वक्फ बिल के खिलाफ SC में लगाई याचिका:अलीगढ़ के बसपा नेता की याचिका हुई स्वीकार, बोले-इस बिल में मुस्लिमों के हक को मारा जा रहा

वक्फ बिल के खिलाफ SC में लगाई याचिका:अलीगढ़ के बसपा नेता की याचिका हुई स्वीकार, बोले-इस बिल में मुस्लिमों के हक को मारा जा रहा

केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ अलीगढ़ के बसपा नेता और पूर्व मेयर प्रत्याशी सुप्रीम कोर्ट गए हैं। उन्होंने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ याचिका लगाई है, जिसे कोर्ट में स्वीकार कर लिया गया है। अब इस मामले की सुनवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में याचिका स्वीकार होने के बाद उन्होंने इस मामले की जानकारी प्रेसवार्ता करके दी। बसपा नेता सलमान शाहिद ने बताया कि वक्फ संशोधन बिल एक काला कानून है और सरकार ने इसे जबरन मुसलमानों पर थोपा है। उन्होंने इस बिल के विरोध में बीते दिनों प्रदर्शन किया था और प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा था। अब वह इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है और उन्हें कोर्ट पर पूरा विश्वास है कि उन्हें न्याय मिलेगा और यह बिल रद्द होगा। ये जमीनें हमारी विरासत, हमारे बुजुर्गों ने दी बसपा के पूर्व मेयर प्रत्याशी ने कहा कि अगर उन्हें मुसलमानों की मदद करनी थी तो ऐसा कानून बनाते कि गलत करने वाले मुतवल्ली को बदलते। लेकिन उन्होंने ऐसा कानून बनाया है कि मुसलमानों की जमीन ही छीन ली जाए। उन्होंने कहा कि ये जमीनें हमारी विरासत हैं, हमारे बुजुर्गों ने यह हमें दी हैं। इसलिए हम इसकी लड़ाई आखिरी तक लड़ेंगे। हम कानूनी तरीके से इस लड़ाई को आखिरी तक लड़ेंगे। सारी की सारी मस्जिदें छीन ली जाएंगी एएमयू के पूर्व प्रोफेसर व मुफ्ती प्रो. जाहिद अली खान ने कहा कि यह बिल सरकार ने मुसलमानों के खिलाफ बनाया है। इस बिल को हर हाल में वापस किया जाना चाहिए। इसके लिए सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। देश के सभी लोग जब मिलकर आवाज उठाएंगे तो निश्चित तौर पर यह बिल वापस होगा। केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ अलीगढ़ के बसपा नेता और पूर्व मेयर प्रत्याशी सुप्रीम कोर्ट गए हैं। उन्होंने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ याचिका लगाई है, जिसे कोर्ट में स्वीकार कर लिया गया है। अब इस मामले की सुनवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में याचिका स्वीकार होने के बाद उन्होंने इस मामले की जानकारी प्रेसवार्ता करके दी। बसपा नेता सलमान शाहिद ने बताया कि वक्फ संशोधन बिल एक काला कानून है और सरकार ने इसे जबरन मुसलमानों पर थोपा है। उन्होंने इस बिल के विरोध में बीते दिनों प्रदर्शन किया था और प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा था। अब वह इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है और उन्हें कोर्ट पर पूरा विश्वास है कि उन्हें न्याय मिलेगा और यह बिल रद्द होगा। ये जमीनें हमारी विरासत, हमारे बुजुर्गों ने दी बसपा के पूर्व मेयर प्रत्याशी ने कहा कि अगर उन्हें मुसलमानों की मदद करनी थी तो ऐसा कानून बनाते कि गलत करने वाले मुतवल्ली को बदलते। लेकिन उन्होंने ऐसा कानून बनाया है कि मुसलमानों की जमीन ही छीन ली जाए। उन्होंने कहा कि ये जमीनें हमारी विरासत हैं, हमारे बुजुर्गों ने यह हमें दी हैं। इसलिए हम इसकी लड़ाई आखिरी तक लड़ेंगे। हम कानूनी तरीके से इस लड़ाई को आखिरी तक लड़ेंगे। सारी की सारी मस्जिदें छीन ली जाएंगी एएमयू के पूर्व प्रोफेसर व मुफ्ती प्रो. जाहिद अली खान ने कहा कि यह बिल सरकार ने मुसलमानों के खिलाफ बनाया है। इस बिल को हर हाल में वापस किया जाना चाहिए। इसके लिए सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। देश के सभी लोग जब मिलकर आवाज उठाएंगे तो निश्चित तौर पर यह बिल वापस होगा।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर