लुधियाना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों में उस समय दहशत फैल गई, जब रेलवे पुलिस को स्टेशन के प्लेटफार्म पर लावारिस हालत मे मिले पिट्ठू बैग से हथियार बरामद हुए। पुलिस ने हथियार कब्जे में लेकर सीसीटीवी की मदद से दोषियों की पहचान शुरू कर दी है। पुलिस ने दावा किया है कि दोषी जल्द काबू कर लिए जाएंगे। ढंडारी कला रेलवे स्टेशन पर मिला बैग रेलवे पुलिस द्वारा रोजाना की तरह ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन पर गश्त की जा रही थी तो पुलिस को प्लेटफार्म नंबर-एक में एक टेबल के नीचे लावारिस हालत में पड़ा पिट्ठू बैग मिला। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर जब बैग की जांच की तो बैग में 32 बोर की 3 पिस्टल व छह मैगजीन बरामद हुई। पुलिस ने बैग लिया कब्जे में जीआरपी के अधिकारी जीवन सिंह ने बताया कि पुलिस को लावारिस हालत में मिले पिट्ठू बैग से हथियार बरामद हुए हैं जिसकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर स्टेशन के अंदर-बाहर लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं और जल्द ही दोषियों को काबू कर लिया जाएगा। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों में उस समय दहशत फैल गई, जब रेलवे पुलिस को स्टेशन के प्लेटफार्म पर लावारिस हालत मे मिले पिट्ठू बैग से हथियार बरामद हुए। पुलिस ने हथियार कब्जे में लेकर सीसीटीवी की मदद से दोषियों की पहचान शुरू कर दी है। पुलिस ने दावा किया है कि दोषी जल्द काबू कर लिए जाएंगे। ढंडारी कला रेलवे स्टेशन पर मिला बैग रेलवे पुलिस द्वारा रोजाना की तरह ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन पर गश्त की जा रही थी तो पुलिस को प्लेटफार्म नंबर-एक में एक टेबल के नीचे लावारिस हालत में पड़ा पिट्ठू बैग मिला। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर जब बैग की जांच की तो बैग में 32 बोर की 3 पिस्टल व छह मैगजीन बरामद हुई। पुलिस ने बैग लिया कब्जे में जीआरपी के अधिकारी जीवन सिंह ने बताया कि पुलिस को लावारिस हालत में मिले पिट्ठू बैग से हथियार बरामद हुए हैं जिसकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर स्टेशन के अंदर-बाहर लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं और जल्द ही दोषियों को काबू कर लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में डॉक्टर की हड़ताल रोकने का प्रयास:मान सरकार का लेटर जारी; हिंसक घटनाओं की रोकथाम के लिए बनेगी सुरक्षा समिति पंजाब में 9 सितंबर से होने वाली डॉक्टरों की हड़ताल को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने प्रयास करते हुए एक लेटर जारी किया है। जिसमें डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर समितियां गठित करने के आदेश दिए गए हैं। पंजाब के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी पत्र के मुताबिक समितियां डीसी के अंतर्गत होगी। जारी पत्र के अनुसार अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर कमेटी और हिंसक घटनाओं की रोकथाम के लिए कमेटी गठित की जाएगी। पंजाब के सेहत मंत्री ने पंजाब के सभी सिविल सर्जनों को डीसी के अंतर्गत कमेटी बनाने के लिए कहा है। जिसका नाम डिस्ट्रिक्ट हेल्थ बोर्ड होगा। सेहत विभाग के सूत्रों के अनुसार बोर्ड की अगुवाई डीसी और कमिश्नर करेंगे। जिसमें पुलिस कमिश्नर या एसएसपी, सिविल सर्जन, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज, मेडिकल सुपरिनटैंडैंट, पंजाब मेडिकल एसोसिएशन और समाज सेवी संस्थाओं के अलावा कानूनी सलाहकार और माहिर शामिल होंगे। पुलिस स्टेशनों को अलर्ट रहने की हिदायत इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में विभिन्न नियमों के तहत निर्देश भी जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने भीड़भाड़ वाले स्वास्थ्य केंद्रों से सटे पुलिस स्टेशनों को भी सुरक्षा स्तर के प्रति सचेत रहने को कहा है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि यदि कोई अस्पताल में आकर स्वास्थ्य कर्मी से अभद्र व्यवहार करता है तो संबंधित स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज किया जाए। अस्पताल में मरीज के साथ एक ही अटैंडेंट रहेगा जारी निर्देश के मुताबिक, अब अस्पताल में भर्ती मरीजों से केवल एक ही रिश्तेदार मिल सकेगा और बाकी वेटिंग एरिया में ही रहेंगे। रात में काम करने वाले डॉक्टरों और स्टाफ की सुरक्षा को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, नए जारी किए गए कानून और हिंसा और संपत्ति क्षति रोकथाम अधिनियम को पूरे अस्पताल में अंग्रेजी और पंजाबी में लिखा जाएगा। इसके अलावा अस्पताल में डिस्प्ले बोर्ड पर नजदीकी पुलिस स्टेशन का नंबर भी लिखा जाएगा। अस्पताल में किसी भी तरह की आपात स्थिति या स्टाफ को कोई परेशानी होने पर 112 हेल्पलाइन नंबर डायल करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अस्पताल के हर स्टाफ को अपने गले में आईडी कार्ड रखना होगा।
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सुखबीर बादल की सेवादारी का आखिरी दिन:कल श्री अकाल तख्त साहिब माथा टेक सजा करेंगे पूरी; हमलावर नारायण चौड़ा से पूछताछ जारी श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सुखबीर बादल एवं अन्य नेताओं को धार्मिक सजा के तौर पर दी गई सेवादारी का आखिरी दिन है। आज सजा पूरी करने के बाद सुखबीर बादल कल (शुक्रवार को) श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचेंगे। जहां सुखबीर बादल अन्य नेताओं के साथ नतमस्तक होकर अपनी सजा पूरी कर लेंगे। इस सजा के पूरे होने के बाद पंजाब में अकाली दल को दोबारा से खड़े करने के प्रयास शुरू हो जाएंगे। सुखबीर बादल आज श्री मुक्तसर साहिब में अपनी सजा पूरी कर रहे हैं। जहां सबसे पहले सेवादार का चौला पहन सेवा निभाई, फिर बर्तनों की सफाई व कीर्तन श्रवण का आदेश है। आज के दिन की सजा पूरी होने के बाद सुखबीर बादल के 10 दिन सजा के पूरे हो जाएंगे। इस दौरान उन्होंने श्री मुक्तसर साहिब के अलावा गोल्डन टेंपल, श्री केशगढ़ साहिब, श्री दमदमा साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में सजा पूरी कर चुके हैं। अनुमान है कि वे कल अमृतसर पहुंचेंगे और आदेशों के अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में अपनी सजा के पूरे किए जाने की जानकारी देंगे। इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करवाकर वे अपनी सजा को पूरा करेंगे। कल के बाद कभी भी इस्तीफा हो सकता है मंजूर श्री अकाल तख्त साहिब ने सजा सुनाते समय स्पष्ट किया था कि अब शिरोमणि अकाली दल का दोबारा से गठन किया जाए। इन आदेशों के अनुसार, एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की देखरेख में कमेटी का गठन किया गया था। जिसकी जिम्मेदारी नई भर्ती कर 6 महीने में अकाली दल का नया ढांचा तैयार करने की है। इसके साथ ही अकाली दल कोर कमेटी को आदेश है कि सुखबीर बादल सहित अन्य लोगों के आए इस्तीफों को मंजूर कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पर दी जाए। अब जब सुखबीर बादल की सजा पूरी हो रही है तो उनका इस्तीफा कभी भी मंजूर हो सकता है और अकाली दल के नए ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 4 दिसंबर को सजा पूरी करते समय हुआ था हमला 4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए। तीसरी बार बढ़ा चौड़ा का पुलिस रिमांड सुखबीर बादल पर हमला करने वाला नारायण सिंह चौड़ा अभी भी पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने 5 दिसंबर को उसे कोर्ट में पेश किया था और तीन दिन का रिमांड मिला। तब से लेकर अभी तक चौड़ा दो और बार अमृतसर कोर्ट में पेश हो चुका है और कोर्ट 3-3 दिन का रिमांड पुलिस को दे रही है। मजीठिया बार-बार उठा रहे पुलिस जांच पर सवाल पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बिक्रम मजीठिया 10 के करीब वीडियो मीडिया के सामने रख चुके हैं। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है, वहीं एक अन्य भी इस मामले में साथ है। मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग रखी है कि चीफ सुखबीर बादल पर हुए हमले की जांच डीजीपी रैंक के अधिकारी को दी जाए। बिक्रम मजीठिया ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव को 13 पन्नों का पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने एसपी हरपाल सिंह रंधावा के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने की भी गुहार लगाई है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर की इंक्वायरी को खारिज कर दिया है।