देश की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की प्रेजिडेंट पीटी उषा पर बड़ा आरोप लगाया है। महज 100 ग्राम ज्यादा होने की वजह फाइनल मुकाबले में डिस्क्वालीफाई हुईं विनेश के पेरिस अस्पताल में भर्ती होने पर मिलने के लिए पीटी उषा वहां मिलने पहुंची थी। इसके बाद उनकी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर फोटो जारी हुई थी। जिसमें वह अस्पताल में भर्ती विनेश के बेड के पास खड़ी दिखाई दे रही थी। इस फोटो के साथ देश-विदेश में मैसेज गया था कि पीटी उषा अस्पताल में विनेश से मिलने पहुंची और वहां उनका हालचाल जानकर हर संभव सहयोग की बात कही थी। विनेश ने अब पीटी उषा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मैं हॉस्पिटल में थी तब पीटी उषा मैम आई थीं। उन्होंने एक फोटो क्लिक करवाई, लेकिन कोई बात नहीं की। मुझे तो नहीं पता कि मुझे क्या सपोर्ट मिला। वहां पर भी राजनीति हुई। हर जगह राजनीति है। आपने बिना बताए फोटो क्लिक और सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए यह सब किया। 100 ग्राम ज्यादा वजन पर हुई थी डिस्क्वालीफाई बता दें कि, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी जॉइन की है। विनेश जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन बजरंग को टिकट नहीं दिया गया है। ये दोनों ही जतंर-मंतर पर धरने के बाद काफी चर्चा में आए थे। विनेश और बजरंग के साथ-साथ साक्षी मलिक ने भी बृजभूषण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। विनेश ने अब पीटी उषा के साथ फोटो का राज खोलते हुए उन पर दिखावे का आरोप लगाया है। दरअसल, पेरिस ओलिंपिक में विनेश फोगाट मेडल जीतने से चूक गई थीं। उन्होंने सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था। लेकिन गोल्ड मेडल के मैच से ठीक पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया। विनेश ओवरवेट होने की वजह से डिसक्वालीफाई हो गईं। इसके बाद उन्होंने मेडल के लिए अपील भी की थी। लेकिन अपील भी खारिज हो गई। विनेश इस मामले के बाद बुरी तरह टूट गई थीं। भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा, विनेश से मिलने पहुंची थीं। इन दोनों की फोटो सोशल मीडिया पर दिखी थी। देश की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की प्रेजिडेंट पीटी उषा पर बड़ा आरोप लगाया है। महज 100 ग्राम ज्यादा होने की वजह फाइनल मुकाबले में डिस्क्वालीफाई हुईं विनेश के पेरिस अस्पताल में भर्ती होने पर मिलने के लिए पीटी उषा वहां मिलने पहुंची थी। इसके बाद उनकी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर फोटो जारी हुई थी। जिसमें वह अस्पताल में भर्ती विनेश के बेड के पास खड़ी दिखाई दे रही थी। इस फोटो के साथ देश-विदेश में मैसेज गया था कि पीटी उषा अस्पताल में विनेश से मिलने पहुंची और वहां उनका हालचाल जानकर हर संभव सहयोग की बात कही थी। विनेश ने अब पीटी उषा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मैं हॉस्पिटल में थी तब पीटी उषा मैम आई थीं। उन्होंने एक फोटो क्लिक करवाई, लेकिन कोई बात नहीं की। मुझे तो नहीं पता कि मुझे क्या सपोर्ट मिला। वहां पर भी राजनीति हुई। हर जगह राजनीति है। आपने बिना बताए फोटो क्लिक और सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए यह सब किया। 100 ग्राम ज्यादा वजन पर हुई थी डिस्क्वालीफाई बता दें कि, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी जॉइन की है। विनेश जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन बजरंग को टिकट नहीं दिया गया है। ये दोनों ही जतंर-मंतर पर धरने के बाद काफी चर्चा में आए थे। विनेश और बजरंग के साथ-साथ साक्षी मलिक ने भी बृजभूषण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। विनेश ने अब पीटी उषा के साथ फोटो का राज खोलते हुए उन पर दिखावे का आरोप लगाया है। दरअसल, पेरिस ओलिंपिक में विनेश फोगाट मेडल जीतने से चूक गई थीं। उन्होंने सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था। लेकिन गोल्ड मेडल के मैच से ठीक पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया। विनेश ओवरवेट होने की वजह से डिसक्वालीफाई हो गईं। इसके बाद उन्होंने मेडल के लिए अपील भी की थी। लेकिन अपील भी खारिज हो गई। विनेश इस मामले के बाद बुरी तरह टूट गई थीं। भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा, विनेश से मिलने पहुंची थीं। इन दोनों की फोटो सोशल मीडिया पर दिखी थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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खंड स्तरीय प्रदर्शनी में 44 स्कूलों के विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किए मॉडल भास्कर न्यूज | सिरसा राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल खैरपुर में बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी की अध्यक्षता खंड शिक्षा अधिकारी कृष्ण लाल ने की। प्रदर्शनी में 44 स्कूलों के विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार के मॉडल प्रस्तुत किए। छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने व छात्रों में छीपी प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान प्रदर्शनी लगाई गई। साइंस एग्जिबिशन में छात्रों ने भोजन, स्वास्थ्य और स्वच्छता, परिवहन एवं संचार, प्राकृतिक खेती, आपदा प्रबंधन, गणितीय मॉडलिंग और कम्प्यूटेशनल सोच, अपशिष्ट प्रबंधन और संसाधन प्रबंधन आदि विषयों पर अपने मॉडल प्रस्तुत किए। बीईओ व अन्य शिक्षकों ने विद्यार्थियों से उनके मॉडलों को लेकर सवाल भी किए। बीआरपी सतविंद्र कौर ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली के दिशानिर्देश अनुसार राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) हरियाणा गुरुग्राम के तत्वावधान में बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का किया गया है। जिसमें बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का मुख्य विषय सतत् भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी है। जबकि पांच उपविषय हैं। { भोजन, स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रथम: बिंदू रानी, जीएसएसएस पतली डाबर द्वितीय: सुमन, जीएमएसएसएसएस सिरसा तृतीय: हरीश, जीएसएसएस सिकंदरपुर { परिवहन एवं संचार प्रथम : यशिका, जीएसएसएस दड़बी द्वितीय : हर्ष, श्रीराम न्यू सतलुज स्कूल सिरसा तृतीय : सुभाष, जीएसएसएस खैरपुर { प्राकृतिक खेती प्रथम : परमप्रीत, जीजीएसएसएस मेला ग्राउंड द्वितीय : राजन, जीएचएस बरुवाली तृतीय : प्रतीभा, श्रीराम एसएस मेमोरियल स्कूल { आपदा प्रबंधन प्रथम : मनीष, श्रीराम न्यू सतलुज स्कूल सिरसा द्वितीय : मोहित, जीएसएसएस केलनियां तृतीय : तमन्ना, जीजीएसएसएस मेला ग्राउंड सिरसा { गणितीय मॉडलिंग और कम्प्यूटेशनल सोच प्रथम : जन्नत, जीएचएस बरुवाली प्रथम द्वितीय : सिमरन, जीएसएसएस चत्तरगढ़पट्टी तृतीय : ज्ञानदीप, जीएसएसएस मंगाला { अपशिष्ट प्रबंधन प्रथम : हरप्रीत, जीएमएसएसएसएस सिरसा द्वितीय : वंशप्रीत, जीएचएस बरुवाली प्रथम तृतीय : हर्षदीप, जीएसएसएस झोरड़नाली { संसाधन प्रबंधन प्रथम : तनीश, जीएचएस बरुवाली प्रथम द्वितीय : प्रांचल, जीएसएसएस पतली डाबर तृतीय : हेमंत, जीएसएसएसएस अनाज मंडी सिरसा सिरसा। खैरपुर स्कूल में खंड स्तरीय प्रदर्शनी दौरान मॉडल प्रस्तुत करते विद्यार्थी।
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हरियाणा सीएम सैनी से सरपंचों की मीटिंग कल:MP सुभाष बराला बोले- समाधान निकलने की उम्मीद; इनेलो-बसपा गठबंधन पर कसा तंज हरियाणा के फतेहाबाद में राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने सरपंचों द्वारा सरकार के विरोध के किए गए ऐलान पर बोलते हुए कहा कि सरकार लगातार चुने गए प्रतिनिधियों का मान-सम्मान बढ़ा रही है। कल मुख्यमंत्री सरपंचों से मीटिंग करेंगे, जरूर कोई न कोई समाधान निकल आएगा। सुभाष बराला आज फतेहाबाद डीपीआरसी भवन में मुख्यमंत्री शहरी स्वामित्व योजना के तहत प्रदेश स्तरीय रजिस्ट्री वितरण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। बराला ने कहा कि सरपंचों को 21 लाख रुपए तक के काम बिना टेंडर कराने की अनुमति दे दी गई है, इसके अलावा भी बहुत सी घोषणाएं की गई हैं। इसलिए कहीं कोई गतिरोध होना नहीं चाहिए। प्रदेश में बढ़ते अपराध पर बोलते हुए बराला ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी लगातार अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं और निर्देश दे रहे हैं कि अपराधियों को उनकी भाषा में ही जवाब दिया जाए, कोई अपराधी बचेगा नहीं। उन्होंने कहा कि जिन घरों के लोग जा चुके हैं, उन्हें तो वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि अपराधी कानून के शिकंजे से बचेंगे नहीं। इनेलो और बसपा के गठबंधन के सवाल पर बराला ने कहा कि ऐसे गठबंधन पहले भी बहुत हुए हैं, लेकिन यह कभी सिरे नहीं चढ़े, समय आने पर यह टूट जाते हैं, ये दल ऐसा न करें और अपने वोटरों का भी ख्याल रखें। जजपा नेता देवेंद्र बबली द्वारा खुद को आधा भाजपाई बताने के सवाल पर बराला ने कहा कि आधा अधूरा होने से काम नहीं चलता, जहां हो, वहां संपूर्ण समर्पण होना जरूरी है। तभी संपूर्ण कल्याण होता है। जहां आधा अधूरा समर्पण होगा, वहां कल्याण गुंजाइश कम होती है। बराला ने बताया कि आज मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा के लाखों ऐसे परिवारों को रजिस्ट्री कार्ड बांटे जा रहे हैं, जो वर्षों से किसी ऐसी भूमि पर रह रहे थे या दुकानें चला रहे थे, जिन पर उनका मालिकाना हक नहीं था। आज फतेहाबाद में भी 4 हजार ऐसे परिवारों को भूमि स्वामित्व के लिए रजिस्ट्री बांटी जा रही हैं।
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हरियाणा BJP में चुनावी कुर्बानी की तैयारी:खट्टर भाटिया की जगह लोकसभा लड़े, अब उनके लिए MLA की टिकट कटेगी; मनोहर इशारा कर चुके हरियाणा में BJP ने पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के लिए सांसद संजय भाटिया की सियासी कुर्बानी ली थी। इसके बाद न उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया और न ही विधानसभा चुनाव में शामिल किया। हालांकि अब उनके लिए एक विधायक के सियासी कुर्बानी ली जा सकती है। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया को पानीपत शहरी सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। इसके लिए यहां के मौजूदा विधायक प्रमोद विज की टिकट काटी जा सकती है। भाटिया हरियाणा में भाजपा के बड़े पंजाबी चेहरे हैं। जिससे उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। पार्टी ने पानीपत शहरी सीट के पैनल के 3 दावेदारों प्रमोद विज और पूर्व मेयर अवनीत कौर के साथ संजय भाटिया को शामिल किया है। चूंकि संजय भाटिया अब केंद्रीय मंत्री बन चुके मनोहर लाल के करीबी हैं। ऐसे में उनकी टिकट की दावेदारी दूसरे नेताओं से मजबूत मानी जा रही है। संजय भाटिया पानीपत के ही रहने वाले हैं। संजय भाटिया को पानीपत से चुनाव लड़ाने के 4 संकेत 1. मनोहर लाल ने विज से पूछा था- आप भी बलिदान देंगे
लोकसभा चुनावों में पानीपत में बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल के लिए एक जनसभा का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने बहुत ही चुनिंदा शब्दों में आने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में एक टिप्पणी की थी। अपने संबोधन में मनोहर लाल ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी बलिदानियों की पार्टी है। मैंने भी इस पार्टी के लिए बलिदान दिया (सीएम पद को छोड़ा)। ऐसे ही संजय भाटिया ने मेरे लिए बलिदान दिया (एमपी पद के लिए खुद की दावेदारी नहीं की)। इतना कहने के बाद उन्होंने मंच पर मौजूद विधायक प्रमोद विज की ओर इशारा करते हुए पूछा था कि, क्यों प्रमोद जी पार्टी के लिए बलिदान तो आप भी दे ही देंगे। इसके बाद वहां बैठे लोग हंसने लगे। तभी से चर्चाएं जोरों पर थी कि हरियाणा में पानीपत शहरी सीट से प्रमोद विज की जगह पर संजय भाटिया को मौका दिया जा सकता है। 2. न प्रदेश अध्यक्ष बनाया और न राज्यसभा भेजा
हरियाणा में नायब सैनी के सीएम बनने जाने के बाद नया प्रदेशाध्यक्ष चुने जाने के लिए पार्टी में आपसी विचार-विमर्श शुरू हुआ। इस दौरान संजय भाटिया का नाम उठाया गया। लेकिन बाद में मोहन लाल बड़ौली को अध्यक्ष बना दिया गया। वहीं, राज्यसभा सांसद के लिए भी संजय भाटिया के नाम ने खूब चर्चाएं पकड़ी। लेकिन, पार्टी ने ये चर्चाएं भी ठंडी कर कांग्रेस से बीजेपी में आई किरण चौधरी के नाम को आगे बढ़ा दिया। 3. तीन संभावित नामों में दूसरे नंबर पर संजय भाटिया
पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार करीब 20 दिन पहले हाईकमान ने पानीपत शहरी सीट पर तीन सबसे मजबूत नाम मांगे थे। इन नामों में पहले नंबर पर मौजूदा विधायक प्रमोद विज, दूसरे पर संजय भाटिया है। दरअसल, संजय भाटिया केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी और विश्वसनीय है। 4. भाजपा में पंजाबी चेहरे का संकट
प्रदेश में भाजपा के पास पंजाबी चेहरे के तौर पर 2 बड़े नाम हैं। इनमें एक मनोहर लाल खट्टर और दूसरे अनिल विज हैं। खट्टर अब केंद्र में जा चुके हैं। वहीं अनिल विज सीएम बदलने के बारे में न बताने से नाराज होकर घर बैठ चुके हैं। प्रदेश में 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। ऐसे में संजय भाटिया के जरिए खट्टर-विज की वजह से पैदा हुए खालीपन को भरा जा सकता है। कांग्रेस में भी सीट के 9 दावेदार
पानीपत शहरी सीट पर कांग्रेस की तरफ से भी 9 दावेदार हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम रोहिता रेवड़ी का है। रोहिता ने 2014 में यहां से चुनाव जीता। हालांकि 2019 में उनकी टिकट काटकर प्रमोद विज को दे दी गई। विज जीत गए लेकिन रोहिता ने पार्टी से किनारा कर लिया। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले रोहिता कांग्रेस में शामिल हो गई थी। अब रोहिता रेवड़ी भी कांग्रेस पार्टी की टिकट से पानीपत शहरी विधानसभा के लिए दावेदारी कर रही है। रोहिता रेवड़ी के साथ-साथ 9 अन्य भी टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं।