हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में शिमला में तैनात एक कार्यक्रम अधिकारी पर कुल्लू जिले के मनाली की महिला ने उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। महिला द्वारा इस संबंध में कुल्लू के महिला थाना में आरोपी अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित महिला द्वारा महिला थाने में दी गई शिकायत में कहा गया है कि, शिमला स्वास्थ्य विभाग में तैनात एक कार्यक्रम अधिकारी वर्ष 2022 से लगातार उसे फोन के माध्यम से यौन संबंधी टिप्पणियां करता आ रहा है। मनाली की 42 वर्षीय महिला के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी लगातार उसे फोन व इंटरनेट कॉल के माध्यम से यौन संबंधी टिप्पणियां करके प्रताड़ित करता आ रहा है। इतना ही नहीं वह उसे ब्लैकमेल भी करता रहा है। महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी अधिकारी उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां भी दे रहा है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में शिमला में तैनात एक कार्यक्रम अधिकारी पर कुल्लू जिले के मनाली की महिला ने उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। महिला द्वारा इस संबंध में कुल्लू के महिला थाना में आरोपी अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित महिला द्वारा महिला थाने में दी गई शिकायत में कहा गया है कि, शिमला स्वास्थ्य विभाग में तैनात एक कार्यक्रम अधिकारी वर्ष 2022 से लगातार उसे फोन के माध्यम से यौन संबंधी टिप्पणियां करता आ रहा है। मनाली की 42 वर्षीय महिला के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी लगातार उसे फोन व इंटरनेट कॉल के माध्यम से यौन संबंधी टिप्पणियां करके प्रताड़ित करता आ रहा है। इतना ही नहीं वह उसे ब्लैकमेल भी करता रहा है। महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी अधिकारी उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां भी दे रहा है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में पहली बार पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद:राम मंदिर गए बिना ही वापस लौटे, साईं की मूर्ति होने से किया कार्यक्रम का बहिष्कार
शिमला में पहली बार पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद:राम मंदिर गए बिना ही वापस लौटे, साईं की मूर्ति होने से किया कार्यक्रम का बहिष्कार हिमाचल की राजधानी शिमला में स्थित राम मंदिर में साईं की मूर्ति को लेकर नया बवाल शुरू हो गया है। उत्तर दिशा के ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती गुरुवार को पहली बार शिमला पहुंचे। शंकराचार्य देशभर में गो हत्या को रोकने और गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में राम मंदिर में भी शंकराचार्य गो ध्वज की स्थापना के लिए पहुंचे थे। इस दौरान वो पत्रकारों से भी बातचीत करने वाले थे, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है और राम मंदिर गए बिना ही वापस लौट गए। मन्दिर में साईं मूर्ति होने की वजह से नही गए मन्दिर
मिली जानकारी के मुताबिक शंकराचार्य गुरुवार सुबह सबसे पहले शिमला के प्राचीन मंदिर जाखू पहुंचे। यहां उन्होंने गो ध्वज की स्थापना की और इसी दौरान उन्हें राम मंदिर में साईं की प्रतिमा न हटाने की जानकारी मिली। जिसके बाद उनके स्टाफ ने जाखू मंदिर से ही एक संदेश दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि मन्दिर में साईं की मूर्ति होने की वजह से शंकराचार्य राम मंदिर नहीं गए, उन्होंने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। मूर्ति को हटाने के लिए पहले दिया था पत्र
शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगीराज सरकार ने जानकारी दी कि उन्होंने पहले ही राम मंदिर से साईं की मूर्ति हटाने को कहा था, लेकिन नहीं हटाई गई। ऐसे में शंकराचार्य ने जाखू मंदिर से ही गो ध्वज फहराया और वहीं से वापस देहरादून लौट गए। उनके मीडिया प्रभारी ने कहा कि हिंदू धर्म में पहले ही 33 करोड़ देवी देवता हैं। ऐसे में किसी अन्य धर्म के व्यक्ति की मूर्ति (प्रतिमा) का कोई मतलब नही है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य देशभर में जहां भी मन्दिर में साईं की मूर्ति है, वहां पूजा नही करते हैं। इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। बताया जा रहा है कि शंकराचार्य बुधवार रात को शिमला पहुंचे थे और शिमला के न्यू शिमला में अपने किसी अनुयायी के घर रुके थे। गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन
बता दें अयोध्या राम मंदिर में भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने शास्त्र और वेदों के माध्यम से अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने वाली भूमि को राम की जन्मभूमि होने का प्रमाण दिया था। फिलहाल उन्होंने गो माता को पशु की श्रेणी से हटाकर राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन शुरू किया है। 22 सितंबर को अयोध्या में राम मंदिर में गो ध्वज स्थापना और जयघोष के साथ यह यात्रा शुरू हुई है। 27 अक्टूबर को समाप्त होगी यात्रा
इसमें उनके अनुसार 33 राज्यों की राजधानी में गो ध्वज फहराया जा रहा है। 25 हजार 600 किलोमीटर की यात्रा 27 अक्टूबर को वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में गो ध्वज फहराने के साथ समाप्त होगी। राजधानी शिमला 33वां स्थान है, जहां गो ध्वज फहराया गया। इसी कड़ी में धर्म, संस्कृति और गो माता के सम्मान के महायज्ञ में आज सनातन धर्म के ध्वज को राम मंदिर के शिखर पर फहराने का कार्यक्रम था, जिसका शंकराचार्य ने बहिष्कार किया।
हमीरपुर में 60 फीट गहरी खाई में गिरी कार:एक की मौत, दूसरा घायल; आर्मी में कार्यरत था मृतक, 5 दिन पहले छुट्टी पर आया घर
हमीरपुर में 60 फीट गहरी खाई में गिरी कार:एक की मौत, दूसरा घायल; आर्मी में कार्यरत था मृतक, 5 दिन पहले छुट्टी पर आया घर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में वीरवार को देर शाम कार बेकाबू होकर 60 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में एक की मौत हो गई। जबकि दूसरा युवक घायल है। मृतक आर्मी में कार्यरत था और 5 दिन पहले छुट्टी पर घर आया था। हादसा भटेड पंचायत के अंदराल गांव में हुआ है। मृतक की पहचान विकास कुमार (24) और घायल की निखिल कुमार(22) के नाम से हुई। घायल को टोनी देवी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस के मुताबिक विकास कुमार निवासी भटेड गांव, निखिल के साथ गाड़ी में अंदराल गांव गया हुआ था। वापस आते समय गाड़ी बेकाबू होकर लगभग 50 से 60 फीट गहरी खाई में गिर गई। जिसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने गाड़ी में बैठे हुए विकास कुमार और निखिल कुमार को बाहर निकाला। दोनों को टोनी देवी अस्पताल ले जाया गया। जिनमें विकास कुमार की मौत हो गई, जबकि निखिल कुमार का इलाज जारी है।
मंडी में गौशाला में घुसा तेंदुआ:2 भेड़ों को उतारा मौत के घाट, सूचना मिलने पर रात को ही पहुंची वन विभाग की टीम
मंडी में गौशाला में घुसा तेंदुआ:2 भेड़ों को उतारा मौत के घाट, सूचना मिलने पर रात को ही पहुंची वन विभाग की टीम मंडी जिला के वन परिक्षेत्र पनारसा के तहत आने वाली ग्राम पंचायत जलाकाशना के जला गांव में एक तेंदुआ बीती रात करीब 12 बजे एक गौशाला में जा घुसा। लेकिन तेंदुए के गौशाला में घुसते ही दरवाजा अपने आप बंद हो गया। ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर गौशाला के दरवाजे को और मजबूती के साथ बंद कर दिया और इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस दौरान गौशाला में बंधी 2 भेंडों पर तेंदुए नें हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई। वन विभाग पनारसा की टीम ने रात करीब 2 बजे मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और वाइल्ड लाइफ कुल्लू की टीम को इसकी सूचना दी। वाइल्ड लाइफ कुल्लू की टीम ने शुक्रवार सुबह मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की और ट्रेंकुलाइजर गन की मदद से तेंदुए को बेहोश करके उसका सुरक्षित रेस्क्यू किया। इसके बाद उसे जांच के लिए चिकित्सालय भेज दिया है। डीसीएफ मंडी वासु डोगर ने जानकारी देते हुए बताया कि गौशाला में चार भेड़ें थी, जिसमें से तेंदुए ने दो को मार दिया है जबकि बाकी दो पूरी तरह से सुरक्षित हैं। नर तेंदुए की उम्र 12 से 15 वर्ष के बीच प्रतीत हो रही है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही संबंधित खंड अधिकारी उम्मीद सिंह और वन रक्षक सुरभि रात को ही मौके पर पहुंच गए थे। कुल्लू वन्य जीव प्रभाग की टीम जिसमें डॉ. सुब्रमण्यम, चमन लाल, देश राज, जय प्रकाश और कमल द्वारा सुबह के समय बचाव कार्य शुरू किया गया और लगभग दो घंटे के बाद बचाव कार्य सफल रहा। बचाव अभियान डीएफओ वाइल्ड लाइफ कुल्लू राजेश और एसीएफ नवजोत सिंह भी मौके पर मौजूद रहे।