लोकसभा चुनाव हारने के 355 दिनों बाद अमेठी पहुंचेंगी स्मृति ईरानी, जानें क्या है पूरा प्लान

लोकसभा चुनाव हारने के 355 दिनों बाद अमेठी पहुंचेंगी स्मृति ईरानी, जानें क्या है पूरा प्लान

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 26 मई को अपने एकदिवसीय अमेठी दौरे पर जनपद मुख्यालय गौरीगंज पहुंचेंगी. यह पहली बार है जब वह 2024 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद अमेठी की ओर रुख किया है. पूरे 355 दिनो के बाद वह अमेठी पहुंच रही हैं, फिलहाल उनके इस दौर से एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ मई के इस तपन भरे महीने में राजनीति सियासी पारा और गर्म होने लगा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व सांसद स्मृति ईरानी सुबह नई दिल्ली से हवाई मार्ग द्वारा लखनऊ पहुंचेगी. जहां से वह सड़क मार्ग के द्वारा हैदरगढ़, इन्हौना और जगदीशपुर होते हुए अमेठी जनपद मुख्यालय गौरीगंज के मेंदन मवई गांव स्थित अपने निजी आवास पर पहुंचेंगी. जहां पर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी. इसके उपरांत वह गोष्ठी में शामिल होंगी और जनसभा को संबोधित करेंगी, इसके बाद वह शाम तक नई दिल्ली वापस लौट जाएंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अहिल्याबाई होलकर जयंती गोष्ठी में शामिल होंगी पूर्व केंद्रीय मंत्री</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रवक्ता चंद्रमौली सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा शिव भक्ति पूर्ण श्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर की तृषा शताब्दी जयंती के अवसर पर 26 मई सोमवार को बीजेपी के जिला अध्यक्ष सुधांशु शुक्ला की अध्यक्षता में गोष्ठी आयोजित की गई है. यह गोष्टी जनपद मुख्यालय गौरीगंज के जामों रोड स्थित श्री रणंजय इंटर कॉलेज खेल के मैदान में अपराह्न 3 बजे आयोजित की गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री व अमेठी की पूर्व सांसद रही स्मृति ईरानी इस गोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होगी .यहीं पर वह अमेठी की जनता को संबोधित भी करेंगी. जहां पर अमेठी के सभी जनप्रतिनिधि पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं आम जनमानस के साथ महिलाएं भी भारी संख्या में मौजूद रहेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं अपनी नेता के आगमन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं के चेहरे पर खुशी का भाव देखने को मिल रहा है. नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक बार फिर से यह उम्मीद जगी है की कुछ भी हो अमेठी से भाई बहन का रिश्ता बना रहेगा. लोकसभा चुनाव हारने के बाद जिस तरह से उसे स्मृति ईरानी ने अमेठी से दूरी बना ली थी उससे उनके समर्थकों में निराशा का भाव उत्पन्न हो गया था. जो अब एक बार फिर से हिलोरे मारने लगा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेसियों की बढ़ी चिंता&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के इस अमेठी दौरे से एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के लोगों में खुशी का माहौल है वहीं दूसरी तरफ अमेठी में विपक्ष के रूप में सीधे कांग्रेस पार्टी कि नेताओं और कार्यकर्ताओं में चिंता की लकीरें साफ दिखाई पड़ रही है. क्योंकि कांग्रेसियों को ऐसा लग रहा था कि 2024 की लोकसभा चुनाव आने के बाद स्मृति ईरानी दोबारा अमेठी की ओर रुख नहीं करेंगी. अब वर्ष 2026 में पंचायत चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव को 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की नींव के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि स्मृति ईरानी की सक्रियता से छोटा चुनाव भी बड़े रूप में हो जाएगा. जिसका सीधा नफा नुकसान कांग्रेस पार्टी को ही होने वाला है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 26 मई को अपने एकदिवसीय अमेठी दौरे पर जनपद मुख्यालय गौरीगंज पहुंचेंगी. यह पहली बार है जब वह 2024 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद अमेठी की ओर रुख किया है. पूरे 355 दिनो के बाद वह अमेठी पहुंच रही हैं, फिलहाल उनके इस दौर से एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ मई के इस तपन भरे महीने में राजनीति सियासी पारा और गर्म होने लगा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व सांसद स्मृति ईरानी सुबह नई दिल्ली से हवाई मार्ग द्वारा लखनऊ पहुंचेगी. जहां से वह सड़क मार्ग के द्वारा हैदरगढ़, इन्हौना और जगदीशपुर होते हुए अमेठी जनपद मुख्यालय गौरीगंज के मेंदन मवई गांव स्थित अपने निजी आवास पर पहुंचेंगी. जहां पर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी. इसके उपरांत वह गोष्ठी में शामिल होंगी और जनसभा को संबोधित करेंगी, इसके बाद वह शाम तक नई दिल्ली वापस लौट जाएंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अहिल्याबाई होलकर जयंती गोष्ठी में शामिल होंगी पूर्व केंद्रीय मंत्री</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रवक्ता चंद्रमौली सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा शिव भक्ति पूर्ण श्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर की तृषा शताब्दी जयंती के अवसर पर 26 मई सोमवार को बीजेपी के जिला अध्यक्ष सुधांशु शुक्ला की अध्यक्षता में गोष्ठी आयोजित की गई है. यह गोष्टी जनपद मुख्यालय गौरीगंज के जामों रोड स्थित श्री रणंजय इंटर कॉलेज खेल के मैदान में अपराह्न 3 बजे आयोजित की गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री व अमेठी की पूर्व सांसद रही स्मृति ईरानी इस गोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होगी .यहीं पर वह अमेठी की जनता को संबोधित भी करेंगी. जहां पर अमेठी के सभी जनप्रतिनिधि पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं आम जनमानस के साथ महिलाएं भी भारी संख्या में मौजूद रहेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं अपनी नेता के आगमन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं के चेहरे पर खुशी का भाव देखने को मिल रहा है. नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक बार फिर से यह उम्मीद जगी है की कुछ भी हो अमेठी से भाई बहन का रिश्ता बना रहेगा. लोकसभा चुनाव हारने के बाद जिस तरह से उसे स्मृति ईरानी ने अमेठी से दूरी बना ली थी उससे उनके समर्थकों में निराशा का भाव उत्पन्न हो गया था. जो अब एक बार फिर से हिलोरे मारने लगा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेसियों की बढ़ी चिंता&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के इस अमेठी दौरे से एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के लोगों में खुशी का माहौल है वहीं दूसरी तरफ अमेठी में विपक्ष के रूप में सीधे कांग्रेस पार्टी कि नेताओं और कार्यकर्ताओं में चिंता की लकीरें साफ दिखाई पड़ रही है. क्योंकि कांग्रेसियों को ऐसा लग रहा था कि 2024 की लोकसभा चुनाव आने के बाद स्मृति ईरानी दोबारा अमेठी की ओर रुख नहीं करेंगी. अब वर्ष 2026 में पंचायत चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव को 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की नींव के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि स्मृति ईरानी की सक्रियता से छोटा चुनाव भी बड़े रूप में हो जाएगा. जिसका सीधा नफा नुकसान कांग्रेस पार्टी को ही होने वाला है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अमृतसर में SAD के पार्षद की गोली मारकर हत्या, हमलावरों ने पहले घर पर की थी फायरिंग