लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा का दावा:पंजाब में सबसे अधिक ग्रोथ करने वाली पार्टी बनी; AAP के 92 में से 51 विधायक फेल

लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा का दावा:पंजाब में सबसे अधिक ग्रोथ करने वाली पार्टी बनी; AAP के 92 में से 51 विधायक फेल

भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनावों के आंकड़ों के आधार पर खुद को राज्य की सबसे अधिक ग्रोथ करने वाली पार्टी करार दिया है। उन्होंने दावा किया है कि 2027 के चुनावों में भाजपा बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। वहीं, आम आदमी पार्टी के दो साल के कार्यकाल को लोगों ने नकार दिया है। अब ये पार्टी सरकार चलाने के लायक नहीं रही है। भाजपा में मीडिया सेल के हेड विनीत जोशी ने आज गुरुवार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी की कार्य-गुजारी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ये लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी की कार्य गुजारी पर रिफरेंडम था। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूरे राज्य में हर सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान एक ही बात कही कि वे अपने कामों को लेकर वोट मांग रहे हैं। 13 में से मात्र तीन सीटें देकर पंजाब के लोगों ने अपना जवाब दे दिया है। इसका मतलब पंजाब के अंदर आम आदमी पार्टी रहने का मौलिक अधिकार खो चुकी है। AAP की हालत देखें तो इनके 8 मंत्रियों के हलके में पार्टी की हार हुई है। इनके चार मंत्रीं ही चुनाव हार गए। कुल 92 में 51 विधायकों की उनके होम टाउन में ही हार गए हैं। ये मैंडेट लोगों ने 2 साल की कार्यगुजारी पर दिया है। भाजपा ने किया गेन, अब 2027 पर ध्यान जोशी ने कहा कि अगर इस चुनाव में किसी ने गेन किया है तो वे भाजपा है। भाजपा ने तकरीबन 25 सालों के बाद सभी 117 सीटों पर और अब 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा है। पंजाब में भाजपा की कार्यगुजारी का मुल्यांकन करना है तो 2022 को ध्यान में रखकर ही ये किया जा सकता है। भाजपा का 6.6 से लेकर 18.56% वोट शेयर बढ़ा है। 13 लोकसभा में से 12 सीटों पर भाजपा का वोट शेयर बढ़ा है। अमृतसर से 1 लाख 55 हजार, आनंदपुर साहिब में 93 हजार, बठिंडा में 80 हजार, फरीदकोट में 1.01 लाख वोट शेयर बढ़ा है। इसी तरह कई सीटों पर तकरीबन 1 लाख वोट शेयर बढ़ा है। सिर्फ संगरूर में भाजपा का वोट शेयर कम हुआ है। पंजाब के लोगों ने भाजपा पर विश्वास जाहिर किया है। भाजपा ही एक मात्र पार्टी रह गई है, जिसे अब लोगों को मौका देना चाहिए। AAP का सभी सीटों पर कम हुआ वोट शेयर विनीत जोशी ने कहा कि जिस राजनीतिक पार्टी का पंजाब पर राज है, उसकी 13 की 13 लोक सभाओं में वोट शेयर कम हुआ है। ये तीन सीटें जरूर जीत गए हैं, लेकिन असलीयत में लोगों ने इन्हें वोट नहीं डाला। शिरोमणि अकाली दल की बात करें तो उनका 12 सीटों पर वोट शेयर कम हुआ है और एक मात्र बठिंडा में ही उनका वोट शेयर बढ़ा है। कांग्रेस का 6 लोक सभाओं में वोट शेयर बढ़ा है, जबकि 7 में उनका वोट शेयर कम हुआ है। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनावों के आंकड़ों के आधार पर खुद को राज्य की सबसे अधिक ग्रोथ करने वाली पार्टी करार दिया है। उन्होंने दावा किया है कि 2027 के चुनावों में भाजपा बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। वहीं, आम आदमी पार्टी के दो साल के कार्यकाल को लोगों ने नकार दिया है। अब ये पार्टी सरकार चलाने के लायक नहीं रही है। भाजपा में मीडिया सेल के हेड विनीत जोशी ने आज गुरुवार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी की कार्य-गुजारी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ये लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी की कार्य गुजारी पर रिफरेंडम था। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूरे राज्य में हर सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान एक ही बात कही कि वे अपने कामों को लेकर वोट मांग रहे हैं। 13 में से मात्र तीन सीटें देकर पंजाब के लोगों ने अपना जवाब दे दिया है। इसका मतलब पंजाब के अंदर आम आदमी पार्टी रहने का मौलिक अधिकार खो चुकी है। AAP की हालत देखें तो इनके 8 मंत्रियों के हलके में पार्टी की हार हुई है। इनके चार मंत्रीं ही चुनाव हार गए। कुल 92 में 51 विधायकों की उनके होम टाउन में ही हार गए हैं। ये मैंडेट लोगों ने 2 साल की कार्यगुजारी पर दिया है। भाजपा ने किया गेन, अब 2027 पर ध्यान जोशी ने कहा कि अगर इस चुनाव में किसी ने गेन किया है तो वे भाजपा है। भाजपा ने तकरीबन 25 सालों के बाद सभी 117 सीटों पर और अब 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा है। पंजाब में भाजपा की कार्यगुजारी का मुल्यांकन करना है तो 2022 को ध्यान में रखकर ही ये किया जा सकता है। भाजपा का 6.6 से लेकर 18.56% वोट शेयर बढ़ा है। 13 लोकसभा में से 12 सीटों पर भाजपा का वोट शेयर बढ़ा है। अमृतसर से 1 लाख 55 हजार, आनंदपुर साहिब में 93 हजार, बठिंडा में 80 हजार, फरीदकोट में 1.01 लाख वोट शेयर बढ़ा है। इसी तरह कई सीटों पर तकरीबन 1 लाख वोट शेयर बढ़ा है। सिर्फ संगरूर में भाजपा का वोट शेयर कम हुआ है। पंजाब के लोगों ने भाजपा पर विश्वास जाहिर किया है। भाजपा ही एक मात्र पार्टी रह गई है, जिसे अब लोगों को मौका देना चाहिए। AAP का सभी सीटों पर कम हुआ वोट शेयर विनीत जोशी ने कहा कि जिस राजनीतिक पार्टी का पंजाब पर राज है, उसकी 13 की 13 लोक सभाओं में वोट शेयर कम हुआ है। ये तीन सीटें जरूर जीत गए हैं, लेकिन असलीयत में लोगों ने इन्हें वोट नहीं डाला। शिरोमणि अकाली दल की बात करें तो उनका 12 सीटों पर वोट शेयर कम हुआ है और एक मात्र बठिंडा में ही उनका वोट शेयर बढ़ा है। कांग्रेस का 6 लोक सभाओं में वोट शेयर बढ़ा है, जबकि 7 में उनका वोट शेयर कम हुआ है।   पंजाब | दैनिक भास्कर