शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्कर गिरोह ‘राधे गैंग’ के 6 आरोपियों को बीती शाम को रामपुर से एक साथ गिरफ्तार किया। इस गैंग के 2 आरोपी बीते 17 अक्टूबर को लगभग 47 ग्राम चिट्टा के साथ दबोचे जा चुके हैं। इनसे पूछताछ के बाद 6 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस को आशंका है कि अभी और भी सदस्य इस गैंग में शामिल हो सकते हैं। पकड़े गए 6 आरोपियों को आज पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा। अब तक राधे गैंग के 8 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। पुलिस के अनुसार, राधे गैंग पंजाब से चिट्टा लाती थी और शिमला जिला के रामपुर में सप्लाई करती थी। पुलिस ने इस गैंग का भंडाफोड़ करके बड़ी कामयाबी हासिल की है। 2 आरोपी कुल्लू जिला और 4 अन्य शिमला जिला से संबंध रखने वाले है। ये आरोपी किए गए गिरफ्तार पुलिस ने चिट्टा तस्कर राजेश खन्ना (43) रामपुर, धर्म सैन (35) निरमंड कुल्लू, उज्ज्वल पंडित (29) रामपुर, ललित कुमार (36) रामपुर, अमित कुमार आनी कुल्लू और ध्रुव देष्टा रामपुर शिमला को गिरफ्तार किया है। इनसे पुलिस पूछताछ कर रही है और गैंग के दूसरे सदस्यों का पता लगाया जा रहा है। एसपी बोले- सख्त कार्रवाई करेंगे SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने 6 चिट्टा तरस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच जारी है। उन्हें आशंका है कि इस गैंग में और भी कई लोग शामिल हो सकते है। नशे का सौदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राधे गैंग से जुड़े थे यह सभी तरस्कर..? पुलिस ने बीते 17 अक्टूबर को 47 ग्राम चिट्टे के साथ एक तस्कर को कुमारसैन से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पुलिस को पता चला कि यह एक अंतरराज्यीय चिट्टा तस्कर गिरोह है। इसके बाद पुलिस ने सोलन के बद्दी से गिरोह के सरगना को दबोचा। पुलिस ने दलीप कुमार उर्फ राधे जो मूल रूप से शिमला के कुमारसैन का रहने वाला है, उसे गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है गिरोह का सरगना राधे रामपुर क्षेत्र में कई सालों से चिट्टा सप्लाई कर रहा था। शिमला पुलिस ने 3 गैंग के 49 तस्कर दबोचे शिमला पुलिस ने बीते एक महीने में 3 चिट्टा तस्कर गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसमें शाही महात्मा गैंग ( रोहड़ू क्षेत्र) के करीब 30 लोग, राधे गैंग (रामपुर क्षेत्र) 8 लोग व रंजन गैंग (कोटखाई क्षेत्र) के 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। नशे के खिलाफ शिमला पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई है। शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्कर गिरोह ‘राधे गैंग’ के 6 आरोपियों को बीती शाम को रामपुर से एक साथ गिरफ्तार किया। इस गैंग के 2 आरोपी बीते 17 अक्टूबर को लगभग 47 ग्राम चिट्टा के साथ दबोचे जा चुके हैं। इनसे पूछताछ के बाद 6 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस को आशंका है कि अभी और भी सदस्य इस गैंग में शामिल हो सकते हैं। पकड़े गए 6 आरोपियों को आज पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा। अब तक राधे गैंग के 8 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। पुलिस के अनुसार, राधे गैंग पंजाब से चिट्टा लाती थी और शिमला जिला के रामपुर में सप्लाई करती थी। पुलिस ने इस गैंग का भंडाफोड़ करके बड़ी कामयाबी हासिल की है। 2 आरोपी कुल्लू जिला और 4 अन्य शिमला जिला से संबंध रखने वाले है। ये आरोपी किए गए गिरफ्तार पुलिस ने चिट्टा तस्कर राजेश खन्ना (43) रामपुर, धर्म सैन (35) निरमंड कुल्लू, उज्ज्वल पंडित (29) रामपुर, ललित कुमार (36) रामपुर, अमित कुमार आनी कुल्लू और ध्रुव देष्टा रामपुर शिमला को गिरफ्तार किया है। इनसे पुलिस पूछताछ कर रही है और गैंग के दूसरे सदस्यों का पता लगाया जा रहा है। एसपी बोले- सख्त कार्रवाई करेंगे SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने 6 चिट्टा तरस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच जारी है। उन्हें आशंका है कि इस गैंग में और भी कई लोग शामिल हो सकते है। नशे का सौदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राधे गैंग से जुड़े थे यह सभी तरस्कर..? पुलिस ने बीते 17 अक्टूबर को 47 ग्राम चिट्टे के साथ एक तस्कर को कुमारसैन से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पुलिस को पता चला कि यह एक अंतरराज्यीय चिट्टा तस्कर गिरोह है। इसके बाद पुलिस ने सोलन के बद्दी से गिरोह के सरगना को दबोचा। पुलिस ने दलीप कुमार उर्फ राधे जो मूल रूप से शिमला के कुमारसैन का रहने वाला है, उसे गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है गिरोह का सरगना राधे रामपुर क्षेत्र में कई सालों से चिट्टा सप्लाई कर रहा था। शिमला पुलिस ने 3 गैंग के 49 तस्कर दबोचे शिमला पुलिस ने बीते एक महीने में 3 चिट्टा तस्कर गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसमें शाही महात्मा गैंग ( रोहड़ू क्षेत्र) के करीब 30 लोग, राधे गैंग (रामपुर क्षेत्र) 8 लोग व रंजन गैंग (कोटखाई क्षेत्र) के 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। नशे के खिलाफ शिमला पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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दलाई लामा के नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की 35वीं वर्षगांठ:जन्मदिन पर करूणा दिवस मनाने की योजना, तिब्बती कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किया प्रस्तुत हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज में तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की 35वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की सुरक्षा मंत्री डोलमा गैरी ने कशाग की ओर से दलाई लामा के प्रति गहरी श्रद्धा और आभार व्यक्त किया। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने दलाई लामा की मानवीय मूल्यों, धार्मिक सद्भाव और वैश्विक पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने चीन की शिक्षा नीतियों की आलोचना की, जो तिब्बती भाषा को चीनी भाषा से बदल देती हैं और लगभग दस लाख तिब्बती बच्चों को औपनिवेशिक बोर्डिंग स्कूलों में जाने के लिए मजबूर करती हैं, जिससे उनकी सांस्कृतिक विरासत छीन ली जाती है। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने वैश्विक पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में तिब्बत की महत्वपूर्ण भूमिका और चीन द्वारा इस क्षेत्र के शोषण से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान पर जोर दिया। निर्वासित तिब्बतियों ने अपनी संस्कृति को सफलतापूर्वक संरक्षित रखा है, जबकि तिब्बत में रहने वाले लोग चीनी उत्पीड़न से पीड़ित हैं। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन तिब्बतियों के लिए वास्तविक स्वायत्तता की वकालत करते हुए मध्यम मार्ग दृष्टिकोण के माध्यम से चीन-तिब्बत संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने दलाई लामा के 90वें जन्मदिन (6 जुलाई, 2025 – 6 जुलाई, 2026) को “करुणा के वर्ष” के रूप में विश्व स्तर पर मनाने की योजना की घोषणा की। उन्होंने तिब्बत में चीन के दलाई लामा विरोधी अभियानों और मानवाधिकारों के हनन की निंदा की, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि चीनी कब्जे के कारण 1.2 मिलियन से अधिक तिब्बती मारे गए हैं और 6,000 से अधिक धार्मिक और सांस्कृतिक संस्थान नष्ट हो गए हैं। इन जघन्य कृत्यों के बावजूद, दलाई लामा चीनी नेताओं के प्रति किसी भी प्रकार की दुश्मनी नहीं रखते हैं और प्रार्थना करते हैं कि वे सही और गलत में अंतर करने की बुद्धि प्राप्त करें। करुणा की शक्ति में दृढ़ विश्वास रखने वाले तिब्बतियों का मानना है कि शत्रुतापूर्ण और अड़ियल चीनी नेता भी अंततः इस सार्वभौमिक सत्य से प्रभावित होंगे। इस अवसर पर तिब्बती कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। दलाई लामा ने बार-बार दीर्घ जीवन जीने का आश्वासन दिया है। इसे महसूस करने के लिए तिब्बतियों और अनुयायियों के लिए अपनी आध्यात्मिक प्रतिबद्धता बनाए रखना और दलाई लामा के दृष्टिकोण के अनुसार कार्य करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंत में, हम दलाई लामा के लंबे जीवन, अच्छे स्वास्थ्य और तिब्बती लोगों के लिए स्वतंत्रता की प्रार्थना करते हैं। इस अवसर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
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