भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ हकेंवि महेंद्रगढ़ के विधि विभाग के विद्यार्थियों ने जिला न्यायालय, नारनौल में लोक अदालत पर विधिक साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नारनौल डॉ. वीरेंद्र प्रसाद ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता और उत्साह की सराहना की तथा सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में कानूनी साक्षरता के महत्व पर बल दिया। एडीआर केंद्र नारनौल की मुख्य न्यायाधीश शैलजा गुप्ता ने विद्यार्थियों को सामाजिक कार्यों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने एडीआर केंद्र, नारनौल तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नारनौल की आमजन तक न्याय तक पहुंच को साकार करने की दिशा में की गई पहलों को साझा किया। विश्वविद्यालय की विधि पीठ के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नारनौल तथा उनकी पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ. प्रदीप सिंह ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। एडवोकेट आर.के. मेहता ने विधि विद्यार्थियों से बातचीत की। डॉ. प्रदीप सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कानूनी जागरूकता को बढ़ावा देना और आमजन को विभिन्न सामाजिक-कानूनी मुद्दों के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक-कानूनी मुद्दों, सामाजिक – कल्याणकारी कानूनों और हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई पहलों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। विद्यार्थियों ने सामाजिक-कानूनी समस्याओं पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक का भी मंचन कर न्याय पाने और कानूनी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर अतिथि प्राध्यापक अभिषेक कुमार, संगीता, प्रवीण कुमार मौर्य एवं विकास उपस्थित रहे। भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ हकेंवि महेंद्रगढ़ के विधि विभाग के विद्यार्थियों ने जिला न्यायालय, नारनौल में लोक अदालत पर विधिक साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नारनौल डॉ. वीरेंद्र प्रसाद ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता और उत्साह की सराहना की तथा सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में कानूनी साक्षरता के महत्व पर बल दिया। एडीआर केंद्र नारनौल की मुख्य न्यायाधीश शैलजा गुप्ता ने विद्यार्थियों को सामाजिक कार्यों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने एडीआर केंद्र, नारनौल तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नारनौल की आमजन तक न्याय तक पहुंच को साकार करने की दिशा में की गई पहलों को साझा किया। विश्वविद्यालय की विधि पीठ के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नारनौल तथा उनकी पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ. प्रदीप सिंह ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। एडवोकेट आर.के. मेहता ने विधि विद्यार्थियों से बातचीत की। डॉ. प्रदीप सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कानूनी जागरूकता को बढ़ावा देना और आमजन को विभिन्न सामाजिक-कानूनी मुद्दों के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक-कानूनी मुद्दों, सामाजिक – कल्याणकारी कानूनों और हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई पहलों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। विद्यार्थियों ने सामाजिक-कानूनी समस्याओं पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक का भी मंचन कर न्याय पाने और कानूनी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर अतिथि प्राध्यापक अभिषेक कुमार, संगीता, प्रवीण कुमार मौर्य एवं विकास उपस्थित रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बरवाला नप चेयरमैन बैटरीवाला ने छोड़ी BJP:पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बड़ौली और सैनी को भेजा रिजाइन, रणबीर गंगवा को टिकट देने से नाराजगी
बरवाला नप चेयरमैन बैटरीवाला ने छोड़ी BJP:पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बड़ौली और सैनी को भेजा रिजाइन, रणबीर गंगवा को टिकट देने से नाराजगी हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना रिजाइन हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को भेज दिया। इसमें बैटरीवाला ने लिखा है कि वह पार्टी की ओर से सौंपे गए सभी दायित्व और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। भाजपा ने इस बार बरवाला सीट से रणबीर गंगवा को कैंडिडेट बनाया है। रणबीर गंगवा अभी तक नलवा से चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन पार्टी ने इस बार उन्हें बरवाला से टिकट दिया है। गंगवा को बाहरी प्रत्याशी बताते हुए बरवाला के लोकल भाजपाई उनका विरोध कर रहे हैं। रमेश बैटरीवाला ने भी गंगवा की उम्मीदवारी से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है। ऐसे में बरवाला में रणबीर गंगवा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से अपने इस्तीफे की कॉपी कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा भाजपा के संगठन मंत्री को भी भेजी है। बरवाला नगर पालिका चेयरमैन रमेश बैटरीवाला की ओर से दिया गया इस्तीफा बरवाला शहर में रमेश बैटरीवाला भाजपा का मजबूत चेहरा माने जाते थे। उनका शहर में अच्छा होल्ड है और इसी वजह से वह बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन भी बने थे। पंजाबी समुदाय से आने वाले बैटरीवाला की ओर से चुनाव के बीचोंबीच पार्टी छोड़ देने से भाजपा बैकफुट पर आ गई है। रणबीर गंगवा हिसार जिले की नलवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। 2014 और 2019 में वह भाजपा के टिकट पर नलवा से ही विधायक चुने गए थे। इस बार कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार को एडजस्ट करने के लिए भाजपा नेतृत्व ने रणबीर गंगवा की सीट बदल दी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आरएसएस के सर्वे में नलवा में गंगवा की रिपोर्ट ठीक नहीं आना भी उनकी सीट बदलने की एक वजह रही। 40 पदाधिकारी अगस्त में ही लिख चुके पार्टी को लेटर बरवाला के भाजपाई इस सीट से किसी बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध अगस्त से ही कर रहे हैं। बरवाला BJP के 40 वर्करों और पदाधिकारियों ने बाकायदा हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को लैटर लिखकर आग्रह किया था कि यहां से किसी ऐसे शख्स को टिकट दिया जाए जो स्थानीय हो और यहां के मुद्दों की समझ रखता हो। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इसके बावजूद रणबीर गंगवा को बरवाला से टिकट दे दिया। अब आलम ये है कि बरवाला के लोकल BJP नेता खुलकर गंगवा के साथ नहीं चल रहे। बरवाला के पूर्व विधायक वेद नारंग, कैप्टन भूपेंद्र समेत कई पदाधिकारी उनकी कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं। बरवाला के BJP वर्करों का तर्क है कि यहां कांग्रेस ने भी प्रजापति समाज का कैंडिडेट उतारकर मुकाबला कांटे का बना दिया है। भाजपा के जिला पार्षद दर्शन गिरी उतर चुके निर्दलीय भाजपा पर बरवाला में प्रजापति समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी पहले ही निर्दलीय मैदान में कूद चुके हैं। रणबीर गंगवा का टिकट अनाउंस होते ही दर्शन गिरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। यही नहीं, महंत दर्शन गिरी प्रजापति समाज की उपेक्षा करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी गंगवा पर लगा चुके हैं। इसके लेकर उन्होंने बाकायदा पुलिस थाने में शिकायत दे रखी है। किसान संगठनों ने 17 सितंबर को बुलाई मीटिंग
इसके अलावा किसान संगठन भी बरवाला में रणबीर गंगवा के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 17 सितंबर को एक मीटिंग बुलाई है। दरअसल बरवाला एरिया किसान आंदोलन का गढ़ रहा है। यहां के बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर पूरे आंदोलन के दौरान धरना चला। लोकसभा चुनाव में किसानों ने हिसार सीट से BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला का इस इलाके में जमकर विरोध किया था। लोकसभा चुनाव में रणबीर गंगवा के पुराने हलके नलवा में भी भाजपा का विरोध हुआ था। तब उनकी गाड़ी के शीशे भी टूट गए थे। उस घटना में कई किसानों पर केस भी दर्ज हुआ।
हरियाणा में ऑटो ड्राइवर की गुंडागर्दी का VIDEO:स्कूल बस में चढ़ कर चालक को पीटा, महिला कंडक्टर से बदसलूकी की, बच्चे डरे
हरियाणा में ऑटो ड्राइवर की गुंडागर्दी का VIDEO:स्कूल बस में चढ़ कर चालक को पीटा, महिला कंडक्टर से बदसलूकी की, बच्चे डरे हरियाणा के हिसार में एक ऑटो चालक ने निजी स्कूल की बस के आगे अपना ऑटो खड़ा करके उसे रोक लिया। इसके बाद वह बस में चढ़ गया और बच्चों के सामने ही बस ड्राइवर से गाली-गलौज और मारपीट की। इतना ही नहीं ऑटो ड्राइवर ने महिला कंडक्टर के साथ भी बदसलूकी की। यह पूरी घटना बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसके कुछ देर बाद ही आरोपी ऑटो चालक स्कूल में आया और फिर से मारपीट व लात-घूंसे मारने लगा। बस चालक ने ऑटो चालक के खिलाफ अर्बन एस्टेट थाने में मामला दर्ज कराया है। बस ड्राइवर की पहचान नलका चौक आदर्श नगर मिल गेट निवासी राजकुमार के रूप में हुई है। बस ड्राइवर पर हमले से संबंधित 3 तस्वीरें… बस ड्राइवर ने मारपीट को लेकर क्या कहा… 1. ऑटो चालक ने बस के आगे ऑटो लगाया
पुलिस को दी शिकायत में बस ड्राइवर राजकुमार ने बताया कि उसकी उम्र 45 साल है और वह सेंट मेरी स्कूल तोशाम रोड की बस चलाता है। वह सेक्टर-14 हिसार, क्लॉथ मार्केट, नागोरी गेट एरिया से बच्चों को लेकर और छोड़कर आता है। रोज की तरह की 22 नवंबर की सुबह करीब 8.15 बजे डाबडा चौक से स्कूल की तरफ जा रहा था। बस में लेडी कंडक्टर कृष्णा थी। जैसे ही बस संत कबीर स्कूल के सामने पहुंची तो एक ऑटो जिसका नंबर HR-61-E-3658 का चालक ऑटो का हौर्न देता आया और बस के सामने (आगे) ऑटो खड़ा कर दिया। 2. बस की खिड़की में चढ़कर मारपीट की
ड्राइवर ने बताया कि इसके बाद ऑटो चालक ने बस की खिड़की से चढ़कर गाली गलौज करता हुआ आया और हाथापाई करने लगा। बस कंडक्टर ने ऐसा करने से रोकने की कोशिश की तो कृष्णा के साथ भी हाथापाई करने लगा। हमने कहा क्या बात हुई है अगर आपने कोई बात अगर करनी है तो आप हमारे स्कूल आ जाओ। थोड़ी देर बाद वह ऑटो को लेकर ऑटो चालक स्कूल में आ गया और दोबारा हाथापाई करके लात घुसे मारने लगा। एक मुक्का मेरे माथे पर मारा जिससे खून निकल गया। 3. स्कूल वालों ने किया बीच-बचाव, जान से मारने की धमकी दी
ड्राइवर राजकुमार ने बताया कि लड़ाई के दौरान स्कूल वालों ने बीच बचाव करके मुझे छुड़वाया और जाते समय मुझे व मेरी बस की कंडक्टर कृष्णा को जान से मारने की धमकी देकर ऑटो चालक वहां से चला गया। इसके बाद स्कूल वालों ने अपने साधन का प्रबंध करके मुझे व कृष्णा को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल हिसार में दाखिल करवा दिया। जहां हमारा इलाज चल रहा है। ऑटो चालक ने बिना वजह बस को रोककर और स्कूल में जाकर चोट मारी है। ऑटो चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। ———————————————– हरियाणा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- हरियाणा में स्कूल बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग,छात्र-ड्राइवर समेत 4 घायल, हमलावरों ने ट्रैक्टर अड़ा रोका, भागने के लिए पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी हरियाणा के सिरसा में गुरुवार (21 नवंबर) सुबह करीब 8 बजे बाप-बेटों ने स्कूल बस को घेरकर 8 से 10 राउंड फायरिंग कर दी। गोलियां लगने से वैन के ड्राइवर और एक छात्र समेत 4 लोग घायल हो गए। ड्राइवर के छाती-पैर में गोली लगी है। वहीं छात्र के पैर में गोली लगी है। पूरी खबर पढ़ें
कांग्रेस नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा का करनाल में भाजपा पर तंज:कहा- खट्टर काम नहीं करेंगे तो हम उनकी नींद हराम करने का काम करेंगे
कांग्रेस नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा का करनाल में भाजपा पर तंज:कहा- खट्टर काम नहीं करेंगे तो हम उनकी नींद हराम करने का काम करेंगे हरियाणा की करनाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस 2.32 लाख वोटों से हार गई है। हार के बावजूद कांग्रेस नेताओं को ऐसा लग रहा है जैसे वे जीत गए हैं। कांग्रेस नेता लोगों के बीच जाकर खुद को सही साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। नेताओं की मानें तो वे हारे जरूर हैं, लेकिन मामूली अंतर से। जानकारों की मानें तो मामूली अंतर का मतलब 4-5 हजार वोट होता है, 2.32 लाख का अंतर करारी हार होती है। दिव्यांशु बुद्धिराजा हार गए हैं, लेकिन फिर भी लोगों के बीच जाकर उनका शुक्रिया अदा करने में जुटे हैं। दिव्यांशु खुद को दिलासा देने की कोशिश कर रहे हैं या विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की तैयारी कर रहे हैं, यह कुछ महीनों में साफ हो जाएगा। सड़क पर लड़ेंगे लोगों की लड़ाई वीरवार शाम को नीलोखेड़ी में दिव्यांशु बुद्धिराजा ने क्षेत्रवासियों का धन्यवाद किया और कहा कि वे संसद में लोगों के हकों की लड़ाई लड़ना चाहते थे, लेकिन वह मौका उन्हें नहीं मिला, अब यह लड़ाई वे सड़कों पर लड़ेंगे। दिव्यांशु बुद्धिराजा अब कांग्रेस के सम्मानित नेताओं का धन्यवाद कर रहे है और साथ देने पर आभार भी जता रहे है। साथ ही यह भी कह रहे है कि हार के क्या कारण रहे है, उसकी समीक्षा की जा रही है। दिव्यांशु का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को नीलोखेड़ी विधानसभा से 29 हजार वोट मिला था, लेकिन इस बार वह डबल हो गया। अगर बात की जाए बूथ स्तर की तो 2019 में 12 बूथों पर कांग्रेस जीती थी, लेकिन अबकी बार 90 से ज्यादा बूथों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा है। विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर दिव्यांशु ने कहा कि यह पार्टी का फैसला होगा, लेकिन अभी कोशिश यह है कि लोगों ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उसके मुताबिक लोगों की आवाज उठानी है। कुलदीप शर्मा की भी किया धन्यवाद लोकसभा क्षेत्र के लोगों की उम्मीद मनोहर लाल खट्टर से बढ़ चुकी है और अगर उन्होंने लोगों की उम्मीदों के अनुसार काम नहीं किया तो उनकी नींद हराम करने का काम हम करेंगे। कुलदीप शर्मा करनाल लोकसभा में नहीं दिखे, तो इस पर बुद्धिराजा ने कहा कि उनका विधानसभा क्षेत्र गन्नौर रहा है, वे वहां पर भी अपना समय दे रहे थे, इसलिए उनका भी धन्यवाद है। क्या विधानसभा चुनावों के लिए जमीन तैयार कर रहे है दिव्यांशु दिव्यांशु बुद्धिराजा को लोकसभा की टिकट 20 दिन पहले ही मिली थी। उनके पास समय नहीं था कि वे जनता के बीच में जाकर अपनी पकड़ बना सके और जनता के बीच में न रह पाने का उन्हें कहीं न कहीं नुकसान झेलना पड़ा, लेकिन अब विधानसभा टिकट की दौड़ में भी दिव्यांशु कहीं न कहीं खुद को खड़ा करना चाहते है, जिसके लिए वे जनता के बीच जाने का प्रयास कर रहे है और धन्यवादी सभा के मार्फत विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पृष्ठभूमि तैयार करने का प्रयास कर रहे है।