हिमाचल की राजधानी के संजौली में विवादित मस्जिद को लेकर बुधवार को हिंदू संगठनों द्वारा किए गए प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो संजौली में मस्जिद से करीब 70 से 80 मीटर दूर SBI बैंक के सामने की है, जहां पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच दो बार झड़प हुई और प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों द्वारा यह पथराव उस वक्त किया गया, जब वह ढली टनल के बैरिकेड तोड़ते हुए संजौली की ओर बढ़ रहे थे। एसबीआई बैंक के सामने जैसे ही पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। यह घटना वहां पर एक दुकान में लगे CCTV में कैद हो गई। आज इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पथराव करने वालो की पहचान में जुटी पुलिस इस वीडियो के आधार पर शिमला पुलिस अब पथराव करने वालों की पहचान में जुट गई हैं, क्योंकि पथराव की वजह से छह पुलिस जवान घायल हो गए। एक महिला कॉस्टेबल की टांग में फ्रेक्चर हुआ। वह अभी भी आईजीएमसी में उपचाराधीन है। सीसीटीवी से की जा रही प्रदर्शनकारियों की पहचान शिमला पुलिस आसपास की दुकानों के भी सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई है, ताकि उग्र प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा सके। पुलिस ने इसे लेकर बीते कल ढली थाना में 400 से 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR कर दी है। अब प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है। एक एफआईआर सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़, दूसरी एफआईआर लोगों को भड़काने और तीसरी एफआईआर ड्यूटी पर तैनात जवानों से मारपीट से जुड़ी हुई है। हिमाचल की राजधानी के संजौली में विवादित मस्जिद को लेकर बुधवार को हिंदू संगठनों द्वारा किए गए प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो संजौली में मस्जिद से करीब 70 से 80 मीटर दूर SBI बैंक के सामने की है, जहां पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच दो बार झड़प हुई और प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों द्वारा यह पथराव उस वक्त किया गया, जब वह ढली टनल के बैरिकेड तोड़ते हुए संजौली की ओर बढ़ रहे थे। एसबीआई बैंक के सामने जैसे ही पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। यह घटना वहां पर एक दुकान में लगे CCTV में कैद हो गई। आज इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पथराव करने वालो की पहचान में जुटी पुलिस इस वीडियो के आधार पर शिमला पुलिस अब पथराव करने वालों की पहचान में जुट गई हैं, क्योंकि पथराव की वजह से छह पुलिस जवान घायल हो गए। एक महिला कॉस्टेबल की टांग में फ्रेक्चर हुआ। वह अभी भी आईजीएमसी में उपचाराधीन है। सीसीटीवी से की जा रही प्रदर्शनकारियों की पहचान शिमला पुलिस आसपास की दुकानों के भी सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई है, ताकि उग्र प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा सके। पुलिस ने इसे लेकर बीते कल ढली थाना में 400 से 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR कर दी है। अब प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है। एक एफआईआर सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़, दूसरी एफआईआर लोगों को भड़काने और तीसरी एफआईआर ड्यूटी पर तैनात जवानों से मारपीट से जुड़ी हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला में CBI ने ED दफ्तर पर छापा मारा:डिप्टी डायरेक्टर फरार, भाई गिरफ्तार, चंडीगढ़ से पहुंची केंद्रीय जांच एजेंसी
शिमला में CBI ने ED दफ्तर पर छापा मारा:डिप्टी डायरेक्टर फरार, भाई गिरफ्तार, चंडीगढ़ से पहुंची केंद्रीय जांच एजेंसी हिमाचल की राजधानी शिमला स्थित प्रवर्तन विभाग (ED) कार्यालय का एक अधिकारी CBI के रडार पर आ गया है। शिमला में तैनात डिप्टी डायरेक्टर पर रिश्वत के आरोप है। आरोपी की धरपकड़ के लिए सीबीआई ने बीते कल शिमला में ED दफ्तर में रेड की। मगर आरोपी अधिकारी इससे पहले ही फरार हो गया। सूत्रों की माने तो अधिकारी बेशक फरार है। मगर उसके भाई को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। भ्रष्टाचार से जुड़े इस केस में भाई भी संलिप्त बताया जा रहा है। मगर इसकी अभी कोई भी आधिकारिक तौर पुष्टि नहीं कर पा रहा। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई को कुछ समय पहले शिकायत मिली, जिसमे डिप्टी डायरेक्टर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद चंडीगढ़ से आई सीबीआई टीम ने शिमला में रेड की। फरार अधिकारी की दबिश को आज दोबारा रेड कर सकती है केंद्रीय टीम केंद्रीय जांच एजेंसी ने शिमला के ED कार्यालय में कुछ दस्तावेज खंगाले और कुछ फाइलें भी कब्जे में ली है। सूत्र बताते हैं कि अधिकारी की धरपकड़ के लिए CBI टीम हिमाचल और चंडीगढ़ में भी आज अधिकारी के कुछ संभावित ठिकानों पर दबिश दे सकती है।
हिमाचल CM ने बुलाई कांग्रेस विधायक दल मीटिंग:नड्डा के गृह-विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम को लेकर होगी चर्चा; विधायकों को मिलेगा भीड़ जुटाने के टॉरगेट
हिमाचल CM ने बुलाई कांग्रेस विधायक दल मीटिंग:नड्डा के गृह-विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम को लेकर होगी चर्चा; विधायकों को मिलेगा भीड़ जुटाने के टॉरगेट हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शिमला में आज कांग्रेस विधायक दल (CLP) की मीटिंग बुलाई है। इसमें सरकार के दो साल पूरा करने पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के सभी विधायकों को दो साल पूरा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का टारगेट दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर में 11 दिसंबर को दो साल का जश्न कार्यक्रम मनाने जा रही है। सरकार ने इसमें 25 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को प्रभारी बना रखा है। CM, डिप्टी CM और धर्माणी पर ज्यादा दारोदार बिलासपुर जिला हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लिहाजा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस विधायकों पर भीड़ जुटाने का ज्यादा दारोमदार रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री दोनों इसी संसदीय हलके से संबंध रखते हैं। इनके अलावा बिलासपुर से इकलौते मंत्री राजेश धर्माणी पर भी सरकार के इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की चुनौती रहेगी। आज की मीटिंग में कांग्रेस विधायकों से भी अगले तीन साल को लेकर रोड मैप बनाने के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे। विपक्ष के हमले का जवाब देने की बनेगी रणनीति आज की मीटिंग में भाजपा के आक्रामक रवैये का जवाब देने को लेकर भी रणनीति बनेगी। दरअसल, भाजपा ने सभी जिला मुख्यालय में 11 दिसंबर को सरकार की नाकामियों को लेकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। विपक्षी भाजपा कांग्रेस सरकार की दो साल की नाकामियों को लेकर जनता के बीच जाने और प्रदर्शन करने जा रही है। लिहाजा सुक्खू सरकार विपक्ष पर पलटवार करने की भी रणनीति बनाएगी।
अम्बुजा सीमेंट कंपनी पर कर्मचारियों के उत्पीड़न का आरोप:सोलन में जमीन लेकर दिया था रोजगार, अब VRS लेने को कर रहा मजबूर
अम्बुजा सीमेंट कंपनी पर कर्मचारियों के उत्पीड़न का आरोप:सोलन में जमीन लेकर दिया था रोजगार, अब VRS लेने को कर रहा मजबूर सोलन जिला के अर्की में अंबुजा सीमेंट दाड़लाघाट में कार्यरत कर्मचारियों ने कंपनी प्रबंधन पर उत्पीड़न और धमकी के आरोप लगाए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन उन्हें जबरन वीआरएस लेने और ट्रांसफर की धमकी दे रहा है। कर्मचारियों ने बताया कि वे हाउसलेस व लैंड लूजर हैं और कंपनी ने उनकी जमीन अधिग्रहण की थी। इसके बदले में उन्हें कंपनी में स्थायी रोजगार दिया गया था। मगर अब कंपनी प्रबंधन उन कर्मचारियों को उत्पीड़ित कर रहा है और उन्हें जबरन वीआरएस लेने के लिए मजबूर कर रहा है। इस मामले को लेकर विधायक संजय अवस्थी से एक प्रतिनिधिमंडल भारतीय मजदूर संघ इकाई दाड़लाघाट के अध्यक्ष सुरेश कुमार की अध्यक्षता में दाड़लाघाट विश्राम गृह में मिला। प्रतिनिधिमंडल ने विधायक संजय अवस्थी को कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत कराया और उनसे मदद की मांग की। विधायक संजय अवस्थी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है और वह इस मामले में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बातचीत करेंगे। विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि वह कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए कंपनी प्रबंधन से भी बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को जबरन वीआरएस लेने के लिए मजबूर करना और उन्हें ट्रांसफर की धमकी देना अनुचित है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में भारतीय मजदूर संघ दाड़लाघाट के सुरेश कुमार ने कहा है कि वे कर्मचारियों के साथ खड़े हैं और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन को कर्मचारियों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें जबरन वीआरएस लेने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए। इस मौके पर करीब 250 से अधिक कर्मचारी मौजूद रहे।