हिमाचल में बहिष्कार मुहिम पर AIMIM नेता का पलटवार:सेब का बॉयकॉट करने की अपील, बाद में पोस्ट की डिलीट

हिमाचल में बहिष्कार मुहिम पर AIMIM नेता का पलटवार:सेब का बॉयकॉट करने की अपील, बाद में पोस्ट की डिलीट

हिमाचल प्रदेश में देवभूमि संघर्ष समिति द्वारा शिमला के संजौली से शुरू किए गए समुदाय विशेष के आर्थिक बहिष्कार की अपील की पर AIMIM नेता शोएब जमाई ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से कटाक्ष किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया में हिमाचल प्रदेश में सेब की खरीदारी करने वाले सभी मुस्लिम बाहरी व्यापारियों से हिमाचल के सेब के बॉयकॉट की अपील की है। शोएब जमाई ने क्या लिखा ? AIMIM नेता ने अपने अकाउंट पर लिखा कि अब हद हो गयी है। चलिए शुरू करते है आर्थिक बहिष्कार। मैं हिमाचल की सेब मंडी में बड़ी तादाद में खरीदारी करने वाले सभी मुस्लिम (बाहरी ) व्यापारियों से अपील करता हूं (जो कि लगभग 80% है) कि हिमाचल प्रदेश के सेब का बॉयकॉट किया जाए। तुम्हें रब का वास्ता इस नफरत भरे बाजार से कोई खरीदारी मत करो। AIMIM नेता ने हटाई अपनी पोस्ट हालांकि AIMIM नेता शोएब जमाई की वाल पर अब यह पोस्ट नहीं है। लेकिन मोहम्मद जुबैर नाम के यूजर ने उनकी इस पोस्ट अपने अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा कि यह AIMIM नेता शोएब जमाई का शर्मनाक बयान है। उनका यह बयान दक्षिणपंथी समूहों के बहिष्कार आह्वान से किस प्रकार भिन्न है। आप वास्तव में उनकी मदद कर रहे हैं। ऐसे नफरत भरे बयान देकर आप मुस्लिम समुदाय के लिए और मुसीबत खड़ी कर रहे हैं।

वहीं AIMIM नेता शोएब जमाई ने यूजर की इस पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि इसमें क्या गलत है। अगर कुछ दक्षिणपंथी संगठन शिमला में मुस्लिम सब्जी विक्रेताओं का बहिष्कार करने का अधिकार रखते हैं तो मैं क्यों नहीं रख सकता? यह मेरा राजनीतिक लोकतांत्रिक अधिकार है कि मैं किसी चीज का बहिष्कार करुं। ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके, जो हिमाचल में मुसलमानों के खिलाफ नफरत को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाती है। यहां तक ​​कि गांधी जी ने भी अंग्रेजों के खिलाफ बहिष्कार का आह्वान किया था। अब हम “काले अंग्रेजों” से लड़ रहे हैं। मैंने शिमला संजौली का दौरा किया, मैं वहां मुसलमानों से मिला, आप नहीं। मैंने उनका दर्द देखा, मैं उनके डर को महसूस कर सकता हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे में शामिल था और इस तरह की नफरत के खिलाफ जनहित याचिका दायर की। आप नहीं। मैं मौके पर था। वहां कोई नहीं था। इसलिए आरडब्ल्यू सिन्हा जैसे ट्रोल के लिए बंदर संतुलन बनाने की कोशिश न करें। मैंने जो कुछ भी कहा वह सच है और बहुत जरूरी है। मुसलमान हमेशा क्यों फंस जाते हैं। नहीं कभी नहीं। उनकी नैतिकता को कम मत करो। कुछ हिम्मत रखो। “मोहब्बत की दुकान के मालिक” राहुल गांधी से सवाल पूछो जो इस गंभीर मुद्दे पर कभी नहीं बोलते। राहूल गांधी और इमरान प्रताप गढ़ी से पूछा सवाल वहीं उन्होंने अपने हिमाचल प्रदेश दौरे का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि पार्टी के मशवरे से हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों का दौरा किया। जिन-जिन मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है, वहां के स्थानीय मुसलमानों से मुलाकात की। मुसलमानों में डर का माहौल है, और कई लोग पलायन भी कर चुके हैं। हम उनको वापस लौटने की अपील कर रहे हैं। उनको आपके सपोर्ट की जरूरत है। मगर अभी तक कांग्रेस के मुस्लिम नेता उनसे मुलाकात करने नहीं गए जहां उनकी खुद की सरकार है। शोएब जमाई वीडियो मे मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगो से बातचीत करते हुए यह कहते हुए नजर आ रहे है कि राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में मुस्लिम डरे हुए है। यह सवाल राहुल गांधी और इमरान और प्रतापगढ़ी से नहीं किया जाए तो किससे किया जाए। संघर्ष समिति ने लगाए सनातन सब्जी वाला के बोर्ड बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद विवाद के बीच देवभूमि संघर्ष समिति मुस्लिम समुदाय के बहिष्कार की अपील कर रही है। बीते दिनों समिति द्वारा शिमला के उप नगर संजौली बाजार में फल और सब्जियों की दुकानों में “सनातन सब्जी वाला” के बोर्ड लगाए गए है। इस दौरान समिति के सदस्यों ने लोगों से अपील की कि फल और सब्जियां केवल हिंदू (सनातन) दुकानदारों से ही खरीदी जाए। हिमाचल प्रदेश में देवभूमि संघर्ष समिति द्वारा शिमला के संजौली से शुरू किए गए समुदाय विशेष के आर्थिक बहिष्कार की अपील की पर AIMIM नेता शोएब जमाई ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से कटाक्ष किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया में हिमाचल प्रदेश में सेब की खरीदारी करने वाले सभी मुस्लिम बाहरी व्यापारियों से हिमाचल के सेब के बॉयकॉट की अपील की है। शोएब जमाई ने क्या लिखा ? AIMIM नेता ने अपने अकाउंट पर लिखा कि अब हद हो गयी है। चलिए शुरू करते है आर्थिक बहिष्कार। मैं हिमाचल की सेब मंडी में बड़ी तादाद में खरीदारी करने वाले सभी मुस्लिम (बाहरी ) व्यापारियों से अपील करता हूं (जो कि लगभग 80% है) कि हिमाचल प्रदेश के सेब का बॉयकॉट किया जाए। तुम्हें रब का वास्ता इस नफरत भरे बाजार से कोई खरीदारी मत करो। AIMIM नेता ने हटाई अपनी पोस्ट हालांकि AIMIM नेता शोएब जमाई की वाल पर अब यह पोस्ट नहीं है। लेकिन मोहम्मद जुबैर नाम के यूजर ने उनकी इस पोस्ट अपने अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा कि यह AIMIM नेता शोएब जमाई का शर्मनाक बयान है। उनका यह बयान दक्षिणपंथी समूहों के बहिष्कार आह्वान से किस प्रकार भिन्न है। आप वास्तव में उनकी मदद कर रहे हैं। ऐसे नफरत भरे बयान देकर आप मुस्लिम समुदाय के लिए और मुसीबत खड़ी कर रहे हैं।

वहीं AIMIM नेता शोएब जमाई ने यूजर की इस पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि इसमें क्या गलत है। अगर कुछ दक्षिणपंथी संगठन शिमला में मुस्लिम सब्जी विक्रेताओं का बहिष्कार करने का अधिकार रखते हैं तो मैं क्यों नहीं रख सकता? यह मेरा राजनीतिक लोकतांत्रिक अधिकार है कि मैं किसी चीज का बहिष्कार करुं। ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके, जो हिमाचल में मुसलमानों के खिलाफ नफरत को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाती है। यहां तक ​​कि गांधी जी ने भी अंग्रेजों के खिलाफ बहिष्कार का आह्वान किया था। अब हम “काले अंग्रेजों” से लड़ रहे हैं। मैंने शिमला संजौली का दौरा किया, मैं वहां मुसलमानों से मिला, आप नहीं। मैंने उनका दर्द देखा, मैं उनके डर को महसूस कर सकता हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे में शामिल था और इस तरह की नफरत के खिलाफ जनहित याचिका दायर की। आप नहीं। मैं मौके पर था। वहां कोई नहीं था। इसलिए आरडब्ल्यू सिन्हा जैसे ट्रोल के लिए बंदर संतुलन बनाने की कोशिश न करें। मैंने जो कुछ भी कहा वह सच है और बहुत जरूरी है। मुसलमान हमेशा क्यों फंस जाते हैं। नहीं कभी नहीं। उनकी नैतिकता को कम मत करो। कुछ हिम्मत रखो। “मोहब्बत की दुकान के मालिक” राहुल गांधी से सवाल पूछो जो इस गंभीर मुद्दे पर कभी नहीं बोलते। राहूल गांधी और इमरान प्रताप गढ़ी से पूछा सवाल वहीं उन्होंने अपने हिमाचल प्रदेश दौरे का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि पार्टी के मशवरे से हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों का दौरा किया। जिन-जिन मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है, वहां के स्थानीय मुसलमानों से मुलाकात की। मुसलमानों में डर का माहौल है, और कई लोग पलायन भी कर चुके हैं। हम उनको वापस लौटने की अपील कर रहे हैं। उनको आपके सपोर्ट की जरूरत है। मगर अभी तक कांग्रेस के मुस्लिम नेता उनसे मुलाकात करने नहीं गए जहां उनकी खुद की सरकार है। शोएब जमाई वीडियो मे मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगो से बातचीत करते हुए यह कहते हुए नजर आ रहे है कि राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में मुस्लिम डरे हुए है। यह सवाल राहुल गांधी और इमरान और प्रतापगढ़ी से नहीं किया जाए तो किससे किया जाए। संघर्ष समिति ने लगाए सनातन सब्जी वाला के बोर्ड बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद विवाद के बीच देवभूमि संघर्ष समिति मुस्लिम समुदाय के बहिष्कार की अपील कर रही है। बीते दिनों समिति द्वारा शिमला के उप नगर संजौली बाजार में फल और सब्जियों की दुकानों में “सनातन सब्जी वाला” के बोर्ड लगाए गए है। इस दौरान समिति के सदस्यों ने लोगों से अपील की कि फल और सब्जियां केवल हिंदू (सनातन) दुकानदारों से ही खरीदी जाए।   हिमाचल | दैनिक भास्कर