जल्द ही आरोपितों का पता लगा उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं इस केस में जो भी कोई जिम्मेवार होगा उसके खिलाफ एक्शन जरूर लिया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह की ढील नहीं बरती जा सकती। पंजाब के लुधियाना में RPF (रेलवे सुरक्षा बल) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। रेलवे ट्रेक और ट्रेनों में गश्त ना होने के कारण सरे-आम बदमाश ट्रेनों पर पथराव कर रहे है। बीते रात हनुमान गढ़ से चलने वाली सतलुज एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 14630 पर लुधियाना सैक्शन नजदीक बद्दोवाल में शरारी लोगों ने पत्थरबाजी की। बच्चे प्रिंस के सिर की टूटी हड्डी ट्रेन में बैठे यात्रियों के पत्थर लगे। हमले में 4 साल का प्रिंस बुरी तरह घायल हो गया। प्रिंस के सिर की हड्डी टूट गई है। वहीं करीब 2 से 3 अन्य यात्रियों के भी चोट आई। पत्थर लगने के कारण ट्रेन की कोच में हड़कंप मच गया। लोगों ने जंजीर खींच कर ट्रेन रोकी। ट्रेन में बच्चे का हाल जानने टी.टी स्टाफ पहुंचा लेकिन गाड़ी में प्राथमिक उपचार की कोई सुविधा नहीं थी। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि पत्थरबाजी दौरान ट्रेन के लोको पायलट के भी पत्थर लगा है। खून से लथपथ प्रिंस को रेलवे स्टेशन लुधियाना पहुंच कर प्राथमिक उपचार मिला। 13 किलोमीटर किया खून से लथपथ सफर, लुधियाना स्टेशन पर मिला उपचार जानकारी देते हुए प्रिंस की मां सविता कुमार ने कहा कि वह गंगानगर से करीब 1 बजे सतलुज एक्सप्रेस में लुधियाना के लिए बैठे थे। जैसे ही वह लुधियाना के बद्दोवाल नजदीक पहुंचे तो एकदम से उनके कोच पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। अचानक से एक पत्थर उनके बेटे प्रिंस के सिर पर लगा। साथ बैठे करीब 2 अन्य यात्रियों के भी पत्थर लगा। पत्थर लगने के कारण प्रिंस खून से लथपथ हो गया। करीब 13 किलोमीटर बच्चे प्रिंस ने खून से लथपथ हालत में सफर किया। बच्चे का हाल जानने ट्रेन में नहीं पहुंचा कोई GRP या RPF मुलाजिम ट्रेन में GRP या RPF का कोई भी कर्मचारी बच्चे का हाल जानने तक कोट में नहीं पहुंचा। लोगों ने ट्रेन की जंजीर खींच कर ट्रेन को रुकवाया। प्रिंस की हालत बिगड़ती देख तुरंत लुधियाना रेलवे स्टेशन उसे उतारा। रेलवे के डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया। प्रिंस की मां सविता ने कहा कि रेलवे में तैनात पुलिस कर्मचारियों की यह बड़ी लापरवाही है कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा नहीं करवाई जा रही। सरेआम ट्रेनों पर हो रही पत्थरबाजी,अधिकारी बने मूक दर्शक सरेआम ट्रेन पर पत्थरबाजी हो रही है लेकिन ट्रेक पर पेट्रोलिंग करने वाले अधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं है कि ट्रेनों पर पत्थरबाजी कौन कर रहा है। पत्थरबाजी का ये कोई पहला मामला नहीं है। कई बार पत्थरबाजी के मामले सामने आ चुके है लेकिन RPF और GRP जिम्मेवाली का नाम पर एक दूसरे के पाले में गेंद फेंक देती है। रेलवे पुलिस के अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है। सविता ने कहा कि उसकी अभी कुछ दिन पहले डिलीवरी हुई है। इस कारण वह अपने बेटे प्रिंस के साथ मायके परिवार रहने आ रही थी। प्रिंस के ननिहाल से रिश्तेदार स्टेशन पर पहुंचे जिन्होंने उसे सिविल अस्पताल दाखिल करवाया है। डॉक्टरों ने किया PGI रेफर प्रिंस के मामा विनोद ने कहा कि भांजे प्रिंस के सिर की हड्डी टूट गई है। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया है। लुधियाना के रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों पर सीनियर अधिकारियों को एक्शन लेना चाहिए जो यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रख कर नौकरी कर रहे है। पूरा परिवार रेल मंत्री से मांग करता है कि इस हमले दौरान लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ जांच बैठाई जाए ताकि आने वाले समय में लोगों के बच्चे ट्रेनों में सुरक्षित यात्रा कर सके। फिरोजपुर मंडल रेलवे के सीनियर डीएससी ऋषि पाल बोले… फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर डीएससी ऋषि पाल ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। पत्थरबाजी करने वालों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की जा रही है। जल्द ही आरोपितों का पता लगा उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं इस केस में जो भी कोई जिम्मेवार होगा उसके खिलाफ एक्शन जरूर लिया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह की ढील नहीं बरती जा सकती। पंजाब | दैनिक भास्कर
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