हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रिहायशी एरिया मच्छी वाली कोठी के पास सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया है। सड़क के धंसने से यातायात अवरुद्ध हो गया है। इसके साथ ही एक दो मंजिला इमारत भी जमीदोज हो गयी है। सूचना के अनुसार घटना बुधवार शाम सात बजे के आस पास बताई जा रही है । शिमला के रियायशी एरिया यू एस क्लब के आगे मच्छी वाली कोटि के समीप सड़क का 20 से 30 मीटर हिस्सा धंस गया है ।स्थानीय निवासी करण से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क के धंसने के साथ एक दो मंजिला इमारत भी जमीदोज हो गयी है । इसके अलावा बिजली का खंबा भी लैंड स्लाइड के चपेट में आ गया है और सड़क पर लटक गया है। मच्छी वाली कोटी में 10 मकान खतरे की जद में स्थानीय निवासी से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क धंसने से जमीदोज हुआ मकान खतरे को देखते हुए पहले ही खाली करा दिए थे। लेकिन अब बड़ा लैंड स्लाइड होने से अब आस पास के 10 मकान खतरे की जद में आ गए है। जानकारी के मुताबिक धंसने वाली सड़क के ऊपर की तरफ़ भारतीय सेना की आउट हाउस है। वही सड़क के नीचे घर कोलकाता के रहने वाले संजय राय का बताया जा रहा है । इसके अलावा मच्छी वाली कोठी में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा का निजी निवास सहित कुल 10 मकानो को खतरा पैदा हो गया है। करण नंदा ने बताया कि घटना की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि विभाग की टीमें मौके के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही राहत बचाव कार्य में शुरू कर दिया जाएगा। शिमला के नही थम रहे लैंड स्लाइड के मामले राजधानी शिमला में लैंड स्लाइड की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही है। मंगलवार रात को शिमला में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का दफ्तर देवदार के पेड़ का गिरने बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ हैद। वहीं खलीनी के मिस चेंबर में डंगे के गिरने से मकान को खतरा पैदा हो गया है। लैंड स्लाइड की घटनाओं से शहर वासी सहमे हुए ।कब कहाँ क्या हो जाएं इसका डर लोगो को सत्ता रहा है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रिहायशी एरिया मच्छी वाली कोठी के पास सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया है। सड़क के धंसने से यातायात अवरुद्ध हो गया है। इसके साथ ही एक दो मंजिला इमारत भी जमीदोज हो गयी है। सूचना के अनुसार घटना बुधवार शाम सात बजे के आस पास बताई जा रही है । शिमला के रियायशी एरिया यू एस क्लब के आगे मच्छी वाली कोटि के समीप सड़क का 20 से 30 मीटर हिस्सा धंस गया है ।स्थानीय निवासी करण से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क के धंसने के साथ एक दो मंजिला इमारत भी जमीदोज हो गयी है । इसके अलावा बिजली का खंबा भी लैंड स्लाइड के चपेट में आ गया है और सड़क पर लटक गया है। मच्छी वाली कोटी में 10 मकान खतरे की जद में स्थानीय निवासी से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क धंसने से जमीदोज हुआ मकान खतरे को देखते हुए पहले ही खाली करा दिए थे। लेकिन अब बड़ा लैंड स्लाइड होने से अब आस पास के 10 मकान खतरे की जद में आ गए है। जानकारी के मुताबिक धंसने वाली सड़क के ऊपर की तरफ़ भारतीय सेना की आउट हाउस है। वही सड़क के नीचे घर कोलकाता के रहने वाले संजय राय का बताया जा रहा है । इसके अलावा मच्छी वाली कोठी में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा का निजी निवास सहित कुल 10 मकानो को खतरा पैदा हो गया है। करण नंदा ने बताया कि घटना की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि विभाग की टीमें मौके के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही राहत बचाव कार्य में शुरू कर दिया जाएगा। शिमला के नही थम रहे लैंड स्लाइड के मामले राजधानी शिमला में लैंड स्लाइड की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही है। मंगलवार रात को शिमला में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का दफ्तर देवदार के पेड़ का गिरने बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ हैद। वहीं खलीनी के मिस चेंबर में डंगे के गिरने से मकान को खतरा पैदा हो गया है। लैंड स्लाइड की घटनाओं से शहर वासी सहमे हुए ।कब कहाँ क्या हो जाएं इसका डर लोगो को सत्ता रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में कल होगी मतगणना, तैयारियां पूरी:30 लोकेशन पर बनाए गए 72 काउंटिंग सेंटर, 4000 कर्मचारी रहेंगे तैनात
हिमाचल में कल होगी मतगणना, तैयारियां पूरी:30 लोकेशन पर बनाए गए 72 काउंटिंग सेंटर, 4000 कर्मचारी रहेंगे तैनात हिमाचल प्रदेश में कल (4 जून) को 30 लोकेशन पर बनाए गए 72 काउंटिंग सेंटर में एक साथ मतगणना शुरू होगी। चार लोकसभा और छह विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। दोपहर 2 बजे तक चारों सीटों पर रिजल्ट को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। विधानसभा उप चुनाव में लाहौल-स्पीति सीट का रिजल्ट सुबह 10 बजे तक डिक्लियर हो जाएगा। पांच अन्य विधानसभा के नतीजे 11.30 बजे तक और चारों लोकसभा के परिणाम एक से तीन बजे तक आ जाएंगे। किसी सीट पर क्लॉज-कॉटेस्ट की सूरत में रिकाउंटिंग हुई तो रिजल्ट आने में थोड़ी देरी हो सकती है। शिमला का रिजल्ट 12.30 तक हो सकता है घोषित वहीं चार संसदीय क्षेत्रों में शिमला लोकसभा सीट का रिजल्ट दोपहर 12.30 बजे तक आ सकता हैं। शिमला के बाद मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा का रिजल्ट भी दोपहर एक बजे तक संभावित है। ROने कहा-8 से 14 राउंड टेबल लगाए डीसी शिमला एवं आरओ अनुपम कश्यप और डीसी कांगड़ा एवं आरओ हेमराज बैरवा ने बताया कि वोटों की गिनती के लिए प्रत्येक विधानसभा के काउंटिंग सेंटर में कम से कम 8 राउंड टेबल और अधिकतम 14 टेबल लगाए गए हैं। ऐसे में जहां ज्यादा राउंड टेबल लगे है, वहां पर जल्दी रिजल्ट आ जाएगा। सभी 68 विधानसभा में पड़े मतों की गिनती अलग-अलग लोकेशन पर की जाएगी। ऐसे तय होते राउंड लोकसभा चुनाव में मतगणना राउंड में होती है। मानो किसी विधानसभा में 200 पोलिंग बूथ में चुनाव करवाए गए है और उस विधानसभा में 10 राउंड टेबल लगाए गए है तो प्रत्येक राउंड में उस विधानसभा में 20 ईवीएम की एक साथ गणना होगी। उस लिहाज से काउंटिंग के लिए स्टाफ तैनात किया जाता है। किसी भी काउंटिंग सेंटर पर राउंड टेबल वहां पर उपलब्ध जगह के हिसाब से होते है। जगह ज्यादा हो तो 13 से 14 राउंड टेबल लगाए जा सकते है। 9 बजे से रुझान आने शुरू होंगे सर्विस और पोस्टल बैलेट की गणना सबसे पहले की जाएगी। इसकी काउंटिंग पूरी होते ही सुबह 9 बजे से रुझान आने शुरू होंगे। इसके बाद EVM में पड़े मतों की काउंटिंग शुरू होगी। पोस्टल बैलेट की गणना का काम चारों संसदीय क्षेत्रों में रिटर्निंग ऑफिसर (RO) के टेबल पर होगा। इन 4 चार जगह पोस्टल व सर्विस वोट की गिनती कांगड़ा लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले सभी 17 विधानसभा के पोस्टल व सर्विस वोटर की गिनती पीजी कालेज धर्मशाला की लाइब्रेरी बिल्डिंग में होगी। मंडी सीट की सभी 17 विधानसभा के पोस्टल व सर्विस वोट की गणना इंडोर ऑडिटोरियम हाल संस्कृत सदन मंडी, हमीरपुर के पोस्टल व सर्विस वोट गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल (छात्र) हमीरपुर और शिमला लोकसभा सीट पर सभी 17 विधानसभा हलकों के पोस्टल व सर्विस वोट गवर्नमेंट गर्ल सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर के ऑडिटोरियम हॉल में की जाएगी। हिमाचल में कल ड्राइ-डे रहेगा। दिनभर शराब के ठेके, शराब परोसने वाले बीयर बार व होटल बंद रखने होंगे। निर्वाचन विभाग ने इसे लेकर एक्साइज डिपार्टमेंट को सख्त एडवाइजरी जारी की है। इन आदेशों का उलंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए है। ॉ 4000 कर्मचारी करेंगे मतगणना निर्वाचन विभाग ने मतों की गिनती के लिए लगभग 4000 कर्मचारी तैनात किए है। इन्हें कल की मतगणना से पहले आज पूर्वाभ्यास कराया जाएगा। स्ट्रांग रूम के बाहर थ्री लेयर सुरक्षा प्रदेश में मतदान के बाद मतगणना के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। स्ट्रांग रूम के बाहर थ्री-लेयर सुरक्षा तैनात की गई है।स्ट्रांग रूम के ठीक बाहर पहली लेयर में सेंटर ऑर्म पुलिस फोर्स (CAPF), दूसरी लेयर में भी हथियार बंद हिमाचल की बटालियन और तीसरी लेयर में जिला का सुरक्षा पहरा है। प्रत्येक स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। मतगणना के दौरान ड्रोन से भी असामाजिक तत्व पर नजर रखी जाएगी। काउंटिंग के बाद वेयर हाऊस में रखी जाएगी EVM मतगणना पूरी होने के बाद EVM मशीनों को स्ट्रांग रूम से वेयर हाऊस के लिए शिफ्ट किया जाएगा। चुनाव आयोग ने EVM मशीनों के रखरखाव के लिए वेयर हाऊस भी बना रखे है। इन वेयर हाऊस में करीब 3 महीनों तक EVM को रखा जाएगा, ताकि चुनाव को चुनौती की सूरत में EVM को रिकॉर्ड के तौर पर पेश किया जा सके। काउंटिंग सेंटर वाले स्कूल-कालेज रहेंगे बंद प्रदेश में ज्यादातर लोकेशन पर काउंटिंग सेंटर स्कूल व कालेज के भवन में बनाए गए है। ऐसे सभी संस्थानों में मतगणना की वजह से आज व कल छुट्टी रहेगी। हिमाचल में इस बार 71 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। मंडी में मत प्रतिशत लगभग 73, हमीरपुर में 72, शिमला में 71 और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में 68 प्रतिशत रही। वहीं छह विधानसभा सीटों में कुटलैहड़ में लगभग 76 प्रतिशत, लाहौल-स्पीति में 75, गगरेट में 73 प्रतिशत, सुजानपुर में 74 प्रतिशत, धर्मशाला में 70 और बड़सर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। 41924 ने पोस्टल बैलेट से दिया वोट प्रदेश में 41924 मतदाताओं ने प्रपत्र 12डी के माध्यम से वोट दिया है। इनमें 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 29879, दिव्यांग मतदाता 10634 शामिल है। इन्होंने अपने घर से ही मतदान किया है। इसी तरह वोटिंग वाले दिन आवश्यक सेवाओं पर तैनात 1411 मतदाताओं ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में स्थापित पोस्टल वोटिंग सेंटर (पीवीसी) पर मतदान किया।
हिमाचल में ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला:पूर्व मंत्री ने CM सुक्खू पर लगाए आरोप, सौर ऊर्जा प्लांट में करोड़ों का हेरफेर
हिमाचल में ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला:पूर्व मंत्री ने CM सुक्खू पर लगाए आरोप, सौर ऊर्जा प्लांट में करोड़ों का हेरफेर हिमाचल प्रदेश में भाजपा नेता व पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर ने एक घोटाले का खुलासा किया है। हिमाचल प्रदेश में ग्रीन एनर्जी के नाम से बहुत बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसके तार हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन से जुड़े हुए हैं। ठाकुर ने बताया कि इस मुद्दे पर कई लेटर बम पहले भी सामने आए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 20 जून 2024 को ऊना जिले के पेखूबेला में 32 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट का उद्घाटन किया था। जिसकी कुल लागत 220 करोड़ रुपए बताई गई थी। विक्रम ठाकुर ने इसे लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इसी तरह का 35 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट गुजरात के भुज में मात्र 144 करोड़ रुपए में पूरा हो गया, जबकि हिमाचल में 3 मेगावाट कम का प्रोजेक्ट 76 करोड़ रुपए अधिक में लगाया गया। यह भारी अंतर दर्शाता है कि इस प्रोजेक्ट में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं। ऊना जिले के पेखूबेला में भ्रष्टाचार और खराब साइट चयन ऊना जिले के पेखूबेला प्लांट को गलत साइट पर लगाया गया, जिसके कारण भारी बारिश के बाद से यह प्लांट केवल 50% क्षमता पर ही चल पा रहा है। इतना ही नहीं, प्लांट की ऑपरेशन और मेंटेनेंस की अवधि 8 सालों की रखी गई है, जबकि गुजरात के प्रोजेक्ट में यही सेवा 10 वर्षों के लिए दी जा रही है। यह साफ तौर पर दिखाता है कि प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और अनियमितताएं हुई हैं। ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए वर्ल्ड बैंक से लिया गया लोन विक्रम ठाकुर ने बताया कि सरकार ने ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए वर्ल्ड बैंक से 500 करोड़ रुपए का लोन लिया था, जिससे 5 अलग-अलग प्रोजेक्ट्स लगाए जा सकते थे। लेकिन यह पूरी राशि केवल ऊना के एक ही प्रोजेक्ट में लगा दी गई, जो वित्तीय दुरुपयोग का स्पष्ट संकेत है। पेखूबेला प्लांट की प्रति मेगावाट लागत 6.84 करोड़ रुपए आई है, जो अन्य राज्यों की तुलना में बेहद ज्यादा है। हिमाचल को खरीदनी पड़ रही महंगी बिजली विक्रम ठाकुर ने कहा कि जबकि अन्य राज्यों में सौर ऊर्जा का प्रोजेक्ट 4.11 करोड़ रुपए प्रति मेगावाट में पूरा होता है। हिमाचल प्रदेश में यह प्रोजेक्ट सबसे महंगे प्रोजेक्ट्स में से एक है। चंबा जिले के 5 हाइडल प्रोजेक्ट्स में देरी के कारण वर्ल्ड बैंक ने राज्य पर 5 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है। एक अधिकारी ने जान बूझकर पावर परचेज एग्रीमेंट्स पर हस्ताक्षर नहीं किए, जिसके कारण हिमाचल प्रदेश को महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है। इसके अलावा, देवीकोठी, हेल, साईकोठी और साईकोठी-2 जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स अभी तक पूरे नहीं हुए हैं, जिससे राज्य को बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है।
कुल्लू में डिजिटल से बदली ग्रामीणों की जिंदगी:QR कोड से हाउस टैक्स का भुगतान, पिछले साल से 9 गुना बढ़ा कलेक्शन
कुल्लू में डिजिटल से बदली ग्रामीणों की जिंदगी:QR कोड से हाउस टैक्स का भुगतान, पिछले साल से 9 गुना बढ़ा कलेक्शन हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की विकास खंड नग्गर स्थित ग्राम पंचायत दुआड़ा में डिजिटलीकरण की एक अनूठी पहल ने ग्रामीणों के जीवन को सरल बना दिया है। पंचायत सचिव हीरा लाल द्वारा शुरू की गई इस पहल में पंचायत खाते का QR कोड तैयार कर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सभी ग्रामीण परिवारों तक पहुंचाया गया है। इस डिजिटल पहल से अब ग्रामीणों को हाउस टैक्स जमा करने के लिए पंचायत घर का चक्कर नहीं लगाना पड़ता। वे अपने मोबाइल फोन से QR कोड स्कैन कर घर बैठे ही हाउस टैक्स का भुगतान कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से उन ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुई है, जो समय की कमी के कारण अपना गृह कर जमा नहीं कर पाते थे। नौ गुना बढ़ी टैक्स वसूली इस तकनीकी नवाचार का सबसे बड़ा प्रभाव पंचायत के राजस्व संग्रह पर देखने को मिला है। डिजिटल इंडिया के तहत QR कोड जैसी आधुनिक तकनीकी सुविधा के कारण दुआड़ा पंचायत में गृह कर की कुल वसूली पिछले वर्ष की तुलना में 9 गुना तक बढ़ गई है। अब ग्रामीण केवल ग्राम सभा जैसे अनिवार्य कार्यों के लिए ही पंचायत घर जाते हैं, जबकि अधिकांश कार्य कंप्यूटर और मोबाइल के माध्यम से संपन्न हो रहे हैं। पूरा डेटा एक्सेल सीट पर दुआड़ा सचिव हीरालाल ने तकनीक के मामले एक कदम ओर बढ़ते हुए सारी पंचायत का डेटा एक एक्सेल शीट में लोड कर दिया है, जहां से कोई भी, कभी भी मात्र एक क्लिक से सारा लेखा-जोखा देख सकता है । प्रिंट कॉपी की जरूरत महसूस होने पर नियम अनुसार इसे डाउनलोड भी किया जा सकता है। पंचायत का सारा डेटा एक्सेल शीट में होने के कारण आरटीआई के जवाब देने में भी सुविधा हो गई है। अब ग्रामीण कभी भी पंचायत घर आकर कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।