पंजाब के लुधियाना में विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने माछीवाड़ा थाने के SHO के साथी रिटायर हेड कांस्टेबल बलविंदर सिंह को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस विभाग से किसी आधिकारिक आदेश के बिना थाने में ड्यूटी कर रहा था। एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू ने बताया कि खन्ना के माछीवाड़ा उप-मंडल के मोहन माजरा गांव के निवासी सुखवीर सिंह द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद यह गिरफ्तारी की गई। उन्होंने बताया कि, विजिलेंस कार्यालय से सुखवीर सिंह ने संपर्क किया था, उसने शिकायत में बताया गया था कि उसकी कार माछीवाड़ा पुलिस द्वारा जब्त कर ली गई है। शिकायत के अनुसार, बलविंदर सिंह ने उसे बताया कि उसकी कार हेड कांस्टेबल करण के कब्जे में है और उसे छोड़ने के लिए 25,000 रुपए की मांग की। हालांकि, बातचीत के बाद रिश्वत की राशि 15,000 रुपए तय हुई। 10 हजार रुपए लेने को हुआ तैयार 28 जनवरी 2025 को, शिकायतकर्ता ने फिर से रिटायर हेड कांस्टेबल बलविंदर सिंह से फोन पर बात की और रिश्वत की रकम कम करने का अनुरोध किया। आरोपी 10,000 रुपए लेने के लिए सहमत हो गया और शिकायतकर्ता ने सबूत के तौर पर बातचीत को रिकॉर्ड किया और इसे लुधियाना में विजिलेंस रेंज कार्यालय में जमा कर दिया। संधू ने कहा कि प्रारंभिक जांच करने के बाद, लुधियाना रेंज की एक विजिलेंस टीम ने ट्रेप लगाकर आरोपी को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में माछीवाड़ा पुलिस स्टेशन के बाहर शिकायतकर्ता से 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। इसके बाद विजिलेंस टीम ने शिकायतकर्ता की कार को थाने में पार्क पाया। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पंजाब आर्म्ड पुलिस (पीएपी) से रिटायर हो चुका है, लेकिन माछीवाड़ा के SHO ने बिना किसी विभागीय आदेश के उसे थाने में अवैध रूप से तैनात किया हुआ था। थाने में अनाधिकृत रूप से करता था आरोपी काम आरोपी थाने में अनाधिकृत रूप से काम करता रहा। संबंधित एसएचओ और एमएचसी की भूमिका भी जांच के दायरे में है। उन्होंने बताया कि उक्त आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 7ए और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 के तहत विजिलेंस पुलिस थाने, लुधियाना रेंज में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा और इस मामले में आगे की जांच जारी है। पंजाब के लुधियाना में विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने माछीवाड़ा थाने के SHO के साथी रिटायर हेड कांस्टेबल बलविंदर सिंह को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस विभाग से किसी आधिकारिक आदेश के बिना थाने में ड्यूटी कर रहा था। एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू ने बताया कि खन्ना के माछीवाड़ा उप-मंडल के मोहन माजरा गांव के निवासी सुखवीर सिंह द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद यह गिरफ्तारी की गई। उन्होंने बताया कि, विजिलेंस कार्यालय से सुखवीर सिंह ने संपर्क किया था, उसने शिकायत में बताया गया था कि उसकी कार माछीवाड़ा पुलिस द्वारा जब्त कर ली गई है। शिकायत के अनुसार, बलविंदर सिंह ने उसे बताया कि उसकी कार हेड कांस्टेबल करण के कब्जे में है और उसे छोड़ने के लिए 25,000 रुपए की मांग की। हालांकि, बातचीत के बाद रिश्वत की राशि 15,000 रुपए तय हुई। 10 हजार रुपए लेने को हुआ तैयार 28 जनवरी 2025 को, शिकायतकर्ता ने फिर से रिटायर हेड कांस्टेबल बलविंदर सिंह से फोन पर बात की और रिश्वत की रकम कम करने का अनुरोध किया। आरोपी 10,000 रुपए लेने के लिए सहमत हो गया और शिकायतकर्ता ने सबूत के तौर पर बातचीत को रिकॉर्ड किया और इसे लुधियाना में विजिलेंस रेंज कार्यालय में जमा कर दिया। संधू ने कहा कि प्रारंभिक जांच करने के बाद, लुधियाना रेंज की एक विजिलेंस टीम ने ट्रेप लगाकर आरोपी को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में माछीवाड़ा पुलिस स्टेशन के बाहर शिकायतकर्ता से 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। इसके बाद विजिलेंस टीम ने शिकायतकर्ता की कार को थाने में पार्क पाया। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पंजाब आर्म्ड पुलिस (पीएपी) से रिटायर हो चुका है, लेकिन माछीवाड़ा के SHO ने बिना किसी विभागीय आदेश के उसे थाने में अवैध रूप से तैनात किया हुआ था। थाने में अनाधिकृत रूप से करता था आरोपी काम आरोपी थाने में अनाधिकृत रूप से काम करता रहा। संबंधित एसएचओ और एमएचसी की भूमिका भी जांच के दायरे में है। उन्होंने बताया कि उक्त आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 7ए और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 के तहत विजिलेंस पुलिस थाने, लुधियाना रेंज में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा और इस मामले में आगे की जांच जारी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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