हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। भाजपा ने सोनीपत के राई से विधायक मोहन लाल बड़ौली को नया अध्यक्ष बना दिया है। बड़ौली पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। अभी तक हरियाणा में BJP का प्रदेश अध्यक्ष पद CM नायब सैनी के ही पास था। बड़ौली ने हाल ही में सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि वे कांग्रेस के उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी से हार गए थे। चुनाव से पहले भाजपा ने बड़ौली को प्रधान बनाकर 7.5% ब्राह्मण वोट बैंक पर दांव खेला है। भाजपा की इस नियुक्ति के बाद अब प्रदेश में पार्टी प्रधान ब्राह्मण, CM कुर्सी पर OBC और पार्टी के प्रदेश प्रभारी पद पर जाट चेहरे डॉ. सतीश पुनिया को लाकर भाजपा ने जातिगत संतुलन साधने की कोशिश की है। बड़ौली ने छोटे वर्कर के रूप में राजनीतिक पारी शुरू की थी। पहले उन्होंने सोनीपत के बहालगढ़ चौक के पास कपड़ा मार्केट में एक दुकान चलाई। इसके बाद 1989 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हुए। इसके बाद भाजपा में आ गए। 2019 में कांग्रेस के गढ़ राई में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने। हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। भाजपा ने सोनीपत के राई से विधायक मोहन लाल बड़ौली को नया अध्यक्ष बना दिया है। बड़ौली पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। अभी तक हरियाणा में BJP का प्रदेश अध्यक्ष पद CM नायब सैनी के ही पास था। बड़ौली ने हाल ही में सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि वे कांग्रेस के उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी से हार गए थे। चुनाव से पहले भाजपा ने बड़ौली को प्रधान बनाकर 7.5% ब्राह्मण वोट बैंक पर दांव खेला है। भाजपा की इस नियुक्ति के बाद अब प्रदेश में पार्टी प्रधान ब्राह्मण, CM कुर्सी पर OBC और पार्टी के प्रदेश प्रभारी पद पर जाट चेहरे डॉ. सतीश पुनिया को लाकर भाजपा ने जातिगत संतुलन साधने की कोशिश की है। बड़ौली ने छोटे वर्कर के रूप में राजनीतिक पारी शुरू की थी। पहले उन्होंने सोनीपत के बहालगढ़ चौक के पास कपड़ा मार्केट में एक दुकान चलाई। इसके बाद 1989 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हुए। इसके बाद भाजपा में आ गए। 2019 में कांग्रेस के गढ़ राई में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चंडीगढ़ पुलिस के ASI पर हमला:बीच रास्ते स्विफ्ट अड़ा कार रोकी; पत्नी समेत बाहर घसीटकर डंडों से पीटा, कुल्हाड़ी से गाड़ी तोड़ी
हरियाणा में चंडीगढ़ पुलिस के ASI पर हमला:बीच रास्ते स्विफ्ट अड़ा कार रोकी; पत्नी समेत बाहर घसीटकर डंडों से पीटा, कुल्हाड़ी से गाड़ी तोड़ी हरियाणा के पलवल में भतीजों ने चंडीगढ़ पुलिस के ASI पर हमला कर दिया। आरोपियों ने ASI फूफा और उसकी पत्नी को जबरन गाड़ी से नीचे खींचा। फिर लाठी-डंडों से जमकर पीटा। कुल्हाड़ी से हमला कर उनकी कार के शीशे भी तोड़ दिए। घायल ASI और उसकी पत्नी को पलवल के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चांदहट थाना पुलिस ने घायल एएसआई (फूफा) की शिकायत पर 4 नामजद सहित 6 लोगों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी दलबीर सिंह के अनुसार, बंचारी गांव निवासी भूपेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह चंड़ीगढ़ पुलिस में बतौर एएसआई कार्यरत है। फिलहाल उसकी ड्यूटी चंडीगढ सेक्टर-19 थाना में चल रही है। साल 2021 में उसने अपने साले धर्मपाल व सतबीर से अपनी पत्नी सत्यवती के नाम 2 एकड़ जमीन का पारिवारिक हस्तांतरण कराया था। अब दोनों की नीयत खराब हो गई है। कोर्ट तारीख को लेकर पलवल आया था ASI
उन्होंने जमीन वापस लेने तथा हस्तांतरण को रद्द कराने के लिए कोर्ट में केस किया हुआ है। बीती 7 मई को उसे इस बारे में नोटिस प्राप्त हुआ। नोटिस में 9 जुलाई को जवाब दाखिल करना था। सात जुलाई को पांच दिन छुट्टी लेकर पलवल आ गया। नौ जुलाई को जवाब दायर करने पर 11 जुलाई की तारीख लगा दी गई। उसने बताया कि 11 जुलाई को वकीलों की हड़ताल होने के कारण 2 अगस्त की तारीख लग गई। स्विफ्ट कार आगे लगा गाड़ी रोकी
इसके बाद वह शाम के करीब छह बजे अपनी पत्नी सत्यवती के साथ कार में छज्जूनगर में खेतों को देखने चला गया। वापस लौटते समय गांव छज्जूनगर के अड्डे पर एक स्विफ्ट कार ने उनका रास्ता रोक लिया। कार से चार युवक उतरे। उनमें साले सतवीर का बेटा पालेंद्र व धर्मपाल का बेटा आकाश व दो नकाबपोश युवक शामिल थे। कुल्हाड़ी से हमला किया, पत्नी को बाहर खींचकर पिटाई की
उन्होंने आते ही कुल्हाड़ी से कार से शीशे पर वार किया। उसके बाद उसकी पत्नी को कार से बाहर खींचकर डंडों से पिटाई शुरू दी। उन्होंने उसे भी कार से खींच कर सड़क पर गिरा लिया और जमकर पीटा। आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए। उसके बाद सतवीर व धर्मपाल आए और उन्हें घायल अवस्था देखकर वापस लौट गए। सतवीर व धर्मपाल ने षडयंत्र के तहत उन पर हमला करवाया है।
हरियाणा में हार पर राहुल-खड़गे की मीटिंग:हुड्डा-उदयभान तलब, सैलजा-सुरजेवाला को नहीं बुलाया; कैंडिडेट बोले- भूपेंद्र-दीपेंद्र गैंग ने हराया
हरियाणा में हार पर राहुल-खड़गे की मीटिंग:हुड्डा-उदयभान तलब, सैलजा-सुरजेवाला को नहीं बुलाया; कैंडिडेट बोले- भूपेंद्र-दीपेंद्र गैंग ने हराया हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने भूपेंद्र हुड्डा को दिल्ली तलब कर लिया है। हुड्डा के अलावा प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और टिकट बंटवारे में अहम भूमिका निभाने वाले दीपक बाबरिया को भी बुलाया गया है। यह मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुआई में उनके आवास पर हो रही है। जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए हैं। इन नेताओं के अलावा संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और हरियाणा के तीनों ऑब्जर्वर अशोक गहलोत, अजय माकन, प्रताप सिंह बाजवा भी मीटिंग में हैं। हालांकि इस मीटिंग में दिलचस्प बात है कि सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को नहीं बुलाया गया है। लालू यादव के समधी और कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव को भी मीटिंग में शामिल होने का कोई मैसेज नहीं मिला है। मीटिंग ऐसे टाइम पर बुलाई गई है, जब सैलजा समर्थक हार के लिए सीधे तौर पर भूपेंद्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अंसध से हारे पूर्व MLA शमशेर गोगी ने कहा कि ये कांग्रेस नहीं बल्कि हुड्डा कांग्रेस की हार है। वहीं अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि B-D गैंग यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। जानिए, तलब की गई तिकड़ी के पास चुनाव की क्या जिम्मेदारी थी… भूपेंद्र हुड्डा: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा केंद्र बिंदु में रहे। पार्टी ने प्रचार के दौरान हुड्डा को मुख्य चेहरा बनाया। चुनाव में कांग्रेस की सभी छोटी-बड़ी रैलियों में वह शामिल हुए। जहां-जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रैलियां नहीं कर पाए, वहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रचार की कमान संभाली। कांग्रेस ने सैलजा-सुरजेवाला के दावों और बातों को दरकिनार कर हुड्डा को फ्री हैंड दिया। उदयभान: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान के पास विधानसभा चुनाव का पूरा प्रबंधन रहा। दिल्ली और स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी थी। दिल्ली के बड़े नेताओं के साथ ही स्थानीय नेताओं की रैलियों के प्रबंधन का काम भी उदयभान ने संभाला। उदयभान हुड्डा के काफी करीबी माने जाते हैं। चुनाव के वक्त उन्होंने नौकरी बांटने वाला भी बयान दिया। वह खुद भी होडल सीट से चुनाव हारे दीपक बाबरिया: हरियाणा के प्रभारी होने के नाते चुनाव से पहले टिकट वितरण के काम का पूरा जिम्मा दीपक बाबरिया ने संभाला। स्थानीय नेताओं के इनपुट के आधार पर ही बाबरिया ने अपनी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी तक पहुंचाई थी। जब सब टिकट फाइनल हो गए तो अचानक उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई, इसके बाद वह करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में भी भर्ती रहे थे। हुड्डा ग्रुप EVM पर ठीकरा फोड़ने में जुटा
भूपेंद्र हुड्डा ग्रुप हरियाणा में हुई हार का ठीकरा EVM पर फोड़ रहा है। उनका दावा है कि प्रदेश में 20 सीटों की मतगणना में गड़बड़ी हुई। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तो EVM हैक करने के भी आरोप लगाए। कल मंगलवार को कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 7 सीटों की लिखित शिकायत सौंपी। जिसमें कांग्रेस ने कहा कि जिन EVM में ज्यादा वोट पड़े और फिर भी वह 90% चार्ज थी, इससे BJP को बढ़त मिली। हालांकि जो EVM 40-50% चार्ज थी, उसमें वोट भी कम थे, उनमें कांग्रेस को लीड मिली। उन्होंने इसमें गड़बड़ी का शक जताया था। कांग्रेस ने इन ईवीएम को सील कर वीवीपैट की पर्ची से मिलान करने की मांग रखी थी। हरियाणा में हार पर नेताओं ने क्या कहा… सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। उन्होंने कहा कि असंध में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। परविंदर परी बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जन मानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखते, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती।
रोहतक में पुलिसकर्मी को ट्रैक्टर ट्रॉली ने मारी टक्कर:सिर के ऊपर से निकाला टायर, मौके पर ही मौत, खेत से जा रहा था घर
रोहतक में पुलिसकर्मी को ट्रैक्टर ट्रॉली ने मारी टक्कर:सिर के ऊपर से निकाला टायर, मौके पर ही मौत, खेत से जा रहा था घर रोहतक के गांव भैणी भैरो निवासी बाइक सवार पुलिसकर्मी को ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पुलिसकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिसकर्मी अपने खेतों से घर जा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। रोहतक के गांव भैणी भैरो निवासी संजीव कुमार ने महम थाने में हादसे की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि उसके पिता सुरेश कुमार उम्र करीब 46 साल हरियाणा पुलिस में कार्यरत हैं। वह फिलहाल हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं और उनकी ड्यूटी भिवानी पुलिस लाइन में है। सोमवार को वह और उसके पिता अपने खेतों पर गए थे। रात को दोनों अलग-अलग मोटरसाइकिल पर वापस लौट रहे थे। ट्रैक्टर ने कट मारा और मोटरसाइकिल टकराया संजीव कुमार ने बताया कि उसके पिता सुरेश कुमार आगे मोटरसाइकिल पर चल रहे थे। इसी दौरान बीच रास्ते में गांव भैणी भैरो-जताई रोड पर चले तो उनके आगे एक ट्रैक्टर-ट्राली चल रहा था। ट्रैक्टर को तेज गति में व लापरवाही से चला रहा था। जब उसके पिता सुरेश कुमार ट्रैक्टर को ओवरटेक करने लगे तो ट्रैक्टर चालक ने अचानक कट मार दिया और साइड दबने के कारण मोटरसाइकिल से टकरा गई। सिर के ऊपर से निकाला टायर उन्होंने कहा कि उसके पिता सुरेश कुमार की मोटरसाइकिल संतुलन बिगड़ने के कारण सड़क पर गिर गई। वहीं ट्रैक्टर का पीछे वाला टायर उसके पिता के सिर के ऊपर से निकल गया। वहीं इस हादसे में उसके पिता की मौत हो गई। वहीं ट्रैक्टर चालक अपने ट्रैक्टर को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस महम थाना के जांच अधिकारी एसआई हरबज ने बताया कि उन्हें एक्सीडेंट की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी। वहीं मृतक पुलिसकर्मी के बेटे की शिकायत के आधार पर ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।