<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Politics:</strong> शिंदे गुट के सांसद प्रतापराव जाधव ने ABP न्यूज़ से खास बातचीत में बड़ा बयान दिया है. जाधव दावा कर रहे हैं कि उद्धव गुट के सांसद उनके संपर्क में हैं. जाधव ने कहा कि जिस दिन उद्धव गुट के चार से पांच सांसद खुलकर सामने आ जाएंगे उन्हें शिंदे गुट अपने साथ ले लेगा.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Politics:</strong> शिंदे गुट के सांसद प्रतापराव जाधव ने ABP न्यूज़ से खास बातचीत में बड़ा बयान दिया है. जाधव दावा कर रहे हैं कि उद्धव गुट के सांसद उनके संपर्क में हैं. जाधव ने कहा कि जिस दिन उद्धव गुट के चार से पांच सांसद खुलकर सामने आ जाएंगे उन्हें शिंदे गुट अपने साथ ले लेगा.</p> महाराष्ट्र Maharashtra Shiv Mandir: महाराष्ट्र में मिला 11वीं सदी का शिव मंदिर, तीन शिलालेखों की भी हुई खोज, इसपर लिखी है ये बात
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CM हेमंत सोरेन की उम्र को लेकर विवाद, ‘5 साल में 7 वर्ष बढ़ी आयु’, BJP का तंज- ‘झारखंड में ऐसा हो सकता है’
CM हेमंत सोरेन की उम्र को लेकर विवाद, ‘5 साल में 7 वर्ष बढ़ी आयु’, BJP का तंज- ‘झारखंड में ऐसा हो सकता है’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार तेज होता जा रहा है. सीएम हेमंत सोरेन भी साहिबगंज जिले की बरहेट विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं. लेकिन, नामांकन दाखिल करने के बाद वे विवादों में आ गए हैं. दरअसल, बीजेपी की तरफ से आरोप लगाया जा रहा है कि सीएम सोरेन ने शपथ पत्र में अपनी उम्र बढ़ाकर बताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, “कभी सुना है 5 वर्षों में किसी की उम्र 7 वर्ष बढ़ने की बात. झारखंड में ऐसा हो सकता है.” बता दें कि झारखंड सरकार की वेबसाइट के अनुसार सीएम हेमंत सोरेन की उम्र 49 साल दिखाई गई है, जबकि 2019 के विधासभा चुनाव के दौरान शपथ पत्र में उनकी उम्र 42 वर्ष दिखाई गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी प्रत्याशी ने भी खड़े किए सवाल</strong><br />बरहेट विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी गमालियल हेंब्रम ने शपथ पत्र में उम्र को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन पर उम्र बढ़ाकर बताने का आरोप लगाया है. इसके अलावा जमीन और पत्नी के नाम पर कार को लेकर शिकायत की है. बीजेपी प्रत्याशी ने निर्वाचन पदाधिकारी को दी शिकायत में कहा कि हेमंत सोरेन ने 2019 के विधानसभा चुनाव में अपनी उम्र 42 साल बताई थी. वहीं अब 2024 के चुनाव में अपनी उम्र 49 साल बता रहे हैं. किसी व्यक्ति की उम्र पांच साल में सात साल कैसे बढ़ सकती है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>गमालियल हेंब्रम का आरोप है कि 2019 के घोषणा पत्र में हेमंत सोरेन ने दो प्लॉटों के बारे में जानकारी दी थी. ये दोनों जमीन 2006 से 2008 के बीच खरीदी गई थी, जबकि 2024 के घोषणा पत्र में 23 प्लॉटों का उल्लेख किया गया है, ये सभी प्लॉट 2006 से 2008 के बीच खरीदे गए हैं. जब 23 प्लॉट पहले ही खरीदे गए थे तो इनकी जानकारी 2019 के घोषणापत्र में क्यों नहीं दी गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”झारखंड चुनाव में इस पार्टी ने सबसे ज्यादा उतारे प्रत्याशी, BJP, JMM और कांग्रेस को भी पछाड़ा” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-assembly-election-2024-jlkm-leads-to-bjp-jmm-congress-on-candidates-list-2814005″ target=”_blank” rel=”noopener”>झारखंड चुनाव में इस पार्टी ने सबसे ज्यादा उतारे प्रत्याशी, BJP, JMM और कांग्रेस को भी पछाड़ा</a></strong></p>
हरियाणा BJP में टिकट बंटवारे से पहले बवाल:राव इंद्रजीत का बेटी के लिए टिकट मांगने से इनकार, समर्थकों को नजरअंदाज करने से भी नाराज
हरियाणा BJP में टिकट बंटवारे से पहले बवाल:राव इंद्रजीत का बेटी के लिए टिकट मांगने से इनकार, समर्थकों को नजरअंदाज करने से भी नाराज हरियाणा BJP में टिकट बंटवारे से पहले बवाल मच गया है। भाजपा के दावेदारों ने आरोप लगाए कि उनके टिकट मांगने के बावजूद नाम को प्रदेश चुनाव समिति में नहीं बढ़ाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत भी भाजपा से खफा चल रहे हैं। प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग में उन्हें बेटी की टिकट के लिए सीट मांगने को कहा गया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। राव ने दोटूक कहा कि चुनाव लड़ने और सीट का फैसला उनकी बेटी आरती राव ही करेगी। बता दें कि भाजपा अपनी पहली लिस्ट फाइनल कर चुकी है। केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग के बाद कल या परसों यह लिस्ट जारी हो सकती है। राव को कोसली और अटेली की चॉइस दी भाजपा प्रदेश चुनाव समिति की कुछ दिन पहले गुरुग्राम में हुई मीटिंग में राव इंद्रजीत भी बतौर मेंबर शामिल थे। उन्हें कहा गया कि वह बेटी आरती राव के लिए कहां से टिकट चाहते हैं। इस पर राव ने कोई बात कहने से इनकार कर दिया। राव ने मीटिंग में कहा कि उनकी बेटी स्वतंत्र फैसले लेती है। वह चुनाव लड़ना चाहती है या नहीं, कौन सी सीट से टिकट चाहती है, इस पर वही फैसला करेगी। यह आरती और पार्टी के बीच की बात होगी। 2 बार से कोशिश में थे राव, भाजपा ने टिकट नहीं दी
राव इंद्रजीत से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 2014 कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने के बाद से ही वे आरती राव को चुनाव लड़वाना चाहते थे। इसके लिए पहले 2014 और फिर 2019 में उन्होंने आगे बढ़कर टिकट मांगी। हालांकि उनकी मांग को खारिज कर दिया। जिसकी वजह से आरती चुनाव लड़ने की पॉलिटिक्स में एंट्री नहीं कर पाई। इसी वजह से राव नाराज बताए जा रहे हैं। इसके अलावा इस बार केंद्र सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनने की उम्मीद थी। हालांकि भाजपा ने 6 बार के सांसद और 2 बार के केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को दरकिनार कर पहली बार करनाल से लोकसभा सांसद बने मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बना दिया। राव फिर केंद्रीय राज्य मंत्री बनकर रह गए। राव खेमे के नाम चुनाव समिति में नहीं आए राव के करीबी सूत्रों के मुताबिक उनके दावेदारों ने अहीरवाल के अलावा बांगड़ ओर जीटी रोड बेल्ट से भी टिकट की मांग की थी। हालांकि प्रदेश चुनाव समिति में किसी को पूरी लिस्ट नहीं दी गई। वहां एक-एक कर सीट और दावेदारों के नाम बताए गए। इनमें राव समर्थकों के नाम नहीं थे। इस बारे में समर्थकों ने राव से शिकायत की कि उन्होंने जिला प्रधान को नाम दिया था लेकिन उनका नाम टिकट दावेदारों की प्राथमिक लिस्ट में तक नहीं रखा गया। सूत्रों के मुताबिक इनमें ज्यादातर वे लोग हैं, जो राव के साथ 2014 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे। उनका कहना है कि 2014 में उन्हें बाहरी कहकर टिकट नहीं दी गई। 2019 में वे खट्टर के कैंप में नहीं थे तो टिकट नहीं मिली। इस बार उन्हें उम्मीद थी लेकिन जिला प्रधानों ने उनके नाम पहली चर्चा के लिए तक नहीं भेजे। इस बात से भी राव इंद्रजीत नाराज बताए जा रहे हैं।
दिल्ली में EWS कोटे से निजी स्कूलों में एडमिशन के लिए आय सीमा में वृद्धि के LG ने दिए निर्देश, क्या है वजह?
दिल्ली में EWS कोटे से निजी स्कूलों में एडमिशन के लिए आय सीमा में वृद्धि के LG ने दिए निर्देश, क्या है वजह? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Latest News:</strong> दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> को जोर देकर कहा कि दिल्ली में निजी स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के तहत प्रवेश के लिए वार्षिक आय सीमा को मौजूदा एक लाख रुपये प्रतिवर्ष से बढ़ाकर कम से कम पांच लाख रुपये किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक कोर्ट केस में लाभ प्राप्त करने के लिए आय सीमा का मुद्दा दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है. सक्सेना ने फ़ाइल पर अपनी टिप्पणी में कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा निर्धारित आय सीमा अवास्तविक और प्रतिबंधात्मक है. उन्होंने बताया कि वर्तमान आय सीमा, जहां न्यूनतम वेतन पाने वाला भी सालाना ढाई लाख रुपये से अधिक कमा रहा है, हजारों जरूरतमंद बच्चों को ईडब्ल्यूएस योजना के तहत लाभ पाने से वंचित कर सकती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उपराज्यपाल ने यह भी उल्लेख किया कि भारत सरकार द्वारा उच्च शिक्षा के लिए निर्धारित आय सीमा आठ लाख रुपये है और अदालत ने भी पिछली सुनवाई में दिल्ली सरकार से इस सीमा को कम से कम ढाई लाख रुपये तक बढ़ाने का निर्देश दिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वीके सक्सेना ने सुझाव दिया कि आदर्श रूप से आय सीमा आठ लाख रुपये प्रतिवर्ष होनी चाहिए, क्योंकि प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर लाभ पाने वाले छात्र ही आगे उच्च शिक्षा के लिए आगे बढ़ते हैं. इसलिए निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए आय सीमा को कम से कम पांच लाख रुपये निर्धारित किया जाना चाहिए. उपराज्यपाल ने निर्देश दिया कि अदालत में फ़ाइल पर उनके द्वारा लिखी गई राय दर्ज की जाए. आज मामले की सुनवाई हुई और इसे अगली तारीख 4 दिसंबर, 2024 के लिए स्थगित कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-pollution-lg-vinai-kumar-saxena-approves-deployment-of-civil-defence-volunteers-ann-2822569″> दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने की कवायद, LG ने सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की तैनाती को दी मंजूरी</a></strong></p>