हिमाचल प्रदेश के शिमला के एक फल व्यापारी के साथ 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी हो गई। इसे लेकर रोहड़ू पुलिस थाना में पीड़ित व्यापारी ने FIR करवाई है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। रोहड़ू के व्यापारी यजविंदर सिंह ने 3 व्यापारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने यजविंदर सिंह फ्रूट नाम से रोहड़ू की मेहंदली फल मंडी में कंपनी खोल रखी है। यहां पर 2022-23 में गोरखपुर के राम, बिहार के परवेज आलम और बनारस के दीपक यादव ने उनसे सेब खरीदे थे। मगर आज तक उसकी पेमेंट का भुगतान नहीं किया गया। पैसा मांगने पर मिल रही धमकियां वह कई बार यूपी और उत्तर प्रदेश के व्यापारियों से पेमेंट की मांग कर चुका है। मगर हर बार भुगतान नहीं किया जा रहा। अब मार देने की धमकियां दी जा रही हैं। गोरखपुर मंडी में काम करता है राम शिकायतकर्ता के अनुसार राम नवी फल मंडी गोरखपुर में दुकान नंबर बी-18 पर व्यापार करते हैं, जबकि परवेज आलम बिहार के खमेरिया में वार्ड नंबर52 के निवासी हैं।दीपक यादव बनारस में एसबी फ्रूट कंपनी के मालिक हैं। बता दें कि सेब सीजन में हिमाचल का 80 प्रतिशत सेब बाहर से आने वाले व्यापारी खरीदते हैं। हर साल इस प्रकार की धोखाधड़ी दूसरे व्यापारियों के साथ भी होती रही है। हिमाचल प्रदेश के शिमला के एक फल व्यापारी के साथ 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी हो गई। इसे लेकर रोहड़ू पुलिस थाना में पीड़ित व्यापारी ने FIR करवाई है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। रोहड़ू के व्यापारी यजविंदर सिंह ने 3 व्यापारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने यजविंदर सिंह फ्रूट नाम से रोहड़ू की मेहंदली फल मंडी में कंपनी खोल रखी है। यहां पर 2022-23 में गोरखपुर के राम, बिहार के परवेज आलम और बनारस के दीपक यादव ने उनसे सेब खरीदे थे। मगर आज तक उसकी पेमेंट का भुगतान नहीं किया गया। पैसा मांगने पर मिल रही धमकियां वह कई बार यूपी और उत्तर प्रदेश के व्यापारियों से पेमेंट की मांग कर चुका है। मगर हर बार भुगतान नहीं किया जा रहा। अब मार देने की धमकियां दी जा रही हैं। गोरखपुर मंडी में काम करता है राम शिकायतकर्ता के अनुसार राम नवी फल मंडी गोरखपुर में दुकान नंबर बी-18 पर व्यापार करते हैं, जबकि परवेज आलम बिहार के खमेरिया में वार्ड नंबर52 के निवासी हैं।दीपक यादव बनारस में एसबी फ्रूट कंपनी के मालिक हैं। बता दें कि सेब सीजन में हिमाचल का 80 प्रतिशत सेब बाहर से आने वाले व्यापारी खरीदते हैं। हर साल इस प्रकार की धोखाधड़ी दूसरे व्यापारियों के साथ भी होती रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
नंदिता गुप्ता होंगी हिमाचल की मुख्य चुनाव अधिकारी:मनीष गर्ग की जगह लेंगी, अभी दिल्ली में दे रही सेवाएं, सप्ताह के भीतर जॉइनिंग के निर्देश
नंदिता गुप्ता होंगी हिमाचल की मुख्य चुनाव अधिकारी:मनीष गर्ग की जगह लेंगी, अभी दिल्ली में दे रही सेवाएं, सप्ताह के भीतर जॉइनिंग के निर्देश केंद्रीय चुनाव आयोग (ECI) ने हिमाचल कैडर की साल 2001 बैच की IAS अधिकारी नंदिता गुप्ता को प्रदेश का मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) लगाने को मंजूरी दे दी है। नंदिता गुप्ता 1996 बैच के IAS एवं CEO हिमाचल मनीष गर्ग का स्थान लेंगी। इसे लेकर ECI ने हिमाचल के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। केंद्र के आदेशों पर मौजूदा CEO मनीष गर्ग को जल्द रिलीव करना होगा। मनीष गर्ग केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जा रहे हैं। केंद्रीय कैबिनेट कमेटी (ACC) ने मनीष गर्ग के 20 दिन पहले ही तैनाती के आदेश जारी कर दिए है। हिमाचल कैडर के मनीष गर्ग ECI में डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर के तौर पर सेवाएं देंगे। एक सप्ताह में चार्ज की कंप्लायंस रिपोर्ट देनी होगी ECI ने एक सप्ताह के भीतर नंदिता गुप्ता को चार्ज लेने तथा इसकी कंप्लायंस रिपोर्ट ECI को देने को कहा है। वर्तमान में नंदिता गुप्ता दिल्ली में है। हिमाचल सरकार ने बीते 22 अगस्त को ही तीन अधिकारियों के नाम का पैनल ECI को भेजा था। ECI ने नंदिता गुप्ता का नाम नामित किया है। CEO पर लोकसभा-विधानसभा चुनाव कराने की रहता है जिम्मा बता दें कि CEO पर लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने का जिम्मा रहता है। हालांकि हिमाचल में अभी न तो लोकसभा और न विधानसभा चुनाव तय है। मगर मनीष गर्ग के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की वजह से हिमाचल में नए CEO की तैनाती करनी पड़ी है।
ऊना में फायर स्टेशन में तैनात होमगार्ड की मौत:चक्कर आने पर नीचे गिरा, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
ऊना में फायर स्टेशन में तैनात होमगार्ड की मौत:चक्कर आने पर नीचे गिरा, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में शनिवार को रात नौ बजे के करीब फायर स्टेशन चिंतपूर्णी में तैनात होमगार्ड की अचानक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि होमगार्ड को अचानक चक्कर आया और नीचे गिर गया। जिस पर अन्य होमगार्ड ने उसे तुरन्त चिंतपूर्णी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। मृतक होमगार्ड की पहचान मोहन लाल सपुत्र रामस्वरूप गांव सैसोवाल तहसील हरोली के रुप में हुई है। मृतक की उम्र 54 साल थी और वो अपने पीछे एक बेटा दो बेटियों को छोड़ गया। मृतक मोहन लाल पिछले काफी सालों से चिंतपूर्णी फायर स्टेशन में तैनात था। वंही मन्दिर ट्रस्ट ने फ़ौरी राहत के तौर पर मृतक के परिवार को दस हजार रुपए की राशि दी है। वहीं रविवार को मृतक का पोर्स्टमार्टम करवाया जाएगा। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद मौत के कारण की सही जानकारी मिल पाएगी।
हिमाचल का जवान पंचतत्व में विलीन:पत्नी रिया ने दुल्हन के लिबास में दी अंतिम विदाई; बहन- बलिदानी को सैल्यूट करने को कहती रही
हिमाचल का जवान पंचतत्व में विलीन:पत्नी रिया ने दुल्हन के लिबास में दी अंतिम विदाई; बहन- बलिदानी को सैल्यूट करने को कहती रही हिमाचल के धर्मशाला के समीपवर्ती ग्राम पंचायत बागनी के जवान अक्षय कपूर पंचतत्व में विलीन हो गए। सोमवार सुबह सेना की टुकड़ी उनके पार्थिव शरीर को लेकर गांव बागनी में पहुंची। पत्नी रिया कपूर ने दुल्हन के लिबास में अपने पति को अंतिम विदाई दी। इससे पहले बलिदानी की अंतिम यात्रा सिद्धबाड़ी से उनके गांव तक निकाली गई। अक्षय कपूर की 2 महीने पहले ही शादी हुई थी। उनकी पत्नी रिया कपूर का रो-रोकर बुरा हाल था। अरुणाचल प्रदेश में हार्ट अटैक से निधन बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को ह्रदय गति रुकने से 29 वर्षीय सेना जवान अक्षय कपूर का निधन हो गया था। वह डोगरा बटालियन में तैनात थे। बलिदानी पति की पार्थिव देह के घर पहुंचते ही पत्नी रिया बेसुध हो गई। मां सावित्री देवी ने नोटों का हार अपने लाडले की पार्थिव देह पर चढ़ाया। अक्षय की बहन सभी लोगों से बलिदानी भाई को सैल्यूट करने को कहती रही। भारत मां के नारों से गूंज उठी बागनी पंचायत इस मंजर को देखकर हर आंख नम हुई। पूरा क्षेत्र भारत माता की जय, अक्षय कपूर अमर रहे के नारों से गूंज उठा। पार्थिव देह को बड़े भाई लक्की कपूर ने मुखाग्नि दी। सैनिक सम्मान के सथ अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ मृतक सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया। धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी सहित पूर्व विधायक विशाल नेहरिया और जिला प्रशासन के कई अधिकारियों ने भी बलिदानी को श्रद्धांजलि दी। अक्षय के निधन की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार से ही उनके घर में रिश्तेदारों व सगे संबंधियों सहित ग्रामीणों का शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए आने का सिलसिला जारी रहा। 19 साल की उम्र में हुए भर्ती अक्षय कुमार ने साल 2015 में महज 19 साल की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। बलिदानी के पिता संसार चंद ने बताया कि बचपन से ही अक्षय का सपना देश की सेवा करना था। उनका सपना तो पूरा हुआ, लेकिन अक्षय का ये बलिदान परिवार और क्षेत्र के लिए बड़ा सदमा है। उन्होंने बताया कि अक्षय कुमार को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आया, जिससे उनकी मौत हो गई।