शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक आज कुछ ही समय में लुधियाना के समराला स्थित कटाना साहिब में होने जा रही है। इस बैठक की अध्यक्षता एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी करेंगे। एसजीपीसी ने इस बैठक को लेकर अभी तक कोई भी एजेंडा साझा नहीं किया है, लेकिन अनुमान है कि ये बैठक श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और विरसा सिंह वल्टोहा के बीच हुए विवाद को लेकर हो सकती है। एडवोकेट धामी के एसजीपीसी प्रधान बनने के बाद यह पहली बैठक है, जो अमृतसर से बाहर होने वाली है। अनुमान के अनुसार विरसा सिंह वल्टोहा की तरफ से ज्ञानी हरप्रीत सिंह की वीडियो वायरल करने के बाद पैदा हुए विवाद को लेकर ही ये बैठक बुलाई गई है। वल्टोहा ने सोशल मीडिया पर 15 अक्टूबर को श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश होने का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें ज्ञानी हरप्रीत सिंह और वल्टोहा के बीच बहस हो रही है। दोनों में गाली-गलौज भी हुआ। ज्ञानी हरप्रीत का आरोप- उन्हें परेशान किया जा रहा वीडियो पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब से लिए गए फैसलों के कारण उन्हें राजनीति और व्यक्तिगत तौर पर बदनाम किया जा रहा है। उनके खिलाफ गलत प्रचार किया जा रहा है। उनका तल्खी भरा क्लिप काटकर वायरल किया गया। फैसला बदलने को लेकर अगर बैठक बुलाई तो नहीं जाएंगे ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि उन्होंने दो माह पहले अपना इस्तीफा श्री अकाल तख्त साहिब को भेज दिया था। अब चाहें तो उसको मंजूर कर लें। वह दोबारा इस्तीफा नहीं दे सकते। 2 दिसंबर वाले निर्णय को बदलने के लिए पांच सिंह साहिबान कोई बैठक बुलाते हैं तो वह उसमें शामिल नहीं होंगे। गलत प्रचार को फैलाने वाला नछत्तर नाम का शख्स है। अकाली दल को भी लेकर हो सकती है बातचीत वहीं, इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से दिए गए फैसले, जिसमें अकाली दल की वर्किंग कमेटी को भेजे नोटिस स्वीकार कर, अकाली दल के दोबारा से गठित करने को लेकर भी बातचीत होने का अनुमान है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक आज कुछ ही समय में लुधियाना के समराला स्थित कटाना साहिब में होने जा रही है। इस बैठक की अध्यक्षता एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी करेंगे। एसजीपीसी ने इस बैठक को लेकर अभी तक कोई भी एजेंडा साझा नहीं किया है, लेकिन अनुमान है कि ये बैठक श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और विरसा सिंह वल्टोहा के बीच हुए विवाद को लेकर हो सकती है। एडवोकेट धामी के एसजीपीसी प्रधान बनने के बाद यह पहली बैठक है, जो अमृतसर से बाहर होने वाली है। अनुमान के अनुसार विरसा सिंह वल्टोहा की तरफ से ज्ञानी हरप्रीत सिंह की वीडियो वायरल करने के बाद पैदा हुए विवाद को लेकर ही ये बैठक बुलाई गई है। वल्टोहा ने सोशल मीडिया पर 15 अक्टूबर को श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश होने का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें ज्ञानी हरप्रीत सिंह और वल्टोहा के बीच बहस हो रही है। दोनों में गाली-गलौज भी हुआ। ज्ञानी हरप्रीत का आरोप- उन्हें परेशान किया जा रहा वीडियो पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब से लिए गए फैसलों के कारण उन्हें राजनीति और व्यक्तिगत तौर पर बदनाम किया जा रहा है। उनके खिलाफ गलत प्रचार किया जा रहा है। उनका तल्खी भरा क्लिप काटकर वायरल किया गया। फैसला बदलने को लेकर अगर बैठक बुलाई तो नहीं जाएंगे ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि उन्होंने दो माह पहले अपना इस्तीफा श्री अकाल तख्त साहिब को भेज दिया था। अब चाहें तो उसको मंजूर कर लें। वह दोबारा इस्तीफा नहीं दे सकते। 2 दिसंबर वाले निर्णय को बदलने के लिए पांच सिंह साहिबान कोई बैठक बुलाते हैं तो वह उसमें शामिल नहीं होंगे। गलत प्रचार को फैलाने वाला नछत्तर नाम का शख्स है। अकाली दल को भी लेकर हो सकती है बातचीत वहीं, इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से दिए गए फैसले, जिसमें अकाली दल की वर्किंग कमेटी को भेजे नोटिस स्वीकार कर, अकाली दल के दोबारा से गठित करने को लेकर भी बातचीत होने का अनुमान है। पंजाब | दैनिक भास्कर
