<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> एनसीपी शरदचंद्र पवार के अध्यक्ष शरद पवार सोमवार को दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> से मुलाकात करेंगे. शरद पवार मुख्यमंत्री से आरक्षण और दूध उत्पादक किसानों को मिलने वाली दूध की कीमत के मुद्दे पर चर्चा करेंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> एनसीपी शरदचंद्र पवार के अध्यक्ष शरद पवार सोमवार को दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> से मुलाकात करेंगे. शरद पवार मुख्यमंत्री से आरक्षण और दूध उत्पादक किसानों को मिलने वाली दूध की कीमत के मुद्दे पर चर्चा करेंगे.</p> महाराष्ट्र Sawan 2024: लखीसराय में 3 नदियों के संगम पर है ‘अशोक धाम’, श्रावणी मेला का उद्घाटन करने पहुंचे डिप्टी सीएम
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70 लाख की आय से 7 करोड़ की संपत्ति कैसे बनी? पूर्व बैंक अधिकारी के घर पर EOW की रेड से खुला राज
70 लाख की आय से 7 करोड़ की संपत्ति कैसे बनी? पूर्व बैंक अधिकारी के घर पर EOW की रेड से खुला राज <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> उज्जैन में ईओडब्ल्यू ने करोड़ों रुपये की काली कमाई का पर्दाफाश किया है. करोड़ों रुपये रिटायर्ड बैंक अधिकारी के घर से बरामद हुए हैं. घर पर ईओडब्ल्यू की 30 सदस्यीय टीम लगातार सर्च कर रही है. बसंत विहार इलाके में रहने वाले अनिल सुहाने सहकारी केंद्रीय बैंक से रिटायर्ड हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने सहायक प्रबंधक के रूप में सेवाएं दी थी. नौकरी की शुरुआत में अनिल सुहाने का 3000 वेतन था. 31 दिसंबर 2024 को सहायक प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हुए है. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को अनिल सुहाने के पास करोड़ों रुपये की नौकरी के दौरान अवैध तरीके से हासिल करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति की शिकायत मिली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू ने घर पर छापामार कार्रवाई की. ईओडब्ल्यू एसपी दिलीप सोनी ने एबीपी न्यूज को कार्रवाई का ब्योरा दिया. उन्होंने बताया कि छापेमारी में अनिल सुहाने और भाइयों के नाम पर भूखंड, कमर्शियल प्लॉट, मकान सहित 5 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति का पता चला है. घर से 9,00,000 की नगदी और अन्य निवेश संबंधी दस्तावेज मिले हैं. कागजात की जांच की जा रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सेवानिवृत्ति बैंक अधिकारी के घर मिला कुबेर का खजाना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सेवानिवृत्ति बैंक अधिकारी का बसंत विहार में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आलीशान बंगला है. इसके अलावा बसंत विहार में ही चार मंजिला व्यावसायिक परिसर, शिप्रा बिहार में 2300 वर्ग फुट का भूखंड, विनय नगर में दो भूखंड, दावा बाजार में दो दुकान, सोने चांदी के जेवर, तीन कार, तीन बैंक लॉकर और बैंकों में जमा लाखों रुपये की रकम का पता चला है. सेवानिवृत अधिकारी अनिल सुहाने को अभी तक वेतन के रूप में 70 लाख रुपये की राशि मिली है. छापेमारी में 7 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मिलना बड़े सवाल खड़े करता है. ईओडब्ल्यू की आगे भी कार्रवाई जारी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
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1.25 लाख चंदा कर की 3 किलोमीटर सड़क की सफाई और गड्ढे भी भरे
1.25 लाख चंदा कर की 3 किलोमीटर सड़क की सफाई और गड्ढे भी भरे भास्कर न्यूज| जालंधर बुजुर्गों के पास हर समस्या का हल है। ऐसे ही 60 से लेकर 75 साल के पांच बुजुर्गों ने गजब की पहल कर सालों की समस्या को महज 20 दिनों में समाधान की ओर पहुंचा दिया। लंबे समय से कुव्यवस्था का शिकार सूर्या एनक्लेव कॉलोनी की साफ-सफाई मिलजुल कर की, बल्कि इसके लिए करीब सवा लाख रुपए का चंदा भी जुटाया। 100 रुपए से लेकर पांच हजार रुपए तक मदद ली और महज 20 दिनों में सालों से 3 किलोमीटर के दायरे में सड़क के किनारे जमी धूल-गंदगी को साफ किया, गड्ढों को भरा और ट्रैफिक में बाधा बन रहे पेड़ों की कटाई-छंटाई भी की। सोसायटी के प्रधान राजीव धमीजा ने बताया कि इस काम में बुजुर्गों ने न सिर्फ खुद मास्क लगाकर मेहनत की बल्कि श्रमिकों की भी मदद ली। पढ़िए प्रेरक कहानी, रिटायर्ड फौजी 72 साल के रोशन लाल शर्मा की जुबानी। सूर्या एनक्लेव की अधूरी प्लानिंग और अव्यवस्था किसी से छिपी नहीं है। नगर सुधार ट्रस्ट अपने वादों पर खरा नहीं उतर रहा है। इसीलिए लाखों-करोड़ों खर्च कर यहां मकान बनाने वालों में नाराजगी आम है। शहर का अहम हिस्सा होने के बावजूद यहां बेसिक सड़क, सफाई, सीवर जैसी समस्याएं चुनौनी बनी हुई हैं। ऐसे लगता है कि शहर में यहां की जनता दूसरे दर्जे की नागरिक बन कर रह गई है। सिटी में रोज सड़कों पर स्वीपिंग होती है, पर हमारे यहां सालों से नहीं हुई। कहीं कहीं तो एक फीट ऊंची धूल की परत सड़क के किनारों पर जमी थी। पेड़ों की छंटाई भी लंबे वक्त से नहीं हुई। सड़कों के गड्ढे तो जैसे अमर हो गए थे। ऐसे में हम सभी सोसाइटी के लोग नगर सुधार ट्रस्ट से गुहार लगाते रहे पर सुनवाई नहीं हुई। अफसरों ने वादे किए पर अमल किसी ने नहीं किया। ऐसे में हमने मिलकर फैसला लिया कि जो हमारे बस में है, उसे तो करेंगे ही। ज्यादा नहीं तो थोड़ी ही। इस विचार पर सुदेश चिब्ब (61), आनंद स्वरूप अग्रवाल (75), सिपाही लाल कश्यप (70) और डा. रमिंदर सिंह (60) ने ताकतवर सहमति जताई। इसमें युवा अजय कालिया और विकास अग्रवाल ने न सिर्फ साथ चलने का वादा किया बल्कि इसे अभियान बनाने में बड़ी मदद की। मन बनने के बाद वातावरण प्रेमियों से धन जुटाया गया। सैकड़ों लोगों ने मदद की। बड़ी संख्या में लोगों ने श्रमदान दिया। श्रमिकों की भी मदद ली गई। अब कॉलोनी के गेट से लेकर तक मेन रोड तक की सूरत बदल गई है। रविवार को इस अभियान का पहला चरण पूरा हुआ। इसके तहत रेलवे अंडरब्रिज तथा एरिया के शमशानघाट के अंदर सफाई की गई है। वातावरण प्रेमियों ने आर्थिक सहयोग किया। जिसके बल पर ये अभियान पूरा हुआ। हमने सफाई अभियान के तहत पेड़ों के संरक्षण पर फोकस किया है। सफाई अभियान में जो पत्थर, मिट्टी व मलबा निकला है, इसे छानने के बाद टूटी सड़कों के गड्ढों में डाला है। ये अभियान जारी रहेगा। जालंधर नगर सुधार ट्रस्ट ने इस कॉलोनी में जो रोड पाइपलाइन डालने के लिए तोड़ी थी, उसे दोबारा न बनाए जाने के कारण लोग बेबस हैं। इसकी एक लेन को साफ करके रेगुलर करने योग्य बना लिया गया है।
सिरसा में फर्जी कागजातों से महिला जेल से रिहा:नशा तस्करी में पुलिस ने पकड़ा था; तहसीलदार की रिपोर्ट में खुलासा, FIR
सिरसा में फर्जी कागजातों से महिला जेल से रिहा:नशा तस्करी में पुलिस ने पकड़ा था; तहसीलदार की रिपोर्ट में खुलासा, FIR हरियाणा के सिरसा में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में जेल में कैद आरोपी महिला ने कोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश कर जमानत ले ली। इसका खुलासा होने पर स्पेशल एनडीपीएस फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी महिला व उसकी जमानतदार के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी महिलाओं के खिलाफ कोर्ट को गुमराह करने व धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार शहर थाना डबवाली पुलिस ने वर्ष 2023 में मंडी डबवाली निवासी संगीता रानी पत्नी गोरा सिंह के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के लिए आरोपी संगीता ने स्पेशल एनडीपीएस फास्ट ट्रैक कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की। 25 सितंबर 2023 को कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने एक लाख रुपये के जमानत बांड की शर्त पर जमानत मंजूर कर ली। बताया गया है कि 27 सितंबर को संगीता ने जमानत बांड प्रस्तुत किया। जिसमें कृष्णा पत्नी अशोक कुमार निवासी विधि चंद नगर मुक्तसर पंजाब संगीता की जमानतदार बनी। कृष्णा ने अपनी 9 मरला जमीन का विवरण कोर्ट में प्रस्तुत किया। जिसकी कीमत 2 लाख 22 हजार 300 रुपये बताई गई। इसके आधार पर आरोपी संगीता को कोर्ट से जमानत मिल गई और वह जेल से बाहर आ गई। कोर्ट ने रिकॉर्ड की रिपोर्ट मुक्तसर के तहसीलदार व राजस्व अधिकारियों से मांगी। रिपोर्ट में निर्धारित भूमि का मूल्यांकन गलत दिखाया गया। तहसीलदार मुक्तसर साहिब ने विशेष रूप से रिपोर्ट भेजी। इसमें जमीन के दस्तावेजों को जाली बताया गया। इसके बाद कोर्ट को पता चला कि आरोपी संगीता ने कृष्णा के साथ मिलीभगत करके जमानत के फर्जी कागजात तैयार किए। इसके बाद कृष्णा ने ये दस्तावेज कोर्ट में प्रस्तुत कर आरोपी संगीता को जेल से रिहा करवा लिया। इसके बाद कोर्ट ने सिविल लाइन थाना पुलिस को आरोपी संगीता व कृष्णा के खिलाफ कोर्ट से धोखाधड़ी व जालसाजी पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। सिविल लाइन पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।