करीब एक सप्ताह पहले लुधियाना जिले के सिधवां बेट के गांव गिद्दडविडिं से एक घर से बुलेट बाइक चुराने के चक्कर में युवक को मौत के घाट उतारने वाले आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोपियों की पहचान दविंदर सिंह काका (26) निवासी मोही और जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी (21) निवासी मोही के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपियों से बुलेट बाइक भी बरामद कर ली है। जिसको आरोपियों ने गांव गिद्दडविडि से चुराया था। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर आगे की पूछताछ के रिमांड हासिल कर लिया। एसएसपी ने प्रेस वार्ता में दी जानकारी इस मामले सबंधी जानकारी देते हुए एसएसपी नवनीत सिंह बैंस ने बताया कि एक सप्ताह पहले आरोपियों ने अंग्रेजपाल सिंह के घर के बुलेट बाइक चुरा कर फरार हो गए। इस सबंधी पता चलते ही पीड़ित के पिता ने अपने बेटों को उठा कर घटना की जानकारी दी। तो दोनों भाई दूसरे बाइक पर चोरों का पीछा करने लगे। इस दौरान बुलेट बाइक पर पीछे बैठे चोर ने अग्रेजपाल सिंह के भाई सुखविंदर सिंह पर नुकेले हथियार से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिससे सुखविंदर सिंह खून से लथपथ हो गया। अपने भाई के सिर पर खून बहता देख अग्रेजपाल सिंह उसे लुधियाना डीएमसी अस्पताल ले गया। लेकिन सुखविंदर सिंह ने रास्ते में दम तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात चोरों पर अज्ञात का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी । लेबर के काम के साथ चोरी का धंधा पुलिस द्वारा पकड़े गए हत्यारोपियों ने बताया कि वह लेबर का काम करने के साथ साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगे थे। वह बाइक चुरा जब भाग रहे तो पकड़े जाने के डर से उन्होंने दोनों भाइयों पर हमला कर दिया। इसी चक्कर में उनके हाथों से खून हो गया। एसएसपी बैंस ने बताया कि आरोपी दविंदर सिंह पर 2020 में रेप का केस थाना सुधार में दर्ज हुआ था। जिसके चलते आरोपी पहले भी जेल की हवा खा चुका है। 300 के करीब खंगाले कैमरे गांव गिद्दविडि में बाइक चुराने वाले व हत्यारोपी दोनों चोर घर के नजदीक लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। चोरों ने अपने मुंह पर रूमाल बांध रखे थे। पुलिस ने फुटेज कब्जे में लेकर दोनों चोरों की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने 300 के करीब कैमरे खंगालने के साथ साथ मोबाइल लोकेशन का डंप भी उठा कर जांच को आगे बढ़ाया। इस दौरान पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे। जिसके बाद पुलिस ने हत्यारोपी दोनों चोरों को पकड़ लिया। करीब एक सप्ताह पहले लुधियाना जिले के सिधवां बेट के गांव गिद्दडविडिं से एक घर से बुलेट बाइक चुराने के चक्कर में युवक को मौत के घाट उतारने वाले आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोपियों की पहचान दविंदर सिंह काका (26) निवासी मोही और जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी (21) निवासी मोही के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपियों से बुलेट बाइक भी बरामद कर ली है। जिसको आरोपियों ने गांव गिद्दडविडि से चुराया था। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर आगे की पूछताछ के रिमांड हासिल कर लिया। एसएसपी ने प्रेस वार्ता में दी जानकारी इस मामले सबंधी जानकारी देते हुए एसएसपी नवनीत सिंह बैंस ने बताया कि एक सप्ताह पहले आरोपियों ने अंग्रेजपाल सिंह के घर के बुलेट बाइक चुरा कर फरार हो गए। इस सबंधी पता चलते ही पीड़ित के पिता ने अपने बेटों को उठा कर घटना की जानकारी दी। तो दोनों भाई दूसरे बाइक पर चोरों का पीछा करने लगे। इस दौरान बुलेट बाइक पर पीछे बैठे चोर ने अग्रेजपाल सिंह के भाई सुखविंदर सिंह पर नुकेले हथियार से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिससे सुखविंदर सिंह खून से लथपथ हो गया। अपने भाई के सिर पर खून बहता देख अग्रेजपाल सिंह उसे लुधियाना डीएमसी अस्पताल ले गया। लेकिन सुखविंदर सिंह ने रास्ते में दम तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात चोरों पर अज्ञात का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी । लेबर के काम के साथ चोरी का धंधा पुलिस द्वारा पकड़े गए हत्यारोपियों ने बताया कि वह लेबर का काम करने के साथ साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगे थे। वह बाइक चुरा जब भाग रहे तो पकड़े जाने के डर से उन्होंने दोनों भाइयों पर हमला कर दिया। इसी चक्कर में उनके हाथों से खून हो गया। एसएसपी बैंस ने बताया कि आरोपी दविंदर सिंह पर 2020 में रेप का केस थाना सुधार में दर्ज हुआ था। जिसके चलते आरोपी पहले भी जेल की हवा खा चुका है। 300 के करीब खंगाले कैमरे गांव गिद्दविडि में बाइक चुराने वाले व हत्यारोपी दोनों चोर घर के नजदीक लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। चोरों ने अपने मुंह पर रूमाल बांध रखे थे। पुलिस ने फुटेज कब्जे में लेकर दोनों चोरों की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने 300 के करीब कैमरे खंगालने के साथ साथ मोबाइल लोकेशन का डंप भी उठा कर जांच को आगे बढ़ाया। इस दौरान पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे। जिसके बाद पुलिस ने हत्यारोपी दोनों चोरों को पकड़ लिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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सीएम मान आज भगत सिंह की प्रतिमा का करेंगे विमोचन:चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर की गई है स्थापित; पहले बीजेपी ने किया था प्रदर्शन
सीएम मान आज भगत सिंह की प्रतिमा का करेंगे विमोचन:चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर की गई है स्थापित; पहले बीजेपी ने किया था प्रदर्शन चंडीगढ़ स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्थापित की गई शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को आज (बुधवार) CM भगवंत मान जनता को समर्पित करेंगे। यह प्रतिमा 35 फुट की है। शुभारंभ के लिए जिला प्रशासन व पुलिस की तरफ से तैयारियां कर ली गई हैं। हालांकि इससे पहले प्रतिमा के अनावरण को लेकर पंजाब बीजेपी की तरफ से प्रदर्शन भी किया गया था। निशान-ए-इंकलाब प्लाजा किया स्थापित पंजाब सरकार की तरफ से इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निशान-ए-इंकलाब प्लाजा स्थापित किया गया है। जहां पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा लगाई है। इस प्रोजेक्ट पर करीब छह करोड़ की लागत आई है। शुरुआत में जयपुर की एक साइट पर शहीद का क्ले मॉडल तैयार हुआ था। इसके बाद सीएम ने उसके अनुरूप ही प्रतिमा तैयार करने के आदेश दिए थे। वहीं, आज के प्रोग्राम को बेंगलुरु की एक कंपनी द्वारा किया जाना है। इस पल को भी यादगार बनाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी ने सरकार को दिया था 72 घंटे का अल्टीमेटम शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के शुभारंभ को लेकर भी एक कंट्रोवर्सी हुई है। असल में प्रतिमा का शुभारंभ 28 सितंबर को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस मौके होना था। लेकिन उस समय सीएम की तबीयत ठीक नहीं थी। इसके बाद पंचायत चुनाव व फिर चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान हो गया। इस वजह से चुनावी आचार संहिता लग गई और यह काम लटक गया। लेकिन जैसे ही उपचुनाव संपन्न हुए तो बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा। बीजेपी का आरोप था कि 6 महीने प्रतिमा तैयार हुए हो गए हैं। लेकिन सरकार जानबूझकर इसका शुभारंभ नहीं कर रही है। बीजेपी ने 72 घंटे का सरकार को अल्टीमेटम दिया कि प्रतिमा का शुभारंभ करे, वरना लोग प्रतिमा का शुभारंभ करेंगे। जैसे ही 2 दिसंबर को बीजेपी वाले प्रतिमा का विमाेचन करने जा रहे थे। उससे पहले ही सरकार ने इसके विमोचन का समय दे दिया। वहीं, मोहाली में जुटे बीजेपी के नेताओं को हिरासत में लेकर बाद में रिहा कर दिया गया। 10 साल तक भाजपा ने नाम का विरोध किया जब यह विवाद शुरू हुआ तो श्री आनंदपुर साहिब के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा था कि पंजाब में भाजपा दस साल तक शिरोमणि अकाली दल के साथ सत्ता में रही । लेकिन वह भाजपा वाले उस समय वे हंगामा करते थे कि एयरपोर्ट का नाम भगत सिंह के नाम पर न रखा जाए। हरियाणा भाजपा के नेता एयरपोर्ट का नाम मंगल सेन के नाम पर रखना चाहते थे। अब सीएम भगवंत मान के प्रयासों से एयरपोर्ट का नाम शहीद-ए-आजम के नाम पर रखा गया है। साथ ही वहां भगत सिंह की प्रतिमा भी लगाई गई है। सीएम को इसका उद्घाटन करना है। अब भाजपा उस प्रतिमा को लेकर ड्रामा कर रही है। भाजपा वाले हमेशा से ही भगत सिंह से नफरत करते रहे हैं। पंजाब के लोग भाजपा के पंजाब विरोधी चेहरे को अच्छी तरह जानते हैं।
अमृतसर की प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी भीषण आग:गोदाम भी आया चपेट में, डर के मारे घरों से बाहर निकले लोग, लाखों का नुकसान
अमृतसर की प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी भीषण आग:गोदाम भी आया चपेट में, डर के मारे घरों से बाहर निकले लोग, लाखों का नुकसान अमृतसर के गोल्डन एवेन्यू में कल देर रात एक प्लास्टिक की फैक्ट्री और गोदाम में भीषण आग लग गई। फैक्ट्री रिहायशी इलाके में होने के कारण लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। जिसके बाद आनन- फानन में लोगों ने अपने सिलेंडर भी घर से बाहर निकाल लिए। आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की करीब 10 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। जानकारी के मुताबिक, कल रात तकरीबन 9.30 बजे जब फैक्ट्री बंद थी तो अंदर से आग की लपटें निकलने लगी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। फायर बिग्रेड की टीम ने 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने से करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया। मेडिकल स्टोर भी आया चपेट में इस आग से फैक्ट्री और गोदाम समेत एक दवा की दुकान पूरी तरह जलकर राख हो गई। इलाका निवासियों के मुताबिक, रिहायशी इलाके में फैक्ट्री का निर्माण पूरे इलाके के लिए खतरा है और पूरे मोहल्ले की मांग है कि ये फैक्ट्री इलाके से बाहर होनी चाहिए। वहीं दवा की दुकान पर काम करने वाली लड़की ने बताया कि फैक्ट्री में आग लगने के कारण उसकी दुकान भी इस आग की चपेट में आ गई, जिससे दुकान के अंदर रखा सारा सामान जल गया है। इस बीच फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि उन्हें देर रात फोन आया कि गोल्डन एवेन्यू की एक फैक्ट्री में आग लग गई है। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि आग लगने का कारणों का अभी पता नहीं चल सका है, लेकिन उन्होंने आग पर काबू पा लिया है। आग लगने से काफी नुकसान हुआ है।