विनेश को नॉमिनेट कर राज्यसभा भेजने की दुष्यंत की मांग:बोले- राष्ट्रपति-PM मोदी कर सकते हैं; सचिन तेंदुलकर भी ऐसे ही बन चुके MP

विनेश को नॉमिनेट कर राज्यसभा भेजने की दुष्यंत की मांग:बोले- राष्ट्रपति-PM मोदी कर सकते हैं; सचिन तेंदुलकर भी ऐसे ही बन चुके MP

हरियाणा में पेरिस ओलिंपिक से गोल्ड की रेस से बाहर हो चुकी पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजने की मांग डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने फिर उठाई है। उन्होंने कहा कि यदि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहे तो ऐसा हो सकता है। हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि विनेश को नॉमिनेट कर राज्यसभा भेजा जा सकता है। देश के क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके सचिन तेंदुलकर को भी इसी तरह नॉमिनेट करके राज्यसभा भेजा चुका है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटी विनेश फोगाट को भी राज्यसभा में मनोनीत किया जाना चाहिए। ये बताई वजह डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विनेश को यदि राज्यसभा भेजा जाता है, तो वह युवाओं, महिलाओं और खिलाड़ियों की एक मजबूत आवाज बनकर संसद पहुंचा सकेंगी। राज्यसभा में मनोनीत होना ही विनेश का असली सम्मान होगा। उन्होंने यह भी बताया कि विनेश इसी 25 अगस्त को मनोनयन की सभी योग्यताएं पूरी करने वाली हैं। ऐसे में यह सही मौका है कि हरियाणा की बेटी को खोया हुआ पूरा सम्मान लौटाया जा सकेगा। पूर्व सीएम हुड्डा भी राज्यसभा भेजने की कह चुके बात पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने कहा है कि हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली है, अगर कांग्रेस के पास विधानसभा में पूरे विधायक होते तो विनेश फोगाट को राज्यसभा भेज देते। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता। उन्होंने हरियाणा सरकार के सिल्वर मेडल जीतने पर मिलने वाले सम्मान पर कहा है कि विनेश फोगाट को गोल्ड मेडल विजेता वाला सम्मान मिलना चाहिए, क्योंकि मैच होता तो निश्चित ही गोल्ड मेडल विनेश फोगाट जीतती। इसके साथ इस बात की जांच होनी चाहिए कि विनेश फोगट को अयोग्य ठहराने का क्या कारण था। महावीर फोगाट कर चुके हुड्‌डा का विरोध हुड्‌डा के इस बयान पर विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ये एक राजनीतिक स्टंट है। आज भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विनेश को राज्यसभा में भेजना चाहिए, लेकिन गीता फोगाट को क्यों नहीं भेजा गया। उनकी सरकार के दौरान राज्यसभा में जब 2005 और 2010 में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे, तब बबीता फोगाट ने रजत पदक जीता था और गीता फोगाट ने स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने कहा कि 2012 में गीता ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला पहलवान बनीं थी। उस समय हुड्डा की सरकार थी। गीता और बबीता को डीएसपी बनाया जाना था, लेकिन हुड्डा साहब ने भेदभाव किया और गीता को इंस्पेक्टर और बबीता को सब-इंस्पेक्टर बना दिया। कोर्ट की शरण लेने के बाद ही बबीता फोगाट को भाजपा ने खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर का पद दिया। हरियाणा में पेरिस ओलिंपिक से गोल्ड की रेस से बाहर हो चुकी पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजने की मांग डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने फिर उठाई है। उन्होंने कहा कि यदि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहे तो ऐसा हो सकता है। हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि विनेश को नॉमिनेट कर राज्यसभा भेजा जा सकता है। देश के क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके सचिन तेंदुलकर को भी इसी तरह नॉमिनेट करके राज्यसभा भेजा चुका है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटी विनेश फोगाट को भी राज्यसभा में मनोनीत किया जाना चाहिए। ये बताई वजह डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विनेश को यदि राज्यसभा भेजा जाता है, तो वह युवाओं, महिलाओं और खिलाड़ियों की एक मजबूत आवाज बनकर संसद पहुंचा सकेंगी। राज्यसभा में मनोनीत होना ही विनेश का असली सम्मान होगा। उन्होंने यह भी बताया कि विनेश इसी 25 अगस्त को मनोनयन की सभी योग्यताएं पूरी करने वाली हैं। ऐसे में यह सही मौका है कि हरियाणा की बेटी को खोया हुआ पूरा सम्मान लौटाया जा सकेगा। पूर्व सीएम हुड्डा भी राज्यसभा भेजने की कह चुके बात पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने कहा है कि हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली है, अगर कांग्रेस के पास विधानसभा में पूरे विधायक होते तो विनेश फोगाट को राज्यसभा भेज देते। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता। उन्होंने हरियाणा सरकार के सिल्वर मेडल जीतने पर मिलने वाले सम्मान पर कहा है कि विनेश फोगाट को गोल्ड मेडल विजेता वाला सम्मान मिलना चाहिए, क्योंकि मैच होता तो निश्चित ही गोल्ड मेडल विनेश फोगाट जीतती। इसके साथ इस बात की जांच होनी चाहिए कि विनेश फोगट को अयोग्य ठहराने का क्या कारण था। महावीर फोगाट कर चुके हुड्‌डा का विरोध हुड्‌डा के इस बयान पर विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ये एक राजनीतिक स्टंट है। आज भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विनेश को राज्यसभा में भेजना चाहिए, लेकिन गीता फोगाट को क्यों नहीं भेजा गया। उनकी सरकार के दौरान राज्यसभा में जब 2005 और 2010 में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे, तब बबीता फोगाट ने रजत पदक जीता था और गीता फोगाट ने स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने कहा कि 2012 में गीता ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला पहलवान बनीं थी। उस समय हुड्डा की सरकार थी। गीता और बबीता को डीएसपी बनाया जाना था, लेकिन हुड्डा साहब ने भेदभाव किया और गीता को इंस्पेक्टर और बबीता को सब-इंस्पेक्टर बना दिया। कोर्ट की शरण लेने के बाद ही बबीता फोगाट को भाजपा ने खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर का पद दिया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर