संगरूर के मूनक ब्लॉक में विजिलेंस टीम ने पंचायत सचिव को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। जिसने पिछले कार्यकाल का ऑडिट कराने के बदले में पूर्व सरपंच पति से रिश्वत मांगी थी। आरोपी पंचायत सचिव की पहचान पृथ्वी सिंह के नाम से हुई है। विजिलेंस के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को गांव महां सिंह वाला, मूनक निवासी गुरविंदर सिंह की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जो कि पूर्व सरपंच का पति हैं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया था कि पंचायत सचिव ने गांव महां सिंह वाला की पंचायत द्वारा पिछले कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों का ऑडिट कराने के बदले 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी और कहा था कि यह रिश्वत ऑडिट इंस्पेक्टर दविंदर बांसल के साथ सांझा की जानी है। आरोपी को कल कोर्ट में किया जाएगा पेश प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया, जिसमें आरोपी पंचायत सचिव को दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा और इस मामले की आगे जांच जारी है। संगरूर के मूनक ब्लॉक में विजिलेंस टीम ने पंचायत सचिव को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। जिसने पिछले कार्यकाल का ऑडिट कराने के बदले में पूर्व सरपंच पति से रिश्वत मांगी थी। आरोपी पंचायत सचिव की पहचान पृथ्वी सिंह के नाम से हुई है। विजिलेंस के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को गांव महां सिंह वाला, मूनक निवासी गुरविंदर सिंह की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जो कि पूर्व सरपंच का पति हैं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया था कि पंचायत सचिव ने गांव महां सिंह वाला की पंचायत द्वारा पिछले कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों का ऑडिट कराने के बदले 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी और कहा था कि यह रिश्वत ऑडिट इंस्पेक्टर दविंदर बांसल के साथ सांझा की जानी है। आरोपी को कल कोर्ट में किया जाएगा पेश प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया, जिसमें आरोपी पंचायत सचिव को दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा और इस मामले की आगे जांच जारी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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2022 में जिसे खालिस्तानी कहा, उसने रचा इतिहास:टी20 वर्ल्ड कप में सर्वाधिक विकेट लेने का खिताब अर्शदीप के नाम, झटके 17 विकेट
2022 में जिसे खालिस्तानी कहा, उसने रचा इतिहास:टी20 वर्ल्ड कप में सर्वाधिक विकेट लेने का खिताब अर्शदीप के नाम, झटके 17 विकेट दो साल पहले एशिया कप 2022 में पाकिस्तान से हार के बाद जिस अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी कहकर लोगों ने ट्रोल किया था, आज उसी खिलाड़ी ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप में अजेय बना दिया है। भारत ने बेदाग रिकॉर्ड के साथ टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद अर्शदीप सिंह संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। गेंदबाजी में अपने शानदार प्रदर्शन से अर्शदीप सिंह ने अफगानिस्तान के फजलहक फारूकी के साथ अपना नाम दर्ज करा लिया है। दोनों ने टी20 वर्ल्ड कप में 17 विकेट लिए। इस पूरे टूर्नामेंट में अर्शदीप सिंह प्रतिद्वंद्वियों पर हावी रहे। फाइनल मैच से पहले अर्शदीप सिंह के नाम 15 विकेट थे और वह चौथे नंबर पर थे। लेकिन पिछले फाइनल मैच में दो विकेट ने उन्हें फजलहक फारूकी के साथ पहले स्थान पर पहुंचा दिया। पूरे टूर्नामेंट में जब भी भारत पर दबाव बना, अर्शदीप सिंह ने अपनी गेंदबाजी का हुनर दिखाया। 8 मैचों में लिए 17 विकेट अर्शदीप सिंह और फजलहक ने 8-8 मैचों में 17-17 विकेट लेकर पहला स्थान प्राप्त किया है। जबकि अर्शदीप सिंह का इकॉनमी रेट 7.16 और फजलहक का इकॉनमी रेट 6.31 रहा। जबकि भारत के जसप्रीत बुमराह 8 मैचों में 4.17 की इकॉनमी रेट के साथ 15 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका के एनरिक के साथ तीसरे स्थान पर हैं। जानिए अर्शदीप ने किसे पीछे छोड़ा फाइनल मैच से पहले अर्शदीप चौथे स्थान पर थे। फाइनल मैच तक अफगानिस्तान के फजलहक फारूकी सबसे आगे चल रहे थे। जिन्होंने 17 विकेट लेकर श्रीलंका के वानिंदु हसरंगा का रिकॉर्ड तोड़ा। श्रीलंका के वानिंदु हसरंगा 2021/2022 सीजन में 16 विकेट लेकर पहले स्थान पर थे। लेकिन फाइनल में अर्शदीप सिंह ने हसरंगा के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए नया बेंचमार्क स्थापित किया है और फजलाक के बराबर खड़ा कर दिया है। अर्शदीप सिंह का विवाद, जब उन्हें खालिस्तानी कहा गया दो साल पहले एशिया कप 2022 में भारत को पाकिस्तान के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। सुपर-4 राउंड में एक समय भारतीय टीम की जीत पक्की लग रही थी, लेकिन खराब गेंदबाजी, फील्डिंग और लापरवाही के कारण भारत मैच हार गया। 18वें ओवर में अर्शदीप सिंह ने आसिफ अली का कैच छोड़ दिया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया गया। यही इस मैच का टर्निंग प्वाइंट रहा। जिसके बाद अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी कहकर ट्रोल किया जाने लगा।
लुधियाना में आज डोर टू डोर प्रचार:साइकिलिंग कर लोगों से मिल रहे हैं राजा वड़िंग, उम्मीदवारों पर चुनाव आयोग की नजर
लुधियाना में आज डोर टू डोर प्रचार:साइकिलिंग कर लोगों से मिल रहे हैं राजा वड़िंग, उम्मीदवारों पर चुनाव आयोग की नजर पंजाब में लोकसभा चुनाव प्रचार एक दिन पहले यानी गुरुवार को थम गया है। आज सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे। कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने दिन की शुरुआत साइकिल चलाकर की। उन्होंने आज सुबह सिधवां नहर पर 10 किलोमीटर से अधिक साइकिल चलाई। वडिंग ने सुबह की सैर पर निकले लोगों और साइकिल सवारों से मुलाकात की। लंबे समय बाद साइकिल चलाई वडिंग ने कहा कि उन्होंने आज लंबे समय बाद साइकिल चलाई है। पिछले एक महीने से उनका शेड्यूल लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त था। आज सुबह साइकिल चला रहे कई लोग मिले जो इस बार खुलकर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं और लुधियाना में बदलाव चाहते हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी, भाजपा के उम्मीदवार एमपी रवनीत सिंह बिट्टू और शिअद के उम्मीदवार रणजीत सिंह ढिल्लों सुबह से ही अलग-अलग इलाकों में लोगों से डोर-टू-डोर मिल रहे हैं। चुनाव आयोग की टीम सभी उम्मीदवारों पर नजर रख रही है। उम्मीदवारों पर है यह पाबंंदियां
चुनाव अधिकारी के मुताबिक राजनेताओं से लेकर हर प्लेटफॉर्म से यह अपेक्षा की जाती है कि शहर में साइलेंस पीरियड लागू है। इस दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने से बचें। आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय सीमा के लिए जिला मजिस्ट्रेट गैरकानूनी सभाओं, सार्वजनिक बैठक, लाउड स्पिकर के उपयोग पर प्रतिबंध और सभाओं को 5 से कम लोगों तक सीमित रखने को लेकर निर्देश जारी किया है। साइलेंस पीरियड शुरू होने के बाद टेलीविजन या अन्य प्लेटफॉर्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के सर्वे चलाने पर प्रतिबंध है। धारा-126 के तहत ऐसे किसी भी काम की इजाजत नहीं होगी, जिससे चुनाव का रिजल्ट प्रभावित हो। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक विज्ञापन भी नहीं चलेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार साइलेंस पीरियड के समय घर-घर जाकर (डोर-टू-डोर) चुनाव प्रचार करने की अनुमित होती है। इन नियमों पर होगी सख्ती
-कोई भी सियासी शख्स जो उस लोकसभा सीट का वोटर नहीं है, साथ ही सांसद या विधायक भी नहीं है, वो उस लोकसभा सीट में नहीं रुक सकता है
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