संगरुर में किसानों-पुलिस के बीच हाथापाई:सीएम से मिलने से रोका, सवाल पूछने जा रहे थे, स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन करने पहुंचे मान

संगरुर में किसानों-पुलिस के बीच हाथापाई:सीएम से मिलने से रोका, सवाल पूछने जा रहे थे, स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन करने पहुंचे मान

संगरूर के गांव छाजली में पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से सवाल पूछने जा रहे किसानों और पुलिस के बीच तकरार हो गई। तकरार के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और नाराज किसान धरना देकर बैठ गए। इस दौरान किसानों ने जोरदार नारेबाजी की। गौरतलब है कि सीएम भगवंत मान छाजली में बने स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन करने आए थे। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद व सिद्धूपुर के सैकड़ों कार्यकर्ता व महिलाएं मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल पूछने के लिए विभिन्न गांवों से छाजली पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम स्थल से करीब एक किलोमीटर पहले ही रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया। किसान और महिलाएं पुलिस नाकाबंदी को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। इसी बीच पुलिस और किसानों के बीच हाथापाई और बहस शुरू हो गई। पुलिस ने किसानों को पीछे धकेल दिया और गुस्साए किसान सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए। किसान बोले- सरकार को देना होगा जवाब इस दौरान किसान नेता जसविंदर सिंह लोंगोवाल, जसवीर सिंह, संत राम छाजली, राज सिंह, केवल सिंह, बलजीत कौर आदि ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए चल रहे मोर्चों को जबरन क्यों हटाया गया और वहां से सामान क्यों लूटा गया। उन्होंने कहा कि, आज यह सरकार उनसे सवाल पूछने का अधिकार छीन रही है। जबकि यही पार्टी और मुख्यमंत्री कहते थे कि जब कोई नेता या मंत्री गांवों में आए तो उनसे सवाल पूछिए। किसान नेताओं ने कहा कि सरकारें किसानों की आवाज को दबा नहीं सकतीं। सरकार को अपने तानाशाही रवैया के लिए जवाब देना होगा। संगरूर के गांव छाजली में पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से सवाल पूछने जा रहे किसानों और पुलिस के बीच तकरार हो गई। तकरार के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और नाराज किसान धरना देकर बैठ गए। इस दौरान किसानों ने जोरदार नारेबाजी की। गौरतलब है कि सीएम भगवंत मान छाजली में बने स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन करने आए थे। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद व सिद्धूपुर के सैकड़ों कार्यकर्ता व महिलाएं मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल पूछने के लिए विभिन्न गांवों से छाजली पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम स्थल से करीब एक किलोमीटर पहले ही रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया। किसान और महिलाएं पुलिस नाकाबंदी को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। इसी बीच पुलिस और किसानों के बीच हाथापाई और बहस शुरू हो गई। पुलिस ने किसानों को पीछे धकेल दिया और गुस्साए किसान सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए। किसान बोले- सरकार को देना होगा जवाब इस दौरान किसान नेता जसविंदर सिंह लोंगोवाल, जसवीर सिंह, संत राम छाजली, राज सिंह, केवल सिंह, बलजीत कौर आदि ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए चल रहे मोर्चों को जबरन क्यों हटाया गया और वहां से सामान क्यों लूटा गया। उन्होंने कहा कि, आज यह सरकार उनसे सवाल पूछने का अधिकार छीन रही है। जबकि यही पार्टी और मुख्यमंत्री कहते थे कि जब कोई नेता या मंत्री गांवों में आए तो उनसे सवाल पूछिए। किसान नेताओं ने कहा कि सरकारें किसानों की आवाज को दबा नहीं सकतीं। सरकार को अपने तानाशाही रवैया के लिए जवाब देना होगा।   पंजाब | दैनिक भास्कर