हरियाणा के पानीपत जिले के गांव जलालपुर के रहने वाले 63 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर की आत्महत्या प्रकरण में नया मोड़ सामने आया है। मौत के 16 दिन बाद उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने दो महिलाओं समेत 8 लोगों पर प्रताड़ित करने, धमकी देने और पिटवाने के आरोप लगाए है। आरोप है कि वे उसकी जमीन कब्जाना चाहते है। सुसाइड नोट लेकर परिजन पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद परिजनों ने इसकी गुहार डीजीपी से लगाई। डीजीपी के आदेशों पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सिविल अस्पताल के पास खाया था जहर डीजीपी को दी शिकायत में सरिया देवी ने बताया कि वह गांव जलालपुर की रहने वाली है। उसके पति मामन राम ने 6 अगस्त को सिविल अस्पताल के पास जहर खाकर आत्महत्या की थी। उस वक्त घर के किसी भी सदस्य को उसकी आत्महत्या किए जाने का कारण नहीं पता था। 22 अगस्त को जब वह अपने घर की सफाई कर रही थी, तो उसे अपने पति के कमरे से एक हस्तलिखित कागज मिला। जिसे उसने अपने बेटे से पढ़वाया। बेटे सूरज ने पढ़ा, तो वह उसके पिता का सुसाइड नोट मिला। नोट में लिखा था कि वह राजपति उर्फ राजो, इसके बेटे रिंकू, अमित, सुमित के अलावा राकेश उर्फ राकी, इसका भाई कर्मबीर व रिंकू की पत्नी साक्षी के अलावा सचिन निवासी गांव जलालपुर से तंग होकर सुसाइड कर रहा है। क्योंकि ये सभी उसके मकान व खेत पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहते है। हमेशा बच्चों को जान से मारने की धमकी देते है। इतना ही नहीं, आरोपी उसे 2-3 बार बदमाशों से पिटवा भी चुके है। हरियाणा के पानीपत जिले के गांव जलालपुर के रहने वाले 63 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर की आत्महत्या प्रकरण में नया मोड़ सामने आया है। मौत के 16 दिन बाद उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने दो महिलाओं समेत 8 लोगों पर प्रताड़ित करने, धमकी देने और पिटवाने के आरोप लगाए है। आरोप है कि वे उसकी जमीन कब्जाना चाहते है। सुसाइड नोट लेकर परिजन पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद परिजनों ने इसकी गुहार डीजीपी से लगाई। डीजीपी के आदेशों पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सिविल अस्पताल के पास खाया था जहर डीजीपी को दी शिकायत में सरिया देवी ने बताया कि वह गांव जलालपुर की रहने वाली है। उसके पति मामन राम ने 6 अगस्त को सिविल अस्पताल के पास जहर खाकर आत्महत्या की थी। उस वक्त घर के किसी भी सदस्य को उसकी आत्महत्या किए जाने का कारण नहीं पता था। 22 अगस्त को जब वह अपने घर की सफाई कर रही थी, तो उसे अपने पति के कमरे से एक हस्तलिखित कागज मिला। जिसे उसने अपने बेटे से पढ़वाया। बेटे सूरज ने पढ़ा, तो वह उसके पिता का सुसाइड नोट मिला। नोट में लिखा था कि वह राजपति उर्फ राजो, इसके बेटे रिंकू, अमित, सुमित के अलावा राकेश उर्फ राकी, इसका भाई कर्मबीर व रिंकू की पत्नी साक्षी के अलावा सचिन निवासी गांव जलालपुर से तंग होकर सुसाइड कर रहा है। क्योंकि ये सभी उसके मकान व खेत पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहते है। हमेशा बच्चों को जान से मारने की धमकी देते है। इतना ही नहीं, आरोपी उसे 2-3 बार बदमाशों से पिटवा भी चुके है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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महाराष्ट्र चुनाव में रणदीप सुरजेवाला बने स्टार प्रचारक:40 की लिस्ट में हरियाणा से हुड्डा परिवार का नाम नहीं; कुमारी शैलजा ने हस्ताक्षर किए
महाराष्ट्र चुनाव में रणदीप सुरजेवाला बने स्टार प्रचारक:40 की लिस्ट में हरियाणा से हुड्डा परिवार का नाम नहीं; कुमारी शैलजा ने हस्ताक्षर किए कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और राज्य की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उप-चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इसमें हरियाणा की राजनीति में सक्रिय वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला को जगह मिली है। वह महाराष्ट्र में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चुनावी रैलियां और रोड शो करेंगे, और लोगों से वोट देने की अपील करेंगे। हैरानी की बात यह है कि 40 स्टार प्रचारकों की इस लिस्ट में हरियाणा के हुड्डा परिवार का नाम नहीं है। कांग्रेस ने न तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इसमें जगह दी है, और न ही उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा को प्रचारक बनाया है। लिस्ट में एक खास बात यह भी है कि स्टार प्रचारकों के सभी नामों पर सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने हस्ताक्षर किए हैं। पार्टी की ओर से जारी सूची… गुटबाजी के चलते हाल में हरियाणा हारी है कांग्रेस
कुमारी सैलजा हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस की सांसद हैं और इस समय उन्हें जनरल सेक्रेटरी भी नियुक्त किया गया है। हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आश्चर्यजनक हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद से ही कांग्रेस हाईकमान कुुमारी सैलजा के नजदीक और हुड्डा परिवार से दूर नजर आ रही है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने पूर्व CM भूपेंद्र हु्ड्डा के नेतृत्व में ही लड़ा था। टिकट के बंटवारे से लेकर स्टार कैंपेनरों की रैलियों तक में हुड्डा की ज्यादा चली। इसी बीच कुमारी सैलजा कहीं फ्रंट पर नहीं दिखीं। इसे कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में हार का एक बड़ा कारण भी माना है। इस गुटबाजी के कारण संगठन कमजोर हुआ। सैलजा और हुड्डा के बीच नाराजगी की 3 वजहें 1. सैलजा ने CM कुर्सी का दावा ठोका
चुनाव की घोषणा के बाद सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने सीएम कुर्सी पर दावा ठोक दिया। सैलजा ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति का सीएम होना चाहिए। चूंकि इस वक्त भूपेंद्र हुड्डा सीएम कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार हैं। इस वजह से हुड्डा समर्थक इससे नाराज हो गए। 2. टिकट बंटवारे में हुड्डा की चली
कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर सैलजा ने समर्थकों को टिकट दिलाने की पूरी कोशिश की। हालांकि इसमें हुड्डा की चली। 90 टिकटों में से सबसे ज्यादा 72 हुड्डा के ही समर्थकों को मिल गई। इसकी वजह से सैलजा नाराज हो गई। 3. जातिसूचक शब्द से ज्यादा नाराज हुईं, प्रचार छोड़ा
इसके बाद एक सीट पर सैलजा मंच से पहले घोषणा करने के बावजूद अपने समर्थक को टिकट नहीं दिला सकी। यहां से हुड्डा समर्थक को टिकट मिल गया। इसके बाद इसी सीट के उम्मीदवार से जुड़े समर्थक ने सैलजा के प्रति जातिसूचक शब्द कहे। इससे सैलजा इस कदर नाराज हुईं कि उन्होंने चुनाव प्रचार छोड़ दिया। वह नाराज होकर घर बैठ गईं। गुटबाजी खत्म करने के लिए हाथ मिलवाए
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत के लिए राहुल गांधी प्रचार के साथ-साथ कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी दूर करने की कोशिश भी कर रहे थे। उन्होंने अंबाला के नारायणगढ़ से ‘हरियाणा विजय संकल्प यात्रा’ शुरू की थी। इस मौके पर जनसभा में भीड़ के अभिवादन के दौरान राहुल ने पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के हाथ भी मिलवाए। 12 सितंबर को टिकटों का ऐलान होने के बाद सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी, क्योंकि हाईकमान ने उनके समर्थक उम्मीदवारों को कम टिकट दिए थे। जबकि, भूपेंद्र हुड्डा के समर्थकों को सबसे ज्यादा टिकट दिए गए। सैलजा ने 25 सितंबर तक प्रदेशभर में कहीं कोई प्रोग्राम नहीं किया। 26 सितंबर को खुद राहुल गांधी उन्हें दिल्ली से लेकर करनाल की रैली में पहुंचे थे। इसके बाद भी सैलजा और हुड्डा की नजदीकियां नहीं बढ़ीं। नतीजा यह हुआ कि हरियाणा में कांग्रेस की हवा होते हुए भी पार्टी चुनाव हार गई। इसके बाद सैलजा ने संगठन में एकता न होने को ही हार का कारण बताया। वहीं, हुड्डा ने EVM पर हार का ठीकरा फोड़ दिया। हालांकि, रिव्यू मीटिंग में राहुल गांधी ने कहा कि कुछ नेताओं के अपने हित पार्टी से बड़े रहे, इसलिए हार मिली। इसके बाद से सैलजा तो लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच एक्टिव रहीं, लेकिन हुड्डा कहीं दिखे नहीं। अब उन्हें स्टार प्रचारकों में से भी बाहर कर दिया है, जबकि सैलजा के ही समर्थन में रहे रणदीप सुरजेवाला को लिस्ट में जगह मिली है।
पंचकूला में राहगीरी कार्यक्रम में पहुंचे CM सैनी:बोले- सुबह जल्दी उठने से नई ऊर्जा का संचार; मां के नाम पेड़ लगाने का आह्वान
पंचकूला में राहगीरी कार्यक्रम में पहुंचे CM सैनी:बोले- सुबह जल्दी उठने से नई ऊर्जा का संचार; मां के नाम पेड़ लगाने का आह्वान हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी रविवार सुबह पंचकूला में राहगीरी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। सीएम ने यहां बच्चों, खिलाड़ियों के साथ समय व्यतीत किया। साथ ही यहां चल विभिन्न इवेंट का आनंद लिया। बच्चों के करतब भी उन्होंने देखे और इसकी सराहना की। मुख्यमंत्री ने राहगीरी कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, “यह एक बेहतरीन कार्यक्रम है, जिसमें हर व्यक्ति को अपनी अलग-अलग प्रतिभाओं का प्रदर्शन करने का मौका मिलता है। पंचकूला पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि बच्चों को योगा, शूटिंग, वॉलीबॉल समेत विभिन्न खेलों और गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं भी सक्रिय भागीदारी निभाती हैं। सीएम ने कहा, “सुबह जल्दी उठने से नई ऊर्जा का संचार होता है और यह बेहतर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।” इस कार्यक्रम की थीम ‘एक पेड़ मां के नाम’ है, जिसे प्रधानमंत्री ने शुरू किया था। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को शुद्ध वायु प्रदान करना और प्रदूषण को कम करना है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में वन मित्रों की भर्ती की गई है और एनजीओ या अन्य संस्थाओं के लोगों से कहा गया है कि यदि वे पेड़ों की सुरक्षा करते हैं, तो उन्हें इसके लिए 10 रुपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा, “इस अभियान के तहत हमने 50 लाख पेड़ लगाए हैं और प्रदेश में हम डेढ़ करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाने का लक्ष्य रखते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर बेहतर जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा भी मिलती है।
बरवाला के दुकानदारों ने मंत्री को दिखाए टूटे ताले:गंगवा से कहा-महीने में 20 चोरियां हुई, चोरों का पता दिया फिर भी नहीं पकड़े
बरवाला के दुकानदारों ने मंत्री को दिखाए टूटे ताले:गंगवा से कहा-महीने में 20 चोरियां हुई, चोरों का पता दिया फिर भी नहीं पकड़े हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा जीत के बाद पहली बार बरवाला पहुंचे। यहां मंत्री का जोरदार स्वागत बरवाला के लोगों ने किया। इस दौरान कुछ लोग अपनी शिकायतें लेकर भी पहुंचे। मंत्री ने तुरंत उन पर संज्ञान भी लिया और डीएसपी को कार्रवाई के लिए कहा, मगर अभी तक किसी तरह का संज्ञान पुलिस ने नहीं लिया है। हांसी रोड के दुकानदारों ने कहा कि पिछले 1 महीने में 20 दुकानों के ताले टूट चुके हैं। दुकानदार एसएचओ से मिले थे और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी दिखाई। यहां तक की एसएचओ ने कहा कि मैं इस चोर को जानता हूं। मगर फिर भी पुलिस ने इस चोर को नहीं पकड़ा। पुलिस ने कहा कि अभी 3 से 4 दिन हम वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त हैं, बाद में आराम से इस चोर को पकड़ लेंगे। पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान होकर दुकानदार दुकानों के टूटे हुए ताले लेकर मंत्री के पास पहुंच गए और उनको ताले गिफ्ट किए और कहा कि हमारी फरियाद सुनी जाए। टूटे हुए ताले देखकर चौक गए मंत्री बरवाला के दुकानदारों ने मंत्री को टूटे हुए ताले भेंट किए तो मंत्री चौक गए। मंत्री ने पूछा यह क्या है, दुकानदारों ने कहा कि यह टूटे हुए ताले हैं तो चोरों ने तोड़े हैं। मगर बरवाला पुलिस कार्रवाई के बजाय चोरों को संरक्षण दे रही हैं। इस पर मंत्री ने डीएसपी से कहा कि इनकी शिकायत पर कार्रवाई की जाए। इस पर डीएसपी ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है, जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। वहीं दुकानदार धर्मबीर का कहना है कि एक महीने में 20 चोरी से दुकानदार दहशत में हैं और डर रहता है कोई चोर फिर से रात में चोरी ना कर ले। दुकानदारों की ओर से की गई शिकायत… दुकानदारों ने मंत्री से कहा, दुकान खोलने में डर लगता है… हम समस्त बरवाला शहर के दुकानदार हैं और दुकानदारी करके अपना और परिवार का पालन पोषण करते हैं। आए दिन बरवाला शहर में दुकानों से बार-बार चोरी हो रही है। इस मामले में बरवाला थाने में कई केस दर्ज हैं। हम बरवाला पुलिस को चोर के बारे में भी बता चुके हैं। यहां तक की चोर का पता भी पुलिस को पता है। मगर फिर भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। एक महीने के अंदर हांसी रोड स्थित 20 दुकानों के ताले टूट चुके हैं। हम रोजाना हो रही चोरी की घटनाओं से तंग आ गए हैं। दुकानदारों को लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। दुकानदारों को किराया भी ऊपर से देना पड़ रहा है। चोरों के आतंक से दुकान खोलने में डर लग रहा है। आपसे प्रार्थना है कि मामले में सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करें और बरवाला शहर में चोरी की घटना पर लगाम लगाएं।