संगरूर में डॉक्टर्स के लिए 1 अप्रैल से वॉक-इन इंटरव्यू:प्रति मरीज मिलेंगे 50 रुपए; अकाली सांसद हरसिमरत बादल ने बताया अपमानजनक

संगरूर में डॉक्टर्स के लिए 1 अप्रैल से वॉक-इन इंटरव्यू:प्रति मरीज मिलेंगे 50 रुपए; अकाली सांसद हरसिमरत बादल ने बताया अपमानजनक

शिरोमणि अकाली दल (SAD) की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब सरकार के नए स्वास्थ्य मॉडल पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से जारी एक विज्ञापन को साझा करते हुए कहा कि ‘बदलाव वाली सरकार’ अब MBBS डॉक्टरों को 50 रुपए प्रति मरीज के हिसाब से भुगतान करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए पूछा कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग चलाने के लिए यह ‘वर्ल्ड क्लास सिस्टम’ कहां से उधार लिया है? SAD ने इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए इसे शिक्षित युवाओं का अपमान करार दिया और मांग की कि सभी भर्तियां सरकार के स्थापित नियमों के अनुसार की जाएं। क्या है विज्ञापन में, जिस पर सांसद ने उठाए सवाल नीति को डॉक्टर्स के लिए अपमानजनक बताया हरसिमरत कौर बादल और SAD ने इस नीति को डॉक्टरों के लिए अपमानजनक बताते हुए सरकार पर निशाना साधा और इसे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करार दिया। विपक्षी दलों ने इस भर्ती प्रणाली को तुरंत रद्द करने और पारंपरिक सरकारी नियमों के तहत स्थायी भर्तियां करने की मांग की है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब सरकार के नए स्वास्थ्य मॉडल पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से जारी एक विज्ञापन को साझा करते हुए कहा कि ‘बदलाव वाली सरकार’ अब MBBS डॉक्टरों को 50 रुपए प्रति मरीज के हिसाब से भुगतान करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए पूछा कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग चलाने के लिए यह ‘वर्ल्ड क्लास सिस्टम’ कहां से उधार लिया है? SAD ने इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए इसे शिक्षित युवाओं का अपमान करार दिया और मांग की कि सभी भर्तियां सरकार के स्थापित नियमों के अनुसार की जाएं। क्या है विज्ञापन में, जिस पर सांसद ने उठाए सवाल नीति को डॉक्टर्स के लिए अपमानजनक बताया हरसिमरत कौर बादल और SAD ने इस नीति को डॉक्टरों के लिए अपमानजनक बताते हुए सरकार पर निशाना साधा और इसे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करार दिया। विपक्षी दलों ने इस भर्ती प्रणाली को तुरंत रद्द करने और पारंपरिक सरकारी नियमों के तहत स्थायी भर्तियां करने की मांग की है।   पंजाब | दैनिक भास्कर