आम आदमी पार्टी सरकार से तंग आकर किसान मजदूरों ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के आवास का घेराव किया और सरकार को चेतावनी दी कि अगर मजदूरों की ठोस मांगों को लागू नहीं किया गया तो सरकार को खेत मजदूरों के तीखे गुस्से का सामना करना पड़ेगा। कर्मचारियों ने अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया और कहा कि बार-बार लिखित बैठकों के बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से बातचीत नहीं की. जिससे यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार वर्ग विरोध के कारण खेत मजदूरों को समान नागरिक मानने और उन्हें उचित सम्मान देने से बच रही है। जिसे कर्मचारी अधिक समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसानों ने रोजगार और पेंशन बढ़ाने की उठाई मांग पंजाब खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जोरा सिंह नसराली और राज्य कमेटी सदस्य हरभगवान मूनक ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की कोठी के सामने पुलिस द्वारा रोके गए मजदूरों की सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रोजगार की गारंटी दी जाए, बेघरों और जरूरतमंदों को भूखंड और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए, पेंशन बढ़ाई जाए, सभी वयस्क सदस्यों को साल भर काम दिया जाए और मनरेगा में राजनीतिक हस्तक्षेप बंद किया जाए। साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं पर रसोई के बर्तन सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाने तथा कॉलेजों में प्रवेश करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों से पीटीए फंड की वसूली बंद करने आदि मांगों को लेकर धरना दिया गया। मज़दूर नेताओं ने भगवंत मान सरकार की मज़दूरों की अनदेखी करने की नीति की आलोचना की और कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार न केवल खेत मजदूरों की मांगों से आँखें मूँद रही है, बल्कि लगातार मजदूर विरोधी फैसले भी लागू कर रही है। AAP सरकार का किया विरोध उन्होंने कहा कि AAP सरकार द्वारा भूमिगत जल बचाने के नाम पर 2 लाख 48 एकड़ जमीन पर सीधे खेती करने से मजदूरों को 86 करोड़ 80 लाख रुपये का रोजगार गंवाना पड़ा है। इस कार्य विस्थापन हेतु श्रमिकों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।ओलावृष्टि से गेहूं के नुकसान को लेकर जारी मुआवजे में से मजदूरों को दस फीसदी भी मुआवजा नहीं दिया गया और न ही चुनावी वादे के मुताबिक पेंशन की राशि में कोई बढ़ोतरी की गयी। उन्होंने कहा कि मनरेगा में काम शुरू करने के लिए पहले स्थान से प्रतिदिन दो बार उपस्थित होने का आदेश जारी कर मनरेगा मजदूरों को भीषण गर्मी में कई किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है और ग्रामीण स्तर पर आम आदमी पार्टी के नेता सीधे तौर पर हस्तक्षेप कर जश्न मना रहे हैं। नशे का व्यापार करने वालों की बढ़ रही संपत्ति मजदूर नेता ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली अकाली व कांग्रेस सरकार की तरह मजदूरों को पंचायत की जमीन का तीसरा हिस्सा सस्ते दाम पर देने की बजाय डमी बोली लगाई जा रही है। मजदूरों को सहकारी समिति का सदस्य बनाकर सस्ता ऋण देने के उनके कानूनी अधिकार से वंचित कर उन्हें माइक्रो फाइनेंस कंपनी के जाल में फंसाया जा रहा है, इसके बावजूद नशे की महामारी ने और भी विकराल रूप धारण कर लिया है, जिसे माता-पिता के जवान बेटे चला रहे हैं और दूसरी ओर सरकार और पुलिस की छत्रछाया में थोक स्तर पर नशा बेचने वाले व्यापारियों की संपत्ति बढ़ती जा रही है। आम आदमी पार्टी सरकार से तंग आकर किसान मजदूरों ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के आवास का घेराव किया और सरकार को चेतावनी दी कि अगर मजदूरों की ठोस मांगों को लागू नहीं किया गया तो सरकार को खेत मजदूरों के तीखे गुस्से का सामना करना पड़ेगा। कर्मचारियों ने अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया और कहा कि बार-बार लिखित बैठकों के बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से बातचीत नहीं की. जिससे यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार वर्ग विरोध के कारण खेत मजदूरों को समान नागरिक मानने और उन्हें उचित सम्मान देने से बच रही है। जिसे कर्मचारी अधिक समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसानों ने रोजगार और पेंशन बढ़ाने की उठाई मांग पंजाब खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जोरा सिंह नसराली और राज्य कमेटी सदस्य हरभगवान मूनक ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की कोठी के सामने पुलिस द्वारा रोके गए मजदूरों की सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रोजगार की गारंटी दी जाए, बेघरों और जरूरतमंदों को भूखंड और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए, पेंशन बढ़ाई जाए, सभी वयस्क सदस्यों को साल भर काम दिया जाए और मनरेगा में राजनीतिक हस्तक्षेप बंद किया जाए। साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं पर रसोई के बर्तन सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाने तथा कॉलेजों में प्रवेश करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों से पीटीए फंड की वसूली बंद करने आदि मांगों को लेकर धरना दिया गया। मज़दूर नेताओं ने भगवंत मान सरकार की मज़दूरों की अनदेखी करने की नीति की आलोचना की और कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार न केवल खेत मजदूरों की मांगों से आँखें मूँद रही है, बल्कि लगातार मजदूर विरोधी फैसले भी लागू कर रही है। AAP सरकार का किया विरोध उन्होंने कहा कि AAP सरकार द्वारा भूमिगत जल बचाने के नाम पर 2 लाख 48 एकड़ जमीन पर सीधे खेती करने से मजदूरों को 86 करोड़ 80 लाख रुपये का रोजगार गंवाना पड़ा है। इस कार्य विस्थापन हेतु श्रमिकों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।ओलावृष्टि से गेहूं के नुकसान को लेकर जारी मुआवजे में से मजदूरों को दस फीसदी भी मुआवजा नहीं दिया गया और न ही चुनावी वादे के मुताबिक पेंशन की राशि में कोई बढ़ोतरी की गयी। उन्होंने कहा कि मनरेगा में काम शुरू करने के लिए पहले स्थान से प्रतिदिन दो बार उपस्थित होने का आदेश जारी कर मनरेगा मजदूरों को भीषण गर्मी में कई किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है और ग्रामीण स्तर पर आम आदमी पार्टी के नेता सीधे तौर पर हस्तक्षेप कर जश्न मना रहे हैं। नशे का व्यापार करने वालों की बढ़ रही संपत्ति मजदूर नेता ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली अकाली व कांग्रेस सरकार की तरह मजदूरों को पंचायत की जमीन का तीसरा हिस्सा सस्ते दाम पर देने की बजाय डमी बोली लगाई जा रही है। मजदूरों को सहकारी समिति का सदस्य बनाकर सस्ता ऋण देने के उनके कानूनी अधिकार से वंचित कर उन्हें माइक्रो फाइनेंस कंपनी के जाल में फंसाया जा रहा है, इसके बावजूद नशे की महामारी ने और भी विकराल रूप धारण कर लिया है, जिसे माता-पिता के जवान बेटे चला रहे हैं और दूसरी ओर सरकार और पुलिस की छत्रछाया में थोक स्तर पर नशा बेचने वाले व्यापारियों की संपत्ति बढ़ती जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पाकिस्तानी डॉन बोला-मैंने सलमान-लॉरेंस में सुलह की कोशिश की:हमें आतंकवादी बताया; वीडियो जारी कर कहा-क्या पता किसी की जान बच जाए मुंबई में NCP (अजित गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से गैंगस्टर लॉरेंस सुर्खियों में है। लॉरेंस गैंग ने ही इस हत्या की जिम्मेवारी ली है। इस बीच पाकिस्तान के कुख्यात डॉन फारूख खोखर गैंग के प्रमुख मेंबर शहजाद भट्टी (डॉन) के 2 वीडियो सामने आए हैं। जिसमें वह लॉरेंस को अपना भाई बता रहा है। इसके साथ लॉरेंस और सलमान खान की सुलह करवाने की बात भी कह रहा है। एक वीडियो में उसने 3 फोटो भी लगा रखे हैं। जिसमें एक अकेला लॉरेंस, दूसरे में सलमान खान व बाबा सिद्दीकी और तीसरे में सलमान खान, शाहरुख खान और बाबा सिद्दीकी एक साथ हैं। भट्टी की 2 वीडियो के सामने आने के बाद से हड़कंप मच गया है, क्योंकि वह एक वीडियो की शुरुआत में ही कह रहा है कि इसे ध्यान से सुनना, क्या पता इससे किसी की जान बच जाए। यह वही भट्टी है जिसकी कुछ दिन पहले लॉरेंस के साथ वीडियो कॉल वायरल हुई थी। अब विस्तार से पढ़िए शहबाज भट्टी ने दोनों वीडियों में क्या कहा…. पहली वीडियो में कहीं 3 बड़ी बातें… 1. वीडियो को गौर से सुनिए, क्या पता किसी की जान बच जाए
आप सब लोगों ने ये वीडियो गौर से सुननी है और देखनी है। क्या पता शायद इस वीडियो की वजह से किसी की जान बच जाए और किसी का अच्छा हो जाए। पहली बात तो ये है कि मेरी और लॉरेंस की जो पुरानी वीडियो कॉल वायरल हुई, वो जब की थी तो थी। जो होना था हो गया। 2. सलमान खान के करीबियों से बात हुई
मैं या मेरा भाई फारूख खोखर इस विवाद में इसलिए आए थे कि हम गैंगस्टर लॉरेंस और बॉलीवुड एक्टर सलमान खान की सुलह करवा सकें। मेरी सलमान खान के करीबियों से काफी देर से बातचीत चल रही थी। लॉरेंस मेरी और फारूख भाई की बहुत इज्जत करता है। 3. लॉरेंस-सलमान की सुलह को कोशिश की तो आतंकवादी बताया
आपकी खुद की कंट्री में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं उठा जो कि लॉरेंस और सलमान खान की सुलह करवा सके। जब हम इस चीज में पड़े और दोनों की सुलह करवाने की कोशिश की तो हमें आतंकवादी बना दिया गया और हमें कहा गया कि हम बलूचिस्तान से आए हैं, और भी बहुत कुछ कहा गया। यहां तक कि हमारा नाम सिद्धू मूसेवाला के मर्डर में हथियार सप्लायर के तौर पर भी जोड़ा गया। हमारे खिलाफ बहुत कुछ बोला गया। कई लोगों ने अपने व्यू बढ़ाने के चक्कर में हमारे ऊपर फालतू के इल्जाम लगाए गए। वहीं बाबा सिद्दीकी की हत्या पर भट्टी ने कहा- अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे। दूसरे वीडियो में लॉरेंस को गाली देने वाले व्यक्ति पर भड़का
दूसरी वीडियो में शहबाज भट्टी बाबा सिद्दीकी की हत्या पर लॉरेंस को गाली देने वाले व्यक्ति पर भड़का। भट्टी ने कहा- मेरी बात सुन ओए। मेरे अगर किसी भी यार दोस्त को आज के बाद ऐसा कहा तो तुम्हें और तुम्हारे पूरे खानदान को ऐसा जगह पर भेजूंगा कि वापस नहीं आ पाओगे। मुझे तुमने सिर्फ सीधा ही देखा है। मगर तुम जैसे लोग ही किसी की आपस में सुलह नहीं होने देते। इतनी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हो। अपनी सेहत के हिसाब से बात करो। लकड़ी नहीं तोड़ सकते तुम और तुम जेल उड़ाओगे। घर में खाने तो दाने नहीं है और तुम गैंगस्टर बनोंगे। दरअसल, बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद किसी व्यक्ति ने भट्टी को मैसेज भेजा। जिसमें लिख ‘लॉरेंस अपने आप में बहुत बड़ा आतंकवादी बन रहा है। इसके बाद गाली दी और कहा कि उसकी जेल समेत उसे उड़ा दिया जाएगा। हम बनाएंगे लॉरेंस को गैंगस्टर। बाबा सिद्दीकी हमारा आदमी था, उसको मारा है। इसने पूरी जेल समेत बम से उड़ाए जाएंगे।’ शहबाज भट्टी को व्यक्ति ने भेजा मैसेज… भट्टी और लॉरेंस की वीडियो कॉल हुई थी वायरल
करीब 4 महीने पहले लॉरेंस और शहबाज भट्टी की 17 सेकेंड की वीडियो कॉल वायरल हुई थी। वीडियो कॉल में लॉरेंस भट्टी को ईद मुबारकबाद देता नजर आ रहा था। यह वीडियो कॉल सिग्नल ऐप से किया गया था। इससे कॉलिंग ट्रेस करना आसान नहीं होता। ये वीडियो जब वायरल हुआ था तब लॉरेंस साबरमती जेल में था। मगर इसे लेकर साबरमती सेंट्रल जेल के DYSP परेश सोलंकी ने कहा था कि मुझे भी इस वीडियो की जानकारी सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए मिली थी, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह वीडियो हमारी जेल का है। विदेशों से चलता है भट्टी का नेटवर्क
शहजाद भट्टी पाकिस्तान में हत्या, जमीन विवाद, हथियारों की तस्करी सहित कई संगीन क्राइम में शामिल रहा है। हालांकि आज कल वह दुबई में रहता है। शहजाद भट्टी का नेटवर्क अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान दुबई सहित अन्य देशों में भी चलता है। वह अपने आका फारुक खोखर के साथ मिलकर सारा नेटवर्क चलाता है। फारुक राजनीतिक लेवल पर भी अच्छी पकड़ रखता है। फारुक पाकिस्तान का ऐसा व्यक्ति है, जिसने शेर को पाल रखा है और अपने बड़े काफिले के साथ चलता है। फिर चाहे वो पाकिस्तान हो या फिर दुबई। जेल से 2 इंटरव्यू भी दे चुका लॉरेंस
गैंगस्टर लॉरेंस जेल के अंदर से भी 2 इंटरव्यू दे चुका है। गैंगस्टर लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 2023 में 14 मार्च की शाम को ब्रॉडकास्ट किया गया था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। तब पंजाब के DGP ने पहले इंटरव्यू के बाद साफ तौर पर लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब से बाहर होने की बात कही थी। इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
इसके तीन दिन बाद 17 मार्च को फिर दूसरा पार्ट ब्रॉडकास्ट किया गया। लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।
पूर्व कांग्रेस विधायक सतकार कौर पर आरोप तय:2022 दर्ज हुआ था आय से अधिक संपत्ति का मामला, विजिलेंस ब्यूरो ने दर्ज किया था मुकदमा
पूर्व कांग्रेस विधायक सतकार कौर पर आरोप तय:2022 दर्ज हुआ था आय से अधिक संपत्ति का मामला, विजिलेंस ब्यूरो ने दर्ज किया था मुकदमा फिरोजपुर ग्रामीण से पूर्व कांग्रेस विधायक सतकार कौर और उनके पति जसमेल सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में आरोप तय कर दिए गए हैं। यह आरोप फिरोजपुर जिला न्यायालय द्वारा तय किए गए हैं। विजिलेंस ने इस संबंध में मुकदमा चलाने के लिए पहले विधानसभा अध्यक्ष से अनुमति ली थी। उसके बाद अब विजिलेंस की ओर से उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हालांकि अब उन्हें जमानत मिल गई है। इससे पहले वह करीब 120 दिन जेल में रह चुकी हैं। विजिलेंस ने 2022 में शुरू की जांच विजिलेंस जांच में पता चला है कि सतकार कौर की वर्ष 2017 से 2022 के दौरान कुल आय 1,65,34,053 रुपये है, जबकि उन्होंने उस अवधि के दौरान 4,49,19, 831.41 रुपये खर्च किए हैं। जिसमें विधायक और उनके पति 2,83,85,778,41 रुपये अधिक आय दिखाने में विफल रहे हैं। दोनों ने अपनी आय से 171.78 करोड़ रुपये अधिक खर्च किए पाए गए। विजिलेंस ने यह जांच 17 जनवरी 2022 से शुरू की थी। जब वह विधायक बनीं, तब उनकी आय 7.05 लाख थी विजिलेंस ने 18 सितंबर 2023 को सतकार कौर को गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। सतकार कौर जब 2017 में विधायक चुनी गईं, तब उनके और उनके पति के पास 7.05 लाख रुपये की संपत्ति थी। लेकिन पांच साल बाद उनकी संपत्ति में काफी इजाफा हुआ।