वाराणसी: शासन ने कर ली तैयारी, अब करोड़ों रुपए से संवारे जाएंगे काशी के प्राचीन घाट

वाराणसी: शासन ने कर ली तैयारी, अब करोड़ों रुपए से संवारे जाएंगे काशी के प्राचीन घाट

<p><strong>Varanasi News:</strong> दुनिया भर में वाराणसी को घाटों के शहर के नाम से पहचाना जाता है. विशेष तौर पर यहां के अस्सी घाट, दशास्वामेध घाट, तुलसी घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, नमो घाट, शीतला घाट सहित अन्य घाटों पर पूरी दुनिया से श्रद्धालु पर्यटक पहुंचते हैं. इसी क्रम में शासन की तरफ से अब घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था, मरम्मत कार्य और सुंदरीकरण का कार्य किया जाएगा.&nbsp;</p>
<p>शासन की तरफ से करोड़ों रुपए की धनराशि विभाग को भेजी जाएगी. शासन की तरफ से एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार, तकरीबन 40 करोड़ से अधिक रुपए वाराणसी के अलग-अलग घाटों के सौंदरीकरण, मरम्मत और आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए लगाया जाएगा. खासतौर पर जो घाट पुराने हो चुके हैं जहां मरम्मत की आवश्यकता है, पाथ वे बनाना, पर्यटकों के लिए बैठने की व्यवस्था और आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा किया जाएगा.&nbsp;</p>
<p><strong>क्या है प्रयास</strong><br />इसके लिए सारी प्रक्रियाओं को शासन की तरफ पूर्ण किया जा रहा है. साल के प्रत्येक माह में वाराणसी आने वाले पर्यटकों की भारी संख्या रहती है. विशेष तौर पर लोगों को वाराणसी के घाट देखना बहुत पसंद है. ऐसे में शासन की तरफ से इस बात का प्रयास किया जा रहा है कि वाराणसी के घाटों पर पर्यटकों को और भी आनंद की अनुभूति हो इसलिए आवश्यक है कि पहले से भी अधिक सुविधा घाटों पर पर्यटकों के लिए उपलब्ध किया जाए.</p>
<p><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-bjp-government-8-year-cm-yogi-adityanath-press-conference-today-2910538″><strong>8 Years of Yogi Govt: योगी सरकार के 8 साल पूरे, हर जिले में उपलब्धियां बताएगी सरकार, लखनऊ में लगे पोस्टर</strong></a></p>
<p>सामान्य दिनों में भी वाराणसी आने वाले पर्यटकों की एक हफ्ते में संख्या 5 लाख से अधिक होती है. इनमें काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा संख्या रहती है. इसके साथ ही काशी के अलग-अलग घाट पर भ्रमण करना भी पर्यटक बहुत पसंद करते हैं. &nbsp;</p>
<p>ऐसे में सरकार की तरफ से दिए जाने वाले करोड़ों रुपए की इन धनराशि से प्राचीन शहर की पहचान घाट को सुंदर बनाया जाएगा. इससे साथ-साथ गंगा आरती स्थल, बैठने की सुविधा सहित अन्य व्यवस्थाओं से आने वाले पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी. शासन द्वारा वाराणसी के अलग-अलग घाटों की इन व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए करोड़ों रुपए दिए जा रहे हैं.</p> <p><strong>Varanasi News:</strong> दुनिया भर में वाराणसी को घाटों के शहर के नाम से पहचाना जाता है. विशेष तौर पर यहां के अस्सी घाट, दशास्वामेध घाट, तुलसी घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, नमो घाट, शीतला घाट सहित अन्य घाटों पर पूरी दुनिया से श्रद्धालु पर्यटक पहुंचते हैं. इसी क्रम में शासन की तरफ से अब घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था, मरम्मत कार्य और सुंदरीकरण का कार्य किया जाएगा.&nbsp;</p>
<p>शासन की तरफ से करोड़ों रुपए की धनराशि विभाग को भेजी जाएगी. शासन की तरफ से एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार, तकरीबन 40 करोड़ से अधिक रुपए वाराणसी के अलग-अलग घाटों के सौंदरीकरण, मरम्मत और आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए लगाया जाएगा. खासतौर पर जो घाट पुराने हो चुके हैं जहां मरम्मत की आवश्यकता है, पाथ वे बनाना, पर्यटकों के लिए बैठने की व्यवस्था और आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा किया जाएगा.&nbsp;</p>
<p><strong>क्या है प्रयास</strong><br />इसके लिए सारी प्रक्रियाओं को शासन की तरफ पूर्ण किया जा रहा है. साल के प्रत्येक माह में वाराणसी आने वाले पर्यटकों की भारी संख्या रहती है. विशेष तौर पर लोगों को वाराणसी के घाट देखना बहुत पसंद है. ऐसे में शासन की तरफ से इस बात का प्रयास किया जा रहा है कि वाराणसी के घाटों पर पर्यटकों को और भी आनंद की अनुभूति हो इसलिए आवश्यक है कि पहले से भी अधिक सुविधा घाटों पर पर्यटकों के लिए उपलब्ध किया जाए.</p>
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<p>सामान्य दिनों में भी वाराणसी आने वाले पर्यटकों की एक हफ्ते में संख्या 5 लाख से अधिक होती है. इनमें काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा संख्या रहती है. इसके साथ ही काशी के अलग-अलग घाट पर भ्रमण करना भी पर्यटक बहुत पसंद करते हैं. &nbsp;</p>
<p>ऐसे में सरकार की तरफ से दिए जाने वाले करोड़ों रुपए की इन धनराशि से प्राचीन शहर की पहचान घाट को सुंदर बनाया जाएगा. इससे साथ-साथ गंगा आरती स्थल, बैठने की सुविधा सहित अन्य व्यवस्थाओं से आने वाले पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी. शासन द्वारा वाराणसी के अलग-अलग घाटों की इन व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए करोड़ों रुपए दिए जा रहे हैं.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड यूपी कांग्रेस की नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन की कवायद तेज, इन्हें मिल सकता है मौका