शिमला के जाखू में दिखेगी दशहरे की धूम:रावण- कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले तैयार, सीएम सुखविंदर रिमोट से करेंगे दहन

शिमला के जाखू में दिखेगी दशहरे की धूम:रावण- कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले तैयार, सीएम सुखविंदर रिमोट से करेंगे दहन

शिमला के ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर जाखू में आज अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खुू शाम 5:50 बजे रिमोट से रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन करेंगे। शिमला के जाखू मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है। रामायण काल मे राम-रावण युद्ध के दौरान हनुमान कुछ देर के लिए यहां रुके थे। शिमला के जाखू मंदिर के दशहरे की खास बात यह है कि यहां कई सालों से मुस्लिम परिवार रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाने का काम करते हैं जो देशभर में भाईचारे का संदेश देते है। इस बार भी जाखू में उतर प्रदेश के शाहनवाज ने पुतले बनाएं हैं। उन्होंने ने रावण का 45 फुट, कुंभकर्ण का 40 फुट और मेघनाथ का 30 फुट का पुतला बनाया है। 18 वर्षो से कर रहे पुतले बनाने का काम यूपी से आए कारीगर शाहनवाज़ ने कहा कि 25 वर्षों से इस कार्य से जुड़े है। शिमला में गत 18 वर्षों से पुतलों के निर्माण के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिमला के जाखू मंदिर और संकट मोचन में वह पुतलों का निर्माण कार्य कर रहे हैं। शाहनवाज ने कहा कि इस दशहरे पर पुतला दहन के साथ आतिशबाजी का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। रिमोट के द्वारा ही इस वर्ष भी पुतला दहन किया जाएगा। इस बार रावण का पुतला 45 फुट, कुंभकर्ण का 40 फुट तथा मेघनाथ का पुतला 35 फुट का बनाया गया है। शिमला के ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर जाखू में आज अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खुू शाम 5:50 बजे रिमोट से रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन करेंगे। शिमला के जाखू मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है। रामायण काल मे राम-रावण युद्ध के दौरान हनुमान कुछ देर के लिए यहां रुके थे। शिमला के जाखू मंदिर के दशहरे की खास बात यह है कि यहां कई सालों से मुस्लिम परिवार रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाने का काम करते हैं जो देशभर में भाईचारे का संदेश देते है। इस बार भी जाखू में उतर प्रदेश के शाहनवाज ने पुतले बनाएं हैं। उन्होंने ने रावण का 45 फुट, कुंभकर्ण का 40 फुट और मेघनाथ का 30 फुट का पुतला बनाया है। 18 वर्षो से कर रहे पुतले बनाने का काम यूपी से आए कारीगर शाहनवाज़ ने कहा कि 25 वर्षों से इस कार्य से जुड़े है। शिमला में गत 18 वर्षों से पुतलों के निर्माण के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिमला के जाखू मंदिर और संकट मोचन में वह पुतलों का निर्माण कार्य कर रहे हैं। शाहनवाज ने कहा कि इस दशहरे पर पुतला दहन के साथ आतिशबाजी का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। रिमोट के द्वारा ही इस वर्ष भी पुतला दहन किया जाएगा। इस बार रावण का पुतला 45 फुट, कुंभकर्ण का 40 फुट तथा मेघनाथ का पुतला 35 फुट का बनाया गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर