विदेश गए हरियाणवियों को अपराधी कहने पर भड़के सुरजेवाला:बोले- खट्‌टर ने देश विरोधी बयान दिया; सब कुछ लुटाकर हथकड़ियों में घर वापस आ रहे

विदेश गए हरियाणवियों को अपराधी कहने पर भड़के सुरजेवाला:बोले- खट्‌टर ने देश विरोधी बयान दिया; सब कुछ लुटाकर हथकड़ियों में घर वापस आ रहे

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव एवं सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर युवा व देश विरोधी होने का आरोप लगाया है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अमेरिका से हथकड़ी लगाकर, बेड़ियों में बांधकर, जानवरों की तरह जबरन वापस भेजे जा रहे हरियाणा सहित देश के युवाओं के बारे में मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्री व करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर का बयान अमानवीय है। भाजपा नेताओं के ऐसे बयान हमारे युवाओं के सपनों का अपमान कर मजाक उड़ाते हैं, जो सब कुछ बेचकर रोटी की तलाश में विदेश गए और सब कुछ लुटाकर हथकड़ियों में घर वापस भेजे जा रहे हैं। यहां पढ़िए केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा… भाजपा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अमेरिका से डिपोर्ट हुए बेरोजगार युवाओं को लेकर बयान दिया कि “बहुत ज्यादा बहस नहीं की जा सकती। अपराधी तो हैं, उस देश के अपराधी हैं वो, हमारे देश के लोगों ने गलत काम दिया है, अगर उनको पहले कहते रहे, बहुत सहानुभूति दिखाने की जरूरत नहीं है। आज भी मैं कहूंगा कि इनको छोड़ना चाहिए, हमारे बच्चों को, जैसे नशे में घुसते हैं, ऐसे डिपोर्ट भी उसी प्रकार की एक समस्या है। हम सहानुभूति क्यों दिखाते हैं, ठीक है वो जैसे लाएं, लाएं, यहां तो छोड़ गए इनके लिए सहानुभूति दिखाने की जरूरत नहीं है, अमेरिका वाले इनको जैसे मर्जी यहां लाए। सुरजेवाला ने कहा, भाजपा के लोग ये जान लें 1. रोजी रोटी की तलाश में विदेश गए, हमारे बच्चे अपराधी नहीं हैं । ये वो ईमानदार युवा हैं जो प्रदेश व देश में काम न मिलने पर साहस कर सात समुंदर पार गए, ताकि इज्जत की जिंदगी जी सकें। 2. विदेश गए हमारे युवाओं ने कोई गलत काम नहीं किया। क्या भाजपाई नहीं जानते कि अमेरिका में ‘रेड इंडियंस’ को छोड़कर वहां का कोई ओरिजिनल नागरिक नहीं, बल्कि सब दूसरे देशों से आकर बसे हुए हैं। तो फिर हमारे बच्चे ही गलत क्यों? 3. विदेश गए और जबरन वापस भेजे जा रहे हमारे युवाओं को हमारी सहानुभूति की भी जरूरत है, पर उससे भी ज्यादा जरूरत है हमारी सरकार और उसके नुमाइंदों की मदद की। क्यों मोदी सरकार दम दिखा अपने नागरिकों के अपमान के खिलाफ नहीं बोल पा रही, जबकि कोलंबिया जैसे छोटे देश ने भी अपने नागरिकों को हथकड़ी नहीं लगाने दी और अमेरिका का जहाज वापस भेज दिया? क्यों अमेरिका यही व्यवहार चीन और रूस के नागरिकों के साथ नहीं कर पा रहा- क्योंकि उनके नेता मजबूती से अमेरिका को अपनी बात कह रहे हैं। 4. नौकरी की तलाश में विदेश जाने का नशे की आदत से मुकाबला करना अपने आप में हरियाणा की संस्कृति का भी अपमान है व देश की रवायत का भी। नौकरी सरकार न दे पाए और सब कुछ बेच कर जब बच्चे बाहर जाएं तो आप उन्हें नशेड़ी कहें । ये कैसा न्याय है? 5. मोदी सरकार के मंत्रियों को ये शोभा नहीं देता कि वो अमेरिका द्वारा हमारे लोगों को हथकड़ी लगाने को सही ठहराएं, बल्कि राजधर्म यह कहता है कि दम दिखाएं और भारतीयों के सम्मान की रक्षा करें । भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव एवं सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर युवा व देश विरोधी होने का आरोप लगाया है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अमेरिका से हथकड़ी लगाकर, बेड़ियों में बांधकर, जानवरों की तरह जबरन वापस भेजे जा रहे हरियाणा सहित देश के युवाओं के बारे में मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्री व करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर का बयान अमानवीय है। भाजपा नेताओं के ऐसे बयान हमारे युवाओं के सपनों का अपमान कर मजाक उड़ाते हैं, जो सब कुछ बेचकर रोटी की तलाश में विदेश गए और सब कुछ लुटाकर हथकड़ियों में घर वापस भेजे जा रहे हैं। यहां पढ़िए केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा… भाजपा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अमेरिका से डिपोर्ट हुए बेरोजगार युवाओं को लेकर बयान दिया कि “बहुत ज्यादा बहस नहीं की जा सकती। अपराधी तो हैं, उस देश के अपराधी हैं वो, हमारे देश के लोगों ने गलत काम दिया है, अगर उनको पहले कहते रहे, बहुत सहानुभूति दिखाने की जरूरत नहीं है। आज भी मैं कहूंगा कि इनको छोड़ना चाहिए, हमारे बच्चों को, जैसे नशे में घुसते हैं, ऐसे डिपोर्ट भी उसी प्रकार की एक समस्या है। हम सहानुभूति क्यों दिखाते हैं, ठीक है वो जैसे लाएं, लाएं, यहां तो छोड़ गए इनके लिए सहानुभूति दिखाने की जरूरत नहीं है, अमेरिका वाले इनको जैसे मर्जी यहां लाए। सुरजेवाला ने कहा, भाजपा के लोग ये जान लें 1. रोजी रोटी की तलाश में विदेश गए, हमारे बच्चे अपराधी नहीं हैं । ये वो ईमानदार युवा हैं जो प्रदेश व देश में काम न मिलने पर साहस कर सात समुंदर पार गए, ताकि इज्जत की जिंदगी जी सकें। 2. विदेश गए हमारे युवाओं ने कोई गलत काम नहीं किया। क्या भाजपाई नहीं जानते कि अमेरिका में ‘रेड इंडियंस’ को छोड़कर वहां का कोई ओरिजिनल नागरिक नहीं, बल्कि सब दूसरे देशों से आकर बसे हुए हैं। तो फिर हमारे बच्चे ही गलत क्यों? 3. विदेश गए और जबरन वापस भेजे जा रहे हमारे युवाओं को हमारी सहानुभूति की भी जरूरत है, पर उससे भी ज्यादा जरूरत है हमारी सरकार और उसके नुमाइंदों की मदद की। क्यों मोदी सरकार दम दिखा अपने नागरिकों के अपमान के खिलाफ नहीं बोल पा रही, जबकि कोलंबिया जैसे छोटे देश ने भी अपने नागरिकों को हथकड़ी नहीं लगाने दी और अमेरिका का जहाज वापस भेज दिया? क्यों अमेरिका यही व्यवहार चीन और रूस के नागरिकों के साथ नहीं कर पा रहा- क्योंकि उनके नेता मजबूती से अमेरिका को अपनी बात कह रहे हैं। 4. नौकरी की तलाश में विदेश जाने का नशे की आदत से मुकाबला करना अपने आप में हरियाणा की संस्कृति का भी अपमान है व देश की रवायत का भी। नौकरी सरकार न दे पाए और सब कुछ बेच कर जब बच्चे बाहर जाएं तो आप उन्हें नशेड़ी कहें । ये कैसा न्याय है? 5. मोदी सरकार के मंत्रियों को ये शोभा नहीं देता कि वो अमेरिका द्वारा हमारे लोगों को हथकड़ी लगाने को सही ठहराएं, बल्कि राजधर्म यह कहता है कि दम दिखाएं और भारतीयों के सम्मान की रक्षा करें ।   हरियाणा | दैनिक भास्कर