हरियाणा के करनाल में आज हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में डीसी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। यह बैठक जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने और उनकी प्रगति का जायजा लेने के लिए बुलाई गई है। विधानसभा अध्यक्ष सुनिश्चित करेंगे कि जिले के विकास में कोई बाधा न आए और सभी प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे हों। लोगों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता मीटिंग में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिया जाएगा कि जिले में लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाया जाए। उन्होंने कहा है कि प्रशासन जनता के मुद्दों का शीघ्र समाधान करे और आवश्यक विकास कार्यों को गति प्रदान करे। हरियाणा के करनाल में आज हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में डीसी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। यह बैठक जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने और उनकी प्रगति का जायजा लेने के लिए बुलाई गई है। विधानसभा अध्यक्ष सुनिश्चित करेंगे कि जिले के विकास में कोई बाधा न आए और सभी प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे हों। लोगों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता मीटिंग में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिया जाएगा कि जिले में लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाया जाए। उन्होंने कहा है कि प्रशासन जनता के मुद्दों का शीघ्र समाधान करे और आवश्यक विकास कार्यों को गति प्रदान करे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में बसताड़ा टोल फ्री करने की मांग:किसान यूनियन और सरपंचों का प्रदर्शन, बोले- सिक्योरिटी करती है गंदा व्यवहार
करनाल में बसताड़ा टोल फ्री करने की मांग:किसान यूनियन और सरपंचों का प्रदर्शन, बोले- सिक्योरिटी करती है गंदा व्यवहार करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसान यूनियन और सरपंचों ने टोल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी लोकल वाहनों के लिए टोल फ्री करने की मांग कर रहे है। प्रदर्शनकारियों ने टोल प्रबंधन से बात की तो प्रबंधन की तरफ से मासिक लाेकल पास बनाए जाने की बात कही गई। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने टोल प्रबंधन को एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया है। किसानों ने धमकी दी है कि अगर इसके बाद भी लोकल वाहन चालकों के लिए टोल फ्री नहीं होता है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।शनिवार को भारतीय किसान यूनियन सर छोटू राम के प्रदेश कोर कमेटी सदस्य जगदीप औलख की अगुवाई में आसपास के गांवों के सरपंच बसताड़ा टोल प्लाजा पर पहुंचे। प्रधान जगदीप औलख, सरपंच नवीन राणा बरसत, बलविंद्र सिंह जमालपुर, अजय राणा गढ़ीखजूर, रिंकू राणा ने कहा कि बसताड़ा टोल प्लाजा आसपास के गांवों के वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। दो किलोमीटर पर बसे गांवों को भी करनाल जाने के लिए टैक्स देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। टोल सिक्योरिटी गंदा व्यवहार करती हैं
इतना ही नहीं जब लोकल वाहन चालक अपनी बात रखते है तो उनके साथ टोल की सिक्योरिटी गंदा व्यवहार करती है। यहां पर हर साल यही होता है क्योंकि हर साल नई कंपनी को टेंडर मिलता है और कंपनी अपनी मनमानी करती है। हमें बार-बार आंदोलन करके वाहन चालकों को टोल फ्री करवाना पड़ता है। अब नई कंपनी ने टोल का चार्ज संभाला है। लोकल वाहन चालकों को भी मंथली पास बनवाने का फरमान सुना दिया गया है, जबकि पहले वाहन चालक अपनी आरसी दिखाकर टोल क्रॉस कर जाते थे। टोल प्रबंधन एनएचएआई के नियमों का हवाला दे रहा है, लेकिन पहले भी यहां पर कंपनियां आकर गई है, क्या उनके लिए नियम नहीं थे, उन्होंने भी तो लोकल वाहन चालकों का सहयोग किया। हमने टोल मैनेजर से बात की है, वे भी यहीं बात कह रहे है कि मंथली पास बनवाना पड़ेगा। हमने टोल मैनेजर को खुली चेतावनी दी है। यदि एक हफ्ते के अंदर लोकल वाहनों के लिए टोल फ्री नहीं हुआ तो यहां पर उग्र प्रदर्शन होगा। 9 अगस्त को भी किया गया था प्रदर्शन
9 अगस्त को भी घरौंडा की शिव शक्ति टैक्सी यूनियन ने टोल फ्री की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था और टोल सिक्योरिटी पर गुंडागर्दी के आरोप लगाए थे। उनको भी टोल मैनेजर ने मंथली पास बनवाने के लिए कहा था। वे भी आज तक अपनी इस समस्या से जूझ रहे हैं। उनकी भी कोई सुनवाई नहीं हुई। टोल मैनेजर मुकेश शर्मा का कहना है कि किसान यूनियन और सरपंच मिले थे, वे लोकल वाहनों के लिए टोल फ्री की मांग कर रहे है, लेकिन एनएचएआई की गाइडलाइंस के अनुसार ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्थानीय वाहन चालकों के लिए 340 रुपए की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें कितनी बार भी वाहन चालक आ जा सकते है। फोटो कैप्शन-बसताड़ा टोल प्लाजा पर टोल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते किसान व सरपंच, जानकारी देते सरदार जगदीप औलख, सरपंच नवीन राणा व अन्य
हरियाणा में HSSC ने ग्रुप-D भर्ती रिजल्ट जारी किया:13,536 सरकारी नौकरियां मिलेंगी; 10 साल बाद JBT टीचर्स भी भर्ती होंगे, नोटिफिकेशन जारी
हरियाणा में HSSC ने ग्रुप-D भर्ती रिजल्ट जारी किया:13,536 सरकारी नौकरियां मिलेंगी; 10 साल बाद JBT टीचर्स भी भर्ती होंगे, नोटिफिकेशन जारी हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप डी का रिजल्ट जारी कर दिया है। 2023 में निकाली गई इस ग्रुप की भर्ती के लिए 21-22 सितंबर 2023 को सीईटी एग्जाम कराया गया था। आयोग ने रिजल्ट श्रेणी और रोल नंबर वार कट ऑफ जारी किया गया है। प्रत्येक श्रेणी को कोष्ठक में दिखाया गया है। आयोग ने कहा कि सिलेक्ट हुए अभ्यर्थियों की अनुशंसा खेल विभाग द्वारा सत्यापन के बाद ही संबंधित विभागों को भेजी जाएगी। इसलिए हुई देरी
ग्रुप डी के बचे हुए पदों का रिजल्ट जारी होने में देरी का कारण पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के केस को बताया जा रहा है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने 31 मई को सामाजिक-आर्थिक मापदंड के अंकों को 31 मई 2024 तक खत्म करने का फैसला सुनाया था, इसलिए राज्य सरकार ने करीब 300 नए पदों की सूची भेजी थी। शुक्रवार देर शाम से इन पदों को शामिल कर बचे हुए पदों का रिजल्ट जारी करने की कोशिश की जा रही थी। सभी तकनीकी दिक्कतों को दूर करने के बाद यह रिजल्ट जारी किया गया है। जेबीटी टीचर की 10 साल बाद निकली भर्ती
वहीं हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने 1456 जेबीटी शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। जब से मौलिक शिक्षा विभाग ने पीआरटी पदों की भर्ती के लिए HSSC को अनुरोध पत्र भेजा था, तभी से जेबीटी के संभावित अभ्यर्थी विज्ञापन का इंतजार कर रहे थे। आयोग ने सबसे पहले इन पदों के लिए विज्ञापन तैयार कर मौलिक शिक्षा विभाग को भेजा था। वहां से देरी होने पर सरकार ने एचटीईटी को आजीवन घोषित कर दिया, तो विज्ञापन में थोड़ा संशोधन करना पड़ा। यह संशोधन मौलिक शिक्षा निदेशालय को भेजा गया, अब वहां फाइनल होने के बाद भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया। युवा जेबीटी पदों के लिए विज्ञापन का इंतजार इसलिए कर रहे थे, क्योंकि 10 साल के भीतर एक भी जेबीटी शिक्षक पद पर भर्ती नहीं हुई। एमपीएचडब्ल्यू भर्ती अटकी
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने मल्टी परपज हेल्थ वर्कर (एमपीएचडब्ल्यू) पुरुष पदों पर भर्ती के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को अनुरोध पत्र भेजा था, लेकिन इस पद के लिए पात्र अभ्यर्थी विज्ञापन जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, इन पदों की भर्ती से संबंधित नियमों में संशोधन किया जाना था और विभाग ने अभी तक नियमों के लिए हरी झंडी नहीं दी है। इसलिए फिलहाल इन पदों के लिए विज्ञापन जारी होने की कोई संभावना नहीं है। ग्रुप D भर्ती का पूरा रिजल्ट देखें…
हरियाणा चुनाव तारीख बदलने पर BJP-कांग्रेस में आर-पार:BJP बोली- छुट्टियां हैं; कांग्रेस बोली- इनकी छुट्टी होने वाली, समर्थन करने वाले INLD-जजपा तारा-सितारा
हरियाणा चुनाव तारीख बदलने पर BJP-कांग्रेस में आर-पार:BJP बोली- छुट्टियां हैं; कांग्रेस बोली- इनकी छुट्टी होने वाली, समर्थन करने वाले INLD-जजपा तारा-सितारा हरियाणा में विधानसभा चुनाव की डेट बदलने को लेकर भाजपा और कांग्रेस में आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है। भाजपा ने भारतीय चुनाव आयोग (ECI) को लेटर लिखकर चुनाव की डेट बदलने की मांग की है। भाजपा की तरफ से वोटिंग से पहले 5 दिन की छुटि्टयों का हवाला दिया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि इससे वोटिंग प्रतिशत पर असर पड़ेगा। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने भी चुनाव की डेट बदलने की मांग की है। पार्टी के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लेटर लिखा है। इसके बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, ‘भाजपा की आंखों के तारे (इनेलो) और सितारे (जेजेपी)। जहां भाजपा, वहां इनेलो-जजपा।’ दीपेंद्र पर पलटवार करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा, ‘हकीकत में तो आप ही हो एक-दूसरे के प्यारे, तभी तो राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारे।’ वहीं कुमारी सैलजा ने कहा, ‘छुट्टी होना तय है, इसलिए छुट्टी का बहाना बना रहे हैं।’ चुनाव की तारीख बदलने के समर्थन में किसने क्या कहा 1. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर कहा कि 28 से 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे। इससे वोटिंग कम हो सकती है। बड़ौली ने लेटर में यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं। हरियाणा में बिश्नोई समाज की जनसंख्या अधिक है। इसका असर भी वोटिंग पर हो सकता है। 2. INLD के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर 1 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की BJP की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने लेटर में लिखा, चूंकि लोग आमतौर पर वीकेंड पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा, चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान की तारीख/दिन को एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ाया जाए। 3. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को लेटर लिखकर चुनाव की डेट बदलने की मांग की है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा कि एक अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन होगा। इसमें बिश्नोई समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की डेट बदली जाए। राजस्थान के बीकानेर में मुकाम धाम स्थित है, जहां आसोज अमावस्या पर मेला लगता है। इस बार आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी और 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। चुनाव की तारीख बदलने के विरोध में किसने क्या कहा 1. हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री से लेकर भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक, हार से कोई अछूता नहीं है। इनके मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गए। इनके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए थे। सुभाष बराला तक चुनाव हार गए थे। इसलिए भाजपा छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है, जबकि सच यह है कि हरियाणा की जनता ने भाजपा की छुट्टी करने का फैसला कर लिया है। 2. JJP नेता दुष्यंत चौटाला हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में समय से पहले मतदान की घोषणा होने से भाजपा बुरी तरह से घबरा गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार पर पहुंच गई है। भाजपा को इस चुनाव में हार का डर स्पष्ट सता रहा है, क्योंकि अब भाजपा का जनाधार प्रदेश में गिर चुका है और इसके चलते वह 20 सीट भी नहीं जीत पा रही। उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि मतदान की तारीख घोषित करने के बाद बीजेपी के इस पत्र पर आयोग विचार करेगा।