पंजाब के लुधियाना में शिवसेना पंजाब के नेता संदीप गोरा थापर पर हुए हमले के बाद पुलिस ने उन्हें 3 सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए हैं। इन सुरक्षाकर्मियों को लेकर थापर का परिवार काफी असमंजस में है। गोरा थापर की पत्नी रीता थापर ने देर रात एडीजीपी अर्पित शुक्ला, पुलिस कमिश्नर लुधियाना और डीसीपी लुधियाना को व्हाट्सएप के जरिए पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के शारीरिक रूप से फिट न होने का हवाला दिया है। उन्होंने लिखा है कि हमारे परिवार की सुरक्षा वापस ली जाए, क्योंकि प्रशासन की ओर से उन्हें मुहैया कराए गए सुरक्षाकर्मी अपने काम में लापरवाही बरत रहे हैं। रीता ने लिखा कि 3 सुरक्षाकर्मियों में से 1 नदारद रहता है। बाकी दो कर्मचारी शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं। सुरक्षाकर्मियों में बदलाव करने के लिए हिंदू संगठनों ने करीब 5 दिन पहले डीसीपी लुधियाना से मुलाकात भी की थी। 5 जुलाई को गोरा थापर पर हुआ था हमला रीटा थापर ने कहा कि यदि खानापूर्ति के लिए सुरक्षा कर्मचारी प्रशासन ने देने है तो इससे अच्छा है कि वह बिना सिक्योरिटी ही रह लेंगे। उन्होंने लिखा कि मेरे पति की सुरक्षा को मजाक का पात्र बनाया हुआ है। 5 जुलाई को जिन निहंगों ने गोरा थापर पर हमला किया था उन आरोपियों में से तीसरा व्यक्ति अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। सुरक्षा कर्मचारियों को नहीं मिल रही मूलभूत सुविधाएं बता दें सूत्रों मुताबिक गोरा थापर के घर के बाहर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं जैसे कि सोने की व्यवस्था, शौचालय जाने में में भी काफी दिक्कतें आ रही है यह भी एक बड़ा कारण है कि वह अपनी डयूटी सही से नहीं कर पा रहे। पंजाब के लुधियाना में शिवसेना पंजाब के नेता संदीप गोरा थापर पर हुए हमले के बाद पुलिस ने उन्हें 3 सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए हैं। इन सुरक्षाकर्मियों को लेकर थापर का परिवार काफी असमंजस में है। गोरा थापर की पत्नी रीता थापर ने देर रात एडीजीपी अर्पित शुक्ला, पुलिस कमिश्नर लुधियाना और डीसीपी लुधियाना को व्हाट्सएप के जरिए पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के शारीरिक रूप से फिट न होने का हवाला दिया है। उन्होंने लिखा है कि हमारे परिवार की सुरक्षा वापस ली जाए, क्योंकि प्रशासन की ओर से उन्हें मुहैया कराए गए सुरक्षाकर्मी अपने काम में लापरवाही बरत रहे हैं। रीता ने लिखा कि 3 सुरक्षाकर्मियों में से 1 नदारद रहता है। बाकी दो कर्मचारी शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं। सुरक्षाकर्मियों में बदलाव करने के लिए हिंदू संगठनों ने करीब 5 दिन पहले डीसीपी लुधियाना से मुलाकात भी की थी। 5 जुलाई को गोरा थापर पर हुआ था हमला रीटा थापर ने कहा कि यदि खानापूर्ति के लिए सुरक्षा कर्मचारी प्रशासन ने देने है तो इससे अच्छा है कि वह बिना सिक्योरिटी ही रह लेंगे। उन्होंने लिखा कि मेरे पति की सुरक्षा को मजाक का पात्र बनाया हुआ है। 5 जुलाई को जिन निहंगों ने गोरा थापर पर हमला किया था उन आरोपियों में से तीसरा व्यक्ति अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। सुरक्षा कर्मचारियों को नहीं मिल रही मूलभूत सुविधाएं बता दें सूत्रों मुताबिक गोरा थापर के घर के बाहर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं जैसे कि सोने की व्यवस्था, शौचालय जाने में में भी काफी दिक्कतें आ रही है यह भी एक बड़ा कारण है कि वह अपनी डयूटी सही से नहीं कर पा रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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