लुधियाना पुलिस ने आम आदमी पार्टी के दलित विंग विधानसभा हलका रायकोट के प्रधान मेवा सिंह को गिरफ्तार किया है। मेवा सिंह पर एक महिला कर्मचारी का यौन उत्पीड़न और उसकी मां के साथ मारपीट का आरोप था। पुलिस ने उन्हें हलवारा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया। थाना सुधार प्रभारी जसविंदर सिंह के अनुसार, 13 मई को पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। तब से आरोपी फरार चल रहा था। पीड़िता ने बताया कि वह 2021 से मेवा सिंह के शिवम फोटोग्राफी स्टूडियो में काम करती थी। नौकरी के समय 10 हजार रुपए मासिक वेतन का वादा किया गया था, लेकिन उसे केवल 5000 रुपए ही दिए जाते थे। 7 सात महीने पहले छोड़ी थी नौकरी पीड़िता के अनुसार, मेवा सिंह ने कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकियां दीं। पीड़िता ने 6 नवंबर 2024 को नौकरी छोड़ दी। बकाया वेतन मांगने पर मेवा सिंह ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की और दोनों को रेस्टोरेंट से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। मां-बेटी को रायकोट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 11 मई को मेवा सिंह ने लुधियाना बठिंडा राज मार्ग पर राजोआणा गांव चौक के पास स्थित अपने एम-10 रेस्टोरेंट में बकाया वेतन लेने के लिए पीड़िता को बुलाया था। पीड़िता अपनी मां के साथ मेवा सिंह के रेस्टोरेंट पहुंच गई। मेवा सिंह ने अपनी पत्नी गुरप्रीत कौर अन्य दो महिला कर्मचारियों के साथ मिलकर मां-बेटी के साथ मारपीट और धक्के देकर रेस्टोरेंट के बाहर फेंक दिया। रेस्टोरेंट से धक्के देकर बाहर निकाला उधर, सुधार पुलिस की तरफ से सिर्फ मेवा सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से पीड़िता और उसकी मां ने पुलिस पर भी पक्षपात का आरोप लगाया है। थाना प्रभारी जसविंदर सिंह और जांच अधिकारी मनोहर लाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है अगर किसी और की भूमिका सामने आती है तो अन्य को भी नामजद करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लुधियाना पुलिस ने आम आदमी पार्टी के दलित विंग विधानसभा हलका रायकोट के प्रधान मेवा सिंह को गिरफ्तार किया है। मेवा सिंह पर एक महिला कर्मचारी का यौन उत्पीड़न और उसकी मां के साथ मारपीट का आरोप था। पुलिस ने उन्हें हलवारा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया। थाना सुधार प्रभारी जसविंदर सिंह के अनुसार, 13 मई को पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। तब से आरोपी फरार चल रहा था। पीड़िता ने बताया कि वह 2021 से मेवा सिंह के शिवम फोटोग्राफी स्टूडियो में काम करती थी। नौकरी के समय 10 हजार रुपए मासिक वेतन का वादा किया गया था, लेकिन उसे केवल 5000 रुपए ही दिए जाते थे। 7 सात महीने पहले छोड़ी थी नौकरी पीड़िता के अनुसार, मेवा सिंह ने कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकियां दीं। पीड़िता ने 6 नवंबर 2024 को नौकरी छोड़ दी। बकाया वेतन मांगने पर मेवा सिंह ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की और दोनों को रेस्टोरेंट से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। मां-बेटी को रायकोट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 11 मई को मेवा सिंह ने लुधियाना बठिंडा राज मार्ग पर राजोआणा गांव चौक के पास स्थित अपने एम-10 रेस्टोरेंट में बकाया वेतन लेने के लिए पीड़िता को बुलाया था। पीड़िता अपनी मां के साथ मेवा सिंह के रेस्टोरेंट पहुंच गई। मेवा सिंह ने अपनी पत्नी गुरप्रीत कौर अन्य दो महिला कर्मचारियों के साथ मिलकर मां-बेटी के साथ मारपीट और धक्के देकर रेस्टोरेंट के बाहर फेंक दिया। रेस्टोरेंट से धक्के देकर बाहर निकाला उधर, सुधार पुलिस की तरफ से सिर्फ मेवा सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से पीड़िता और उसकी मां ने पुलिस पर भी पक्षपात का आरोप लगाया है। थाना प्रभारी जसविंदर सिंह और जांच अधिकारी मनोहर लाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है अगर किसी और की भूमिका सामने आती है तो अन्य को भी नामजद करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
